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18/12/2024




















लोगो को लगता था की अमरीश पूरी और ओम पूरी दोनों भाई थे पर ऐसा नहीं था आज हम आपको बतायेंगे उनकी असली पहचान अमरीश पूरी और ओ...
18/12/2024

लोगो को लगता था की अमरीश पूरी और ओम पूरी दोनों भाई थे पर ऐसा नहीं था
आज हम आपको बतायेंगे उनकी असली पहचान

अमरीश पूरी और ओम पूरी दोनों ही प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता थे। दोनों की अपनी-अपनी विशेषताएं और क्षमताएं थीं।

अमरीश पूरी:

- एक प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता थे जिन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी अद्वितीय अभिनय शैली से दर्शकों का दिल जीता।
- उनका जन्म 22 जून 1932 को लाहौर, पंजाब (अब पाकिस्तान में) में हुआ था।
- अमरीश पूरी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1967 में की थी।
- उन्होंने कई प्रसिद्ध फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें "शोले", "मिस्टर इंडिया", "नगीना", "दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे" और "कुछ कुछ होता है" शामिल हैं।
- अमरीश पूरी को उनके अभिनय करियर के लिए कई पुरस्कार मिले, जिनमें तीन फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं।

ओम पूरी:

- एक प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता थे जिन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी अद्वितीय अभिनय शैली से दर्शकों का दिल जीता।
- उनका जन्म 18 अक्टूबर 1950 को अम्बाला, हरियाणा में हुआ था।
- ओम पूरी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1970 के दशक में की थी।
- उन्होंने कई प्रसिद्ध फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें "अकाल", "भवना", "अर्ध सत्य", "मिर्च मसाला" और "लागा छुनरी में दाग" शामिल हैं।
- ओम पूरी को उनके अभिनय करियर के लिए कई पुरस्कार मिले, जिनमें दो फिल्मफेयर पुरस्कार और एक पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।

तो कैसी लगी आपको ये जानकारी बताना जरूर ❤️




















16/12/2024

भारतीय सिनेमा के दो महान प्रतीक: शशि कपूर और देव आनंदबॉलीवुड का स्वर्णिम युग शशि कपूर और देव आनंद जैसे दिग्गजों के साथ स...
10/12/2024

भारतीय सिनेमा के दो महान प्रतीक: शशि कपूर और देव आनंद

बॉलीवुड का स्वर्णिम युग शशि कपूर और देव आनंद जैसे दिग्गजों के साथ सबसे अधिक चमकीला रहा, ये दो अभिनेता करिश्मा और प्रतिभा के प्रतीक थे। 1938 में कोलकाता में जन्मे शशि कपूर 150 से अधिक फिल्मों के साथ एक वैश्विक नाम बन गए, उनकी लंबाई 5'9" थी और उनकी अनुमानित कुल संपत्ति ₹500 करोड़ थी। 1984 में अपनी ज़िंदगी के प्यार जेनिफर केंडल के निधन तक उनसे विवाहित रहे, शशि की विरासत उनके बच्चों कुणाल, करण और संजना कपूर के ज़रिए आगे बढ़ती रही।

दूसरी ओर, बॉलीवुड के सदाबहार "सदाबहार सितारे" देव आनंद पंजाब (1923) से थे और उन्होंने 100 से ज़्यादा फ़िल्मों में सिल्वर स्क्रीन पर राज किया। 5'8" की लंबाई और ₹400 करोड़ की संपत्ति के साथ, वे स्टाइल और रोमांस के प्रतीक थे। पत्नी कल्पना कार्तिक के साथ उनकी प्रेम कहानी, जिनसे उन्होंने 1954 में शादी की, भी उतनी ही प्रसिद्ध है। उनके बेटे, सुनील आनंद उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।

अपने अद्वितीय योगदान के कारण ये दिग्गज सदैव भारतीय सिनेमा की धड़कन बने रहेंगे।
💯💯

शादी के 6 महीने बाद सोनाक्षी की माँ पूनम सिन्हा ने बताया असल सच..पूरा पढ़े..कमेंट सेक्शन में..
07/12/2024

शादी के 6 महीने बाद सोनाक्षी की माँ पूनम सिन्हा ने बताया असल सच..पूरा पढ़े..कमेंट सेक्शन में..




















    💯💯
07/12/2024


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05/12/2024

Celebrating my 2nd year on Facebook. Thank you for your continuing support. I could never have made it without you. 🙏🤗🎉
17/11/2024

Celebrating my 2nd year on Facebook. Thank you for your continuing support. I could never have made it without you. 🙏🤗🎉

    💯💯𝐏𝐚𝐭𝐡𝐢𝐯𝐚𝐫𝐚 𝐓𝐨𝐮𝐫 𝐏𝐚𝐜𝐤𝐚𝐠𝐞 𝟒𝐍/𝟓𝐃 9598539800 -@17000𝐩𝐞𝐫 𝐏𝐞𝐫𝐬𝐨𝐧 𝐁𝐲 𝐉𝐞𝐞𝐩 @12000 𝐩𝐞𝐫 𝐩𝐞𝐫𝐬𝐨𝐧 𝐛𝐲 𝐁𝐮𝐬𝐃𝐚𝐲 𝟏: 𝐊𝐚𝐭𝐡𝐦𝐚𝐧𝐝𝐮 𝐭𝐨 𝐁𝐢𝐫𝐭...
12/11/2024


💯💯𝐏𝐚𝐭𝐡𝐢𝐯𝐚𝐫𝐚 𝐓𝐨𝐮𝐫 𝐏𝐚𝐜𝐤𝐚𝐠𝐞 𝟒𝐍/𝟓𝐃 9598539800 -
@17000𝐩𝐞𝐫 𝐏𝐞𝐫𝐬𝐨𝐧 𝐁𝐲 𝐉𝐞𝐞𝐩
@12000 𝐩𝐞𝐫 𝐩𝐞𝐫𝐬𝐨𝐧 𝐛𝐲 𝐁𝐮𝐬
𝐃𝐚𝐲 𝟏: 𝐊𝐚𝐭𝐡𝐦𝐚𝐧𝐝𝐮 𝐭𝐨 𝐁𝐢𝐫𝐭𝐚𝐦𝐨𝐝𝐡
* Depart early in the morning from your location via Sindhuli BP Highway.
* Have lunch on the way.
* Explore the Terai road.
* Stay at Birtamodh.
* Have dinner at the hotel.
𝐃𝐚𝐲 𝟐: 𝐁𝐢𝐫𝐭𝐚𝐦𝐨𝐝𝐡 𝐭𝐨 𝐓𝐚𝐩𝐥𝐞𝐣𝐮𝐧𝐠
* Have an early morning breakfast at the hotel and head towards Taplejung.
* Enjoy the journey with sightseeing opportunities.
* Explore the ways of Taplejung.
* Have lunch on the way.
* Stay at Taplejung.
* Have dinner at the hotel.
𝐃𝐚𝐲 𝟑: 𝐓𝐚𝐩𝐥𝐞𝐣𝐮𝐧𝐠 𝐭𝐨 𝐓𝐡𝐮𝐥𝐨𝐩𝐡𝐞𝐝𝐢 – 𝐏𝐚𝐭𝐡𝐢𝐯𝐚𝐫𝐚
* Take a jeep to Thulofedi early in the morning (self-cost for jeep, which is 400 for going and 400 for coming back).
* Trek about 5km from Thulofedi towards Pathivara.
* After visiting Pathivara, return back to the hotel.
* Have dinner at the hotel.
* Stay at the hotel.
𝐃𝐚𝐲 𝟒: 𝐓𝐚𝐩𝐥𝐞𝐣𝐮𝐧𝐠 𝐭𝐨 𝐊𝐚𝐧𝐲𝐚𝐦
* Have an early morning breakfast at the hotel.
* Have lunch on the way.
* Explore Kanyam and the Ilam District.
* Have dinner at the hotel.
* Stay at Kanyam.
𝐃𝐚𝐲 𝟓: 𝐊𝐚𝐧𝐲𝐚𝐦 𝐭𝐨 𝐊𝐚𝐭𝐡𝐦𝐚𝐧𝐝𝐮
* Have breakfast at the hotel.
* Head back to Kathmandu.
* Have lunch on the way.
* Reached Kathmandu
𝐏𝐚𝐜𝐤𝐚𝐠𝐞 𝐈𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞 :-
✅ Lunch
✅ Dinner
✅ Breakfast
✅ Room Accommodation ( sharing Basis)
✅ Transportation ( bus or jeep as per your preference)
𝐍𝐨𝐭 𝐈𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐏𝐚𝐜𝐤𝐚𝐠𝐞 😕
𝐏𝐚𝐜𝐤𝐚𝐠𝐞 𝐧𝐨𝐭 𝐈𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞𝐝
❌ Snacks & cuisines
❌ Drinking beverages (Beer, Mineral Water)
❌ Personal expenses
❌ Travel Insurance
❌ Overstay due to any natural calamities/strikes
𝐅𝐨𝐫 𝐦𝐨𝐫𝐞 𝐨𝐫 𝐁𝐨𝐨𝐤𝐢𝐧𝐠 𝐂𝐨𝐧𝐭𝐚𝐜𝐭 : 9598-539800
𝐒𝐚𝐧𝐬𝐡𝐫𝐞𝐞 𝐈𝐧𝐭𝐞𝐫𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐓𝐫𝐚𝐯𝐞𝐥 𝐀𝐧𝐝 𝐓𝐨𝐮𝐫𝐬 (𝐏𝐯𝐭. 𝐋𝐭𝐝.) 𝐊𝐚𝐭𝐡𝐦𝐚𝐧𝐝𝐮
Note: Schools and colleges are plann




















12/11/2024

𝐏𝐚𝐭𝐡𝐢𝐯𝐚𝐫𝐚 𝐓𝐨𝐮𝐫 𝐏𝐚𝐜𝐤𝐚𝐠𝐞 𝟒𝐍/𝟓𝐃 9598539800 -
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𝐃𝐚𝐲 𝟏: 𝐊𝐚𝐭𝐡𝐦𝐚𝐧𝐝𝐮 𝐭𝐨 𝐁𝐢𝐫𝐭𝐚𝐦𝐨𝐝𝐡
* Depart early in the morning from your location via Sindhuli BP Highway.
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𝐍𝐨𝐭 𝐈𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐏𝐚𝐜𝐤𝐚𝐠𝐞 😕
𝐏𝐚𝐜𝐤𝐚𝐠𝐞 𝐧𝐨𝐭 𝐈𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞𝐝
❌ Snacks & cuisines
❌ Drinking beverages (Beer, Mineral Water)
❌ Personal expenses
❌ Travel Insurance
❌ Overstay due to any natural calamities/strikes
𝐅𝐨𝐫 𝐦𝐨𝐫𝐞 𝐨𝐫 𝐁𝐨𝐨𝐤𝐢𝐧𝐠 𝐂𝐨𝐧𝐭𝐚𝐜𝐭 : 9598-539800
𝐒𝐚𝐧𝐬𝐡𝐫𝐞𝐞 𝐈𝐧𝐭𝐞𝐫𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐓𝐫𝐚𝐯𝐞𝐥 𝐀𝐧𝐝 𝐓𝐨𝐮𝐫𝐬 (𝐏𝐯𝐭. 𝐋𝐭𝐝.) 𝐊𝐚𝐭𝐡𝐦𝐚𝐧𝐝𝐮
Note: Schools and colleges are plann




















 #गदर
12/11/2024

#गदर

                          ान खान का परिवार बॉलीवुड के सबसे शक्तिशाली परिवारों में से एक है। खान भाई-बहनों और उनके पिता स...
12/11/2024

ान खान का परिवार बॉलीवुड के सबसे शक्तिशाली परिवारों में से एक है। खान भाई-बहनों और उनके पिता सलीम खान ने मिलकर 5,259 करोड़ की संपत्ति अर्जित की है। जबकि जाहिर है, इस संयुक्त संपत्ति का अधिकांश हिस्सा सलमान खान के पास है और उन्होंने इसे कमाया है, उनके पिता और कुशल लेखक के पास भी इसका एक बड़ा हिस्सा है।सलमान खान और सलीम खान के अलावा खानदान के चार भाई-बहन , अरबाज खान, अलवीरा अग्निहोत्री, सोहेल खान और अर्पिता खान शर्मा भी अपने परिवारों की कुल संपत्ति में योगदान करते हैं। हालाँकि, इस संख्या में दामाद अतुल अग्निहोत्री और आयुष शर्मा शामिल नहीं हैं!
सलमान खान के परिवार की संयुक्त कुल संपत्ति – 5259 करोड़
इंटरनेट पर मौजूद विभिन्न आर्थिक सर्वेक्षणों और वेबसाइटों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सलीम खान के परिवार की संयुक्त कुल संपत्ति कम से कम 5259 करोड़ रुपये या उससे अधिक है, क्योंकि इस आंकड़े में सलीम साहब की पत्नियों, सलमा खान और हेलेन की संपत्ति शामिल नहीं है!
सलमान खान की कुल संपत्ति 2916 करोड़ - खानदान का 55.45%
भाईजान की कुल संपत्ति 2916 करोड़ है , और यह आंकड़ा भाई-बहनों और उनके पिता की संयुक्त कुल संपत्ति का लगभग 55.45% है । सलमान खान की आय के मुख्य स्रोत निश्चित रूप से उनके ब्रांड, फ़िल्में, टीवी शो, प्रोडक्शन हाउस और निश्चित रूप से बीइंग ह्यूमन हैं।
लाइफस्टाइल एशिया के अनुसार, भाईजान बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट में रहते हैं, जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपयेहै , उनका पनवेल स्थित फार्महाउस जिसकी कीमत 80 करोड़ रुपये है , और गोराई में बीच हाउस जिसकी कीमत 100 करोड़ रुपये है, निश्चित रूप से उनकी सबसे बेशकीमती संपत्ति हैं!
सलीम खान की कुल संपत्ति 1016 करोड़
कई लोकप्रिय सेलिब्रिटी प्रोफाइलिंग वेबसाइटों के अनुसार, सलमान खान के पिता, जो अपने समय के सबसे अधिक कमाई करने वाले लेखक थे और जिन्होंने डॉन, जंजीर, शोले जैसी फिल्में लिखी हैं , की कुल संपत्ति लगभग 122 मिलियन डॉलर है, जो 1000 करोड़ के करीब है ।
अरबाज खान की कुल संपत्ति 591 करोड़
दबंग के साथ निर्माता बनकर अपनी किस्मत बदलने वाले अरबाज खान की कुल संपत्ति करीब 75 मिलियन डॉलर है , जो 591 करोड़ के करीब है। यह आंकड़ा अगले साल उनके नए असाइनमेंट बिग बॉस के साथ निश्चित रूप से बढ़ने वाला है!
सोहेल खान की कुल संपत्ति 333 करोड़
सोहेल खान लगभग 40 मिलियन डॉलर यानी करीब 333 करोड़ की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर हैं। अभिनेता-फिल्म निर्माता एक सेलिब्रिटी क्रिकेट टीम के मालिक हैं और फिल्मों के प्रति अपने परिवार के प्यार के अलावा कई व्यवसायिक श्रृंखलाएँ चलाते हैं।
अलवीरा अग्निहोत्री की कुल संपत्ति 269 करोड़
बड़ी बहन अलवीरा अग्निहोत्री की कुल संपत्ति करीब 269 करोड़ है। हालांकि, उनके पति अतुल अग्निहोत्री के साथ उनकी कुल संपत्ति का आंकड़ा बिल्कुल अलग है। प्राइम्स वर्ल्ड के अनुसार, यह उनकी व्यक्तिगत संपत्ति का मूल्य है।
अर्पिता खान की कुल संपत्ति 134 करोड़
एक सेलिब्रिटी प्रोफाइलिंग वेबसाइट के अनुसार, खान भाई-बहनों में सबसे छोटी अर्पिता खान शर्मा की कुल संपत्ति 134 करोड़ रुपये है ।
सामूहिक रूप से, जहां सलमान खान अपने भाई-बहनों और पिता की संयुक्त संपत्ति का लगभग 54% हिस्सा रखते हैं , वहीं अन्य चार भाई-बहनों की संयुक्त संपत्ति 24% है।

    💯💯'स्त्री 2' को लेकर हर जगह खूब चर्चा रही है। फिल्म की कहानी से लेकर इसके किरदारों तक और क्या-क्या नहीं! हर छोटी-बड़...
08/11/2024


💯💯'स्त्री 2' को लेकर हर जगह खूब चर्चा रही है। फिल्म की कहानी से लेकर इसके किरदारों तक और क्या-क्या नहीं! हर छोटी-बड़ी बात पर चर्चा हो चुकी है और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया है। दो दिनों में इसकी कमाई हैरान करने वाली है। इसके साथ ही हम आपको बताते हैं कि फिल्म की कास्ट ने कितनी फीस ली है।

    💯💯                                                           ुढापे में अपनी खुद की औलाद होना कितना जरूरी इस बात का द...
27/10/2024


💯💯 ुढापे में अपनी खुद की औलाद होना कितना जरूरी इस बात का दुख अनुपम खेर को 69 की उमर में हो रहा है। अनुपम खेर, ने हाल ही में अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण पहलू पर खुलासा किया है। उन्होंने पहली शादी मधुमालती कपूर से 1979 में की, लेकिन यह एक साल में खत्म हो गई। 1985 में उन्होंने एक्ट्रेस किरण खेर से शादी की, जिनका एक बेटा सिकंदर खेर है। अनुपम को अपने किसी भी विवाह से संतान नहीं है, और उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से उन्हें अपने बच्चे की कमी खलने लगी है। अनुपम ने कहा कि पहले उन्हें इस कमी का एहसास नहीं था, लेकिन अब जब किरण और सिकंदर के पास अपने काम की व्यस्तता है, तो वह इस खालीपन को महसूस करने लगे हैं। 50-55 साल की उम्र में यह भावना और भी गहरी हो गई है। वह कहते हैं कि बच्चों को बड़े होते देखना और उनके साथ बॉन्डिंग एक सुखद अनुभव है।

    💯💯■■ब्राह्मी और देवनागरी लिपि को जानिए!■■संस्कृत विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है तथा समस्त भारतीय भाषाओं की जननी है। '...
27/10/2024


💯💯■■ब्राह्मी और देवनागरी लिपि को जानिए!■■

संस्कृत विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है तथा समस्त भारतीय भाषाओं की जननी है। 'संस्कृत' का शाब्दिक अर्थ है 'परिपूर्ण भाषा'। संस्कृत से पहले दुनिया छोटी-छोटी, टूटी-फूटी बोलियों में बंटी थी जिनका कोई व्याकरण नहीं था और जिनका कोई भाषा कोष भी नहीं था। कुछ बोलियों ने संस्कृत को देखकर खुद को विकसित किया और वे भी एक भाषा बन गईं।
सभी भाषाओं की जननी संस्कृत
ब्राह्मी और देवनागरी लिपि : भाषा को लिपियों में लिखने का प्रचलन भारत में ही शुरू हुआ। भारत से इसे सुमेरियन, बेबीलोनीयन और यूनानी लोगों ने सीखा। प्राचीनकाल में ब्राह्मी और देवनागरी लिपि का प्रचलन था। ब्राह्मी और देवनागरी लिपियों से ही दुनियाभर की अन्य लिपियों का जन्म हुआ। ब्राह्मी लिपि एक प्राचीन लिपि है जिससे कई एशियाई लिपियों का विकास हुआ है। ब्राह्मी भी खरोष्ठी की तरह ही पूरे एशिया में फैली हुई थी। ऐसा कहा जाता है कि ब्राह्मी लिपि 10,000 साल पुरानी है लेकिन यह भी कहा जाता है कि यह लिपि उससे भी ज्यादा पुरानी है।
सम्राट अशोक ने भी इस लिपि को अपनाया : महान सम्राट अशोक ने ब्राह्मी लिपि को धम्मलिपि नाम दिया था। ब्राह्मी लिपि को देवनागरी लिपि से भी प्राचीन माना जाता है। कहा जाता है कि यह प्राचीन सिन्धु-सरस्वती लिपि से निकली लिपि है। हड़प्पा संस्कृति के लोग सिंधु लिपि के अलाव इस लिपि का भी इस्तेमाल करते थे, तब संस्कृत भाषा को भी इसी लिपि में लिखा जाता था।
शोधकर्ताओं के अनुसार देवनागरी, बांग्ला लिपि, उड़िया लिपि, गुजराती लिपि, गुरुमुखी, तमिल लिपि, मलयालम लिपि, सिंहल लिपि, कन्नड़ लिपि, तेलुगु लिपि, तिब्बती लिपि, रंजना, प्रचलित नेपाल, भुंजिमोल, कोरियाली, थाई, बर्मेली, लाओ, खमेर, जावानीज, खुदाबादी लिपि, यूनानी लिपि आदि सभी लिपियों की जननी है ब्राह्मी लिपि। कहते हैं कि चीनी लिपि 5,000 वर्षों से ज्यादा प्राचीन है। मेसोपोटामिया में 4,000 वर्ष पूर्व क्यूनीफॉर्म लिपि प्रचलित थी। इसी तरह भारतीय लिपि ब्राह्मी के बारे में भी कहा जाता है।
जैन पौराणिक कथाओं में वर्णन है कि सभ्यता को मानवता तक लाने वाले पहले तीर्थंकर ऋषभदेव की एक बेटी थी जिसका नाम ब्राह्मी था और कहा जाता है कि उसी ने लेखन की खोज की। यही कारण है कि उसे ज्ञान की देवी सरस्वती के साथ जोड़ते हैं। हिन्दू धर्म में सरस्वती को शारदा भी कहा जाता है, जो ब्राह्मी से उद्भूत उस लिपि से संबंधित है।
तीर्थंकर की बेटी ब्रह्मी ने विकसित की यह लिपि : तीर्थंकर ऋषभदेव की ब्राह्मी और सुन्दरी दो पुत्रियां थीं। बाल्यावस्था में वे ऋषभदेव की गोद में जाकर बैठ गई। ऋषभदेव ने उनके विद्याग्रहण का काल जानकर लिपि और अंकों का ज्ञान कराया। ब्राह्मी दायीं ओर और सुन्दरी बायीं ओर बैठी थी, ब्राह्मी को वर्णमाला का बोध कराने के कारण लिपि बायीं ओर से दायीं ओर लिखी जाती है। सुन्दरी को अंक का बोध कराने के कारण अंक बायीं से दायीं ओर ओर इकाई, दहाई...के रूप में लिखे जाते हैं। इस लिपि का अभ्यास करने से भारत की अधिकांश लिपियों का ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। ब्राह्मी लिपि का प्रयोग वर्ण ध्वन्यात्मक है। इसको लिखने और बोलने में एक रूपता है। वर्तमान में अंग्रेजी और उर्दू भाषाओं की लिपियों को छोड़कर समस्त लिपियां ब्राह्मी लिपि से विकसित हुई हैं।
दक्षिण भारत में भी प्रचलित थी ब्राह्मी : केरल के एर्नाकुलम जिले में कलादी के समीप कोट्टानम थोडू के आसपास के इलाकों से मिली कुछ कलात्मक वस्तुओं पर ब्राह्मी लिपि खुदी हुई पाई गई है, जो नवपाषाणकालीन है। यह खोज इलाके में महापाषाण और नवपाषाण संस्कृति के अस्तित्व पर प्रकाश डालती है। पत्थर से बनी इन वस्तुओं का अध्ययन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के वैज्ञानिक और केरल विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के पुरातत्वविद डॉ. पी. राजेन्द्रन द्वारा किया गया। ये वस्तुएं एर्नाकुलम जिले में मेक्कालादी के अंदेथ अली के संग्रह का हिस्सा हैं। राजेन्द्रन ने बताया कि मैंने कलादी में कोट्टायन के आसपास से अली द्वारा संग्रहीत कलात्मक वस्तुओं के विशाल भंडार का अध्ययन किया। इन वस्तुओं में नवपाषणकालीन और महापाषाणकालीन से संबंधित वस्तुएं भी हैं। उन्होंने बताया कि नवपाषाणकलीन कुल्हाड़ियों का अध्ययन करने के बाद पाया गया कि ऐसी 18 कुल्हाड़ियों में से 3 पर गुदी हुई लिपि ब्राह्मी लिपि है।


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