17/04/2024
रुतबा मेरे सर को तेरे संविधान से मिला है
ये सम्मान भी मुझे तेरे संविधान से मिला है
औरो को जो मिला है वो मुकदर से मिला है
हमें तो मुकदर भी तेरे संविधान से मिला है
*ना ‘जिंदगी’ की खुशी* ना ‘मौत’ का गम*
*जब तक है..दम..*”जय भीम” कहेंगे हम….!!!*