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सरकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं राजीव युवा मितानदेश को समृद्ध बनाने में युवाओं की भूमि...
12/07/2023

सरकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं राजीव युवा मितान

देश को समृद्ध बनाने में युवाओं की भूमिका अहम मानी जाती है। युवाओं की क्षमता का बेहतर इस्तेमाल किया जाए तो वह राज्य तेजी से आगे बढ़ने लगता है। युवाओं को राज्य के विकास में भागीदार बनाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल के मार्गदर्शन में राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया गया, ताकि युवा क्लब से जुड़कर राज्य के विकास में अपनी सक्रिय भूमिका निभा सके। राजीव युवा मितान क्लब के गठन की घोषणा मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा 12 जनवरी 2020 को राज्य युवा महोत्सव के अवसर पर की गई थी। इस योजना का विधिवत शुभारंभ 18 सितंबर 2021 को किया गया।

रीपा की सेवा गतिविधियों में आंकांक्षी जिला दंतेवाड़ा प्रथम और कांकेर दूसरे स्थान परछत्तीसगढ़ सरकार की रीपा योजना वास्तव मे...
12/07/2023

रीपा की सेवा गतिविधियों में आंकांक्षी जिला दंतेवाड़ा प्रथम और कांकेर दूसरे स्थान पर

छत्तीसगढ़ सरकार की रीपा योजना वास्तव में सुराजी गांव योजना के तहत गांवों में निर्मित गौठान में संचालित आयमूलक गतिविधियां का प्रमुख केन्द्र है। रीपा केन्द्रों में विभिन्न गतिविधियों संचालित की जा रही है। सेवा गतिविधियों में राज्य के आकांक्षी जिला दंतेवाड़ा प्रथम और कांकेर द्वितीय स्थान पर है।
गौठानों में रीपा के माध्यम से आयमूलक गतिविधियों के संचालन के लिए शासन द्वारा आधारभूत संरचनाएं एवं संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे समूह की महिलाओं एवं ग्रामीणों को स्व-रोजगार की गतिविधियों के संचालन में मदद मिल रही है। रीपा में काम करने के पूर्व उद्यमियों को शासन द्वारा गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है।इसके साथ ही रीपा केंद्रों में संचालित गतिविधियों का सतत् निरीक्षण भी किया जा रहा है।

विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बड़ा फेरबदल हुआ है। आलाकमान ने मोहन मरकाम को हटाकर सांसद दीपक बैज को नया...
12/07/2023

विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बड़ा फेरबदल हुआ है। आलाकमान ने मोहन मरकाम को हटाकर सांसद दीपक बैज को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है।

जिला छोटा हुआ, प्रशासनिक कसावट लाकर आम जनता को लाभ पहुंचाएं अधिकारी : मुख्यमंत्री नवीन जिलों के गठन के साथ राजनांदगांव ज...
13/11/2022

जिला छोटा हुआ, प्रशासनिक कसावट लाकर आम जनता को लाभ पहुंचाएं अधिकारी : मुख्यमंत्री
नवीन जिलों के गठन के साथ राजनांदगांव जिले का क्षेत्रफल छोटा हुआ है, जिससे प्रशासनिक कसावट लाकर निचले स्तर पर आम जनता को शासन की योजनाओं का लाभ अधिकारियों द्वारा दिया जाना सुनिश्चित होना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान आज डोंगरगांव में अधिकारियों की समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिले के छोटे होने से अधिकारी अपने कार्यों की सतत मॉनिटरिंग और क्रियान्वयन बेहतर तरीके से कर सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों से 1 नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी को लेकर चर्चा की जिसमें उन्होंने धान खरीदी को चुनौतीपूर्ण बताते हुए संबंधित अधिकारियों को धान की खरीदी से लेकर उसके उठाओ के नियमित प्रबंधन के लिए सफल कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए, इसके साथ ही उन्होंने पैरादान के लिए संबंधित अधिकारियों को सही तरीके से प्रचार-प्रसार कर, ज्यादा से ज्यादा पैरा इकट्ठा करने के निर्देश दिए ताकि पर्यावरण को सुरक्षित करने के साथ-साथ पशुधन के लिए चारे की व्यवस्था हो सकेगी। सड़कों की स्थिति को लेकर भी उन्हें पीडब्ल्यूडी के अभियंता से जानकारी मांगी और दिसंबर तक मरम्मत और नवीन सड़क से संबंधित सभी कार्य को पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया और इसे प्राथमिकता की श्रेणी में रखने के लिए कहा। अवैध शराब को लेकर मिलने वाली शिकायत पर भी मुख्यमंत्री काफी सख्त दिखाई दिए जिसमें उन्होंने आबकारी अधिकारी को क्षेत्र के अंदरूनी स्थानों पर सतत मॉनिटरिंग कर विधिपूर्ण कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और राजस्व संबंधी मामलों में बेहतर स्थिति निर्मित करने के लिए और छोटी से छोटी शिकायतों को भी गंभीरता से लेने और उसका निराकरण करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिव महापुराण कथा में शामिल हुए, प्रदेश की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त कियामुख्यमंत्री भूपेश ब...
13/11/2022

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिव महापुराण कथा में शामिल हुए, प्रदेश की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त किया

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित दही हांडी मैदान, गुढ़ियारी में आयोजित शिव महापुराण कथा में शामिल हुए । उन्होंने व्यासपीठ को प्रणाम करते हुए कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को नमन किया और प्रदेश की सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त किया।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने हर हर महादेव का जयकारा लगाते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं से कहा कि आप सभी पिछले एक सप्ताह से बहुत अच्छा शिवकथा महापुराण सुन रहे हैं । यहाँ लाखों लोग रोज आ रहे हैं, मैं आप सब को नमन करता हूं । उन्होंने कहा कि आप सभी देवाधिदेव महादेव के बारे में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी से कथा श्रवण कर रहे हैं । महादेव सबसे बड़े अवघड़ दानी, ज्ञानी और ध्यानी हैं । महादेव ने ही दुनिया में सबसे पहले विवाह नाम की संस्था को स्थापित किया, सबसे पहले संगीत की रचना की और सबसे पहले नृत्य की रचना की, जिनके तांडव नृत्य से हम सभी बखूबी परिचित हैं ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान शिव सभी दिशाओं में स्थित हैं भगवान राम ने जहां उत्तर से दक्षिण की ओर यात्रा की, भगवान कृष्ण ने उत्तर से पश्चिम की ओर यात्रा की है परंतु एकमात्र शिव देश के हर प्रत्येक कोने में विराजमान हैं । गांव गांव में शिव विराजमान है कोई उन्हें शिव कहते हैं, कोई शंकर, कोई महादेव, कोई बूढ़ादेव तो कोई बड़ा देव लेकिन प्रत्येक रूप में शिव की ही पूजा करते हैं । बिना शिव के ना तो राम की कथा हो सकती है और ना ही कृष्ण की । शिव के बिना किसी का गुजारा संभव नहीं है, इसीलिए आज कथा सुनने लाखों की तादाद में आप सभी यहां उपस्थित हैं ।

श्री बघेल ने कहा कि भगवान शिव के हाथों में जहां डमरु है, त्रिशूल है, वहीं गले में सर्प की माला और नंदी का भी विशेष स्थान है । मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि यह दुखद है कि नंदी को आज आवारा पशु के रूप में छोड़ दिया जाता है, गाय दूध देती है इसलिए उसका पालन किया जाता है । हमारी छत्तीसगढ़ सरकार ने गाय और बैल दोनों के जतन का जिम्मा उठाया है । वर्तमान समय में जहाँ पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा जैसे राज्यों में पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होने की समस्या रहती है, वहीं छत्तीसगढ़ में हमने लोगों से पैरा दान करने की अपील की है ताकि पर्यावरण प्रदूषित भी न हो और आवारा मवेशियों को गौठानों की सहायता से चारा की उपलब्धता बनी रहे ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में पैरा दान का अभियान चल रहा है जिससे प्रदूषण में रोकथाम होगी और मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था होगी । कथा सुनने आये लोग अपने सामर्थ्य अनुसार धन और धान का दान करते हैं, माताएं जिनकी बेटियाँ हैं वह कन्यादान करती हैं कन्या दान सबसे बड़ा दान है । हमारी सरकार ने किसानों से पैरा दान की अपील की है और सड़क पर घूमने वाले मवेशियों से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए प्रदेश भर में गौठान भी बना रहे हैं । पूरे देश में छत्तीसगढ़ सरकार एकमात्र ऐसी सरकार है जो 2 रुपये किलो की दर से गोबर की और 4 रुपये प्रति लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदी कर रही । हमारी सरकार ने योजना के तहत अब तक 89 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की है, जिससे 20 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का निर्माण किया जा चुका है । अब हमारा प्रदेश जैविक खेती की ओर अग्रसर हो चुका है, आने वाले वर्षों में यह प्रदेश ऑर्गेनिक स्टेट के रूप में जाना जाएगा । जिससे फसल बचेगा और अनाज शुद्ध भी होगा, जिससे बीपी शुगर जैसी बीमारियों से बचना सम्भव हो सकेगा ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार श्री राम वनगमन परिपथ के अंतर्गत प्रदेश में भगवान श्रीराम से सम्बंधित स्थलों का विकास कर रही है । जिसके तहत प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ में स्थित एकमात्र कौशल्या माता का मंदिर जीर्णोद्धार किया गया, अब प्रत्येक शनिवार और रविवार को वहाँ लाखों की संख्या में श्रद्धालु आने लगे हैं । इसी क्रम में गत वर्ष शिवरीनारायण मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया, वहां महानदी के किनारे 51 फीट ऊंची श्री राम की प्रतिमा स्थापित की गई है और इस वर्ष छत्तीसगढ़ सरकार ने योजना में राजिम का चयन किया है, जिसके अंतर्गत वहां आने वाले साधु जनों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों, अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के ठहरने के लिए स्थाई टेंट का निर्माण और वर्ष भर चलने वाले विभिन्न आयोजनों के लिए 55 एकड़ जमीन चिन्हांकित कर विकसित की जा रही है ।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का रंगारंग समापनतीसरे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में देश-विदेश के कलाकारों ने एक सा...
04/11/2022

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का रंगारंग समापन
तीसरे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में देश-विदेश के कलाकारों ने एक साथ मंच साझा किया। तीन दिवसीय महोत्सव में बड़ी संख्या में आदिवासी कलाकारों ने अपनी कला और संस्कृति को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। फसल कटाई की श्रेणी में प्रथम स्थान पर छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य को, दूसरे स्थान पर ओडिशा के ढेंगसा नृत्य को और तीसरे स्थान पर हिमाचल प्रदेश के गद्दी नृत्य को पुरस्कृत किया गया। तो वहीं विवाह संस्कार एवं अन्य श्रेणी में पहला स्थान सिक्किम को, दूसरा स्थान ओडिशा को और तीसरा स्थान झारखंड को मिला। विशेष ज्यूरी सांत्वना सम्मान असम और गुजरात को मिला। इसके अलावा विदेश से आये कलाकारों का भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सम्मान किया।

पुरुस्कार वितरण के बाद देश के साथ-साथ विदेशों से आये कलाकारों का नृत्य हुआ। आदिवासी कलाकारों ने अपनी संस्कृति और लोक नृत्य की झलक पेश की है। छत्तीसगढ़ में गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। गुलाबी ठंड के बीच राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में आए लोग देर रात तक जमे रहे हैं। गीत, संगीत और नृत्य ने अतिथियों को कार्यक्रम में डटे रहने के लिए मजबूर किया। आदिवासी कलाकारों ने नृत्य के जरिए पूरे कार्यक्रम में समां बांध दिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने कार्यक्रम का लुत्फ उठाया है। इस दौरान देश-विदेश से आए आदिवासी कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी है। रसियन दल ने वरेन्का नृत्य के साथ शानदार शुरुआत की, इस नृत्य के जरिए रूसी संस्कृति को प्रस्तुत किया गया। रशियन कलाकारों ने गालिया और कोसेंग सूट नृत्य की प्रस्तुति दी। कोसेंग नृत्य विजय के बाद अपनी परंपरा और शौर्य को दर्शाने के लिए किया जाता है। रशियन कलाकारों ने प्रेम, संगीत, परिधान और परंपरा चारो एक ही डांस में और शारीरिक संतुलन का अद्भूत प्रदर्शन किए। आदिवासी नृत्य महोत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सिक्किम के कलाकारों द्वारा तमांग सेलो नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गयी। पारंपरिक अवसर और अनुष्ठानों में किये जाने वाले इस नृत्य से दर्शकों में उत्साह भर दिया। टोगो से आये कलाकारों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर अनोखी प्रस्तुति दी। फसल कटाई के अवसर पर किए जाने वाले श्रेणी में छत्तीसगढ़ के जिस नृत्य दल को करमा नृत्य को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ उसकी प्रस्तुति देखकर दर्शको में उत्साह दिखा। फ्यूज़न डांस में देश-विदेश के कलाकारों के साथ संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत के साथ साथ जनप्रतिनिधियों ने बस्तरिया और छत्तीसगढ़िया गाना में जमकर नाचे।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में करीब 4 हजार किलोमीटर दूर सर्बिया से आये कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नृत्य कौशल को देख दर्शक काफी उत्साहित हूये। सर्बिया के कलाकार ट्रेडिशनल डांस का प्रदर्शन किए। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2022 में अंतिम प्रस्तुति के रूप में मोजांबिक के कलाकार अपनी सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति दी।

छत्तीसगढ़ में हो रहा आदिवासी, दलित और पिछड़े लोगों को आगे बढ़ाने का काम : सोरेनझारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है...
04/11/2022

छत्तीसगढ़ में हो रहा आदिवासी, दलित और पिछड़े लोगों को आगे बढ़ाने का काम : सोरेन
झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री बघेल राज्य में ऐसे वर्ग को आगे बढ़ा रहे हैं जिनका सदियों से शोषण हुआ है। उनकी सरकार आदिवासी, दलित और पिछड़े लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही सबके विकास के लिए कार्य कर रही है। मुझे इस मंच में आकर गौरव महसूस हो रहा है। हेमंत सोरेन राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव के समापन समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित कर रहे थे।

झारखंड के मुख्यमंत्री सोरेन ने आगे कहा कि झारखंड और छत्तीसगढ़ में इतनी समानता है कि दोनों राज्यों के कई ऐसे क्षेत्र है। जहां पता लगाना मुश्किल है कि यह क्षेत्र दोनों राज्यों में से किस राज्य का है। वास्तव में झारखंड और छत्तीसगढ़ दोनों भाई है। दोनों राज्य के लोगों के राज्यों के लोगों का एक-दूसरे के राज्य में आना-जाना लगा रहता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री बघेल राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के माध्यम से पूरे देश और दुनिया में आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं, जो सदियों से संघर्ष कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष में इसी आयोजन में शामिल होने रायपुर आया था। यहीं की प्रेरणा से झारखंड में विश्व आदिवासी दिवस मनाया, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी शिरकत की थी। श्री सोरेन कहा कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के जरिए यह संदेश देने का भी सफल प्रयास किया गया है कि जब तक सभी वर्गों का विकास नहीं होता तब तक देश का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता।

धनतरेस की आपको और आपके परिवार को बहुत-बहुत शुभकामनाएं
22/10/2022

धनतरेस की आपको और आपके परिवार को बहुत-बहुत शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम साराडीह में महानदी के तट पर बने शिव मंदिर का किया दर्शनमुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज भेंट मु...
18/10/2022

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम साराडीह में महानदी के तट पर बने शिव मंदिर का किया दर्शन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज भेंट मुलाकात के लिए नवगठित सक्ति जिले के चंद्रपुर विधानसभा में डभरा विकासखंड के ग्राम साराडीह पहुंचे। यहां उन्होंने महानदी के तट पर स्थित शिव मंदिर के दर्शन किए। उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, चंद्रपुर विधायक श्री रामकुमार यादव सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। शिव मंदिर का निर्माण सन 1991-92 में नव युवक संघ द्वारा किया गया था। मकर सक्रांति में यहां भव्य मेला लगता है। शिव मंदिर में पुजारीद्वय चुलेश्वर तिवारी और डिलेश्वर तिवारी ने विधि विधान से पूजा अर्चना करवाई।

कृषि विकास के लिए हो रहे अनुसंधान का लाभ सभी किसानों को मिलना चाहिए: राज्यपालछत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा ह...
18/10/2022

कृषि विकास के लिए हो रहे अनुसंधान का लाभ सभी किसानों को मिलना चाहिए: राज्यपाल
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा है कि विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा अनुसंधान संस्थानों में हो रहे अनुसंधान कार्यों का लाभ किसानों तथा आम जनता को मिलना चाहिए, तभी उनकी सार्थकता है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित नवीन कृषि प्रौद्योगिकी, नवीन फसल प्रजातियों, कृषि यंत्रों एवं अन्य अनुसंधानों से छत्तीसगढ़ के किसान लाभान्वित हो रहे हैं और निरंतर विकास की राह पर बढ़ रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि कृषि विकास के लिए कृषि अनुसंधान का लाभ फील्ड स्तर पर सभी किसानों को अवश्य मिलना चाहिए। नई तकनीकों, उन्नत प्रजाति के फसलों एवं नवीन कृषि उपकरणों की पहुंच उन तक होनी चाहिए। ऐसे में नवीन कृषि अनुसंधानों एवं प्रौद्योगिकी को किसानों एवं आम जनता तक पहुंचाने में एग्री कार्नीवाल जैसे आयोजनों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
राज्यपाल सुश्री उइके आज यहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा राज्य शासन के कृषि विभाग, छत्तीसगढ़ बायोटेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसायटी, अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, मनीला (फिलीपींस), राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), कंसल्टेटिव ग्रुप ऑफ इन्टरनेशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च, कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा), एनएबीएल तथा अन्य संस्थाओं के सहयोग से आयोजित पांच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई ‘‘एग्री कार्नीवाल 2022’’ के समापन समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रही थी। उन्होंने इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित अनुसंधान गतिविधियों का जायजा भी लिया।

विधानसभा उपाध्यक्ष और विधायक मनोज मंडावी नहीं रहे, पीसीसी ने जताया शोकविधानसभा उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर के विधायक मनोज...
16/10/2022

विधानसभा उपाध्यक्ष और विधायक मनोज मंडावी नहीं रहे, पीसीसी ने जताया शोक
विधानसभा उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर के विधायक मनोज मंडावी का निधन हो गया. बीती रात वह धमतरी के सर्किट हाउस में ठहरे थे. बेचैनी और सीने में तकलीफ के बाद डॉक्टरों को बुलाया गया. प्रारम्भिक जांच में ही डॉक्टरों ने उनके निधन होने की पुष्टि कर दी. मंडावी का निधन हार्ट अटैक से होना बताया जा रहा है.

पीसीसी चीफ समेत कार्यकारिणी ने जताया शोक

विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन पर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम और उनकी पूरी कार्यकारिणी ने शोक जताया है. मोहन मरकाम ने गहरा दुख जताते हुए उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धाजंली अर्पित की. मरकाम ने कहा कि उनके निधन से कांग्रेस ने असीम सम्भावनाओ से भरा अपना कर्मठ नेता खो दिया. वे आदिवासी समाज की मजबूत आवाज थे. उनका इस तरह जाना हृदय विदारक है. ईश्वर उनके परिजनों को इस वज्राघात को सहने की शक्ति दे. प्रदेश प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला ने भी मंडावी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की.

ग्लोबल ट्राइबल कॉन्क्लेव 2022 में शामिल हुई राज्यपाल देश विदेश से आए कलाकारों का किया सम्मान, कहा-छत्तीसगढ़ के जनजातियों...
14/10/2022

ग्लोबल ट्राइबल कॉन्क्लेव 2022 में शामिल हुई राज्यपाल देश विदेश से आए कलाकारों का किया सम्मान, कहा-छत्तीसगढ़ के जनजातियों की छिपी हुई नैसर्गिक सौंदर्यता को मिलेगी नई पहचान
राज्यपाल अनुसुईया उइके ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित ग्लोबल ट्राइबल कॉन्क्लेव में शामिल हुई। इस दौरान राज्यपाल उइके और अन्य अतिथियों ने आदि फाउंडेशन की पत्रिका का विमोचन किया। राज्यपाल उइके ने इस अवसर पर तंजानिया, ज़िम्बाम्बे सहित देश व प्रदेश के अन्य हिस्सों से आए कलाकारों को सम्मानित किया।
राज्यपाल उइके ने कार्यक्रम में शामिल होने देश-विदेश से आए कलाकारों का छत्तीसगढ़ में स्वागत व अभिवादन क़िया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की माटी में देश-विदेश के कलाकारों की उपस्थिति से यहां के युवाओं का उत्साह बढ़ेगा और छत्तीसगढ़ के जनजातियों की छिपी हुई नैसर्गिक सौंदर्यता को नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण एवं विश्वस्तर पर आदिवासियों के सांस्कृतिक आदान-प्रदान का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी क्रम में ट्राइबल क्वीन ग्लोबल-2022 का आयोजन एक महत्वपूर्ण और सराहनीय प्रयास है।

मुख्यमंत्री रेस्क्यू ऑपरेशन से सुरक्षित निकाले गए नन्हे राहुल के परिवार से मिलेमुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के सबसे बड़े...
14/10/2022

मुख्यमंत्री रेस्क्यू ऑपरेशन से सुरक्षित निकाले गए नन्हे राहुल के परिवार से मिले

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन से सुरक्षित निकाले गए नन्हे राहुल के गांव पिहरीद में घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने परिजनों से चर्चा के पूर्व उस बोर स्थल का भी निरीक्षण किया जहां राहुल को बचाने के लिए बड़ा गढ्ढा खोदा गया था। निरीक्षण के दौरान विधायक रामकुमार यादव भी उपस्थित रहे।

राहुल के पिता राम कुमार यादव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताया कि राहुल अभी रायपुर में रहकर पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री का साल श्री-फल भेंट कर स्वागत किया और राहुल को बचाने में मदद के लिए धन्यवाद दिया। मुलाकात के दौरान राहुल की माता गीता देवी ने भी मुख्यमंत्री से बातकर उनका आभार जताया।

गौरतलब है कि 10 जून को राहुल घर के पीछे बोरवेल के 80 फीट गहरे गड्ढे में गिर गया था। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसईसीएल, जिला व पुलिस प्रशासन के 500 लोगों ने 104 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन कर उसे बोरवेल के गड्ढे से निकाला था। राहुल को 5वें दिन 15 जून को बोरवेल से निकाला गया और उसे बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देशभर की निगाहें राहुल के स्वास्थ्य को लेकर लगी हुई थी, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल स्वयं इस ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी ले रहे थे।

सौ फीसद भरा है सिकासार, खारंग और मनियारी बांधइस साल बेहतर मानसून की वजह से राज्य के सिंचाई बांधों और जलाशयों में जलभराव ...
28/09/2022

सौ फीसद भरा है सिकासार, खारंग और मनियारी बांध

इस साल बेहतर मानसून की वजह से राज्य के सिंचाई बांधों और जलाशयों में जलभराव की स्थिति बीते दो सालों की तुलना में बेहतर है। राज्य की 12 वृहद सिंचाई परियोजनाओं में आज की स्थिति में 4756.670 एमसीएम जलभराव है, जो कि इनकी कुल जलभराव क्षमता का 88.81 प्रतिशत है। इसी तरह राज्य की कुल 34 मध्यम परियोजनाओं में 936.710 मिलियन एमसीएम जलभराव है, जो कि इनकी कुल जलभराव क्षमता का 93.25 प्रतिशत है। वर्ष 2020 में वृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में इसी अवधि में जलभराव की स्थिति क्रमशः 86.67 एवं 86.20 प्रतिशत थी, जबकि वर्ष 2021 में वृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में 86.44 तथा 80.79 प्रतिशत जलभराव था।
राज्य की 12 वृहद सिंचाई परियोजनाओं में शामिल सिकासार, खारंग और मनियारी जलाशय आज की स्थिति में लबालब हैं। मिनीमाता बांगो में 84.5 प्रतिशत तथा रविशंकर गंगरेल बांध में 93.35 प्रतिशत जलभराव है। बीते दो सालों से जलभराव की कमी से जूझ रहे बालोद जिला स्थित तांदुला जलाशय में इस साल स्थिति काफी बेहतर है, तांदुला जलाशय में वर्तमान में 93.64 प्रतिशत जलभराव है। कांकेर स्थित दुधावा और धमतरी जिले का मॉडल सिल्ली बांध भी लबालब होने की स्थिति में है। इन दोनों बांधों में आज की स्थिति में 99 प्रतिशत जलभराव है। सोंढूर डेम में 91.70 प्रतिशत, कोडार बांध में 66.48 प्रतिशत, केलो बैराज में 94.11 प्रतिशत पानी है। बड़े सिंचाई परियोजनाओं में से एकमात्र अरपा भैंसाझार बैराज में आज की स्थिति में 50 प्रतिशत से कम जलभराव है।
राज्य की मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में बालोद जिला स्थित खरखरा डेम, बस्तर जिले के कोसार टेडा बांध, कांकेर जिले के परालकोट एवं मायना डेम, कबीरधाम जिले के छीरपानी, सरोदा एवं बहेराखार, राजनांदगांव जिले के पिपरिया नाला,रूसे डेम एवं मोंगरा बैराज, रायगढ़ जिले के खमारपकुट, सरगुजा जिले के बरनाल डेम और बिलासपुर जिले के घोंघा, कोरिया जिले के झुमका में 100 प्रतिशत जलभराव है। रायपुर जिला स्थित कुम्हारी जलाशय और सरगुजा के बांकी सिंचाई जलाशय को छोड़कर शेष मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में जलभराव की स्थिति 70-99 प्रतिशत तक है। कुम्हारी जलाशय में आज की स्थिति में 32.78 तथा सरगुजा के बांकी बांध में 32.28 प्रतिशत पानी है।

मुख्यमंत्री निवास में चल रहीं तीजा-पोरा पर्व की तैयारियांतीन दिनों तक चलने वाले छत्तीसगढ़ के पारंपरिक तीजा- पोरा पर्व का ...
26/08/2022

मुख्यमंत्री निवास में चल रहीं तीजा-पोरा पर्व की तैयारियां
तीन दिनों तक चलने वाले छत्तीसगढ़ के पारंपरिक तीजा- पोरा पर्व का उत्साह अब जोरों पर दिखाई पड़ रहा है। बाजारों में रौनक है और तिजहरिन माता-बहनें, किसान भाई और आम जन इस त्यौहार को पूरे उत्साह के साथ मनाने हेतु तैयारियों में जुटे हुए हैं। तीजा- पोरा पर्व के अवसर पर पिछले वर्षाे की तरह इस वर्ष भी 27 अगस्त को सुबह 10.00 बजे से मुख्यमंत्री निवास में भव्य उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए यहां जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं।
ठेठ पारंपरिक अंदाज में मुख्यमंत्री निवास के प्रांगण को सजाया जा रहा है। यहां का पूरा माहौल उत्सव के अनुरूप रंग- बिरंगा और हमारी छत्तीसगढ़िया संस्कृति की झलक दिखाता हुआ नजर आ रहा है। ढेर सारी नंदी बैल इस प्रांगण में जगह- जगह सजे नजर आ रहे हैं, जो समृद्धि और खुशहाली का एहसास दिला रहे हैं। सूपा और टोकनी पर रंगों की खूबसूरत कारीगरी के साथ इन्हें जगह-जगह बेहद निराले अंदाज में सजाया गया है। रंग-बिरंगे तोरण और पारंपरिक कलाकारी, उत्सव की थीम के अनुरूप यहां की खूबसूरती को बढ़ा रही है।
मुख्यमंत्री निवास का माहौल ठेठ छत्तीसगढ़िया तीजा- पोरा वाला दिखाई पड़ रहा है। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने माताओं- बहनों से अपील की है कि वे इस उत्सव में शामिल होकर मुख्यमंत्री निवास की शोभा बढ़ाएं। उत्सव में महिला पत्रकारों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। तिजरहिन माता- बहनें मुख्यमंत्री निवास को अपना मायका समझकर यहां आएं, उनका स्वागत है।

छत्तीसगढ़ को आउटलुक ट्रैवलर अवार्ड्स-2022 प्रदान किया गयाआउटलुक ग्रुप की ओर से विभिन्न श्रेणियों में दिए जाने वाले पुरस्...
25/08/2022

छत्तीसगढ़ को आउटलुक ट्रैवलर अवार्ड्स-2022 प्रदान किया गया
आउटलुक ग्रुप की ओर से विभिन्न श्रेणियों में दिए जाने वाले पुरस्कार की कड़ी में इस बार आउटलुक ट्रैवलर्स अवार्ड-2022 श्रेणी में छत्तीसगढ़ के बस्तर को एक विशेष जूरी पुरस्कार के साथ 'बेस्ट ऑफ बीट डेस्टिनेशन' के रूप में सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार समारोह बीते 24 अगस्त को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री किशन रेड्डी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न समारोह में छत्तीसगढ़ की ओर से यह अवॉर्ड पर्यटन और संस्कृति विभाग के सचिव. अन्बलगन पी. ने ग्रहण किया।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुरस्कारों का 19वां वर्ष है। वहीं इस वर्ष आउटलुक ग्रुप के शिखर सम्मेलन का विषय "यात्रा का तीसरा युग" निर्धारित है। इन पुरस्कारों का निर्णय एक शोध एजेंसी द्वारा किए जा रहे यात्रा सर्वेक्षण के आधार पर किया गया था और फिर जूरी सदस्यों द्वारा फीडबैक की जांच की गई थी।

मुख्यमंत्री ने दिये 1320 मेगावाट के नए बिजली संयंत्र लगाने के निर्देशछत्तीसगढ़ में 1320 मेगावाट के नए बिजली संयंत्र की स...
25/08/2022

मुख्यमंत्री ने दिये 1320 मेगावाट के नए बिजली संयंत्र लगाने के निर्देश
छत्तीसगढ़ में 1320 मेगावाट के नए बिजली संयंत्र की स्थापना के निर्देश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए हैं। यह छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक संयंत्र होगा। इसकी स्थापना से छत्तीसगढ़ स्टेट जनरेशन कंपनी के स्वयं की विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़कर 4300 मेगावाट हो जाएगी। राज्य स्थापना के बाद पहली बार इतनी क्षमता का विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अपने निवास में पॉवर कंपनियों की समीक्षा बैठक ली गई जिसके अंतर्गत भविष्य में विद्युत की मांग की आपूर्ति के लिए आवश्यक विद्युत उपलब्धता की समीक्षा की गई। वर्ष 2030-31 तक अपेक्षित विद्युत मांग में वृद्धि की आपूर्ति हेतु नवीन विद्युत संयंत्र की आवश्यकता होगी ।

मुख्यमंत्री ने राज्य की विद्युत उत्पादन कंपनी को कोरबा पश्चिम में उपलब्ध भूमि पर 2x660 मेगावॉट सुपर क्रिटीकल नवीन विद्युत उत्पादन संयंत्र की स्थापना समुचित कार्रवाई के निर्देश दिये ।

विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एनके बिजौरा ने बताया गया कि यह सुपर क्रिटिकल संयंत्र अत्याधुनिक तकनीक से स्थापित की जाएगी। इससे एक ओर बिजली की उपलब्ध सुनिश्चित होगी, वहीं रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

कोरबा पश्चिम में संयंत्र स्थापना हेतु स्वयं की भूमि उपलब्ध है । साथ ही अपेक्षित परियोजना स्थल पर कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान चलित उत्पादन संयंत्रों के लिए कंवेयर बेल्ट की सुविधा भी उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री के निर्देश उपरांत संयंत्र स्थापना के लिए आवश्यक स्वीकृतियां, कोयला आबंटन, जल आबंटन सहित विस्तृत डी.पी.आर इत्यादि तैयार करने का कार्य विद्युत उत्पादन कंपनी द्वारा त्वरित गति से किया जावेगा जिससे वर्ष 2030-31 तक अपेक्षित विद्यत आपूर्ति संभव हो सके ।

कन्वेयर बेल्ट से कोयला उपलब्धता, स्वयं की भूमि उपलब्धता तथा सूपर क्रिटिकल प्लांट होने के कारण नवीन प्रस्तावित प्लांट से उत्पादित विद्युत की दर सस्ती होना अपेक्षित है। नवीन उत्पादन संयंत्र की स्थापना से स्थानीय रोजगार का विकास भी संभव होगा ।

Happy Raksha Bandhan
11/08/2022

Happy Raksha Bandhan

धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना लोगों के लिए साबित हो रहा फायदेमंदआम नागरिकों को रियायती दरों में उच्च गुणवत्ता वाली ...
04/08/2022

धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना लोगों के लिए साबित हो रहा फायदेमंद
आम नागरिकों को रियायती दरों में उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 20 अक्टूबर 2020 से श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स योजना शुरू की गई है। शासन द्वारा सस्ती दरों में जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने की पहल आम नागरिक के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही हैं। इस योजना से लोगों के दवाई में आने वाले बेहिसाब खर्चा में लगाम लगा है, वही पॉकेट को भी बड़ी राहत मिली है। रायगढ़ जिले में इस योजना से अब तक पौने तीन करोड़ रुपये की छूट का लाभ लोगों को मिला है। वर्तमान में जिले के कुल 11 स्थानों में श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। जहां कम दरों पर उच्च गुणवत्ता की जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही है, जहां अब तक कुल 4 करोड़ 37 लाख 33 हजार 251 रुपये की दवाई बिक्री की जा चुकी है। जिसमें मिली छूट से जनसामान्य को 2 करोड़ 84 लाख 19 हजार 634 रुपये का फायदा हुआ है।
बाराद्वार निवासी श्याम लाल यादव कहते हैं कि अशर्फी देवी हॉस्पिटल में उनके बच्चे का इलाज चल रहा था। इस दौरान वहां संचालित श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर में दवाई लेने से 70.10 प्रतिशत की छुट दी गई । उन्हे 1110 रूपए की मेडिसिन के लिए मात्र 346 रूपए चुकाने पड़े।तब से वह यही से दवाई खरीदते है, उनका कहना है कि यहां दवाइयां अन्य मेडिकल दुकान से सस्ती है। धरमजयगढ़ निवासी अख्तर हुसैन कहते वो हमेशा जेनेरिक दवाइयां को प्राथमिकता देते है, यह बेहतर होने के साथ सस्ती होती है। रायगढ़ जिले में 11 दवा दुकानें संचालित हो रही हैं। जिसमें रायगढ़ शहर में दो दवा दुकानें एक अशर्फी देवी महिला चिकित्सालय व दूसरा पुराना सारंगढ़ बस स्टैण्ड में चल रहा है। वहीं जिले के सभी नगरीय निकाय मुख्यालय धरमजयगढ़, सरिया, पुसौर, लैलूंगा, बरमकेला, किरोड़ीमलनगर, घरघोड़ा, खरसिया एवं सारंगढ़ में दवा दुकान चल रही है।

जैविक खाद के उपयोग से मुलायम हो रही है खेत की मिट्टीमुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दोपहर मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में गो...
04/08/2022

जैविक खाद के उपयोग से मुलायम हो रही है खेत की मिट्टी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दोपहर मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत राशि अंतरण कार्यक्रम के मौके पर कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर योजना की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों में गोबर से निर्मित वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग के बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों ने माना है कि जैविक खाद के उपयोग से खेती की मिट्टी मुलायम हो रही है। इससे चालू खरीफ सीजन में खेत की जुताई और धान की रोपाई में आसानी हो रही है। मुख्यमंत्री ने गौठानों में निर्मित जैविक खाद की गुणवत्ता को बनाए रखने के साथ ही अब गौ-मूत्र से बेहतर क्वालिटी का कीटनाशक तथा ग्रोथ प्रमोटर तैयार किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-मूत्र कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और ग्रोथ प्रमोटर जीवामृत को किसानों के बीच प्रमोट करने के लिए कृषि विभाग द्वारा फसलांे में इसके उपयोग का जगह-जगह प्रदर्शन भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 5 करोड़ 60 लाख रूपए की राशि ऑनलाईन जारी की, जिसमें गोबर विक्रेताओं को 02 करोड़ 17 लाख रुपए, स्व सहायता समूहों को 01 करोड़ 37 लाख रुपए और गौठान समितियों को 02 करोड़ 07 लाख रुपए की राशि शामिल है। गोधन न्याय योजना के तहत अब तक कुल 311 करोड़ 94 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना देश-दुनिया की इकलौती ऐसी योजना है, जिसमें 2 रूपए किलो की दर से गोबर तथा 4 रूपए लीटर की दर से गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। इस योजना में अभी तक 155 करोड़ 58 लाख रुपए की गोबर खरीदी की जा चुकी है। गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को आज तक 156.36 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। महिला समूहों द्वारा 17 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट, 5 लाख 19 हजार क्विंटल से अधिक सुपर कम्पोस्ट एवं 18 हजार 924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद का निर्माण किया जा चुका है। इस उत्पादित खाद को सोसायटियों के माध्यम से शासन के विभिन्न विभागों एवं किसानों को रियायती दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने से भूमि की उर्वरा शक्ति बेहतर होगी। खेती की लागत में कमी आएगी और बेहतर क्वालिटी का विषरहित खाद्यान्न उपलब्ध होने से लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना की शुरुआत जिन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए की गई थी, वह सभी लक्ष्य बहुत कम समय में हासिल होने लगे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ का गौरव बन चुकी है। इस योजना की देशभर में सराहना हो रही है। आने वाले समय में इस योजना से और भी ज्यादा उपलब्धियां हासिल होंगी।

राज्य में शुरू होंगे एक हजार क्षेत्रीय परिवहन सुविधा केन्द्रछत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां आसानी से लोगों को ड्राइव...
21/07/2022

राज्य में शुरू होंगे एक हजार क्षेत्रीय परिवहन सुविधा केन्द्र

छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां आसानी से लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्रीय परिवहन सुविधा केन्द्र शुरू किए जा रहे हैं। राज्य में एक हजार क्षेत्रीय परिवहन सुविधा केंद्र खोलने की योजना है। इस पर काम शुरू कर दिया गया है। अकेले रायपुर में 40 केंद्र खुल रहे हैं। करीब एक दर्जन जगहों पर इसकी शुरूआत भी हो चुकी है, जहां लोगों को परिवहन संबंधी विभिन्न सुविधाएं मिल रही हैं।

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