30/05/2024
घर का छोटा बेटा हर बार मजे में नहीं होता है उसे काफी दर्द होता है दुनिया की सोच से दुनिया के तानो से उसे हर वक्त कहा जाता है की आगे क्या करना है क्या सोचा है और भी बहुत कुछ, उस पर हर दिन नए सपने थोपे जाते है वो दिन रात मेहनत करता है अपनो के सपने साकार करने के लिए वो अपनी छोटी सी जिंदगी में अपने घर के सपनो को लेकर इधर उधर भटकता रहता है माना की हर कोई उसे नहीं समझता है पर फिर भी वो सबके लिए जीता है आसान नहीं होती जिंदगी जब घर का छोटा बेटा बनकर रहना होता हैं।