18/12/2020
*Fact* - *
ौड़_ही_नहीं_बल्कि_ज़िंदगी_की_भागदौड़_में_मौका_हैं_खुद_को_तंदरुस्त_रखने_का
जिन लोगों को दौड़ना पसंद नहीं है या फिर जो आमतौर पर रनिंग नहीं करते हैं, उन्हें यह मैराथन दौड़ कुछ ज्यादा ही बोरिंग या यूं कह लीजिए कि मेहनत वाला काम लग सकता है। लेकिन असल में मैराथन दौड़ सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
*रिसर्च में दावा, ये बीमारियां रहती हैं दूर*
हाल ही में की गई एक रिसर्च में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग पहली बार मैराथन दौड़ते हैं, वे सेहत के लिहाज से फायदे में रहते हैं। बार्ट्स हेल्थ एनएचएस ट्रस्ट (Barts Health NHS Trust) और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग पहली बार मैराथन दौड़ते हैं या पहली बार मैराथन में दौड़ने जा रहे हैं, उनका न सिर्फ ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है, बल्कि धमनियों की बाहरी परत भी सख्त होने से बच जाती हैं। अगर धमनियां और उनकी बाहरी वॉल सख्त हो जाए तो हार्ट स्ट्रोक हो सकता है।
जर्नल ऑफ अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियॉलजी में प्रकाशित इस अध्ययन में यह बात भी सामने आई कि जो लोग मैराथन की ट्रेनिंग लेते हैं और इस दौड़ को पूरा भी करते हैं उनकी धमनियों की उम्र यानी वस्कुलर एज 4 साल तक कम हो जाती है, जिससे वे लंबे समय तक हेल्दी रहते हैं।
*करें ये एक्सर्साइज, हार्ट अटैक का खतरा होगा 80% कम*
बार्ट्स हार्ट सेंटर और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की डॉक्टर चार्लोट मनिस्टी ने कहा, 'चूंकि नए साल में क्लीनीशियन मरीजों से मिल रहे हैं, इसलिए मैराथन या फिर इस तरह की दौड़ को अगर एक गोल ओरियंटेड एक्सर्साइज बना दिया जाए, तो यह हमारे मरीजों को ऐक्टिव रखने के लिए एक प्रोत्साहन का काम करेगी। हमारी यह स्टडी जीवनशैली में बदलाव और उसके महत्व पर रोशनी डालती है। यह बताती है कि किस तरह जीवनशैली में बदलाव करके बढ़ती उम्र से संबंधित रिस्क को कम किया जा सकता है।' उन्होंने आगे यह भी कहा कि महज 6 महीने की मैराथन ट्रेनिंग के जरिए ब्लड वेसल्स यानी रक्त वाहिकाओं को सख्त होने और उनकी वजह से होने वाले दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है।