01/12/2021
सिरसा 26 नवंबर। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत संविधान दिवस मनाया गया और संविधान से संबंधित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संविधान विषय पर इस क्विज में चार टीमों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में अंजू, ज्योति तथा प्रिया की टीम पहले स्थान पर, साहिल, राकेश तथा कर्ण की टीम दूसरे स्थान पर तथा भावना, मुकेश, मोनिका की टीम तीसरे स्थान पर रही। सेमिनार हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
विभाग की अध्यक्षा डॉ. गीता राठी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि रसायन विज्ञान विभाग विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक के दिशा निर्देशन में समय समय पर विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास के उद्देश्य से इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करवाता रहता है। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना तथा भारतीय संविधान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना था। इससे पूर्व डॉ. गीता राठी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए भारतीय संविधान में प्रदत्त विभिन्न अधिनियमों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।
उन्होंने कहा कि युवा शक्ति को आज के दिन पर गर्व होना चाहिए l एक संगठित समाज ही उन्नति का आधार हो सकता है l हमारे संविधान निर्माताओं का एक सभ्य समाज के निर्माण के लिए समाज में समानता एवं समरसता को हर व्यक्ति तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा l समाज में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सामाजिक समरसता के पक्षधर थे, ताकि प्रत्येक तबके को विकास के समान अवसर दिए जा सकें l समाज में फैली कुरीतियों, रूढ़िवादी व अस्पृश्यता के कलंक को दूर करने के लिए सभी को एक साथ लेकर चलना आवश्यक है l
डॉ. गीता राठी ने विद्यार्थियों को देश की प्रगति में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया ताकि समाज में समानता के साथ-साथ समरसता का निर्माण किया जा सके l विद्यार्थियों को एकता का संदेश देते हुए देश के प्रति समर्पित होने का आह्वान किया ताकि समाज व देश की उन्नति के मार्ग पर अग्रसर किया जा सके l इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एक समान अधिकार देकर ही वंचित व अशिक्षित वर्ग को समाज में बराबर का दर्जा दिलाया जा सकता है। डॉ. राठी ने कहा कि आज के समाज में जन जागरूकता की आवश्यकता है ताकि समाज में सभी धर्म जाति लिंग के लोग आपस में एक समान भावना से सुशिक्षित समाज निर्माण कर सके l उन्होंने विद्यार्थियों को यह संदेश भी दिया कि देश को आगे ले जाने में युवा शक्ति को अपनी निजी हित छोड़कर राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आना चाहिए l