Anmol Gyan

Anmol Gyan sat saheb ji

 पूर्ण परमात्मा जन्म मृत्यु से परे है, वह न तो माँ के गर्भ से जन्म लेता न ही उसकी मृत्यु होती है। ईसा मसीह जैसी पवित्र आ...
15/04/2022


पूर्ण परमात्मा जन्म मृत्यु से परे है, वह न तो माँ के गर्भ से जन्म लेता न ही उसकी मृत्यु होती है। ईसा मसीह जैसी पवित्र आत्मा की भी दर्दनाक मृत्यु हुई। फिर आम इंसान का कैसे बचाव हो सकता है। केवल पूर्ण परमात्मा कबीर जी ही अवविनाशी हैं, मोक्षदायक प्रभु हैं।

 #फिल्मों_ने_बिगाड़ा_समाजWe must boycott the films completely and listen to the satsangs and make our lives successful be...
18/11/2021

#फिल्मों_ने_बिगाड़ा_समाज
We must boycott the films completely and listen to the satsangs and make our lives successful because this person life does not get repeated, therefore, should worship satiety.

Visit us- Satlok Ashram YouTube Channel

 #धरतीपर_कैसे_आयी_गंगाGanga water is not ordinary water.  The holy Ganges river has come from Satlok.  Ganga water is a ...
29/10/2021

#धरतीपर_कैसे_आयी_गंगा
Ganga water is not ordinary water. The holy Ganges river has come from Satlok. Ganga water is a sample of Satlok where things never get spoiled.

-Spiritual Guru Saint Rampal Ji Maharaj

 #धरतीपर_कैसे_आयी_गंगाप्रश्न: गंगा नदी का पानी खराब क्यों नही होता है?उत्तर: गंगा नदी का पानी सतलोक से आया हुआ है , सतलो...
29/10/2021

#धरतीपर_कैसे_आयी_गंगा
प्रश्न: गंगा नदी का पानी खराब क्यों नही होता है?
उत्तर: गंगा नदी का पानी सतलोक से आया हुआ है , सतलोक अविनाशी स्थान है। वहां की कोई वस्तु खराब नहीं होती।

Visit us- Satlok Ashram YouTube Channel

 #श्राद्ध_शास्त्रविरुद्ध_पूजागीता अध्याय 9 श्लोक 25 में भी प्रमाण है की जो पितरों की पूजा करता है वो पितरों को प्राप्त ह...
06/10/2021

#श्राद्ध_शास्त्रविरुद्ध_पूजा
गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में भी प्रमाण है की जो पितरों की पूजा करता है वो पितरों को प्राप्त होता है जो भूत पूजते हैं वो भूत बनते हैं।
अधिक जानकारी के लिए देखिए टीवी पर शाम को साधना चैनल 7:30

 #श्राद्ध_शास्त्रविरुद्ध_पूजाActions against scripture done for the welfare of the soul after death, that is, for speedi...
06/10/2021

#श्राद्ध_शास्त्रविरुद्ध_पूजा
Actions against scripture done for the welfare of the soul after death, that is, for speeding up, are futile.

 े_लिए_संघर्षसत्य ज्ञान को जन जन तक पहुंचाने के लिए संत रामपाल जी महाराज जी ने गांव-गांव, नगर-नगर दिन रात सत्संग किये व ...
03/09/2021

े_लिए_संघर्ष
सत्य ज्ञान को जन जन तक पहुंचाने के लिए संत रामपाल जी महाराज जी ने गांव-गांव, नगर-नगर दिन रात सत्संग किये व नकली गुरुओं द्वारा फैलाये गए अज्ञान को जनता के रूबरू किया। जिससे उन्हें नकली गुरुओं के बहकावे में आये श्रद्धालुओं के घोर विरोध का सामना करना पड़ा। लेकिन संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने इस अनमोल मिशन को जारी रखा व सत्य ज्ञान को मानने पर भक्त समाज को मजबूर कर दिया।

 अल्लाह कबीर की इबादत करनी चाहिए।लड़ाई झगड़ों को याद रखने के लिए शुरू की गई मुहर्रम जैसी गलत परंपराएं मोक्ष का नहीं बल्क...
19/08/2021


अल्लाह कबीर की इबादत करनी चाहिए।
लड़ाई झगड़ों को याद रखने के लिए शुरू की गई मुहर्रम जैसी गलत परंपराएं मोक्ष का नहीं बल्कि पतन का कारण बन सकती हैं।
Last Prophet Sant Rampal Ji

 सत्संग में बताया गया कि मानव जन्म प्राप्त करके जो व्यक्ति शुभ कर्म नहीं करता तो उसका भविष्य नरक बन जाता है। जो नशा करता...
16/08/2021


सत्संग में बताया गया कि मानव जन्म प्राप्त करके जो व्यक्ति शुभ कर्म नहीं करता तो उसका भविष्य नरक बन जाता है। जो नशा करता है, उसका वर्तमान तथा भविष्य दोनों नरक ही होते हैं। नशा इंसानों के लिए नहीं है। यह तो इंसान से राक्षस बनाता है।
Sant Rampal Ji Maharaj

 #ऐसेबनेगा_दहेजमुक्तभारतदहेज नहीं तो निकाह नहीं, दहेज से किया जा रहा है बेटियों का मोल।वहीं संत रामपाल जी महाराज जी के आ...
08/07/2021

#ऐसेबनेगा_दहेजमुक्तभारत
दहेज नहीं तो निकाह नहीं, दहेज से किया जा रहा है बेटियों का मोल।
वहीं संत रामपाल जी महाराज जी के आशीर्वाद से हो रहे हैं अंतर्जातीय दहेज मुक्त विवाह। धर्म और जाति की बेड़ियों को तोड़कर कर रहे हैं बेटियों का जीवन खुशहाल।

 #पूर्णपरमात्मा_का_प्राकाट्यकबीर सागर, अध्याय "ज्ञान बोध (बोधसागर)" - पृष्ठ 29नहीं बाप ना माता जाए, अविगत से हम चल आए।कल...
19/06/2021

#पूर्णपरमात्मा_का_प्राकाट्य
कबीर सागर, अध्याय "ज्ञान बोध (बोधसागर)" - पृष्ठ 29
नहीं बाप ना माता जाए, अविगत से हम चल आए।
कल युग मे कांशी चल आए, जब हमरे तुम दर्शन पाए।।
24 June
अधिक जानकारी के लिए
Sant Rampal Ji Maharaj Youtube Channel पर Visit करें।

 #पूर्णपरमात्मा_का_प्राकाट्यAlmighty Kabir himself plays the role of a Satguru and imparts true spiritual knowledge to h...
19/06/2021

#पूर्णपरमात्मा_का_प्राकाट्य

Almighty Kabir himself plays the role of a Satguru and imparts true spiritual knowledge to his beloved souls, provides true salvation mantras chanting which the souls attain salvation.

24 June

 मिथककबीर साहेब जी के माता-पिता‌ कौन थे?सच्चाई कबीर साहेब जी ने स्वयं अपनी वाणियों में यह स्पष्ट किया है कि उनके कोई मात...
16/06/2021


मिथक
कबीर साहेब जी के माता-पिता‌ कौन थे?
सच्चाई कबीर साहेब जी ने स्वयं अपनी वाणियों में यह स्पष्ट किया है कि उनके कोई माता-पिता नहीं थे। न ही उन्होंने मां के गर्भ से जन्म लिया तथा वो अजर-अमर अविनाशी हैं। जानने के लिए अवश्य देखें साधना टीवी 7:30 pm से 8:30 pm

16/06/2021



Kabir Prakat Diwas 24 June
MYTH
God Kabir, in form of a weaver, had come in Kashi in 1398.
He cannot be the Supreme God
THE TRUTH is that God Kabir comes in all Yugas.
To get more info visit👇
https://t.co/8xWVcCdBdF

16/06/2021


God never takes birth from a mother. There is a proof in the biography of Kabir Saheb that he met a childless couple Neeru and Neema on a lotus flower in his infant form and went to Satlok from Maghar with his body
Kabir Prakat Diwas 24 June
Kabir is god.

 #कबीरसाहेब_की_52_लीलाएंकबीर साहेब को तोप के गोले से दागने की कुचेष्टा , मुसलमान पीर शेखतकी ने षड्यंत्र करके , कबीर परमे...
13/06/2021

#कबीरसाहेब_की_52_लीलाएं
कबीर साहेब को तोप के गोले से दागने की कुचेष्टा , मुसलमान पीर शेखतकी ने षड्यंत्र करके , कबीर परमेश्वर पर 12 घंटे तक लगातार तोप से गोले दागे , लेकिन किसी भी तोप का एक भी गोला कबीर परमेश्वर के निकट नहीं गया । अंत में कबीर परमेश्वर जी गंगा में अंतान होकर संत रविदास जी की कुटिया में प्रकट हो कर बैठ गए ।
Kabir prakat Diwas 24 june
Brutalities on God Kabir

 #कबीरसाहेब_की_52_लीलाएंपरमात्मा कबीर जी पाप नाश करने वाला बंदीछोड़ कबीर जी है । वह पूर्ण परमात्मा अपने तेजोमय स्वरूप को...
13/06/2021

#कबीरसाहेब_की_52_लीलाएं
परमात्मा कबीर जी पाप नाश करने वाला बंदीछोड़ कबीर जी है । वह पूर्ण परमात्मा अपने तेजोमय स्वरूप को सरल करके अपने सतलोक से चलकर आता है । अच्छी आत्माओं को मिलता है अपने मुख कमल से यथार्थ भक्ति का ज्ञान करवाता है वह कवियों की तरह आचरण करता हुआ पृथ्वी पर विचरण करता है ।
Kabir prakat Diwas 24 june
Brutalities on God Kabir

09/06/2021
09/06/2021
09/06/2021
*असली vs नकली कबीर पंथ*कबीर साहेब ने धर्मदास को सख्त निर्देश दिया था कि जो सारशब्द मैंने तेरे को दिया है, यह किसी को नही...
08/06/2021

*असली vs नकली कबीर पंथ*
कबीर साहेब ने धर्मदास को सख्त निर्देश दिया था कि जो सारशब्द मैंने तेरे को दिया है, यह किसी को नहीं बताना है। यदि यह तूने बता दिया तो जिस समय बिचली पीढ़ी कलयुग में चलेगी यानि जिस समय कलयुग 5505 वर्ष बीत जाएगा (सन् 1997 में) तब मैं अपना नाद अंश भेजूंगा। मेरा यथार्थ कबीर पंथ चलेगा। उस समय से पहले यदि यह सार शब्द काल के दूतों के हाथ लग गया तो सत्य-असत्य भक्ति विधि का ज्ञान कैसे होगा? जिस कारण से भक्त पार नहीं हो पावेंगे। कबीर सागर में ‘‘कबीर बानी’’ अध्याय के पृष्ठ 137 पर तथा अध्याय ‘‘जीव धर्म बोध’’ पृष्ठ 1937 पर प्रमाण है। जिसमें कहा है कि :-
धर्मदास मेरी लाख दुहाई, सार शब्द कहीं बाहर नहीं जाई।
सार शब्द बाहर जो परही, बिचली पीढ़ी हंस नहीं तिरही।।
सार शब्द तब तक छिपाई, जब तक द्वादश (12) पंथ न मिट जाई।।

स्वस्मबेद बोध पृष्ठ 121 तथा 171 पर कहा है कि :-
चौथा युग जब कलयुग आई। तब हम अपना अंश पठाई।।
काल फंद छूटे नर लोई। सकल सृष्टि परवानिक होई।।
घर-घर देखो बोध विचारा (ज्ञान चर्चा)। सत्यनाम सब ठौर उचारा।।
पाँच हजार पाँच सौ पाँचा। तब यह वचन होयगा साचा।।
कलयुग बीत जाय जब ऐता। सब जीव परम पुरूष पद चेता।।

फिर ‘‘कबीर चरित्र बोध‘‘ के पृष्ठ 1870 पर कबीर सागर में 12 (बारह) पंथों के नाम लिखे हैं जो काल (ज्योति निरंजन) ने कबीर जी के नाम से नकली पंथ चलाने को कहा था।
उनमें सर्व प्रथम ‘‘नारायण दास‘‘ लिखा है। बारहवां पंथ गरीब दास का लिखा है। वास्तव में प्रथम चुड़ामणि जी हैं, जान-बूझकर काट-छाँट की है।
उनको याद होगा कि परमेश्वर कबीर जी ने नारायण दास जी को तो शिष्य बनाया ही नहीं था। वे तो श्री कृष्ण जी के पुजारी थे। उसने तो अपने छोटे भाई चुड़ामणि जी का घोर विरोध किया था। जिस कारण से श्री चुड़ामणि जी कुदुर्माल चले गए थे। बाद में बाँधवगढ़ नगर नष्ट हो गया था। ‘‘कबीर चरित्र बोध‘‘ में पृष्ठ 1870 पर बारह पंथों के प्रवर्तकों के नाम लिखे हैं। उनमें प्रथम गलत नाम लिखा है। शेष सही हैं। लिखा हैः-

1. नारायण दास जी का पंथ
2. यागौ दास (जागु दास) जी का पंथ
3. सूरत गोपाल पंथ
4. मूल निरंजन पंथ
5. टकसारी पंथ
6. भगवान दास जी का पंथ
7. सतनामी पंथ
8. कमालीये (कमाल जी का) पंथ
9. राम कबीर पंथ
10. प्रेम धाम (परम धाम) की वाणी पंथ
11. जीवा दास पंथ
12. गरीबदास पंथ।

फिर ‘‘कबीर बानी‘‘ अध्याय के पृष्ठ 134 पर एक से बारह तथा #तेहरवें पंथ के बारे में लिखा है किः-
बारहवें वंश प्रकट होय उजियारा (यह संत गरीबदास जी गाँव-छुड़ानी जिला-झज्जर, प्रान्त-हरियाणा वाला पंथ है जिन्होंने परमेश्वर कबीर जी के मिलने के पश्चात् उनकी महिमा
को तथा यथार्थ ज्ञान को बोला जिससे परमेश्वर कबीर जी की महिमा का कुछ प्रकाश हुआ।)
"तेरहवें वंश" मिटे सकल अंधियारा {यह यथार्थ कबीर पंथ है जो सन् 1994 से प्रारम्भ हुआ है जो मुझ दास (रामपाल दास) द्वारा संचालित है।}

मेरे पश्चात् कलयुग में कोई गुरू पद पर रहेगा ही नहीं। यह तेरहवां (13वां) अंतिम पंथ है। यह दास (रामपाल दास) अंतिम सतगुरू है। मेरे प्रकाश पुंज (Electronic) शरीर यानि
DVD वाले स्वरूप से नाद दीक्षा दी जा रही है। यही आगे चलेगी। यह प्रक्रिया सन् 2009 से चल रही है। लाखों अनुयाई बन चुके हैं। प्रत्येक को लाभ हो रहा है और होता रहेगा। अब न तो भक्ति विधि यानि भक्ति के मंत्रा बदल सकते हैं, न ज्ञान। फिर पंथ नष्ट होने का प्रश्न ही नहीं रहता। नाद और बिंद का झंझट ही समाप्त हो गया है। DVD से गुरू जी के नाम को दिलाने की सेवा नाद वालों को मिले, चाहे बिन्द वालों को, पंथ नष्ट नहीं हो सकता। आगे ही बढ़ेगा।

#यथार्थ_कबीर_पंथ
24 June
आप सभी से विनम्र निवेदन है जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
👇🏻👇🏻
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry

08/06/2021

यथार्थ कबीर पंथ

कबीर सागर के "कबीर वाणी" अध्याय के पृष्ठ 134 पर बारह पंथो के वंश प्रकार लिखे हैं,
जो कि बारह पंथ काल के ही हैं। कबीर परमेश्वर ने कहा है कि, तेरहवें पंथ हमहीं चल आये, ये बारह पंथ मिटाकर एक पंथ चलावै।
"तेरहवें पंथ मिटे सकल अंधियारा" यह यथार्थ कबीर पंथ है जो सन् 1994 से प्रारंभ हुआ, जिसके मुखिया संत रामपाल जी महाराज जी है।

परमेश्वर कबीर जी ने कहा था कि जिस समय कलयुग 5500 वर्ष बीत चुका होगा मैं गरीबदास वाले 12 वें पंथ में आगे स्वयं आऊंगा। संत गरीब दास जी द्वारा मेरी कबीर परमेश्वर की महिमा की वाणी प्रकट होगी तथा गरीबदास वाले 12 पंथ तक के साधक मुझे आधार बनाकर वाणी को समझने की कोशिश करेंगे परंतु वाणी को ना समझ कर सतनाम तथा सारनाम से वंचित रहने के कारण असंख्य जन्म तक सतलोक प्राप्ति नहीं कर सकते। उसी गरीबदास वाले पंथ में, मैं ही स्वयं चल कर आऊंगा तब संत गरीबदास जी द्वारा प्रकट की गई वाणी को मैं कबीर परमेश्वर प्रकट होकर समझाऊंगा।

कबीर साहेब जी के नाम से चले 12 पंथो के वास्तविक मुखिया काल/ज्योति निरंजन है । कबीर साहेब जी ने कहा था , तेरहवे पंथ हम ही चल आये , सब पंथ मिटा कर एक पंथ चलाये ।
वो तेरहवाँ पंथ संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा चलाया जा रहा है ।

कबीर परमेश्वर ने धर्मदास जी को कहा कि मेरे नाम से कलयुग में काल 12 पंथ चलाएगा। 12 पंथ वाले सब मेरी महिमा गाएंगे परंतु सतलोक नहीं जा पाएंगे क्योंकि उनके पास में सत् मंत्र नहीं होंगे

सत मंत्र देने के लिए कलयुग 5505 बीतेगा तब मैं आऊंगा धर्मदास इन सब पंथो को मेट कर एक पंथ चलाऊंगा जो मेरा नाम लेगा उसका जन्म मरण छुडाऊँगा ।

वर्तमान में यथार्थ कबीर पंथ संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाया जा रहा है। उनसे नाम दीक्षा लीजिए और अपना कल्याण करवाइए।

#यथार्थ_कबीर_पंथ
24 June
आप सभी से विनम्र निवेदन है जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
👇🏻👇🏻
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry

भगवान व समर्थ भगवान।श्री ब्रह्मा जी रजगुण हैं, श्री विष्णु जी सतगुण हैं तथा श्री शिव जी तमगुण हैं। यह तीनों प्रभु नाशवान...
05/06/2021

भगवान व समर्थ भगवान।

श्री ब्रह्मा जी रजगुण हैं, श्री विष्णु जी सतगुण हैं तथा श्री शिव जी तमगुण हैं। यह तीनों प्रभु नाशवान हैं तथा इनका जन्म-मृत्यु होता है यही प्रमाण गीता अध्याय 14 श्लोक 3 से 5 में है। गीता ज्ञान दाता काल (ब्रह्म) कह रहा है कि प्रकृति दुर्गा तो मेरी पत्नी है। मैं उसकी योनि (गर्भ स्थान) में बीज स्थापना करता हूं जिससे सब प्राणियों की उत्पत्ति होती है। मैं सर्व 21 ब्रह्मांड के प्राणियों का पिता हूं तथा प्रकृति दुर्गा सबकी माता है। इसी दुर्गा से उत्पन्न तीनों गुण अन्य प्राणियों को कर्मों के बंधन में बांधते हैं।

गीता ज्ञान दाता(काल) कहता है कि मैं केवल 21 ब्रह्मांड में ही मालिक हूँ। इसलिए तीनों गुणों से जो कुछ भी हो रहा है उसका मुख्य कारण मैं (काल, ब्रह्म) ही हूं क्योंकि काल को एक लाख मानव शरीर धारी प्राणियों के शरीर को मारकर मैल को खाने का शाप लगा है जो साधक मेरी साधना करके त्रिगुण माया की साधना करते हैं क्षणिक लाभ प्राप्त करते हैं जिससे ज्यादा कष्ट उठाते रहते हैं।

गीता अध्याय 2 श्लोक 46 में कहा है कि अर्जुन! बहुत बड़े जलाशय की (जिसका जल 10 वर्ष भी वर्षा ना हो तो समाप्त नहीं होता) प्राप्ति के पश्चात छोटे जलाशय (जिसका जल एक वर्षा न होने से ही समाप्त हो जाता है) में जैसी आस्था रह जाती है उसी प्रकार पूर्ण परमात्मा से मिलने वाले लाभ के ज्ञान से परिचित होने के पश्चात तेरी आस्था अन्य प्रभु में वैसी ही रह जाएगी। छोटा जलाशय बुरा नहीं लगता परंतु उस की क्षमता का पता है कि यह तो कामचलाऊ है।
पूर्ण परमात्मा तो बड़ा जलाशय जानो और ब्रह्मा,विष्णु,महेश छोटे जलाशय ।

गीता ज्ञान दाता अपनी साधना को भी घटिया बता रहा है। गीता अध्याय 15 श्लोक 4 तथा अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है कि उस परमेश्वर की शरण में जा जिसकी कृपा से तू परम शांति को तथा सतलोक शाश्वत स्थान को प्राप्त होगा वहां जाने के बाद साधक का पुनर्जन्म नहीं होता गीता ज्ञान दाता भी उसी आदि पुरुष परमेश्वर की शरण में है।

इससे स्पष्ट है की ब्रह्मा, विष्णु, महेश नाशवान हैं तथा उनकी मुक्ति से मोक्ष संभव नहीं है। #कबीर परमेश्वर अविनाशी हैं जिनकी भक्ति से ही पूर्ण मोक्ष संभव है गीता दाता ज्ञान दाता काल ब्रह्म भी उन्हीं की शरण में है।



आप सभी से विनम्र निवेदन है जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
👇🏻👇🏻
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry

जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लेने हेतु फॉर्म भरे

सर्वशक्तिमान अजर-अमर भगवान कौन है?आज तक हमारा समाज ब्रह्मा, विष्णु, महेश को सर्वे सर्वा मानकर उन्हें पूजता आया है लेकिन ...
05/06/2021

सर्वशक्तिमान अजर-अमर भगवान कौन है?

आज तक हमारा समाज ब्रह्मा, विष्णु, महेश को सर्वे सर्वा मानकर उन्हें पूजता आया है लेकिन हमारे शास्त्र क्या बताते हैं ?
क्या है सच्चाई?

गीता प्रेस गोरखपुर से प्रकाशित श्री शिव महापुराण इसके संपादक हैं श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार पृष्ठ संख्या 24 से 26 विद्यवेश्वर संहिता तथा पृष्ठ 110 अध्याय 9 रूद्र संहिता में प्रमाण है, "इस प्रकार ब्रह्मा, विष्णु तथा शिव तीनों देवताओं में गुण है परंतु शिव (ब्रह्म काल) गुणातीत कहा गया है।

इसी तरह श्रीमद् देवी भागवत महापुराण सभाषटिकम समहात्मयम् से खेमराज श्रीकृष्णदास प्रकाशन मुंबई के तीसरा स्कंध अध्याय 4, पृष्ठ 10 श्लोक 42 में लिखा है,

ब्रह्म - अहम ईश्वर: फिल ते प्रभावात्सर्वे व्यं जनि युता न यदा तू नित्याः के अन्ये सुराः शतमख प्रमुखाः च नित्या नित्या त्वमेव जननी प्रकृति: पुराणा ॥

हिंदी अनुवाद- हे मात! ब्रह्मा, मैं तथा शिव तुम्हारे प्रभाव से जन्मवान हैं, नित्य नहीं है अर्थात हम अविनाशी नहीं है फिर अन्य इंद्रादि दूसरे देवता किस प्रकार नित्य हो सकते हैं ?

इन प्रमाणों से प्रमाणित हुआ कि रजगुण ब्रह्मा, सद्गुण विष्णु तथा तमगुण शिव हैं,यह तीनों नाशवान हैं।

पवित्र शिव महापुराण में लिखा है कि सदाशिव व प्रकृति से ही ब्रह्मा, विष्णु और शिव की उत्पत्ति हुई है इससे सिद्ध है कि सदा शिव ब्रह्मा, विष्णु महेश के पिता हैं और प्रकृति देवी दुर्गा उनकी माता है।
गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में बताया है कि उत्तम पुरुष तो अन्य ही है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण - पोषण करता है। वही वास्तव में अविनाशी है।

यजुर्वेद अध्याय 5 मन्त्र 32 में लिखा है कि "कविरंघारि: असि, बम्भारि: असि स्वज्योति ऋतधामा असि)
कबीर परमेश्वर पापों का शत्रु अर्थात पाप नष्ट करता है, वह बंधनो का शत्रु अर्थात बंधनो से छुड़वाता है। वह स्वप्रकाशित शरीर वाला सतलोक में रहता है। जो कि सभी देवों तथा हम सभी जीव आत्माओं के जनक है। वहीं समर्थ परमात्मा है।

गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में प्रमाण है कि ब्रह्म लोक सहित सर्व लोक पुनरावृत्ति में है अर्थात ब्रह्म लोक में गए हुए साधक का भी पुनर्जन्म होता है। इससे सिद्ध होता है कि ब्रह्म तक कि भक्ति से जीव का मोक्ष नहीं हो सकता।
पूर्ण परमात्मा कबीर जी की सतभक्ति करने से ही जीव का कल्याण होता है। वहीं एकमात्र अविनाशी समर्थ परमात्मा है।

राग बिलावल के शब्द 21 में लिखा है,
अविगत राम कबीर हैं चकवै अविनाशी,
ब्रह्मा, विष्णु, वजीर हैं, शिव करत खवासी।




आप सभी से विनम्र निवेदन है जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
👇🏻👇🏻
https://online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-inquiry

जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लेने हेतु फॉर्म भरे

 संत रामपाल जी महाराज के विषय में भविष्यवाणीडाॅ. जूलर्वन के अनुसार भारत से उठी ज्ञान की धार्मिक क्रांति नास्तिकता का नाश...
09/05/2021


संत रामपाल जी महाराज के विषय में भविष्यवाणी
डाॅ. जूलर्वन के अनुसार भारत से उठी ज्ञान की धार्मिक क्रांति नास्तिकता का नाश करके आँधी तूफान की तरह विश्व को ढक लेगी। उस भारतीय महान आध्यात्मिक व्यक्ति के अनुयाई देखते-देखते सम्पूर्ण विश्व पर प्रभाव जमा लेंगे।
अधिक जानकारी के लिए
Sant Rampal Ji Maharaj Youtube Channel पर Visit करें।

29/03/2021
29/03/2021
   हजरत मुहम्मद जी ने भी पाप कर्म दंड झेलापुस्तक- जीवनी हजरत मुहम्मद (सल्लाहु अलैहि वसल्लम के पृष्ठ 46, 51-52, 64, 307-3...
22/03/2021


हजरत मुहम्मद जी ने भी पाप कर्म दंड झेला
पुस्तक- जीवनी हजरत मुहम्मद (सल्लाहु अलैहि वसल्लम के पृष्ठ 46, 51-52, 64, 307-315) में प्रमाण है कि-
हजरत मुहम्मद जी ने बचपन में यतीमी का दुःख देखा। उनके तीनों पुत्रों की मृत्यु हो गई तथा स्वयं हजरत मुहम्मद जी की भी 63 वर्ष की उम्र में असहाय बीमारी से तड़फ तड़फ कर मृत्यु हुई।
पाप कर्म दंड तो सिर्फ अल्लाह कबीर की सच्ची इबादत करने से ही समाप्त हो सकतें है।
👇👇
अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj Youtube Channel पर Visit करें।

Address


Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Anmol Gyan posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Videos

Shortcuts

  • Address
  • Alerts
  • Contact The Business
  • Videos
  • Claim ownership or report listing
  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share