27/12/2021
चंडीगढ़ निगम चुनाव में आप का डंका, भाजपा के मेयर खुद हारे; कांग्रेस-अकाली भी पिछड़े
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के परिणाम काफी चौंकाने वाले हैं। सभी 35 वार्डों पर परिणाम घोषित हो चुके हैं। अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस के किलों को भेदकर 14 वार्डों में जीत हासिल कर ली है। जबकि भाजपा और कांग्रेस ने अभी क्रमश: 12 और 8 वार्ड जीते हैं। एक सीट अकाली दल के खाते में आई है। भाजपा प्रत्याशी और सिटिंग मेयर रविकांत शर्मा को आप प्रत्याशी ने हरा दिया है। मनीष सिसोदिया ने चुनाव परिणामों पर खुशी जताई है।
चंडीगढ़ नगर निगम के 35 वार्डों पर सुबह नौ बजे से काउंटिंग शुरू हुई थी। राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 14 वार्डों में जीत हासिल की है। हालांकि आप पार्टी चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख चंदर मुखी शर्मा हालांकि चुनाव हार गए। वहीं, भाजपा ने 12 वार्ड जीते, जबकि कांग्रेस ने 8 वार्ड और एक वार्ड अकाली दल के खाते में गया है।
भाजपा के मेयर हारे
बड़े नेताओं में भाजपा के पूर्व महापौर रविकांत शर्मा वार्ड नंबर 17 हार गए। यहां आप उम्मीदवार जसबीर सिंह ने जीत दर्ज की। वहीं, भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मेयर दवेश मौदगिल चुनाव हार गए हैं। चंडीगढ़ निकाय चुनाव में भाजपा के अन्य दो पूर्व मेयर भी हारे हैं।
अब तक आम आदमी पार्टी ने वार्ड नंबर 1, 4,15, 17, 18,19, 21, 22, 23, 25, 26, 27, 29 और 31 पर जीत हासिल की है, जबकि वार्ड नंबर 2, 3, 6, 7, 9,11, 14, 32, 33 और 35 पर भाजपा ने जीत हासिल की है। जबकि कांग्रेस ने वार्ड 5, 10, 13, 27 और 34 पर कब्जा किया हैं। वार्ड नंबर 30 पर अकाली दल की जीत हुई है।
चुनाव परिणामों पर आप गदगद
चुनाव परिणामों पर आम आदमी पार्टी ने खुशी जताई है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, " आम आदमी पार्टी वहां पहली बार चुनाव लड़ रही है और मौजूदा रूझानों के मुताबिक चंडीगढ़ की जनता ने हमारा भव्य स्वागत किया है। मैं इसके लिए हर मतदाता और पार्टी कार्यकर्ता को धन्यवाद देना चाहता हूं।"
मतदाता नहीं बदलता वफादारीः भाजपा
चंडीगढ़ में भाजपा प्रवक्ता नरेश अरोड़ा ने कहा, "केवल अंतिम परिणाम ही हमें बता पाएंगे कि किस पार्टी का मतदाता आधार आप में स्थानांतरित हो गया है क्योंकि भाजपा का मतदाता कभी भी अपनी वफादारी नहीं बदलता है।"
गौरतलब है कि शुक्रवार को हुए चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में 60 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया। वार्डों की संख्या 2016 में 26 से बढ़कर अब 35 हो गई है। परंपरागत रूप से हर पांच साल में होने वाले नगर निगम के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलती है, लेकिन आम आदमी पार्टी ने एंट्री लेकर इस चुनाव को और रोचक बना दिया है। वर्तमान नगर निकाय में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का बहुमत है। पिछले एमसी चुनावों में भाजपा ने 20 और उसके पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल को एक सीट जीती थी। कांग्रेस केवल चार सीटें जीतने में सफल रही थी।