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26/12/2017

FOOD AND ASTROLOGY
Planets affects the food habits of the person according to their period of activation. Every planets denotes a different taste for example
Sweet Jupiter
Spicy Sun, Mars & Ketu
Sour Venus
Salty Moon
Bitter Saturn
Mixed mercury
If any of a planet is active during their main period or sub period and the ruler of second house. Your food habits will also change accordingly and they will affect your behavior also at the same time. If your Jupiter is active you will indulge more in sweets and during this period you will be trying to act wisely with pride and more belief in religion. And if you are taking more and more of spicy food that means your SUN, mars and ketu are active and you will be at your full of energy ,sporty and willing to fight, more rational way of taking things. When venus is active you will be taking more of sour food and your interests towards creativity will increase, more in to romance, cinema , dance singing, luxuries. During the period when moon is active you salt intake may increase; you will be more philosophical, full of fictions and romance. When Saturn will be active you may tend to take more of bitter food, and will try to act more responsibly full of humanity but loner at the same time. And when you are taking mixed food you will be young at heart whatever your age and will behave childish , your communication skills will be enhanced good at calculating………….. SEE WHICH PLANET OF YOURS IS ACTIVE AND CHECK YOUR FOOD HABITS…
By astrologer marut pal pathania

11/11/2017

KETU ...By well known ASTROLOGER marut pal pathania

HANDY TIPS ABOUT THE KETU

Ketu is known as the 'inlet point' for past life karmas. Here the word karma is referring to past life completed actions. The prior activity of the soul comes through in this lifetime. The activation of Ketu brings up unresolved issues from the past.
For instance, if Ketu is place in the first house the native will more attached to his own self evolution mystic tendencies, about his ego, his own personality, similarly if Ketu is placed in the 3rd house of everyday survival, then running around doing errands, keeping busy with the affairs of close relatives and neighbors, and promoting oneself to others with gossip, etc., are familiar activities that one tends to naturally fall into. where Ketu is in the 9th house, then one has a tendency to study scripture, hang out in an 'ivory tower', and/ or stick to a religion or philosophy inherited from the past life.
The sign that Ketu occupies gives us clues about the qualities of the person we were in the former birth that become natural inclinations in this lifetime. These qualities are particularly obvious while we are young: the past life is still fresh in the soul's memory. If Ketu is in Sagittarius, then you come in with a strong belief that your own way is best, that your own freedom to act comes first, and so feel threatened by anything that comes from another's reality. What you need to learn is to become more 'Gemini-like': to be interested in gathering more data, cultivate an interest in other people's truths, and to enjoy the exchange of ideas. Another example: if you are born with Ketu in Virgo, the past life was given over to the examination of details, with a need for exactness, getting everything right, and an attachment to order and routine. This lifetime you need to become more Piscean: be aware of the universal consciousness, surrender to the Higher Power, and trust what can't be measured or controlled. If you have ketu in Leo that means you have lived a royal life and your were an administrator sort of person stayed away from public then in this life you need to be more like an Aquarian.you need to cooperate with the realations your near by environment, you must adopt an humanitarian approach. What you are to have to learn just the opposite.........WE ARE ALWAYS MORE WORRIED ABOUT THE HOUSE WHERE KETU IS POSTED BUT WE NEED TO LEARN THE OPPOSITE IN THIS BIRTH.

01/11/2017

*** शंकर जी की आधी परिक्रमा ही क्यों होती है ? ***

जलहरी यानी जहां से जल निरंतर गिरता है, वह निरंतर बहकर जाता है । इसलिए
शिव जी पर गिरा जल जो बहकर जाता है, यदि पूरी परिक्रमा की जाए तो उस जल को लांघना पड़ेगा, जो कि उचित नहीं होगा। ऐसा करने पर उस भक्त को लांघने का दोष लग जाएगा। इससे शंकरजी कुपित हो जाते हैं। एक बार शंकर के एक बड़े भक्त पुष्पदंत उनकी परिक्रमा कर उस बहते जल को लांघ गए थे। इस पर शंकरजी ने कुपित होकर उन्हें श्रॉप दे दिया था। इस कारण वे अपने पद से उतर गए यानी अधोगति हो गए । तब उन्होंने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवमहिम्न स्त्रोत लिखा और शंकरजी की पूजा कर उनको प्रसन्न किया। तब जाकर शिवजी की नाराजगी कम हुई और उन्होंने पुष्पदंत को अपना गण बना लिया।
शास्त्रों में कहा गया है कि #दुर्गा जी की परिक्रमा एक बार की जाती है।
#सूर्य की परिक्रमा सात बार, #गणेशजी की तीन बार, #विष्णु जी की चार बार और भगवान शंकर की परिक्रमा पूरी करने की बजाए आधी ही करनी
चाहिए, क्यों कि शंकरजी की आठ मूर्तियों में से एक जल मूर्ति भी होती है। जल को कहीं भी लांघना नहीं चाहिए। साथ ही प्रदक्षिणा घड़ी की दिशा में ही करना चाहिए।
******डॉ. गिरिजाशंकर शास्त्री,
प्रोफेसर, बीएचयू, वाराणसी

31/10/2017

Know your self from your eating style ...
By well known ASTROLOGER marut pal pathania
Tip of The day
eating and behavior
;
1. people who eat food very slowly are highly conscious stubborn and self centered .
2. people who eat fast are very fast in working but poor in creating balance.
3.people who eat mixed food are adaptable to all situations but cant concentrate on particular task.
4. people to stick to one food at one time are methodological in approach but less flexible.
5. people who chew food loudly and in abrupt manner do not have clear vision .
6. people who enjoy trying new food are very creative open minded .their imagination is very strong.
7. people who cut down their meals at once are very logical in their thinking.

13/10/2017

दीपावली पर धन सुख प्राप्ति के छोटे उपाय ...अनिता ग्रोवर एस्ट्रो द्वारा

इस लेख में लक्ष्मी प्राप्ति के उपायों का वृहत संकलन है जिसमें कुल 51 उपाय दिये गये हैं।

नीचे 51 उपाय वर्णित हैं। इनमें से कोई भी दो-तीन उपाय कर लेने से अभीष्ट लाभ की प्राप्ति हो सकती हैः

धनतेरस के दिन हल्दी और चावल पीसकर उसके घोल से घर के मुख्य द्वार पर ‘ऊँ’ बनाने से धन आयेगा।

नरक चतुर्दशी या छोटी दीपावाली को प्रातःकाल हाथी को गन्ना या मीठा खिलाने से अधिक तकलीफों से मुक्ति मिलती है।

दीपावली के दिन किसी भिखारी या गरीब को नौ किलो गेहूं का दान करें और अगले दिन मुख्य द्वार को रंगोली से सजाएं।

दीपावली पूजन के बाद शंख और डमरू बजाने से दरिद्रता जाती है और लक्ष्मी आती है।

लक्ष्मी पूजन करते समय हकीक की भी पूजा कर उसे धारण करने से धन की वृद्धि होती है। ऋद्धि-सिद्धि के स्वामी गणेश और धन की देवी लक्ष्मी हैं। इन दोनों का संयुक्त यंत्र महायंत्र कहलाता है। इस दिन इस यंत्र की स्थापना से घर में धन-सम्पत्ति की कमी नहीं रहती है।

दीपावली पर ‘श्री यंत्र’, कनकधारा ‘यंत्र’ और ‘कुबेर यंत्र’ की विधिवत स्थापना करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

दीपावली की सुबह को गन्ने की जड़ को लाकर रात्रि को लक्ष्मी पूजन में इसकी भी पूजा करने से धन में लाभ मिलता है।

लक्ष्मी पूजा में 11 कौड़ियां लक्ष्मी पर चढ़ाएं। अगले दिन कौड़ियों को लाल रूमाल या लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें, धन में वृद्धि होती है।
दीपावली के दिन पति-पत्नी सुबह विष्णु मंदिर में एक साथ जाएं और वहां लक्ष्मी को वस्त्र चढ़ाएं, धन की कमी नहीं रहेगी।

लक्ष्मी पूजन के समय लक्ष्मी को कमल अर्पित करें और कमल गट्टे की माला से जाप करें, लक्ष्मी अधिक प्रसन्न होती है।

दीपावली के दिन अशोक के वृक्ष की जड़ का पूजन करने से धन-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।

दीपावली के दिन मां लक्ष्मी को पूए का भोग लगाकर उसे गरीबों में बांटने से चढ़ा हुआ कर्जा उतर जाता है।

दीपावली के दिन अपामार्ग की जड़ अपनी दाईं भुजा में बांधें, आर्थिक समस्याएं समाप्त होंगी।

दीपावली के दिन पानी का घड़ा लाकर रसोई घर में कपड़े से ढँककर रखने से घर में बरकत और खुशहाली रहेगी।

दीपावली के दिन इमली के पेड़ की टहनी काटकर अपनी तिजोरी या धन रखने के स्थान में रखें- धन में वृद्धि होगी।

दीपावली के दिन सायंकाल को बरगद की जटा में गांठ लगा दें, ऐसा करने से अचानक धन मिलता है, धन मिलने के बाद उस गांठ को खोल दें।

दीपावली वाले दिन काली हल्दी को सिंदूर और धूप से पूजा के बाद से चांदी के दो सिक्के के साथ लाल कपड़े में लपेटकर धन के स्थान पर रखें तो आर्थिक समस्याएं नहीं रहेंगी।

दीपावली वाले दिन दोपहर के समय पीपल के पेड़ की छाया में खड़े होकर चीनी, दूध और घी मिलाक
र उसे उस वृक्ष की जड़ में डालें, अभूतपूर्व आर्थिक समृद्धि होगी।

यदि आप का पैसा कहीं फंस गया है तो दीपावली के दिन प्रातःकाल जल में लाल मिर्च के 21 बीज डालकर सूर्य को अर्पित करें। आप का फंसा हुआ पैसा निकल आयेगा।

दीपावली के अगले दिन गाय के गोबर का दीपक बनाकर उसमें पुराने गुड़ की एक डेली और मीठा तेल डालें और दीपक जलाकर घर के मुख्य द्वार के बीच में रख दें इससे सुख समृद्धि घर में सदा बनी रहेगी।

दीपावली के दिन श्यामा तुलसी के इर्द-गिर्द उगने वाली घास को पीले कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी या धन रखने के स्थान में रखें आर्थिक समृद्धि होने लगेगी।

दीपावली के दिन सायंकाल पीपल के पेड़ के नीचे सात दीपक जलाएं और सात बार वृक्ष की परिक्रमा करें। इससे सभी आर्थिक समस्याओं का अंत हो जायेगा।

दीपावली के दिन श्मशान में स्थित शिव मंदिर में जाकर दूध और शहद मिलाकर अभिषेक करें। सट्टे और शेयर बाजार से धन मिलेगा।

यदि आपके जीवन में कोई आर्थिक संकट की स्थिति चल रही हो, तो दीपावली के दिन एक मिट्टी के बर्तन में शहद भर लें तथा उसे ढँककर किसी सुनसान स्थान में गाड़कर आ जायें आपका संकट टल जायेगा।

दीपावली के दिन काली हल्दी के नौ दाने लेकर उन्हें रेशमी धागे में पिरोकर उसकी माला बना लें और धूप दीप दिखाएं फिर गले में धारण कर लें। यदि किसी तंत्र बाधा के कारण आर्थिक स्थिति बिगड़ गई होगी तो ठीक हो जायेगी।

दीपावली से पूर्व मंगलवार के दिन लाल चंदन, लाल गुलाब के पुष्प और रोली आदि को लाल कपड़े में बांधकर दीपावली की रात्रि को धन के स्थान या तिजोरी में रख दें धन में वृद्धि होगी।

दीपावली के दिन प्रातःकाल उठकर तुलसी के पत्तों की माला बनाकर श्री महालक्ष्मी के चरणों में अर्पित करें, ऐसा करने से धन में वृद्धि होगी।
दीपावली के दिन काली मिर्च के दाने ‘क्लीं’ बीज मंत्र के जाप के साथ अपने तथा परिवार के सदस्यों के सिर पर घुमाकर दक्षिण दिशा में घर से बाहर फेंक दें, धन की वृद्धि होगी और शत्रु शांत हो जायेंगे।

दीपावली की रात्रि को हल्दी की 11 गांठ लें। इन्हें पीले कपड़े में बांधें। फिर लक्ष्मी-गणेश का संयुक्त फोटो अपने पूजा के स्थान पर रखें, घी का दीपक जलाएं। चंदन-पुष्प आदि चढ़ाएं इसके पश्चात् निम्न मंत्र का जाप 11 माला करें। मंत्र - ‘‘ऊँ वक्रतुंडाय हुँ’’।। फिर पीले कपड़े में बंधी हुई हल्दी की गांठों को निकालें और श्री-श्री का जाप करें और फिर धन के स्थान में रख दें। धन की कमी नहीं होगी।

दीपावली की शाम एक सुपारी व ताबें का एक सिक्का लेकर किसी पीपल के पेड़ के नीचे रख दें। रविवार को उसी पेड़ के पीपल का पत्ता लाकर कार्य स्थल पर गद्दी के नीचे या गद्दी के पास रख दें व्यापार में वृद्धि होगी।

दीपावली की रात्रि से शुरु कर लगातार 7 दिन महालक्ष्मी यंत्र के सम्मुख कमल गट्टे की माला से ‘ऊँ महालक्ष्म्यै’ नमः मंत्र का जाप 11 माला करें, अंतिम दिन किसी ब्राह्मण को भोजन करायें, आर्थिक उन्नति होगी।

दीपावली के दिन से लगातार 51 दिनों तक एक रुपया किसी भी मंदिर में मां लक्ष्मी के नाम से अर्पित करें तथा धन वृद्धि के लिए मां लक्ष्मी से प्रार्थना करें, धन की वृद्धि जरूर होगी।

दीपावली के अवसर पर यदि कोई हिजड़ा इनाम लेने आये, तो उसे श्रद्धानुसार 21, 35, 51 रूपये दें तथा एक सिक्का उससे लेकर या उससे स्पर्श करवाकर तिजोरी में रखें, धन की कमी वर्ष भर नहीं रहेगी।

दीपावली के दिन पीपल का एक पत्ता जो अख्ंाडित हो, प्रार्थना करके ले आयें, उसे पूजा स्थान में रखें। फिर प्रत्येक शनिवार को नया पत्ता लायें और पुराने पत्तों को पेड़ के नीचे रख आयें घर में लक्ष्मी का स्थाई वास रहेगा।

लक्ष्मी समुद्र की पुत्री हैं, समुद्र से उत्पन्न दक्षिणावर्ती शंख, मोती शंख एवं गोमती चक्र लक्ष्मी के भाई बंधु हैं। दीपावली की रात्रि से इन्हें घर में रखें और पूजन करें लक्ष्मी नहीं जायेंगी।

दीपावली के दिन झाड़ू खरीदकर लायें। पूजा से पहले उससे थोड़ी सी सफाई करें फिर उसे एक तरफ रख दें। अगले दिन से उस झाड़ू का प्रयोग करें। इससे दरिद्रता जायेगी और लक्ष्मी का आगमन होगा।

नरक चतुर्दशी को संध्या समय घर की पश्चिमी दिशा में खुले स्थान पर अथवा घर के पश्चिम में 14 दीपक पूर्वजों के नाम से जलाएं, उनके आशीर्वाद से समृद्धि होगी।

दीपावली के पांच पर्व होते हैं (धनतेरस, चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा, यम द्वितीया)। पांचों दिन दीपक (चार छोटे, एक बड़ा) जरूर जलाएं। दीपक रखने से पहले आसन बिछाएं फिर खील, चावल रखें तथा उस पर दीपक रखें। धन की वृद्धि सदा बनी रहेगी।

भाई दूज के दिन एक मुट्ठी अखंडित बासमती चावल को बहते जल में महालक्ष्मी को याद करते हुए छोड़ें, धन की वृद्धि बनी रहेगी।

दीपावली की रात्रि में काले तिल परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उतारें और घर की पश्चिम दिशा में फेंक दें, ऐसा करने से धन हानि बंद हो जायेगी।

रोज कार्यस्थल पर जाने से पहले निम्नलिखित मंत्र का एक माला जप करें ‘ऊँ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्रीं महालक्ष्मी मम गृह धनं पूरय पूरय चिन्तायै दूरय दूरय स्वाहा’’। इससे व्यवसाय में अद्भुत लाभ होगा।

एक चैकी पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर पारद लक्ष्मी जी को स्थापित करें, फिर 7 कौड़ियों को लक्ष्मी जी के ऊपर से उतारते हुए उनके चरणों में रखें। कौड़ियों को उतारते समय निम्न मंत्र का जाप करें।

मंत्र: ‘‘ऊँ श्रीं ह्रीं महालक्ष्मी मम गृह आगच्छ स्थिर फट्’’।। इस उपाय से लक्ष्मी जी का स्थिर निवास रहेगा।

दीपावली के बाद पहली बार जब चंद्रमा दिखाई दे तो उस दिन से अगली पूर्णिमा तक हर रोज रात को केले के पŸो पर दही-भात (चावल) रखकर चंद्रमा को दिखाएं और फिर मंदिर में पुजारी को दे दें। इससे चंद्रमा अचानक धन देता है।

आंवले के फल में, गोबर में, शंख में, कमल में और सफेद वस्त्रों में लक्ष्मी का वास रहता है। इनका प्रयोग करें- आंवला सदा घर में या गल्ले में रखें।
दीपावली के दिन अपनी दुकान के गल्ले के नीचे काली गुंजा के दाने डालकर निम्न मंत्र का 5 माला जप करें और रोज महालक्ष्मी जी के सामने दीपक जलाएं। व्यवसाय में होने वाली हानि रुक जायेगी। ‘‘ऊँ ऐं ह्रीं विजय वर दाय देवी मम’’।

कमल के बीज के 108 दाने घी में डुबोकर एक-एक करके अग्नि में लक्ष्मी मंत्र का जाप करते हुए समर्पित करके आहुति दें। घर की दरिद्रता दूर हो जायेगी।

दीपावली की रात्रि एक चैकी पर लाल वस्त्र बिछाएं। गेहूं से उस पर स्वास्तिक बनायें, फिर उस पर एक थाली रखें फिर थाली में कुंकुम (कुमकुम) से ‘‘गं’’ लिखें उस पर श्वेतार्क गणपति श्रीफल व 7 कौड़ियां रखें। फिर चंदन की माला से निम्न मंत्र का जप करें।

‘‘ऊँ सर्व सिद्धि प्रदायेकित्व सिद्धि बुद्धि प्रदो भवः श्री’’। अगले दिन 5 कन्याओं को पीला भोजन कराएं। श्वेतार्क को घर में रखें शेष सामग्री जल में प्रवाहित कर दें।

दुकान के गल्ले में कमल के बीज के साथ श्री यंत्र रखें एवं रोज धूप दीप दिखाएं। धन की कमी नहीं रहेगी।

चैतीसा यंत्र सुख-समृद्धि का प्रतीक माना गया है, इसे दीपावली की रात या रवि पुष्य नक्षत्र के दिन केसर से अनार की कलम से भोज पत्र पर लिखें। यंत्र लिखते समय लक्ष्मी जी के किसी मंत्र का जाप करते रहें, फिर घर या दुकान में रखें। लक्ष्मी जी का वास स्थाई रूप से रहेगा।

व्यापार वृद्धि के लिए व्यापार वृद्धि यंत्र का उपयोग करना चाहिए। इसे दीपावली के दिन केसर से अनार की कलम से भोज पत्र पर बनाएं। इसमें एक वर्ग बनाकर 9 उपवर्ग बनाएं। पहली पक्ति में 8, 1, 6 दूसरी पंक्ति में 3, 6, 7 और तीसरी पंक्ति में 4, 9, 2 लिखें।

फिर इस यंत्र की रोज पूजा करें। इससे व्यापार में वृद्धि होगी, धन का आगमन होता रहेगा।

13/10/2017

RAHU WITH OTHER PLANETS ... by marut pal pathania well known ASTROLOGER

RAHU can make other planets function crazily. It can make them seem hyper.

Rahu with sun gives independence and the desire to do things "differently". When positive, brilliance to the point of genius. When negative, it can make you an eccentric who delights in shocking people, or just plain crazy.

Rahu with moon: people with stressful aspects between the Moon and Rahu have a fear of abandonment and tend to be hysterics.There is also a tendency to be attracted to someone who is unavailable (married or out of town). In fact, the more unavailable the love interest, the greater the attraction. These traits are usually more noticeable in a women. A man will simply be a "love them and leave them" type, or attract hysterical women as lovers.

Rahu with mercury:The stress aspects increase the stubbornness. Or give a mind that is attracted to the new and unusual. This combination increases brilliance, flashes of genius.They can change their own minds several times a day .

Rahu with mars:The temper can go like a shot. Mars is the planet of action and energy. Rahu is the planet of sudden and unexpected change. Unless other factors in the horoscope pull you in the opposite direction, you will be rebellious and defiant of authority. The stressful aspects also shorten the temper.

Rahu with venus: Will attract strange lovers, Rahu wants independence, freedom. If a relationship becomes too "normal", it breaks. Rahu doesn’t just leave. It suddenly ejects.

Rahu with jupietr: Rahu is the planet of the unusual and the shocking. People with this placement will be attracted to ideas and systems of thought that are at odds with the prevailing views of their society.They will be regarded as eccentric, at best, and dangerous cranks at worst.

Rahu with Saturn: they can act like little kids, each screaming for attention at the same time. No matter which one you give attention to, the other will complain. If you try to keep everything in your life normal and well ordered, Uranus will cause you to be nervous, edgy, and bored until eventually, you won’t be able to take it any more and you will simply EJECT from the situation.The only solution is to give them both attention at the same time. Do something new, different, and unusual, but do it in a practical and orderly way.

03/10/2017

Good morning

Beautiful good morning Tuesday

03/10/2017

Beautiful

Suprabhat dears...

03/10/2017
Teekay

Readable

One must know

03/10/2017
Teekay

जानने योग्य

Readable

28/09/2017

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21/09/2017

🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞
जीवन में किसी को रुलाकर,
हवन भी करवाओगे तो कोई फायदा नहीं,
और अगर रोज किसी, एक आदमी को भी हँसा दिया तो, आपको अगरबत्ती भी जलाने की जरुरत नहीं।
🦋🦋🦋GUD MORNING🦋🦋🦋
🚩🚩जय श्री राम🚩🚩

20/09/2017

[]◆आंतरिक विचार भारत के लिये◆[]
(मेरी भी सुनो, संजीव वाणीः)
★2014 मे मोदी जी देश के पीएम बने, उससे पहले यानि प्रधानमंत्री बनने से पहले तक भारत में चारो तरफ खुशहाली थी।
★भारत के किसान चार्टेड प्लेन से गर्मी की छुट्टिया बिताने स्विट्जरलैंड जाया करते थे। समाज मैं इतना भाई चारा था कि लोग दिन रात एक दूसरे को प्यार से पुचकारते हुए चलते थे।
★सामाजिक सौहार्द उच्च स्तर का था, सारे लोग सेक्युलर थे, टोपी तिलक कोई दूर-२ तक नहीं जनता था, आतंकवादी एक 47 का प्रयोग नहीं करते थे बल्कि अपनी देश विरोधी मांगे मनवाने के लिए अनशन किया करते थे।
★देश मैं विदेशी मुद्रा का भंडार इतना अधिक था कि उस पैसे को रखने की जगह हमारे पास नहीं थी, और हमारी सरकार सऊदी अरब और अमेरिका जैसे गरीब देशों को कर्ज दिया करती थी।
★उद्धोगपति व व्यापारी बहुत खुश था, उस पर कोई कर नहीं लगता था। देश की सारी सड़के 8 लेन की थी, और 100 किमी से अधिक की दूरी लोग बहुत तेज चलने वाली (बुलेट) ट्रैन से ही तय किया करते थे, रेल दुर्घटना तो मानो होती ही नही थी।
★फिर एक दिन दुष्ट संघियों "RSS" ने इवीएम्. में गड़बड़ी कर, पूरे देश की मशीन सेट कर दी, सुना है ऐसा करने के लिए अमित शाह और मोदी ने मिस्टर इंडिया फिल्म में प्रयुक्त घड़ी के प्रयोग किया था।
★और इसलिए उनको कोई देख नहीं पाया। इस प्रकार से देश की राजमाता और उनके राजवंश के इकलौते सुपुत्र के जन्मजात हक़ पर लात मर कर इन संघी लोगो ने सत्ता हासिल की।
★देश की सत्ता एक गैर कुलीन संघी/चाय वाला साधु के हाथ आते ही सारे सुख वैभव नष्ट हो गये, सड़को से अचानक 7 लेन गायब हो गए और बचे हुए 1 लेन मैं भी बड़े बड़े गड्ढे हो गए।
★देश के किसान अचानक गरीब हो गए क्योंकि संघियो ने उनकी फसलों पर टिड्डियाँ छोड़ दी थी। देश के चार्टर्ड प्लेन अदृष्य हो गए, जो बच गए वो मोदी ने अपने निजी प्रयोग मैं ले लिए।
★इसके तुरंत बाद जनता के सारे पैसे स्विस अकाउंट मैं ट्रांसफर कर के उनको भूखो मरने को मजबूर कर दिया गया। हद तो तब हो गयी जब हमारे देश की सभ्य जनता से मोदी ने स्वच्छता की अपील की। व्यापारियों पर अत्याचार का आलम ये की जो बेचारे 4-5 पुश्तो से एक पैसा टैक्स भरे बिना ब्यापार कर रहे थे, उनको GST (जरनल व सर्विस टेक्स)के नाम पर टैक्स देने को मजबूर कर दिया।
★ ताकतवर सेना व बारूद की बरबादी नहीं चाहियें, ये बेचारे कमजोर शान्ति के पुजारियो को अच्छे काम करने से रोकती है।
★देश भर की योजनाओ को आधार कार्ड से जोड़कर करोड़ो रूपये की बचत की, और जनता का बेईमानी कर खाने का बुनियादी हक़ भी छीन लिया गया।
★तमाम सेक्युलर पत्रकार जो बेचारे किसी तरह गरीबी में सरकारी दारू और NGO के फण्ड पर अपना जीवन चला रहे थे, उनके धन श्रोत्र विदेशी NGO बंद कर उनको भूखो मरने पर मजबूर कर दिया गया।
★ऐसी निर्दयी सरकार को पुनः चुने जाने का कोई हक़ नहीं, मुझे मेरा पप्पू, कांग्रेस की सरकार में सजा पाया चारा चोर मक्कार लालू जी जो जनता के सदा हमदर्द थे, रेल के होटल प्रकरण चल रहा है, ममतामयी ममता, और वहीं चुप रहकार सभी शानदार काम को देख रहे सरदार मनमोहन चाहिए।
★मुझे वापस वही लाखो करोड़ के घोटाले चाहिए। नहीं चाहिए मुझे ऐसे संघी सरकार जो मेरे किसी भी प्रकार के चोरी करने के हक़ को नुक्सान पहुँचती हो।
★बिल्कुल नहीं चाहिए बुलेट ट्रैन, उसकी पटरी पर शौच करने की सुविधा तक नहीं होती। नहीं चाहिए हाइवेज जिन पर तेज गति से चलते हुए वाहन हमारे बच्चो को नुक्सान पंहुचा सके।
★नहीं चाहिए ऐसी सरकार जो हमारे 32-35 साल के नौजवानो को देश विरोधी नारे लगाने मात्र पर केस कर दे,
◆नहीं चाहिए मोदी सरकार गो बैक।
◆राजमाता एंड पप्पू कम बैक।
जय हिन्द।

19/09/2017

✍🏻 डा.संजीव अग्रवाल,

आंखे बंद होने से पहले,
यदि आंखे खुल जाए,
तो
पूरी ज़िंदगी सुधर जाए।

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