
06/05/2025
अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के पास झाड़ियों में एक लावारिस नवजन्मी बच्ची के रोने की आवाज आई, किसी राहगीर ने बच्ची को ज़ब देखा तो उसने पुलिस के माध्यम से बच्ची को मेडिकल कॉलेज के नर्सरी वार्ड में दाखिल करवाया। वहां पर भी ज़ब बच्ची चुप नहीं हुई और उसे रोती देख उसी वार्ड में दाखिल एक माँ की ममता जाग गईं और उसने बच्ची को उठा कर अपना दूध पिलाना शुरू किया तो भूखी बच्ची माँ का दूध पी कर चुप हो कर सो गईं । ऐसी यशोदा माँ को हजारों बार प्रणामl
कलयुग में सतयुग सी सोच वाली इस माँ से प्रेरणा ले वो दुर्भाग्यशाली माताएं जो इस तरह बच्चियों को सड़क पर महज एक कपड़े में लपेट छोड़ जाती है।