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24/06/2022
24/06/2022
Jupiter-Venus conjunction: देव गुरु बृहस्पति और दैत्य गुरु शुक्र 27 अप्रैल को मीन राशि में होंगे एक साथ,दोनों की युति से...
16/04/2022

Jupiter-Venus conjunction: देव गुरु बृहस्पति और दैत्य गुरु शुक्र 27 अप्रैल को मीन राशि में होंगे एक साथ,
दोनों की युति से बनेंगे अहम संयोग
देश और दुनिया के सुधरेंगे हालात यूक्रेन और रूस युद्ध थमने के आसार
नरेश भारद्वाज
कैथल। ज्योतिष में गुरु और शुक्र दोनों को शुभ ग्रह माना जाता है। अगर दोनों एक साथ मिल जाएं तो देश दुनिया को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इन दोनों के एक राशि में एक साथ होने से विशेष योग बनता है। पहले ही 13 अप्रैल, 2022 को 12 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद देवगुरु बृहस्पति अपनी राशि मीन में प्रवेश कर चुके हैं। वहीं 27 अप्रैल, 2022 को शुक्र ग्रह भी मीन राशि में प्रवेश करते हुए गुरु बृहस्पति के साथ युति में आ जायेंगे। ऐसे में इन दोनों ही ग्रहों की मीन राशि में युति कई मायनों में बेहद ही ख़ास और अनोखी रहने वाली है। परस्पर विरोधी इन दोनों ग्रहों के एक साथ आने से कई सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे। रूस यूक्रेन के बीच युद्ध निर्णायक स्थिति में पहुंचेगा और दोनों देशों को राहत मिलेगी। जल जीवन सुखद होगा और देश में विलासिता के साधन बढ़ेंगे।
खास बात ये है कि मीन गुरु बृहस्पति की राशि मानी जाती है और अपनी स्वराशि में गुरु बृहस्पति काफी बलवान होंगे।
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एक महीने तक रहेगा यह संयोग
गुरु मीन राशि में 12 वर्षों के बाद आए गुरु और शुक्र का इस राशि में सहयोग 1 महीने तक रहेगा। गुरु मीन राशि में लगभग एक साल तक रहेंगे। अगले वर्ष यानि 22 अप्रैल 2023 को वे मेष राशि में गोचर करेंगे। मीन राशि में शुक्र का राशि परिवर्तन पंचांग के अनुसार 27 अप्रैल 2022, बुधवार को शाम 6 बजकर 29 मिनट पर होने जा रहा है। शुक्र के मीन राशि में आते ही गुरु-शुक्र की युति बन जाएगी। शुक्र मीन राशि में 23 मई तक रहेगें। यानि मीन राशि में गुरु-शुक्र की युति का महासंयोग लगभग एक माह तक देखने को मिलेगा।
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दोनों एक दूसरे के विरोधी, आपस में अनोखा रिश्ता
गुरु और शुक्र दोनों शुभ ग्रह माने जाते हैं और अगर दोनों साथ मिल जाएं, तो शुभ फलों की प्राप्ति का विशेष योग बनता है। ज्योतिष में दो ग्रहों को सबसे ज्यादा शुभ और अच्छे फल देनेवाला बताया गया है। ये हैं देवताओं के गुरु बृहस्पति और दैत्यों के गुरु शुक्र। अगर इन दोनों का किसी प्रकार संबंध हो भाग्य चमक जाता है। ज्योतिष में ग्रहों की युति का मतलब है, जब दो या दो से अधिक ग्रह एक साथ किसी राशि या फिर किसी भाव में हों। ज्योतिष में बृहस्पति और शुक्र ग्रह इन दोनों ही ग्रहों को बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है। साथ ही इन दोनों ग्रह का आपस में एक बेहद ही अनोखा रिश्ता भी है। गुरु और शुक्र यूँ तो अपने आप में शुभ ग्रह माने जाते हैं लेकिन आपस में दोनों ग्रहों की शत्रुता है।इनके बीच और भी कई असमानताएं हैं। जहां बृहस्पति को पुरुष ग्रह की उपाधि दी गई है, वहीं शुक्र एक स्त्री ग्रह है। जहां एक तरफ बृहस्पति को भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है वहीं शुक्र ग्रह को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। शुक्र ग्रह को सांसारिक सुख सुविधा, भोग विलास, का कारक माना गया है, तो बृहस्पति ग्रह को पारलौकिक और सांसारिक सुख का कारक माना जाता है।
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कौन है गुरु और शुक्र
शास्त्रों में गुरु के बारे में विस्तार से बताया गया है। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार गुरु यानि बृहस्पति को देवताओं के गुरु बताया गया है। चित्रों में ये स्वर्ण मुकुट और गले में सुंदर माला धारण किये रहते हैं। बृहस्पति पीले वस्त्र पहने हुए कमल आसन पर आसीन रहते हैं। ये चार हाथों वाले हैं। इनके चार हाथों में स्वर्ण निर्मित दण्ड, रुद्राक्ष माला, पात्र और वरदमुद्रा है। ऋग्वेद में बृहस्पति को बहुत सुंदर बताया गया है। इनका निवास सोने से बना महल है। इनका वाहन स्वर्ण रथ है, जो सूर्य के समान दिखाई देता है। यह रथ सभी सुख सुविधाएं युक्त है।इस रथ में वायु वेग वाले पीतवर्णी आठ घोड़े जुड़े हुए हैं। शुक्र को शुक्राचार्य भी कहा गया है। इसके साथ ही इन्हें असुराचार्य, भृगु ऋषि भी बताया गया है। पुराणों के अनुसार शुक्र, असुरों, दैत्य , दानव और राक्षस के गुरु और पुरोहित हैं।
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5 राशियों पर पड़ेगा असर,मीन राशि वालों को देंगे विशेष लाभ,
12 वर्षों बाद स्वराशि में गुरु बृहस्पति का गोचर मीन जातकों के लिए बेहद ही शुभ और भाग्य में वृद्धि करने वाला साबित होगा। आर्थिक पक्ष के संदर्भ में भी गुरु-शुक्र की युति शानदार परिणाम देती है। मीन राशि के जातकों के आत्म विश्वास में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में भी शानदार परिणाम प्राप्त होंगे। इसके अलावा शुक्र ग्रह के मीन में गोचर से मीन जातकों की आर्थिक स्थिति काफी मज़बूत बनेगी, जिसका लंबे समय में लाभ प्राप्त होगा। गुरु और शुक्र की युति से जातकों के ज्ञान और तर्क शक्ति में शानदार बढ़ोतरी होगी।

कर्क राशि
इस राशि के नवम भाव में गुरु और शुक्र का गोचर हो रहा है। वहीं गुरु की नवम दृष्टि भी कर्क राशि पर पड़ रही है। ऐसे में यह अवधि आपके भाग्य को प्रबल बनायेगी। नौकरी में परिवर्तन, नया व्यवसाय शुरु करना या निवेश के लिए ये शुभ समय साबित हो सकता है। गुरु और शुक्र की कृपा से आपके लिए लाभ के योग बन रहे हैं। अगर आपका लग्नेश गुरु, शुक्र या चंद्र है, तो ये स्थिति आपको लिए विशेष रुप से फलदायी होगी।

कन्या राशि
इस राशि पर गुरु-शुक्र की सप्तम दृष्टि है। अगर आपकी कुंडली में गुरु-शुक्र, शुभ स्थानों पर हैं, बली हैं, तो आपके लिए अनुकूल स्थिति बन रही है। आपके प्रेम संबंधों में आपको विशेष सफलता मिलेगी और दांपत्य जीवन में खुशहाली आ सकती है। गुरुओं के प्रभाव से आपकी पत्नी का स्वभाव गंभीर और समझदारी भरा होगा। इस दौरान आपकी पत्नी को नौकरी या आमदनी भी हो सकती है। इस अवधि में पत्नी की सलाह पर अवश्य ध्यान दें, आपको भौतिक और आध्यात्मिक, दोनों तरह का लाभ मिलेगा।

वृश्चिक राशि
इस राशि पर गुरु की नवम दृष्टि है। साथ ही आपके पंचम भाव में गोचर करने की वजह से आपको शिक्षा और प्रतियोगिता परीक्षाओं में विशेष लाभ मिलेगा। इस राशि के जातक अगर प्रतियोगिता परीक्षा दे रहे हैं, तो उन्हें कामयाबी मिलने की अच्छी संभावना है। संतान पक्ष से भी आपको फायदा मिलेगा। हो सकता है संतान से आपको आय या वाहन प्राप्त हो। शिक्षा या ज्ञान प्राप्ति के लिए भी आपकी विशेष रुचि रहेगी।

मकर राशि
इस राशि के दूसरे यानी आय भाव में गुरु और शुक्र की युति बन रही है। ऐसे में आपको अपने रोजगार या व्यवसाय में मुनाफा होगा और कई स्रोतों से कमाई होगी। मोटे तौर पर इसे बचत से जोड़ा जाता है, यानी आप इस अवधि में अपना बैंक बैलेंस बढ़ता हुआ पाएंगे। जिनकी कुंडली में गुरु या शुक्र लग्नेश हैं, या शुभ भावों के स्वामी हैं, उनके लिए विशेष तौर पर लाभदायक स्थिति रहेगी।

14/04/2022

सर्व ब्राह्मण धर्मशाला में परशुराम जयंती मनाने के लिए हुआ बैठक का आयोजन
( हमारे लिए महत्वपूर्ण समाचार है, कृपया इसे उचित स्थान पर लगाएं)
ब्राह्मण समाज एकजुट होकर मनाएगा परशुराम जयंती
नरेश भारद्वाज
कैथल। गुरुवार को सीवन गेट की जिला सर्व ब्राह्मण सभा में ब्राह्मण समाज की आम सभा का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता पं. राधा कृष्ण खुराना ने की व संचालन नरेश भारद्वाज ने किया। बैठक में परशुराम जयंती मनाने व आयोजन के बारे में चर्चा की गई। सुधीर शर्मा करोड़ा ने कहा कि आयोजन तभी सफल होगा जब पूरा समाज इसमें अपना हर प्रकार का योगदान देगा। ललित बालू ने कहा कि परशुराम जयंती के आयोजन में डीजे व किसी भी प्रकार के फूहड़ कार्यक्रम नहीं होने चाहिए। महिलाओं की कलश यात्रा शोभा यात्रा में जरूर होनी चाहिए। पुरुषोत्तम शर्मा देबन ने कहा कि आयोजन से पहले पूरे समाज को एकजुट होकर कार्यक्रम को सफल करने के लिए योजना बनानी चाहिए। यश खुराना ने कहा कि परशुराम जयंती के आयोजन से पहले सीवन रोड पर बनाए गए परशुराम चौक की मरम्मत की जानी चाहिए और उसे भव्य बनाया जाना चाहिए। सतवीर शर्मा ने कहा कि शोभायात्रा में व्यवस्था बनाने के लिए युवाओं की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए ताकि भीड़ को नियंत्रित कर सकें। अश्विनी शर्मा ने कहा कि परशुराम जयंती के आयोजन पर शिक्षा, खेल व दूसरे क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाले युवाओं को सम्मानित किया जाना चाहिए। वीरेंद्र दत्त ने कहा कि शोभायात्रा में ब्राह्मण समाज को जागरूक करने वाली कविताओं व भजनों का गायन किया जाना चाहिए। पवन शर्मा ने कहा कि परशुराम जयंती को भव्य बनाने के लिए वे हर प्रकार का योगदान देने के लिए तैयार हैं। राधा कृष्ण खुराना ने कहा कि युवा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपनी शक्ति और एकजुटता का परिचय दें। कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के लोगों को परिवार सहित शामिल होने का निमंत्रण दिया जाए। बैठक में रवि शर्मा प्यौदा, सुधीर शर्मा, चंद्रभान शर्मा चंदाना, पवन शर्मा देबन, प्रवीण शर्मा बलराज नगर, जयदेव शास्त्री, प्रवीण शर्मा चंदाना, सतबीर शर्मा मालखेड़ी, मनोज कुमार गुहना, पवन कुमार, मामूराम गांव खुराना, कृष्ण कौशिक पूर्व सरपंच किठाना, जय भगवान शर्मा कठवाड़, सुरेश कुमार सिरसल, प्रवेश शर्मा रेहड़ा, सतीश पाडला, अश्विनी शर्मा सिरटा, दीपक ब्रास, हरि ओम, महावीर शर्मा व निशान सिंह चौशाला ने हिस्सा लिया।

फोटो कैप्शन 14nkb01: ब्राह्मण धर्मशाला में आयोजित बैठक में हिस्सा लेते गणमान्य लोग

रविभूषण गर्ग हरियाणा ट्रेड वैल्फेयर बोर्ड के सदस्य बने
रविभूषण गर्ग ने नियुक्ति पर भाजपा हाईकमान, सी.एम., प्रदेशाध्यक्ष व चेयरमैन का आभार जताया ( विज्ञापन से संबंधित समाचार)
नरेश भारद्वाज
कैथल। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं दिन रात नि:स्वार्थ
भाव से भाजपा संगठन की सेवा कर मजबूत करने व नि:स्वार्थ भाव से मानवता की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर चुके वरिष्ठ भाजपा नेता रविभूषण गर्ग को हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा ट्रेड वैल्फेयर बोर्ड के सदस्य बनाया गया है। जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर ने उनके नाम की घोषणा की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि रविभूषण गर्ग की गिनती भाजपा के सबसे पुराने व निष्ठावान नेताओं के रूप में होती है। जो संगठन के गठन होने के साथ ही भाजपा की विचारधारा व पार्टी के झंडे को उठाकर संगठन की आवाज को बुलंद कर रहे है। भाजपा हाईकमान में रविभूषण गर्ग के नाम की अपनी एक अलग पहचान व रूतबा है और उनका बोर्ड का सदस्य भाजपा हाईकमान से अच्छे संबंध व पार्टी के प्रति निष्ठा, ईमानदारी, लग्न व काम करने की क्षमता को देखते हुए सौंपा गया है। इसके साथ रविभूषण गर्ग समाजसेवा व धार्मिक कार्यों में भी निरंतर दो कदम आगे चलते हुए दिन रात पीडि़त मानवता की आंखों से आसुं साफ करने के साथ सहायता रूपी मरहम लगाते रहते है। समाजसेवा के क्षेत्र में उनके द्वारा दिए जा रहे योगदान की लोगों द्वारा लगातार सराहना की जाती है। मौजूदा समय में रविभूषण गर्ग श्री सनातम धर्म मंदिर के प्रधान पद के साथ कई सामाजिक, धार्मिक, शिक्षण संस्थाओं के प्रधान व पदाधिकारी के रूप में सुशोभित है। रविभूषण गर्ग की नियुक्ति पर भाजपाईयों सहित समाज के हर वर्ग के लोगों ने खुशी जाहिर कर बधाई दी है। हरियाणा ट्रेड वैल्फेयर बोर्ड के सदस्य के नवनियुक्त सदस्य रविभूषण गर्ग ने अपनी नियुक्ति पर भाजपा हाईकमान, प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ व बोर्ड के चेयरमैन रामनिवास गर्ग, भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें जो दायित्व सौंपा गया है उसका पूरी ईमानदारी व निष्ठा से निर्वाह करते हुए व्यापारी वर्ग के हितों में कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर व्यापारियों की समस्याओं का निवारण करेंगे।
फोटो कैप्शन 14nkb02: रवि भूषण गर्ग को उनकी नियुक्ति पर बधाई देते भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर

पंजाबी वेलफेयर सभा ने मनाई वैशाखी बाटां खीर का प्रसाद
नरेश भारद्वाज
कैथल। पंजाबी वेलफेयर सभा,कैथल द्वारा बैसाखी का त्योहार सभा के प्रधान राजकुमार मुखीजा की अध्यक्षता में बड़ी धूमधाम से अमर शहीद मदन लाल ढींगड़ा स्मारक पर मनाया गया। इस अवसर पर खीर का प्रशाद भी बांटा गया। आज के इस कार्यक्रम में सभा के प्रधान राजकुमार मुखीजा ने बताया कि बैसाखी का त्योहार हर साल मेष संक्रांति के दिन मनाया जाता है।इस दिन सूर्य का मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश होता है। सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने की घटना ही संक्रांति कहलाती है।इस साल मेष संक्रांति आज 14 अप्रैल दिन गुरुवार को है. इस आधार पर बैसाखी आज 14 अप्रैल को मनाई जा रही है।महासचिव सुषम कपूर ने बताया कि बैसाखी का त्योहार मुख्यत: पंजाब, हरियाणा समेत उत्तर भारत के कुछ स्थानों पर मनाया जाता है. इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, एक दूसरे को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हैं और खुशियां मनाते हैं।सुषम कपुर ने बताया कि सिख समुदाय में बैसाखी के त्यौहार के दिन ही नए साल की शुरुआत मानी जाती है।इस दिन तक फसलें पूरी तरीके से पक जाती हैं और कटाई शुरू हो जाती है. वहीं अगर धार्मिक महत्व की बात की जाए तो सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने बैसाखी के मौके पर 13 अप्रैल सन 1699 को खालसा पंथ बनाया था. इस दिन केसरगढ़ साहिब आनंदपुर में बड़े उत्सव का आयोजन होता है क्योंकि यहीं पर ही खालसा पंथ की स्थापना की गई थी।इस अवसर पर प्रधान राजकुमार मुखीजा, मुख्य संरक्षक इन्द्रजीत सरदाना, हरीश सचदेवा, कमल आहूजा,दर्शन लाल मनचन्दा, सीता राम गुलाटी,सुषम कपूर,राकेश मल्होत्रा,डॉ. आर.डी.चावला,सुरेन्द्र कत्याल,प्रदर्शन परुथी,राजकुमार दुआ,नरेन्द्र निझावन,वी.के.चावला,कृष्ण मदान, रमेश पाहवा,टी. सी.बरेजा,ललित छाबड़ा, ज्ञान प्रकाश कुमार, सोनू वर्मा,शाम लाल खेड़ा,मनोहर लाल आहूजा, राजेन्द्र कुकरेजा,तुलसी दास मदान जगदीश कटारिया,गुलशन चुघ,राजीव कालड़ा,जगदीश तनेजा,प्रवीण ,तुलसी दास मदान मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 14nkb03: शहीद मदन लाल धींगरा स्मारक पर वैशाखी के उपलक्ष में लोगों को खीर का प्रसाद बांटते पंजाबी वेलफेयर सभा के सदस्य

आधुनिक भारत के निर्माता हैं डॉ भीमराव अम्बेडकर - सुदीप सुरजेवाला

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसान भवन पर बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित की
नरेश भारद्वाज
कैथल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुदीप सुरजेवाला सहित कांग्रेस के साथियों ने भारत के संविधान के निर्माता डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जन्मजयंती पर ढांड रोड़ स्थित किसान भवन पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि प्रेषित की। सुदीप सुरजेवाला ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्व स्तर के भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, समाज शास्त्री, मानवविज्ञानी, संविधानविद्, लेखक, दार्शनिक, इतिहासकार, धर्मशास्त्री, वकील, विचारक, शिक्षाविद, प्रोफ़ेसर, पत्रकार, संपादक, क्रांतिकारी, समाज सुधारक, भाषाविद, जलशास्त्री, स्वतंत्रता सेनानी, आनंदोलनकारी एवं दलित-शोषित नागरिक अधिकारों के संघर्ष के प्रमुख नेता थे और भारतीय संविधान के शिल्पकार भी हैं। सुरजेवाला ने कहा कि बाबा साहेब द्वारा चरितार्थ इस भारतवर्ष की प्रगति व उन्नति को बनाए रखने के लिए आपसी भाईचारा, आपसी प्रेमभाव व स्नेह से रहना चाहिए और "हम सब एक हैं" के वक्तव्य को सार्थक बनाना चाहिए। इस अवसर पर सुरेंद्र रांझा, रघुबीर जेई, सुल्तान पूर्व पार्षद, दलेल सिंह, दिलबाग राणा, रोशन पाडला, रघुबीर शर्मा, रामनिवास दिल्लोंवाली, ननरेश सिरटा, शिवा कठवाड, राजेश कालीरामन, विकास सैन, मेजर सैन, मियां सिंह, मोहन रंगा, विक्रम रंगा व राजेन्द्र शर्मा बलवंती आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 14nkb04: किसान भवन में आयोजित कार्यक्रम में बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित करते कांग्रेस कार्यकर्ता

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने हमारे देश को दिखाई राह : लीला राम
विधायक लीलाराम ने गांव ग्योंग, खुराना रोड व बीआर अंबेडकर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में की शिरकत
ग्योंग में लंगर हाल के लिए दिए 11 लाख
नरेश भारद्वाज
कैथल। गुरुवार को विधायक लीला राम ने भीमराव अंबेडकर की 131 वी जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में गांव ग्योंग, कैथल के खुराना रोड और डॉक्टर बी.आर. अंबेडकर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। लीला राम ने गांव ग्योंग में संत रविदास वह डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण किया। लीलाराम ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए कि जीवन में बिना शिक्षा के हमारे पास कुछ नहीं है अगर हम शिक्षित हैं तो समझो हमारा जीवन सफल है। विधायक लीलाराम में गांव ग्योंग के लिए डॉ भीमराव अंबेडकर भवन के लंगर हाल के लिए 11लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हर गांव में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के नाम से भवन बनाया जाएगा ।और इन भवनों में लाइब्रेरी बना करके बच्चों को शिक्षित करने का काम सरकार करेगी । इस मौके पर रामफल रंगा, ईश्वर ,बलवीर ,वेद प्रकाश, लखविंदर , कर्मवीर , जसवीर , जिले सिंह, सत्यवान मेहरा, विक्रम ,राजवीर, बलवीर भी मौजूद रहे। भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित डॉ भीमराव अंबेडकर के 131 वी जयंती के उपलक्ष में खुराना रोड पर बाबा साहेब की जयंती मनाई गई । जिसमें बतौर मुख्य अतिथि कैथल के लोकप्रिय विधायक भाई लीला राम जी मौजूद रहे । कार्यक्रम में पहुंचे लीलाराम ने बताया कि बाबा साहेब हम सबके प्रेरणा स्रोत हैं आज उनके दिखाए हुए मार्ग से ही हमारा देश विश्व के अंदर अपनी अलग छाप छोड़ छोड़ रहा है। इस मौके पर हरपाल शर्मा, रामकुमार नैन, नरेश मित्तल, संजय भारद्वाज, परवीन प्रजापति, कैथल मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र बत्रा, ज्योति सैनी, मुकेश जैन, संजय भारद्वाज, रमनदीप चहल, अशोक भारती , सत्यवान मेहरा, डॉ सरवन , श्यामलाल कल्याण, दलवीर प्रजापति, सुरेश जांगड़ा, पूर्व सरपंच अजैब गिरी, पूनम पांचाल, राहुल खुराना, केदार बाल्मीकि, नायब सिंह , दलवीर प्रजापत, करतार सिंह, रणधीर सिंह व भरत सिंह, धर्म सिंह व कुशल पाल भी मौजूद रहे।
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बाबा साहेब की मूर्ति के सौंदर्य करण के लिए दिए 6 लाख
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कॉलेज में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई। जिसमें मुख्य अतिथि विधायक भाई लीलाराम मौजूद रहे । विधायक लीलाराम ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर हमारे लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं उनकी बदौलत ही आज हम भारत देश विकास और तरक्की के रास्ते पर विश्व में अग्रणी देशों में शुमार हो रहा है। विधायक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कि सरकार देश और प्रदेश में शासन चला रही है और सरकार ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती राष्ट्रीय स्तर पर मना रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम कर रही है । उन्होंने कहा कि संत महापुरुष किसी जाति विशेष के नहीं होते वह संपूर्ण समाज के होते हैं। महर्षि वाल्मीकि ने समाज को दिशा दिखाई और आज हम उनके मार्गदर्शन में चल रहे हैं वैसे ही गुरु नानक देव जी ने समाज में आई कुरीतियों को दूर किया और देश ही नहीं विदेशों में भी भारतीय संस्कृति को ले जाने का काम किया। लीला राम ने बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर की मूर्ति के सौन्दर्य करण के लिए 6 लाख रुपए देने की घोषणा भी की। इस मौके पर उनके साथ प्रिंसिपल सुनीता अरोड़ा, जेजेपी के जिलाध्यक्ष धूप सिंह माजरा , रामकुमार नैन, प्रीतम कोलेखा, ऋषि पाल बेदी , रामदिया चावरिया, चंद्रभान दयोरा, रणदीप कौल , संजय भारद्वाज, सतबीर , हरपाल शर्मा ,नरेश मित्तल, महेंद्र बाल्मीकि, मुख्त्यार सिंह, किशन सिंह, नरेश दलाल व कुशल पाल भी मौजूद रहे।

फोटो कैप्शन 14nkb05: गांव ग्योंग में आयोजित कार्यक्रम में विधायक का स्वागत करते ग्रामीण
फोटो कैप्शन 14nkb06: डॉ. बी आर अंबेडकर कॉलेज में बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते विधायक लीलाराम

श्री सनातन धर्म सभा ने किया अखंड भारत संदेश यात्रा का स्वागत
रवि भूषण गर्ग ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
( विज्ञापन से संबंधित समाचार)
नरेश भारद्वाज
कैथल। वीरवार को अखंड भारत संदेश यात्रा का भव्य स्वागत श्री सनातन धर्म सभा कैथल ने बड़े उत्साह व भाव से किया। उससे पहले सरहिंद से चलकर जहां पर गुरु गोविंद सिंह जी के सहाबजादों का बलिदान दिया वहां से चलकर चंडीगढ़ से पंचकूला पहुंची। जहां पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । कैथल में अखंड भारत संदेश यात्रा का कैथल पहुंचने पर श्री रवि भूषण गर्ग ने जोरदार स्वागत करने के बाद झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा में भाग ले रही 131 बेटियां अखंड भारत एक भारत के नारे लगाकर देश विरोधियों को चेतावनी दे रही थी कि अगर देश की और गलत निगाह से देखा तो उसकी खैर नहीं। इससे पूर्व यात्रा का श्री सनातन धर्म मंदिर में पहुंचने पर सभा ने स्वागत किया। कैथल परिवारों से यात्रा में आई बेटियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए सभा के प्रधान रवि भूषण गर्ग ने कहा कि आज की बेटियां भारत की बेटियां हैं जो देश के विरोधियों को टक्कर देना जानती हैं । यह यात्रा समाज में उत्साह एवं देश प्रेम की भावना पैदा करने के लिए की जा रही है चाहे कोई देश के टुकड़े करना चाहे या खाली स्थान की मांग करता हो तो उन्हें मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। मीडिया सेंटर एसोसिएशन के महामंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि यह हमारी छठी यात्रा है जब-जब समाज में समस्याएं जाएगी जागृति लाने के लिए हम यात्रा करते हैं, करते थे और करते रहेंगे। इस अवसर पर ग्रुप लीडर मीनाक्षी ने अपने विचारों से यात्रा में जोश भरने का कार्य किया। इस अवसर पर पवन गर्ग, नरेश गर्ग, प्रेम सिंगला, चंद्र प्रकाश गोयल, अनिल लाडी और मीडिया सेंटर जिला कोऑर्डिनेटर श्री सर्वजीत सिंह मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 14nkb07: यात्रा में साथ चल रही बेटियों को सम्मानित करते प्रधान रवि भूषण गर्ग

03/04/2022
चैत्र नवरात्र : इस बार घोड़े पर सवार होकर आएंगी देवी मां,बने रहेंगे युद्ध के हालात, यूक्रेन और रूस के बीच जारी रह सकती ह...
30/03/2022

चैत्र नवरात्र : इस बार घोड़े पर सवार होकर आएंगी देवी मां,
बने रहेंगे युद्ध के हालात, यूक्रेन और रूस के बीच जारी रह सकती है लड़ाई
मां के हर वाहन का अलग-अलग है महत्व और प्रभाव
चैत्र नवरात्र पर मां घोड़े पर सवार होकर धरती पर आगमन करेगीं।
देवी मां का वाहन इस बार घोड़ा है
घोड़ा युद्ध की आशंका दर्शाता है
देवी मां के आने और जाने के वाहन अलग अलग होते हैं
नरेश भारद्वाज
कैथल। नवरात्र में कुछ ही दिन बचे हैं। इस बार मां अंबे घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं। हिंदू शास्त्र में मां जगदंबे के हर वाहन का अलग अलग महत्व बताया गया है। साल में दो बार आने वाले नवरात्र में हर बार मां नए वाहन पर धरती पर आगमन करती हैं और नए वाहन पर ही धरती से देवलोक को प्रस्थान लेती है। इन वाहनों का देश दुनिया और धरती पर बड़ा असर पड़ता है। साल में कुल 4 नवरात्रि आती हैं, जिनकी शुरुआत चैत्र नवरात्रि से होती है। इन 9 दिनों के दौरान मां दुर्गा के 9 स्‍वरूपों की पूजा की जाती है। घट स्‍थापना की जाती है और आखिर में कन्‍या पूजन किया जाता है। मां दुर्गा को सुख, समृद्धि और धन की देवी माना जाता है। इस साल चैत्र नवरात्रि का महापर्व 2 अप्रैल 2022 से शुरू होगा और 11 अप्रैल 2022 तक चलेगा।
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जानिए मां के वाहन क्या हैं औऱ उनका देश दुनिया से क्या संबंध है।

हिंदू धर्म में यूं तो देवी मां को हमेशा शेर पर ही सवार देखा गया है लेकिन नवरात्र के मौके पर मां अलग अलग वाहन पर सवार होकर धरती पर आती हैं। मां के वाहन हैं - डोली, नाव, घोड़ा, भैंसा, मनुष्य और हाथी।
दिन के आधार पर तय होता है मां का वाहन
अगर नवरात्र सोमवार या रविवार से शुरू हो रहे हैं तो मां का वाहन हाथी होता है।
अगर नवरात्र शनिवार या मंगलवार से शुरू होते हैं तो मां का वाहन घोड़ा होता है।
अगर नवरात्र गुरुवार या शुक्रवार से शुरू होते हैं तो मां डोली में बैठकर आती हैं।
अगर नवरात्र बुधवार से आरंभ हो रहे हैं तो मां नाव पर सवार होकर आती है।
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मां के हर वाहन का है अलग प्रभाव और महत्व
मां के वाहनों का महत्व देवी भागवत के एक श्लोक के जरिए बताया गया है। -
शशिसूर्ये गजारूढ़ा शनिभौमे तुरंगमे।
गुरौ शुक्रे चदोलायां बुधे नौका प्रकी‌र्त्तिता ।।
अर्थात जब मां हाथी पर सवार होकर धरती पर आती हैं तो ज्यादा पानी बरसता है, घोड़े पर सवार होकर आती हैं तो युद्ध के हालात पैदा होते हैं, नौका पर सवार होकर आती हैं तो सब अच्छा होता है और शुभ फलदायी होता है। अगर मां डोली में बैठकर आती हैं तो महामारी, संहार का अंदेशा होता है।
पालकी - शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि जब मां दुर्गा डोली पर सवार होकर आती हैं राजनैतिक उथल-पुथल की स्थिति बनती है। दुर्गा मां की इस सवारी में पालकी को चार लोग ले जाते हुए दिखाई देते हैं। इसका अर्थ है कि एक महामारी या प्रकोप की स्थिति है। इस वाहन पर मां दुर्गा के आगमन या प्रस्थान के संकेत को समझें तो जब तक मनुष्य एक-दूसरे की मदद नहीं करते और एकजुट नहीं होते, तब तक आने वाली महामारी से वे जूझते रहेंगे और जीवन की यात्रा कठिन होगी।
हाथी - यह शांति और समृद्धि का संकेत देता है, इसलिए मां दुर्गा का इस वाहन पर आगमन या प्रस्थान का मतलब है कि वे आपके जीवन को अच्छे कर्मों, आशीर्वाद, आपकी मेहनत और खुशियों से भर देंगी।
नाव - नाव जल परिवहन का प्रतीक है. यह बाढ़ और अच्छी फसल दोनों का प्रतिनिधित्व करता है। मां दुर्गा के नाव पर आने का मतलब है कि वे आपकी हर इच्छा पूरी करेंगी।
घोड़ा - घोड़ा विनाश का प्रतिनिधित्व करता है। इसका मतलब है कि देवी दुर्गा यदि घोड़े पर सवार होकर आ रही है, तो ये एक चेतावनी है। उनके रास्ते में आने वाली हर चीज विनाश का शिकार होगी साथ ही मां दुर्गा की घोड़े की सवारी देश में आंधी-तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाएं आने, गृह युद्ध और सत्ता में उथल-पुथल के संकेत भी देती है।
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मां के प्रस्थान के वाहन हैं अलग
मां अलग वाहनों के जरिए धरती से प्रस्थान करती हैं। इस श्लोक के जरिए समझाया गया है -
शशि सूर्य दिने यदि सा विजया महिषागमने रुज शोककरा।
शनि भौमदिने यदि सा विजया चरणायुध यानि करी विकला।।
बुधशुक्र दिने यदि सा विजया गजवाहन गा शुभ वृष्टिकरा।
सुरराजगुरौ यदि सा विजया नरवाहन गा शुभ सौख्य करा॥
यानी रविवार या सोमवार को देवी मां भैंसे की सवारी से प्रस्थान करती हैं तो देश में रोग और शोक बढ़ता है।
शनिवार या मंगलवार को देवी मां मुर्गे पर सवार होकर जाती हैं तो जनता में दुख और कष्ट बढ़ता है।
बुधवार या शुक्रवार को देवी मां हाथी पर सवार होकर विदा लेती हैं तो ज्यादा बारिश ज्यादा होती है।
गुरुवार को मां दुर्गा मनुष्य की सवारी से जाती हैं और इसका तात्पर्य ये हुआ कि मनुष्यता बढ़ेगी, सुख शांति बनी रहेगी।
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चैत्र घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
इस साल चैत्र घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल 2022, शनिवार की सुबह 06:22 बजे से 08:31 मिनट तक रहेगा। यानी कि कुल अवधि 02 घण्टे 09 मिनट की रहेगी. इसके अलावा घटस्थापना को अभिजित मुहूर्त दोपहर 12:08 बजे से 12:57 बजे तक रहेगा। वहीं प्रतिपदा तिथि 1 अप्रैल 2022 को सुबह 11:53 बजे से शुरू होगी और 2 अप्रैल 2022 को सुबह 11:58 पर खत्‍म होगी।
ऐसे करें कलश स्थापना
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन सुबह जल्‍दी उठकर स्‍नान करके साफ कपड़े पहन लें। इसके बाद घर के मंदिर की साफ-सफाई करके जिस जगह पर कलस्‍थापना करना है, वहां गंगाजल छिड़कें। फिर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर थोड़े चावल रखें। एक मिट्टी के पात्र में जौ बो दें। इस पात्र पर जल से भरा हुआ कलश स्थापित करें. कलश पर स्वास्तिक बनाकर इस पर कलावा बांधें। कलश में चारों ओर अशोक के पत्‍ते लगाएं. फिर कलश में साबुत सुपारी, सिक्का और अक्षत डालें और एक नारियल पर चुनरी लपेटकर कलावा से बांधें। फिर इस नारियल को कलश के ऊपर पर रखते हुए देवी दुर्गा का आहवाहन करें। इसके बाद दीप जलाकर कलश की पूजा करें। ध्‍यान रखें कि कलश सोना, चांदी, तांबा, पीतल या मिट्टी का ही हो। कलश स्‍टील सा किसी अन्‍य अशुद्ध धातु का नहीं होना चाहिए।

देवी मां के वाहन और उनके संकेत

पालकी (Palanquin)- शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि जब मां दुर्गा डोली पर सवार होकर आती हैं राजनैतिक उथल-पुथल की स्थिति बनती है. दुर्गा मां की इस सवारी में पालकी को चार लोग ले जाते हुए दिखाई देते हैं. इसका अर्थ है कि एक महामारी या प्रकोप की स्थिति है. इस वाहन पर मां दुर्गा के आगमन या प्रस्थान के संकेत को समझें तो जब तक मनुष्य एक-दूसरे की मदद नहीं करते और एकजुट नहीं होते, तब तक आने वाली महामारी से वे जूझते रहेंगे और जीवन की यात्रा कठिन होगी.
हाथी (Elephant)- यह शांति और समृद्धि का संकेत देता है, इसलिए मां दुर्गा का इस वाहन पर आगमन या प्रस्थान का मतलब है कि वे आपके जीवन को अच्छे कर्मों, आशीर्वाद, आपकी मेहनत और खुशियों से भर देंगी.

नाव (Boat)- नाव जल परिवहन का प्रतीक है. यह बाढ़ और अच्छी फसल दोनों का प्रतिनिधित्व करता है. मां दुर्गा के नाव पर आने का मतलब है कि वे आपकी हर इच्छा पूरी करेंगी.

घोड़ा (Horse) - घोड़ा विनाश का प्रतिनिधित्व करता है. इसका मतलब है कि देवी दुर्गा यदि घोड़े पर सवार होकर आ रही है, तो ये एक चेतावनी है. उनके रास्ते में आने वाली हर चीज विनाश का शिकार होगी. साथ ही मां दुर्गा की घोड़े की सवारी देश में आंधी-तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाएं आने, गृह युद्ध और सत्ता में उथल-पुथल के संकेत भी देती है।

पहले दिन ट्रेड यूनियंस की हड़ताल का मिलाजुला असरकर्मचारियों ने कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन कर जताया रोष, सड़कों पर दौड़ी...
28/03/2022

पहले दिन ट्रेड यूनियंस की हड़ताल का मिलाजुला असर
कर्मचारियों ने कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन कर जताया रोष, सड़कों पर दौड़ी बसें

कैथल में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन गुहला में की सड़क जाम
नरेश भारद्वाज
कैथल। देशभर की दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, बैंक, बीमा और ऑल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट एम्पलाइज फेडरेशन एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन हड़ताल मिला जुला असर देखने को मिला। अधिकतर संस्थानों पर हड़ताल फ्लाप रही जबकि कई संस्थानों में कर्मचारियों ने काम नहीं किया। निजीकरण हटाओ-देश बचाओ के नारे लगाते हुए कर्मचारी सडक़ों पर उतरे। इससे पूर्व हड़ताली कर्मचारियों ने जवाहर पार्क कैथल में विशाल सभा की। इसकी अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान जरनैल सिंह, नरेश रोहेड़ा सीटू, प्रवेश मोर बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन, रामकली जनवादी महिला समिति ने संयुक्त रूप से की। जबकि मंच संचालन रामपाल शर्मा ने किया। हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते सर्व कर्मचारी संघ के शिवचरण, ओमपाल भाल व सतबीर गोयत, आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स यूनियन के राज्य महासचिव शकुंतला व जमीला, सीटू जिला सचिव कॉमरेड प्रेम चंद, किसान सभा के नेता सुखपाल सिंह, हेल्थ मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के राज्य प्रधान अमित बूरा, विद्यालय अध्यापक संघ के ब्लॉक प्रधान कृष्ण आर्य, आदि ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कर्मचारियों और मजदूरों की मुख्य मांगों में राजस्थान सरकार की तर्ज पर एक जनवरी 2006 के बाद से लगे सभी कर्मचारियों के लिए पुरानी पैंशन नीति को बहाल करना, निजीकरण व ठेकाप्रथा को बंद करके सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को नियमित करना, पक्के होने तक समान काम के लिए समान वेतनमान लागू करना उनकी मांग है। इसी प्रकार बर्खास्त किए गए पीटीआई एवं ड्राईंग अध्यापकों को बहाल करना, आबादी के अनुपात में नए पड़ स्वीकृत करके खाली पड़े पदों पर स्थायी भर्ती करना, लेबर कोड बिल, बिजली बिल और नयी शिक्षा नीति को रदद् करना, एमएसपी कानून बनाने तथा सम्पत्ति क्षति पूर्ति कानून, एस्मा और 311 (2बी) जैसे काले एवं जनता विरोधी कानूनों को निरस्त करना उनकी मुख्य मांग है।
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88 में से 66 बसें चली सड़कों पर
रोडवेज की बात करें तो यहां सुबह 3 बजे ही रोडवेज के जीएम ने बस अड्डा पर आकर मोर्चा थाम लिया था। बस अड्डा पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। स्वयं डीएसपी आशीष चौधरी ने बस अड्डा पर अपनी टीम के साथ तैनात थे। रोडवेज के जीएम अजय गर्ग ने बताय कि उन्होंने हड़ताल को देखते हुए 25 बसों को पहले ही पुलिस लाईन में खड़ा कर रखा था। पूर्व में सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि यात्रियों के हिसाब से बसे चलाई जा रही है। प्राइवेट बसें भी लगातार सडक़ों पर दौड़ रही है। रोडवेज की 83 बसों में से 66 बसें सडक़ों पर दौड़ी। बैंकों में मिला जुला असर देखने को मिला। बैंक तो खुले रहे लेकिन कहीं काम हुआ तो कही ग्राहक बैरंग लौटे। इसी प्रकार बैंकों के एटीएम में पहले से ही खूब पैसे डाल दिए गए थे ताकि ग्राहकों को कोई परेशानी न हो। बिजली विभाग में ग्राहक बिल भरते देखे गए। जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर थे लेकिन उन्हें सुबह लोगों के लिए पानी की सप्लाई छोड़ी। स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो वहां मरीजों को ओपीड़ी में परेशानी हुई। नगर परिषद कार्यालय के बाहर कर्मचारी हड़ताल पर थे। वहां लोगों के अधिकतर काम नहीं हुए।
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गुहला चीका व सीवन में किया कर्मचारियों ने प्रदर्शन
गुहला चीका/सीवन। ट्रेड यूनियन के सभी संगठनों द्वारा घोषित राष्ट्रव्यापी हड़ताल में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, सीटू एवं संयुक्त किसान मोर्चा के साथिओं ने भारी संख्या मे भाग ले हड़ताल को सफल बनाया। सर्व कर्मचारी संघ ब्लॉक प्रधान गुहला बलजिंदर सीड़ा की अध्यक्षता में देवी लाल पार्क चीका में सभी विभागों के कर्मचारियों व अन्य समाजिक संगठनों ने इकठ्ठा हो बैठक का आयोजन किया । मंच संचालन ब्लॉक सचिव पवन शर्मा ने किया। बैठक मे सभी विभागों के कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और शहीद उधम सिंह चौक पर प्रदर्शन करते निजीकरण व सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कुछ देर के चौक को जाम कर दिया। देश की दस केन्द्रीय ट्रेड यूनियन, बैंक, बीमा व केन्द्र एवं राज्य कर्मचारियों की फेडरेशनों ने मिलकर केन्द्र सरकार की नव उदारीकरण की नीतियों के खिलाफ 28 व 29 मार्च को दो दिन की संयुक्त हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल में बिजली विभाग सीवन की शाखा में कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किया गया। इस हड़ताल में सभी विभागों के कर्मचारी शामिल हुए। हड़ताल में शामिल हुए सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखते हुए हड़ताल का समर्थन किया। इस अवसर पर कॉपरेटिव बैंक से सुरेश वर्मा, जन स्वास्थ्य विभाग से राधा कृष्ण, शिक्षा विभाग क्लास 4 से बलकार मलिकपुर, अध्यापक संघ से ब्लाक सचिव गोपाल दास, प्रधान रामफल, स्वास्थ्य विभाग से जोगिन्द्र कुमार, रणबीर मलिक, बिजली बोर्ड से मलकीत सिंह, रोशन व प्रदीप मोगा, किसान मजदूर संघ से सुरेन्द्र सिंह कामरेड, सीटू से डा. विक्रम व रिटायर कर्मचारी संघ से जय प्रकाश शास्त्री मौजूद रहे। उपस्थित सभी कर्मचारियों ने सरकार की किसान, मजदूर, व कर्मचारियों के खिलाफ नीतियों का विरोध किया और अपनी अपनी बात रखी। इस अवसर पर ओम प्रकाश, पारस, प्रीतम सिंह, शीनू बेनीवाल व रामचन्द्र भी उपस्थित थे।

नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े भंडारे व मूर्ति स्थापना कार्यक्रम का समापनहेलीकॉप्टर ने आसमान से बरसाए फूल, साधु संत हुए विदा2...
28/03/2022

नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े भंडारे व मूर्ति स्थापना कार्यक्रम का समापन
हेलीकॉप्टर ने आसमान से बरसाए फूल, साधु संत हुए विदा
2 दिन के विशाल भंडारे में 70 हजार लोगों ने किया भोजन
नाथ संप्रदाय के साधुओं ने परंपरा के अनुसार योगी बालक नाथ को किया गद्दी नशीन
नरेश भारद्वाज
कैथल। कैलरम गांव में सोमवार को नाथ संप्रदाय के 10 दिन के कार्यक्रम का समापन हो गया 10 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में गांव कैलरम व तितरम के लोगों ने उत्साह से हिस्सा लिया। दोनों गांव के लोगों ने 10 दिनों तक नाथ संप्रदाय के डेरा व पंचायत द्वारा लागू की गई शराबबंदी व ताश बंदी का पूर्ण रुप से पालन किया। समापन से पूर्व गांव की महिलाएं व युवक गलियों की सफाई कर पानी का छिड़काव करते नजर आए। पूरे गांव की गलियों को भगवां रंग के झंडों से सजाया गया था और गांव का हर छोटा बड़ा अपने सर पर भगवां साफा बांधे हुए था। रविवार को गांव में बाबा ठंडू नाथ की याद में शंख ढाल का भंडारा हुआ था जिसमें 2 दिनों तक 70 हजार से अधिक लोगों ने भोजन ग्रहण किया। गांव कैलरम के श्री सिद्ध बाबा ठंडू नाथ डेरे में तीन दिवस महासम्मेलन का की शुरुआत शनिवार से हुई थी और सोमवार को उसका समापन हो गया। सम्मेलन में संत समाज के चारों पंथों के देशभर से पांच हजार से ज्यादा साधुओं ने हिस्सा लिया। पटियाला से कार्यक्रम में पधारे नाथ संप्रदाय के संत महंत योगी विजयनाथ ने बताया कि 18 मार्च से गांव में महारुद्र यज्ञ शुरू हुआ था। जिस का समापन 28 मार्च को हुआ। नाथ संप्रदाय में किसी संत के महानिर्वाण के उपलक्ष्य में आयोजित किए गए भंडारे को 8 मान व शंख ढाल का भंडारा कहा जाता है। उन्होंने बताया कि शनिवार व रविवार को गांव तितरम व कैलरम के लोगों ने परिवार सहित भंडारे में भोजन ग्रहण किया। किसी भी घर में भोजन नहीं बना। गांव के लोगों ने सुबह और शाम का दूध भी भंडारे में ही दान किया। गांव में 11 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में कैलरम के सरपंच पवन, सत्तु पवार, विक्रम कुंडू, फूल कुमार डीपी, बसाऊ शर्मा, चांदी राम कुंडू, होशियार सिंह पुनिया, नरेश यादव, बिंदर कुंडू, सुभाष पहलवान, राजबीर कुंडू, मोनू कुंडु, शुखबीर कुंडु, रमेश बुरा, पूर्व पार्षद पूर्ण चंद शर्मा, बलदेव सरपंच तितरम, एएसआई रघुबीर सिंह कुंडु, सत्ता राम कश्यप, पवन सरपंच कैलरम सेवा की।
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हेलीकॉप्टर ने के कैलरम व तितरम गांव पर बरसाए फूल
सोमवार को डेरा बाबा ठंडू नाथ की ओर से दोनों गांव पर फूल बरसाने के लिए विशेष रूप से हेलीकॉप्टर मंगवाया गया। हेलीकॉप्टर में योगी बालक नाथ जी व विजय नाथ जी के अतिरिक्त दूसरे संत सवार हुए। हेलीकॉप्टर में कोलकाता से मंगवाए गए फूल व स्थानीय फूलों को रखा गया। हेलीकॉप्टर में गांव के कैलरम से उड़ान भरी। कोलकाता से पहुंचे महंत योगी विजय नाथ ने बताया कि हेलीकॉप्टर से दोनों गांव पर फूल बरसाने का मकसद यह है कि दोनों गांव इतने बड़े आयोजन के लिए साधुवाद के पात्र हैं। दोनों गांव पर फूल बरसा कर साधुओं ने गांव वासियों के लिए सुख समृद्धि की कामना की। यह आयोजन लोगों का धन्यवाद भी था और उन्हें आशीर्वाद देना भी था। जैसे ही सुबह हेलीकॉप्टर गांव में पहुंचा तो इसकी खबर दूर-दूर तक फैल गई। कई गांव के महिला पुरुष व युवा हेलीकॉप्टर को देखने के लिए गांव में पहुंचे। हेलीकॉप्टर को उतारने के लिए गांव के बाहर विशेष रुप से हेलीपैड बनाया गया था।
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योगी बालक नाथ हुए गद्दी नशीन, डेरे की संभाली कमान
समापन अवसर पर अब तक डेरे का संचालन कुशल पूर्वक कर रहे महंत योगी बालक नाथ जी को नाथ संप्रदाय के संतों ने विधि के अनुसार डेरे की गद्दी पर बिठाया। सोमवार सुबह 11 दिनों तक चल रहे महारुद्र यज्ञ में पूर्णाहुति डाली गई। इसके बाद नाथ संप्रदाय 12 के महंत योगी कृष्ण नाथ, 18 के मंहत सेवा नाथ जी महाराज, पीर रामनाथ जी उज्जैन, पीर भयंकर नाथ जी कर्नाटका, सतलाई नाथ जी महाराज अहमदाबाद, महेश नाथ जी बलबेहड़ा, जोगिंदर नाथ जी व सोमवार नाथ ने नाथ संप्रदाय की परंपरा के अनुसार अब तक डेरे का संचालन कर रहे योगी बालक नाथ को महंत के तौर पर गद्दी नशीन किया। महंत पीर विजय नाथ ने बताया कि डेरे की कमान अब तक महंत बालक नाथ जी ही संभाल रहे थे। लेकिन विधिवत उन्हें नाथ संप्रदाय की परंपराओं के अनुसार सोमवार को गद्दी नशीन किया गया। गांव कैलरम, तितरम पीतम व आस-पास के गांव में पूरे कार्यक्रम का लाइव प्रसारण छायाकार सुभाष कुंडू ने किया। लोगों ने भंडारे के टेंट में बैठकर स्क्रीन पर कार्यक्रम को लाइव देखा। कार्यक्रम के समापन पर दूरदराज से आए साधुओं को डेरे की ओर से सम्मानित किया गया और उन्हें परंपरा के अनुसार उपहार देकर विदा किया गया।

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