22/05/2021
शनि होंगे वक्री, जानें किन राशियों पर होगा क्या असर
By - पं. राहुल पुरोहित
ग्रहों में क्रूर किंतु न्यायाधिपति कहलाने वाले शनिदेव वैशाख शुक्ल एकादशी 23 मई 2021 रविवार को दोपहर 2.53 बजे मकर राशि में वक्री हो रहे हैं। शनि आश्विन शुक्ल षष्ठी 11 अक्टूबर 2021 सोमवार को प्रात: 7.44 बजे पुन: मकर राशि में ही मार्गी होंगे। इस प्रकार शनि 141 दिन वक्री अवस्था में रहेंगे। शनि के वक्री होने के संदर्भ में ज्योतिष के ग्रंथों में कहा जाता है शनि वक्रे च दुर्भिक्षं रूण्डमुण्डा च मेदिनी और शनि वक्रे जने पीड़ा। इसका अर्थ है शनि के वक्री होने के समय में दुर्भिक्ष फैलता है। प्रजाजन रोग और पीड़ा से ग्रसित होती हैं। शनि स्वयं की राशि में मकर में चल रहे हैं और अपनी ही राशि में वक्री होने से साढ़ेसाती और लघु कल्याणी ढैया वालों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इस दौरान सभी राशि के जातक प्रभावित होंगे। शनि की पीड़ा शांत करने के लिए जन्म पत्रिका के अनुसार अनेक उपाय किए जा सकते हैं।
--किस राशि पर क्या असर-
मेष : दशम स्थान में शनि का वक्री होना कार्य को प्रभावित करेगा। आजीविका के साधनों के लिए दौड़भाग रहेगी।
वृषभ : सीधे भाग्य स्थान को प्रभावित कर रहा है। पैसों के लिए परेशान होना पड़ेगा। कठिन समय रहेगा धैर्य रखें।
मिथुन : ढैया के प्रभाव में हैं। अष्टम भाव को प्रभावित कर रहा है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। आय प्रभावित होगी।
कर्क : साझेदारी, दांपत्य जीवन में टकराव, विवादित स्थिति बनेगी। पैसों का संकट, विवाह में रूकावट आएगी।
सिंह : रोग स्थान में शनि वक्री होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बीमारियों पर खर्च होगा। दौड़भाग रहेगी।
कन्या : संतान पक्ष, शिक्षा प्रभावित होगी। खर्च की अधिकता, स्वजनों से विवाद हो सकता है।
तुला : परिवार में विवाद, रोग, शोक की स्थिति रहेगी। संयम से काम लें। आय प्रभावित होगी। सुखों में कमी।
वृश्चिक : पराक्रम में कमी आएगी। भाई-बहनों से विवाद संभव है। कर्ज लेने की नौबत आ सकती है।
धनु : वाणी खराब हो सकती है, पैसों की तंगी महसूस होगी। संपत्ति को लेकर विवाद संभव है। स्वास्थ्य खराब होगा।
मकर : मानसिक कष्ट, रोग, पिता को कष्ट, स्वयं के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है।
कुंभ : खर्च की अधिकता, कर्ज लेने की नौबत आएगी। व्यर्थ की भागदौड़ रहेगी। संयम से काम लें।
मीन : एकादश में आय प्रभावित होगी। खर्च संभलकर करें। हालांकि आय के नए स्रोत भी मिलेंगे।
अपवाद : राशियों के अतिरिक्त जन्मपत्रिका को भी निरीक्षण करना अति आवश्यक है अतः जन्मपत्रिका निरीक्षण के पश्चात ही शनि ग्रह के समस्त उपाय करें क्योंकि इस संसार में करोड़ों व्यक्ति हैं जिनकी एक ही राशि है किंतु सभी व्यक्ति अलग-अलग पर्सनैलिटी का रूप प्राप्त करते हैं क्योंकि सभी के लग्न और ग्रहों की प्लेसमेंट अलग अलग होती है अतः केवल राशि के आधार पर उपाय ना करें पहले किसी योग्य ज्योतिषी को शुल्क प्रदान कर जन्मपत्रिका निरीक्षण करवा ले l