14/12/2022
🌞
*आंखे कितनी भी छोटी क्यो ना हो !!*
*ताकत तो उसमे सारा*
*आसमान देखने*
*की होती है*
*ज़िन्दगी एक हसीन*
*ख़्वाब है ,, ,, जिसमें जीने*
*की चाहत होनी चाहिये*
*ग़म खुद ही ख़ुशी*
*में बदल जायेंगे*
*सिर्फ*
*मुस्कुराने*
*की*
*आदत*
*होनी चाहिये !
🙏🌺जय। श्री राम🌺🙏