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03/09/2023

 #मुसलमान_नहीं_समझे_ज्ञान_क़ुरान
09/08/2023

#मुसलमान_नहीं_समझे_ज्ञान_क़ुरान

  अनावश्यक रीति-रिवाजों तथा नशे के आदि होकर हमने अपना घर नरक बना रखा है। जबकि संत रामपाल जी महाराज व्यर्थ की परंपराओं, र...
06/08/2023


अनावश्यक रीति-रिवाजों तथा नशे के आदि होकर हमने अपना घर नरक बना रखा है। जबकि संत रामपाल जी महाराज व्यर्थ की परंपराओं, रीति रिवाजों, नशे, दहेज जैसी अनेकों बुराइयों को समाप्त कर धरती ऊपर स्वर्ग तैयार कर रहे हैं।

  पवित्र कुरान में पुनर्जन्म संबंधित प्रकरणसूरत-अर रूम-30 की आयत नं. 11:-अल्लाह पहली बार सृष्टि (खिलकित) को उत्पन्न करता...
25/07/2023


पवित्र कुरान में पुनर्जन्म संबंधित प्रकरण
सूरत-अर रूम-30 की आयत नं. 11:-
अल्लाह पहली बार सृष्टि (खिलकित) को उत्पन्न करता है। फिर उसे दोहराएगा। (पुनरावृत्ति करेगा।)

 😇🌻✨
16/01/2022


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 The spiritual leader Sant rampal Ji MaharajThe spiritual God Gyan ☺️😇🌻✨
16/01/2022


The spiritual leader Sant rampal Ji Maharaj
The spiritual God Gyan ☺️😇🌻✨

 🙏🙏🥀🥀👍👍  🧡
17/12/2021

🙏🙏🥀🥀👍👍
🧡

  Devilal Meena shot by Bajrang Dal goons, beat up Dalit bride and groom from stage.
15/12/2021


Devilal Meena shot by Bajrang Dal goons, beat up Dalit bride and groom from stage.

15/12/2021
 Arrest the terrorist of Bajrang Dal.
15/12/2021


Arrest the terrorist of Bajrang Dal.

    In Chapter 11 Shlok 47, Lord Kaal, who narrates the Holy Gita, is saying that 'O Arjuna, this is my real Kaal form'.
13/12/2021



In Chapter 11 Shlok 47, Lord Kaal, who narrates the Holy Gita, is saying that 'O Arjuna, this is my real Kaal form'.

    In Gita Adhyay 07 Shlok 12, Brahm, the giver of the knowledge of Gita, is saying that I am the cause for whatever cr...
13/12/2021



In Gita Adhyay 07 Shlok 12, Brahm, the giver of the knowledge of Gita, is saying that I am the cause for whatever creation, situation and destruction is taking place by the three deities.
But I am away from them. The reason is that Kaal is cursed to feed one lakh creatures. That is why the main reason is said to be himself and Kaal God is different from the three deities.

    In verse 66 of Adhyay 18 of Gita Ji, the giver of the knowledge of Gita has asked himself to take refuge in the othe...
13/12/2021



In verse 66 of Adhyay 18 of Gita Ji, the giver of the knowledge of Gita has asked himself to take refuge in the other Supreme Akshar Brahm.

  It has been clarified in Gita Adhyay 8 Shlok 16 that the seekers who have gone to Brahmaloka also return and take birt...
13/12/2021



It has been clarified in Gita Adhyay 8 Shlok 16 that the seekers who have gone to Brahmaloka also return and take birth in the world. You will also have to do terrible deeds like war. Due to which the priests of Kaal Brahm will neither get peace nor the eternal supreme abode.

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12/12/2021

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The spiritual leader Sant rampal Ji MaharajThe Great knowledge of supreme God 👇👇
12/12/2021

The spiritual leader Sant rampal Ji Maharaj
The Great knowledge of supreme God 👇👇

सतलोक में अन्य रचना   🧡
12/12/2021

सतलोक में अन्य रचना

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 #संतरामपालजीमहाराज ❤️❤️❤️🌹🌹🌹 😊😊😊
12/12/2021

#संतरामपालजीमहाराज

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     पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महा...
11/12/2021


पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है।
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   गीता अध्याय 17 श्लोक 23 का भावार्थ है कि पूर्ण परमात्मा को प्राप्त करने का ॐ, तत् सत् यह मन्त्र जाप स्मरण करने का निर...
11/12/2021


गीता अध्याय 17 श्लोक 23 का भावार्थ है कि पूर्ण परमात्मा को प्राप्त करने का ॐ, तत् सत् यह मन्त्र जाप स्मरण करने का निर्देश है। इस नाम को तत्वदर्शी संत से प्राप्त करो।
वह तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं।
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      पवित्र चारों वेद भी साक्षी हैं कि पूर्ण परमात्मा ही पूजा के योग्य है, उसका वास्तविक नाम कविर्देव (कबीर परमेश्वर) ह...
11/12/2021



पवित्र चारों वेद भी साक्षी हैं कि पूर्ण परमात्मा ही पूजा के योग्य है, उसका वास्तविक नाम कविर्देव (कबीर परमेश्वर) है
तथा तीन मंत्र (ॐ, तत् सत्) के नाम का जाप करने से ही पूर्ण मोक्ष होता है। इस नाम को देने अधिकारी केवल तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही हैं।

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        ऊँ‘‘ नाम का जाप ब्रह्म का है। इसकी साधना से ब्रह्म लोक प्राप्त होता है जिसके विषय में गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में...
11/12/2021



ऊँ‘‘ नाम का जाप ब्रह्म का है। इसकी साधना से ब्रह्म लोक प्राप्त होता है जिसके विषय में गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में कहा है कि ब्रह्म लोक में गए साधक भी पुनर्जन्म को प्राप्त होते हैं।
पूर्ण मोक्ष पूर्ण गुरु से शास्त्रानुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है।
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😊😊😊

      योगियों ने वेदों के आधार पर ॐ (ब्रह्म का मंत्र) नाम से साधनाएँ की, परमात्मा तो मिला नहीं, सिद्धियाँ आ गई, स्वर्ग च...
11/12/2021



योगियों ने वेदों के आधार पर ॐ (ब्रह्म का मंत्र) नाम से साधनाएँ की, परमात्मा तो मिला नहीं, सिद्धियाँ आ गई, स्वर्ग चले गए, महास्वर्ग गए, फिर पशु बन गए। इसलिए प्रभु को सभी ने निराकार मान रखा है कि वह दिखाई नहीं देता और वेदों में लिखा है कि भगवान आकार में है।

    गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में लिखा है।ऊँ, तत्, सत्, इति, निर्देशः, ब्रह्मणः, त्रिविधः, स्मृतःसचिदानन्द घन ब्रह्म की भक...
11/12/2021



गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में लिखा है।
ऊँ, तत्, सत्, इति, निर्देशः, ब्रह्मणः, त्रिविधः, स्मृतः
सचिदानन्द घन ब्रह्म की भक्ति का मन्त्र ‘‘ऊँ तत् सत्‘‘ है। “ऊँ‘‘ मन्त्र ब्रह्म का है। “तत्” यह सांकेतिक है जो अक्षर पुरूष का है। ‘‘सत्’’ मंत्र भी सांकेतिक मन्त्र है जो परम अक्षर ब्रह्म का है। इन तीनों मन्त्रों के जाप से वह परम गति प्राप्त होगी जो गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कही है कि जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आते।
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   गीता अध्याय 8 श्लोक 13 में बताया है कि मुझ ब्रह्म का केवल एक ओम् (ऊँ) अक्षर है। उच्चारण करके स्मरण करता हुआ जो शरीर त...
11/12/2021


गीता अध्याय 8 श्लोक 13 में बताया है कि मुझ ब्रह्म का केवल एक ओम् (ऊँ) अक्षर है। उच्चारण करके स्मरण करता हुआ जो शरीर त्याग कर जाता है, वह परम गति को प्राप्त होता है। देवी पुराण में प्रमाण है कि ऊँ का जाप करके ब्रह्म लोक प्राप्त होता है। गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में स्पष्ट है कि ब्रह्म लोक में गए साधक का भी पुनर्जन्म होता है।

   वास्तविक गायत्री मंत्र - यजुर्वेद अध्याय 36 मंत्र 3 में कहीं भी ॐ नहीं लिखा है। ये अज्ञानी संतो की अपनी सोच से लगाया ...
11/12/2021


वास्तविक गायत्री मंत्र -
यजुर्वेद अध्याय 36 मंत्र 3 में कहीं भी ॐ नहीं लिखा है। ये अज्ञानी संतो की अपनी सोच से लगाया गया है। यह मंत्र पूर्ण परमात्मा के लिए है। जबकि ॐ काल ब्रह्म का है।

    अकेले ‘‘ब्रह्म’’ के नाम ओम् (ऊँ) से पूर्ण मोक्ष प्राप्त नहीं हो सकता। ऊँ‘‘ नाम का जाप ब्रह्म का है। इसकी साधना से ब्...
11/12/2021



अकेले ‘‘ब्रह्म’’ के नाम ओम् (ऊँ) से पूर्ण मोक्ष प्राप्त नहीं हो सकता। ऊँ‘‘ नाम का जाप ब्रह्म का है। इसकी साधना से ब्रह्म लोक प्राप्त होता है जिसके विषय में गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में कहा है कि ब्रह्म लोक में गए साधक भी पुनर्जन्म को प्राप्त होते हैं।
😊😊😊

   ऊँ‘‘ नाम का जाप ब्रह्म का है। इसकी साधना से ब्रह्म लोक प्राप्त होता है जिसके विषय में गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में कहा ...
11/12/2021


ऊँ‘‘ नाम का जाप ब्रह्म का है। इसकी साधना से ब्रह्म लोक प्राप्त होता है जिसके विषय में गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में कहा है कि ब्रह्म लोक में गए साधक भी पुनर्जन्म को प्राप्त होते हैं।

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