30/07/2023
आजकल शहरो में बाइक की सीट पर या कार के बोनट पर केक काटने की परंपरा शुरू हुई है।
इसमें प्रमुख तौर पर आयोजक मंडली के ज्यादातर सदस्य अधिकांशता बेरोजगार होते हैं। 30-40 लोगों का ग्रुप होता है जो हर तीसरे दिन किसी न किसी बगिया या रोड के किनारे या बड़े बड़े हाइवे पर केक काटते मिल जाते है। इनमे हथियार दिखाने का नशा प्रमोट करने का नया चलन शुरू हुआ है।
कई जगह तो तलवार और तमंचे से केक काटने के रिवाज चले है। मां बाप भांग खाकर सो रहे है। औलाद जिंदगी मे बर्बादी का धनिया बो रही है।
और हाँ केक खाने के बजाय मुँह में लगा दिया जाता है ।
केक भी सोचता होगा मैं किसलिए बना हूं ।।