27/07/2024
जय भीम,,
एक समय था जब बहुजन समाज का सोशल मीडिया पर उदय हो रहा था,
बहुजनो की संख्या सोशल मीडिया (फेसबुक-ट्विटर) पर तो थी लेकिन उनकी रिच लगभग नगण्य थी।
2010- 11 के बाद अपने लोग धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर आने और समझने लगे।
कुछ लोगों ने सोशल मीडिया को टाइम पास करने का अड्डा समझा तो कुछ लोगों ने वहां बहुजन महापुरुषों का झंडा बुलंद करने की ठानी।
2012-2013 में अक्सर आपके सामने कुछ पोस्ट्स आने लगी होंगी बाबा साहेब की जिनपर लिखा होता था,
(जय भीम -आज देखते हैं फेसबुक पर कितनी संख्या है जय भीम वालो की)
और उस दौर में उस समय पर आप हज़ारों लाइक्स और कमेंट देखते होंगे उन पोस्ट्स पर,
इन पोस्ट को करने वाले शुरवाती लोगो मे भाई विमल वरुण का महत्वपूर्ण रोल है।
2011-12 से पहले इंटरनेट पर बीएसपी अध्यक्ष मायावती जी की कुछ चुनिंदा फ़ोटो ही उपलब्ध होती थीं लेकिन उसके बाद विमल वरुण ने 2012 से लेकर आज तक जो भी फ़ोटो उपलब्ध कराई हैं वो काबिले तारीफ है।
आपके फोन में जो भी हाई-क्वालिटी फ़ोटो होगीं आप बेजीझक उसे विमल भाई की क्लिक फ़ोटो समझ सकते हो।
आज आपके बीच बात करूँगा विमल वरुण भाई की।
विमल भाई से मेरी पहली मुलाकात 7 सितंबर 2021 को हुई, उन्हें मैं दूर खड़े-खड़े देख रहा था कि यह विमल भाई खड़े हैं, शायद ही मैं जाऊंगा तो मेरे से बात करेंगे क्योंकि 2021 में जो मेरी हालत थी मैं खुद महसूस किया हूं कि मेरे से बात करने से लोग बचते थे तो यही सोचता था कि शायद विमल वरुण बात करेंगे या नहीं मैं उनके पास गया तो मैंने देखा की विमल भाई ने मुझे गले लगाया फोटो वगैरा हुए उनके बाद आजतक की तमाम मुलाकातों में छोटे भाई की तरह सम्मान और प्यार दिया।
मैंने उनसे कुछ सवाल किए।
मैं - विमल भाई आप बीएसपी अध्यक्ष मायावती जी की रैली में फोटोग्राफी कब से कर रहे हैं?
विमल - मैंने 2012 में फेसबुक पर एक पेज बनाया जिसका नाम (Mayawati) रखा, बाद में नाम परिवर्तित किया। उस पेज के लिए मुझे बहन जी के भाषण- उनके मीडिया पत्रों और फोटोज की जरूरत होती थी।
उस दौर की मीडिया में बहन जी को मुख्यमंत्री होने के बाबजूद नगण्य दिखाया जाता था।
उनकी घंटो की प्रेस कॉन्फ्रेंस को तोड़ा मरोड़कर कुछ मिनट भर टीवी पर चलाया जाता।
बहन जी की रैली में पत्रकारों की भीड़ तो होती लेकिन अगले दिन के समाचार पत्रों में उनके बारे में खबर दिखाई नही पड़ती और अगर खबर मिलती भी तो नीचे कहीं छोटी सी और दबी हुई।
और जो कुछ चंद फोटोज इंटरनेट पर उपलब्ध होते उनमें
अधिकतर ऐसे होते जो फोटोग्राफर की मानसिकता पर सवालिया निशान उठाते।
वो बहन जी के अच्छे और तेवर वाले फ़ोटो नही छापते बल्कि उनके खिंचे 50 फ़ोटो में सबसे नींम स्तर वाला फ़ोटो छापते और तो और उन रैली में आई लाखो की भीड़ पर तो कभी चर्चा ही नही करते।
मैं - विमल भाई आपने बहन जी की रैली कब से कवर करना शुरू किया
विमल - मैंने 2014 में सहारनपुर में बहन जी की पहली रैली कवर की थी लोकसभा चुनाव के दौरान।
उस लोकसभा में मैंने प्रदेश में कई रैली कवर की।
मैं - विमल भाई अपने आजतक बहन की की कितनी रैली कवर की और किन-किन राज्यों में।
विमल - मैंने उत्तरप्रदेश सहित दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उड़ीसा, तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, केरल राज्यों में की 209 रैली, प्रोग्राम्स और सम्मेलन कवर किये।
मैं - विमल भाई चुनावी समय मे आपको कभी लगातार एकसाथ रैली कवर करने में परेशानी नही हुई?
विमल - विशाल भाई चुनावो में दौरान बहन जी की लगभग हर दिन रैली प्रोग्राम होते है।
कभी-कभी तो एकदिन में।
लोकसभा चुनावों के दौरान कार्यक्रम हर दिन अलग-अलग राज्यों में भी होते हैं।
जैसे बहन जी ने 2 अप्रैल को उड़ीसा के भुवनेश्वर में रैली की।
3 अप्रैल को तेलंगाना के विजयवाड़ा में।
4 अप्रैल को आंध्रप्रदेश के हैदराबाद में
5 अप्रैल को महाराष्ट्र के नागपुर में और 6 अप्रैल को उत्तराखंड के रुड़की में और आगे भी कई दिन तक चलती रही।
शेड्यूल ऐसा होता है कि दिन में रैली और रात में ट्रेन में नींद।
एकबार तो लगातार 8 रैली के दौरान मैंने होटल वगेरह में कोई कमरा ही नही लिया।
दिन में प्रोग्राम और रात में ट्रेन का सफर, नहाना-धोना सब जन सुविधा-प्रसाधनों में।
ये सारा वाकया विमल भाई के साथ बिताए दो दिनों में पता चला।
जो मेहनत विमल भाई कर रहे हैं वह वास्तव में काबिले तारीफ है उनकी जितनी तारीफ की जाए वह काम है।
आप भी उस मेहनत को भली-भांति समझते है विमल भाई कड़ी धूप पानी बारिश सर्दी में कहीं भी हजारों किलोमीटर की दूरियां तय करके बहन जी की रैली कवर की है ।
मैं पर्सनली अपना ओपिनियन आपके बीच रख रहा हूं जो विमल भाई के साथ रहकर मैंने महसूस किया है।
विमल भाई आपकी नजरों में कैसे हैं क्या हैं वह मैं नहीं जानता पर विमल भाई को जहां तक मैं समझ पाया हूं वह एक बेहतर इंसान है समाज के लिए समर्पित हैं और उन्होंने निस्वार्थ भाव से बहन जी की तस्वीरें आपके बीच पहुंचाई हैं मैं विमल भाई को अपना B Mission Tv न्यूज़ चैनल शुरू करने से पहले से जानता उनके फेसबुक पर पोस्ट देखता रहता था ।
विमल भाई ने उस समय सोशल मीडिया पर बहन जी की फोटो साझा की जिस समय हमारे समाज के लोग जय भीम सोशल मीडिया पर लिखने से काफी ज्यादा डरते थे विमल भाई ने 8 अक्टूबर सन 2012 को बहन मायावती जी के नाम से एक पेज बनाया जो जिसने यकीनन आपने भी देखा होगा।
उस पेज को जिस तरीके से मैनेज किया करते थे ऐसा लगता था कि बिल्कुल आधिकारिक पेज है, वह पेज खड़ा करने में सिर्फ और सिर्फ पूरी मेहनत विमल भाई की थी और आगे चलकर भाई ने नाम भी चेंज करके उनमें फैन ग्रुप जोड़ दिया।
विमल भाई की फेसबुक ट्विटर उस पेज पर जो तस्वीर आती है वही देशभर में वाइरल होती है।
उन तस्वीरों को देखकर बहुजन समाज के युवाओं में काफी जोश भरता है।
विमल भाई के साथ मैंने काफी ज्यादा समय बिताया दिन में काफी जगह घूमना हुआ दिल्ली में एक-दूसरे से चर्चा की मिशन-मूवमेंट को लेकर हम क्या कुछ बेहतर कर सकते हैं
विमल भाई का जो व्यवहार है मेरे लिए जो रहा है वह शायद ही मेरे लिए किसी का इतना अच्छा व्यवहार रहा होगा क्योंकि मैं पूरे देश भर में घूमता हूं, व्यवहार के मामले में विमल भाई ने मेरा दिल जीत है और विमल भाई वास्तव में एक व्यवहारिक-सामाजिक और समाज को समर्पित इंसान है जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है।
विमल भाई के घर पर भी मैं रुका एक रात और वहां पर लगभग हम सुबह 3:00 तक जागते रहे मतलब सोए हमने यह चर्चा की कैसे हम और ज्यादा अच्छा बेहतर कर सकते हैं समाज के लिए हम अपना फर्ज निभा रहे हैं विमल भाई एक अनुभवी व्यक्ति हैं हमसे काफी ज्यादा बड़े हैं तो उनसे हम कुछ सीखे और उनसे हम कुछ अच्छा सीखने को मिला जो कि कहीं ना कहीं हमें भविष्य में और बेहतर इंसान बनने में काम आएगा विमल भाई के संघर्ष काबिलेतारीफ है।
जमीन से उठकर संघर्ष करके उन्होंने एक नई पहचान बनाई उन्होंने किस तरीके की परेशानियों से कैसे सामना किया वह सब मैंने जाना और हम कैसे सामना कर सकते हैं वह भी हमने समझा फिलहाल में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा जो कुछ भी मैं समझ पाया वह मैंने लिखा आपसे भी जानना चाहूंगा कि विमल भाई के काम को आप किस तरीके से देखते है
जय भीम