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Digital Narad डिजिटल नारद...एक डिजिटल खबरी चैनल है..नाम से ही इसकी भूमिका समझी जा सकती है..

30/05/2022

माँ भारती की सेवा करते हुए तीन आतंकियों को मौत के घाट उतार अपनी शहादत देने वाले वीर रणबाँकुरे मुदस्सिर अहमद पर पूरे देश को नाज है, ये वीडियो मुदस्सिर ने अपनी शहादत के तीन दिन पहले बनाया था, शत शत नमन 🙏😔🙏

27/05/2022

“नर्मदा नदी के हर पत्थर में है शिव, आखिर क्यों ?”

नर्मदेश्वर शिवलिंग के सम्बन्ध में एक धार्मिक कथा है –भारतवर्ष में गंगा, यमुना, नर्मदा और सरस्वती ये चार नदियां सर्वश्रेष्ठ हैं। इनमें भी इस भूमण्डल पर गंगा की समता करने वाली कोई नदी नहीं है। प्राचीनकाल में नर्मदा नदी ने बहुत वर्षों तक तपस्या करके ब्रह्माजी को प्रसन्न किया। प्रसन्न होकर ब्रह्माजी ने वर मांगने को कहा। तब नर्मदाजी ने कहा–’ब्रह्मन्! यदि आप मुझ पर प्रसन्न हैं तो मुझे गंगाजी के समान कर दीजिए।’ब्रह्माजी ने मुस्कराते हुए कहा–’यदि कोई दूसरा देवता भगवान शिव की बराबरी कर ले, कोई दूसरा पुरुष भगवान विष्णु के समान हो जाए, कोई दूसरी नारी पार्वतीजी की समानता कर ले और कोई दूसरी नगरी काशीपुरी की बराबरी कर सके तो कोई दूसरी नदी भी गंगा के समान हो सकती है। ब्रह्माजी की बात सुनकर नर्मदा उनके वरदान का त्याग करके काशी चली गयीं और वहां पिलपिलातीर्थ में शिवलिंग की स्थापना करके तप करने लगीं। भगवान शंकर उन पर बहुत प्रसन्न हुए और वर मांगने के लिए कहा। तब नर्मदा ने कहा–’भगवन्! तुच्छ वर मांगने से क्या लाभ? बस आपके चरणकमलों में मेरी भक्ति बनी रहे। नर्मदा की बात सुनकर भगवान शंकर बहुत प्रसन्न हो गए और बोले–’नर्मदे! तुम्हारे तट पर जितने भी प्रस्तरखण्ड (पत्थर) हैं, वे सब मेरे वर से शिवलिंगरूप हो जाएंगे। गंगा में स्नान करने पर शीघ्र ही पाप का नाश होता है, यमुना सात दिन के स्नान से और सरस्वती तीन दिन के स्नान से सब पापों का नाश करती हैं, परन्तु तुम दर्शनमात्र से सम्पूर्ण पापों का निवारण करने वाली होगी। तुमने जो नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना की है, वह पुण्य और मोक्ष देने वाला होगा।’ भगवान शंकर उसी लिंग में लीन हो गए। इतनी पवित्रता पाकर नर्मदा भी प्रसन्न हो गयीं। इसलिए कहा जाता है–‘नर्मदा का हर कंकर शंकर है।

हरहर_महादेव..🙏🚩🚩

12/05/2022

इनके कथनी और करनी में बहुत अंतर है अब इनका भाषण सुनकर यह आप ही तय कर दीजिए कि तेजिंदर बग्गा के बाद इन पर कौन सी धाराएं लगेंगे

07/05/2022

क्या बुरे दिन आने वाले हैं? ब्याज दरों के बढ़ने-घटने का क्या मतलब है?

रिज़र्व बैंक ने आज अचानक ब्याज दर बढ़ाने का फ़ैसला किया है।जबकि RBI को इस मुद्दे पर फ़ैसला एक महीने बाद 8 June को लेना था। इसका मतलब पानी सिर के ऊपर जा चुका है। महंगाई बेतहाशा बढ़ गई है। Repo Rate 4% से 4.4% करना और CRR में सीधे 50 basis points बढ़ा देना बड़ी बात है। क्या ये आने वाले बुरे दिनों के संकेत है?

रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ चुकी है। भारत में भी पिछले कई महीनों से बुरे हालात है। बाज़ार में हर चीज महंगी है। ब्याज दर बढ़ाकर RBI लोन को महंगा करना चाहती है ताकि लोग लोन कम लें। इससे बाज़ार में कैश कम होगा। वो बाज़ार से कैश(Liquidity) कम करना चाहती है ताकि लोगों के हाथ में पैसा कम आए और वो कम खर्च करें।

लोग कम खर्च करेंगे तो सामानों की डिमांड कम होगी। डिमांड कम होगी तो चीजें बाज़ार में सस्ती होंगी। चीजें सस्ती होंगी तो महंगाई क़ाबू में आ जाएगी लेकिन GDP के विकास की दृष्टि से ये सब ख़तरनाक है। ऐसा अगर लंबे समय तक करना पड़ा तो मंदी का ख़तरा बढ़ जाता है।

इसलिए बाज़ार में हमेशा डिमांड के हिसाब से चीजों की सप्लाई होती रहनी चाहिए ताकि महंगाई ज़्यादा न बढ़े। फ़िलहाल युद्ध की वजह से पूरी दुनिया में तेल की सप्लाई प्रभावित हुई है। इसकी वजह भारत समेत दुनिया के कई देशों में तेल का आयात महंगा हो गया है। तेल महंगा होने की वजह से ट्रांसपोर्ट महंगा हो गया है।

ट्रांसपोर्ट महंगा होने की वजह से खाने-पीने से लेकर ज़्यादातर consumer goods तो महंगे हो ही रहे हैं, कारख़ानों में पहुँचने वाला कच्चा माल भी महंगा हो रहा है। इसलिए बाज़ार में बिकने वाले हर सामान के भाव आसमान छू रहे हैं। हर चीज महंगी होने की वजह से लोगों के हाथ में Real Income कम हो रही है।

Real Income कम होने का मतलब पहले अगर 100 रु में एक किलो सेब मिलते थे तो अब वही सेब 150 रु में मिलने लगे हैं। यानी उतनी ही चीज ख़रीदने के लिए आपको ज़्यादा पैसे देने पड़ रहे हैं। ऐसा होने पर आपको अपने दूसरे ख़र्चों में कटौती करनी होगी। मतलब Lifestyle में बदलाव।

अगर आप खर्च या lifestyle में कटौती नहीं करेंगे तो आपको लोन लेना पड़ेगा। बैंक ने लोन तो पहले ही महंगा कर दिया है तो ऐसे में आप पर दोहरी मार पड़ेगी। अब आपको अपनी कमाई बढ़ाने के बारे में सोचना पड़ेगा। अगर नौकरी करते हैं तो increment महंगाई दर से ज़्यादा होनी चाहिए, तभी कुछ राहत मिलेगी। लेकिन बुरे वक़्त की आशंका में कंपनी increment देगी क्यों?

अगर कारोबार करते हैं तो आपको इसे बढ़ाने के लिए और पैसों की ज़रूरत पड़ेगी। आप बैंक से लोन लेने जाएँगे। बैंक लोन चूँकि महंगा हो चुका है तो आपके production की cost बढ़ जाएगी।ऐसा होने से सामान महंगा हो जाएगा। महंगाई तो पहले से ही बढ़ रही है, डिमांड कम करने की कोशिश की जा रही है, फिर आपका सामान बिकेगा कैसे?

ख़तरा देखते हुए अब आप लोन नहीं लेंगे। production कम कर देंगे। ऐसा करने से माल कम बिकेगा। पहले के मुक़ाबले कमाई कम हो जाएगी। कमाई कम होने पर घाटा होने का ख़तरा बढ़ जाएगा। आप घाटा कम करने के लिए लोगों को नौकरी से निकालने पर मज़बूर होंगे। आपकी तरह बाक़ी लोग भी ऐसा करेंगे तो बेरोज़गारी बढ़ेगी।

बेरोज़गारी बढ़ने पर लोगों में निराशा और हताशा बढ़ेगी। युवाओं में ग़ुस्सा बढ़ेगा।क़ानून-व्यवस्था पर ख़तरा आ सकता है। अपराध बढ़ सकता है। सरकारों के लिए स्थिति सम्भालना मुश्किल हो सकता है।

सरकारों को इस स्थिति से बचने के लिए रोज़गार देना होगा, लोगों के हाथों में पैसा पहुँचाना होगा। लेकिन चीजों की supply कम और लोगों के हाथ में पैसा ज़्यादा होना ही तो महंगाई की जड़ है। RBI ब्याज दरों को बढ़ाकर इसी को तो ठीक करने की कोशिश कर रही है। फिर करें तो क्या करें? ये एक भयानक कुचक्र है। इसी से बचने की कोशिश में हर सरकार लगी है।

फ़िलहाल इससे बचने का एक ही तरीक़ा है कि रूस-यूक्रेन का युद्ध बंद हो ताकि पूरी दुनिया में तेल और बाक़ी सामानों की सप्लाई ठीक हो। डिमांड - सप्लाई बराबर होने से महंगाई कम होगी। महंगाई कम होने से उम्मीद है कि लोग शायद खुश हो जाएँ।

वैसे महंगाई हमेशा बुरी नहीं होती। जब अर्थव्यवस्था तेज गति से बढ़ रही हो तो इसे कई बार ignore भी किया जाता है।

03/05/2022

राहुल गांधी आजकल काठमांडू में एक महिला सुनिम्म्ना उदास के विवाह समारोह में शामिल होने गए हैं

यह वीडियो उसी विवाह समारोह का है

स्टेज पर जो चाइनीज महिला गाना गा रही है और राहुल गांधी बगल में खड़े हैं यह चाइनीस महिला कोई मामूली हस्ती नहीं बल्कि नेपाल में चीन की राजदूत हुई यांकी है

हुई यांकी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की मेंबर भी है और यह वही महिला है जिसने नेपाल में भारत विरोधी माहौल बनाया जिसने फंडिंग करके नेपाल में कम्युनिस्ट पार्टी की जड़े मजबूत किया और इसी हुई यांकी ने नेपाल को और नेपाल के लोगों को धीरे धीरे एक साजिश के तहत भारत से दूर किया

अब आप सोच रहे होंगे कि यह महिला सुनिम्ना उदास कौन है जिसके विवाह में शामिल होने के लिए राहुल गांधी काठमांडू गए हैं

सुनिम्ना उदास पहले चीन में नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के एक प्रोजेक्ट पर थी आजकल वह काठमांडू के चीनी दूतावास में नेपाल चीन प्रोजेक्ट की डायरेक्टर है

उसके पिता भीम उदास नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी के बड़े पदाधिकारी हैं और भीम उदास ने भारत के खिलाफ बेहद जहर उगले हैं

राहुल गांधी को इस विवाह समारोह का निमंत्रण क्यों मिला और जब राहुल गांधी को पता था कि इस विवाह समारोह में चीन की गुप्तचर एजेंसी से लेकर चीन के बड़े-बड़े पदाधिकारी और चीन के राजदूत होंगे तब राहुल गांधी इस विवाह समारोह में शामिल होने क्यों गए

सोचिए यही राहुल गांधी कहते थे कि मोदी जी चीन को करारा जवाब नहीं दे रहे और खुद चीन की साजिशों में शामिल है

वैसे राहुल गांधी का वीडियो बनाने के लिए यहां मनाही थी लेकिन किसी ने अपने मोबाइल से सिर्फ 22 सेकंड का वीडियो बनाने में सफलता पाया गया था

29/04/2022

पंजाब पुलिस प्रदर्शनकारियों के साथ जश्न में शरीक़ हैं... क्या से क्या हो गया केजरीवाल जी का यह नवा पंजाब

29/04/2022

आम आदमी पार्टी का नवा पंजाब

29/04/2022
20/04/2022

देश में बांग्लादेशी घुसपैठिये, अंसार जैसे लोग कितने पॉवरफुल

रात को बुलडोजर का आर्डर और सुबह कपिल सिबल, दुष्यंत दवे, प्रशांत भूषण, संजय हेगड़े सब सुप्रीम कोर्ट में

आतंकवादियों का केस लड़ने वाली जमीयत उलेमा ए हिन्द साथ में

बुलडोजर पर रोक का आर्डर 5 मिनट में

देश को सोचना होगा

20/04/2022

जहाँगीरपुरी में बुलडोजर चलने से पहले हड़कंप, समान समेटने में लगे कब्जाधारी: पुलिस का मार्च, भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात

20/04/2022

*जातिवाद सत्य है, या एक कल्पना ?*

क्या भारत में जातिवाद है ?

*या बेवकूफ बनाया जा रहा है 70 साल से ?* 🤣

कहां है जातिवाद ?
स्कूल में है ? *नहीं है।*
कॉलेज में है ? *नहीं है।*
ट्यूशन में है ? *नहीं है।*
हॉस्पिटल में है ? *नहीं है।*
प्राइवेट जोब में है ? *नहीं है।*
मोबाईल खरीदने में है ? *नहीं है।*
सिमकार्ड खरीदने में है ? *नहीं है।*
ऐमज़ॉन, फ्लिपकार्ट पे है ? *नहीं है।*
बैंक में है ? *नहीं है।*
किसी भी बिसिनेस में है ? *नहीं है।*
राशन की दुकान में है ? *नहीं है।*
मॉल में है ? *नहीं है।*
मूवी थिअटर में है ? *नहीं है।*
रेस्टोरेंट में है ? *नहीं है।*
होटल्स में है ? *नहीं है।*
बस, ट्रैन, प्लैन में है ? *नहीं है।*
स्कूटर लेने जाओगे वहाँ है ? *नहीं है।*
श्मशान में है ? *नहीं है।*
संजय मंडी में पूछते हो ? *नहीं है।*
पार्टी में पूछते हो ? *नहीं।*
त्योहार मनाते वक़्त पूछते हो ? *नहीं।*

*तो कहाँ है ये जातिवाद ??????*
सरकारी नोकरियों में ? हाँ 🤓 है।
सरकारी पढ़ाई ? हाँ 😝 है।
सरकारी लाभ में ? हाँ है 😍 आरक्षण

अगर वो ख़ुदको हरिजन कहे, तो उसे नॉकरी मिले।
आप उसे हरिजन कहो, तो आपको सज़ा मिलेगी।
*ये है वास्तविक जातिवाद*

अब समझे ! जातिवाद कहाँ है ?! 😆🙏

*चुनोती है, चार सवर्ण का नाम बता देना,*
जिन्होंने दलितों का शोषण किया हो जाती के नाम पे ?
*रामायण* लिखने वाले वाल्मिकी दलित थे,
*महाभारत* लिखने वाले वेद व्यास दलित थे,
*शबरी* के जूठे बेर खाये थे श्री राम ने,
*सुदामा* सबसे प्रिय मित्र थे कृष्ण के,
विश्व के सबसे बडे मंदिर *तिरुपति में दलित पुजारी* है,
पटना, *हनुमान मंदिर में है दलित पुजारी,*
तिरुवनंतपुरम के *त्रावणकोर मंदिर में दलित पुजारी* है,
*के आर नारायण, दलित राष्ट्रपति* रह चुके है,

और तुम लोग जातिवाद की बकवास चला रहे हो 70 साल से 😠
*बेवकूफ बना रहे हो 70 साल से एक ही गाना गा के ! 😠*

आरक्षण की तारीफ करने वालों से सिर्फ एक सवाल
*क्या किया, 70 साल आरक्षण लेकर ?*

70 सालों में बने सिर्फ 70 डॉक्टर बताओ जिन्होंने *70 नई दवाई* ढूंढकर विश्व में भारत का नाम रोशन किया हो।

70 सालों में आरक्षण से बने 70 इंजीनियर बताओ जिन्होंने *70 विश्वप्रसिद्ध इमारतें* बनाके विश्व में भारत को गर्व दिलाया हो।

70 सालों में आरक्षण से बने 70 टेक्नोलॉजी के एक्सपर्ट बताओ, जिन्होंने *70 टेक्नोलॉजी* बनाई हो !

70 सालों में आरक्षण से बने 70 अर्थशास्त्री के नाम बताओ जिन्होंने *भारत की अर्थव्यवस्था* सुधारी हो।

70 साल में आरक्षण से बने वैपन्स के एक्सपर्ट बतादो, जिन्होंने वैसे *70 हाईटेक हथियार* बनाके देश की आर्मी में मदद की हो!

70 सालों में आरक्षण से बने *70 CEO* बताओ जिन्होंने विश्व में भारत को सम्मान दिलाया हो।

70 नहीं मिल रहे ?
चलो सबके *7-7 नाम ही तो बता दो !* 😆

कहाँ से मिलेंगे 🤣 सोचो 50% पढ़ाई से आरक्षण के ज़रिए पढ़ा हुआ, क्या नाम रोशन करेगा देश का ? कैसे टिकेगा वो दुनिया के 95% टेलेंटेड लोगों के सामने ?!

*आरक्षण सिर्फ देश का क्षत्रु है।* और कुछ नहीं।
इस से हमारा देश, दुनिया के सामने घुटने टेक रहा है क्योंकि, हम 50% वाले को डॉक्टर बनाते है, जबकि विश्व 95% वालों को हमारे 50% ज्ञानी के सामने खड़ी करती है।

जाती का प्रमाणपत्र हटाके,
भारतीय का प्रमाणपत्र होना चाहिए सब जगह।

19/04/2022

जहांगीरपुरी दंगे के आरोपी सोनू चिकना की चाल बिगाड़ दी है दिल्ली पुलिस ने

18/04/2022

दिल्ली के जहांगीरपुरी में सोनू चिकना के घर पर पूछताछ करने कई क्राइम ब्रांच की टीम पर कट्टरपंथियों ने किया पथराव

17/04/2022

जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन /दिल्ली: सत्यानाश हो गया दिल्ली का ..असफल गृह मंत्री और निरंकुश मुख्यमंत्री के राज में

17/04/2022

बाबा जी के राज में देखे क्या सौहार्दपूर्ण माहौल में लोग रह रहे हैं.. यही भारत है ..एक दूसरे के भावनाओं का कद्र करें और शांति बनाए रखें

17/04/2022

शोभा यात्रा पर पत्थर फेंकने वाली महिलाओं की विदाई रस्म

17/04/2022

मस्जिद से रोज़ेदार द्वारा फूल बरसाते हुए शांतिप्रिय लोग

16/04/2022

दिल्ली के जहांगीरपुरी में श्री हनुमान जन्मोत्सव शोभायात्रा पर पथराव की घटना,पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल,इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात।।

15/04/2022

जेएनयू कैंपस के बाहर हिंदू सेना ने लगाए भगवा झंडे

07/04/2022

मेरठ-पीएसी के जवान पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने किया हमला दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।

04/04/2022

गोरखनाथ मंदिर में PAC के दो जवानों को घायल कर ,“अल्लाह हू अकबर” के नारे के साथ जिस मोहम्मद मुर्तज़ा ने घुसने की कोशिश की थी वह IIT मुंबई से पास आउट केमिकल इंजीनियर है और मुंबई से गोरखपुर आया था-- इतना पढ़ने -लिखने के बाद भी इतना जहर ?? इतना तेज़ाब ??---इस सबके पीछे कौन है ????

03/04/2022

रोज सुबह एक वृद्घा बंदरों को रोटी देती थी. बीमार होने की वजह से दो दिन रोटी नहीं दे पाई तो बंदर उनका हाल जानने के लिए उसके पास आए.

दिल को छूने वाले क्षण

26/03/2022

योगी आदित्यनाथ ने ली शपथ
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को नई सरकार का गठन हो गया।

इस बार के चुनावी संग्राम में एक बात तो साबित हो गया कि टीवी और सोशल मीडिया पर जो राजनीतिक शोर चल रहा था उस पर मत जाइए, वह बंद कमरों में बैठे ज्ञानियों द्वारा मचाया जा रहा कोलाहल मात्र था ।

ये शोर कई बार प्रायोजित और बहुधा पूर्व निर्धारित होता है जो दर्शकों, पाठकों और श्रोताओं के समक्ष तर्क की चाशनी में डुबोकर कर पेश किया जाता है।

तमाम किन्तु परंतुओं के बीच गोरक्ष पीठ के इस औघड़ बाबा के सितारों को बुलंद ही समझना चाहिए।

अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा चुने जाने वाले योगी बाबा राज्य के पहले मुख्यमंत्री है। अफवाहों, अंधविश्वासों, आकलनों को झुठलाते हुए इस संन्यासी ने राज्य के कई राजनीतिक और अराजनीतिक मिथक तोड़ दिए है।

ऐसा करते हुए योगी ने खुद ही एक नया मिथक भी कायम कर दिया है, ऐसा कहा जाए तो गलत नहीं होगा।

19/03/2022

उत्साह, उमंग, उल्लास एवं सामाजिक समरसता के पर्व 'होली' के अवसर पर...

18/03/2022

पंजाब में बदलाव शुरू हो गया है🧐

18/03/2022

गोरखपुर : CM Yogi ने अपने पालतू Gullu को बिस्कुट खिलाया

आपको और आपके परिजनों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं। इस शुभ अवसर पर मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि रंगों का यह त्यौहा...
18/03/2022

आपको और आपके परिजनों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं। इस शुभ अवसर पर मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि रंगों का यह त्यौहार आपके जीवन में ढेर सारी खुशियां एवं सुख समृद्धि लेकर आए

17/03/2022

वृदांवन ...
बॉंके बिहारी मंदिर ... फूलों की होली

10/03/2022

उत्तर प्रदेश में जो चुनाव के रुझान आ रहे हैं इससे अब साबित हो गया कि बीजेपी फिर से भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है..

साथ ही यह भी साबित हो गया कि कई बड़े संपादक जो आजकल यूट्यूबिया पत्रकार हो गए हैं उन लोगों ने कुछ चुनिंदा पार्टी से फायदे लेकर बीजेपी के विरोध में एजेंडा चला रहे थे ...

यह वही यूट्यूबिया पत्रकार हैं जो बाकी लोगों को गोदी मीडिया.. गोदी मीडिया का नाम देकर बदनाम कर रहे हैं
अब इनके बारे में क्या कहा जाए जनता की राय चाहिए.. शर्म आनी चाहिए ऐसे बड़े-बड़े संपादकों को जो देश में गुमराह फैलाने की कोशिश करते रहते हैं.. इनकी पत्रकारिता अब शक के दायरे में आ गया है

05/03/2022

#पान बनारस वाला ♥️♥️🚩🚩
#काशी
#जयश्रीराम

05/03/2022

आज से दो हफ्ते पहले जब भारतीय सरकार एडवाइजरी पर एडवाइजरी निकाल रही थी, भारत के न्यूज़ चैनल्स पर रूस-यूक्रेन के संभावित युद्ध की आशंका व्यक्त की जा रही थी तो यूक्रेन में पढ़ने वाले छात्र इन आशंकाओं और एडवाइजरी का कैसे मजाक बना रहे थे, देखें उनके खुद के बनाये वीडियो में !

04/03/2022

चाय पीकर, विरोधियों को “पानी पिलाने”का ये अन्दाज़ अच्छा है !

04/03/2022

आज PM मोदी के काशी दौरे की एक दिलचस्प तस्वीर !!

03/03/2022

समाजवादी पार्टी की सरकार में आगे भी यही गुंडई होना है.. अखिलेश यादव की रैली में सपा कार्यकर्ताओं की गुंडई, पुलिस पर बरसाईं लाठियां

25/02/2022

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कह रहे हैं कि "देखो मेरी सभा में बुलडोजर भी रहते हैं। MYogiAdityanath

25/02/2022

#सनातन_धर्म_क्या_है।
#सनातन का अर्थ है:- #शाश्वत या हमेशा बना रहने वाला अर्थात् जिसका न आदि है न अन्त। #सनातन_धर्म मूलत: #भारतीय #धर्म है, जो किसी ज़माने में पूरे वृहत्तर भारत तक व्याप्त रहा है।
जिस बातों का शाश्वत महत्व हो वही सनातन कही गई है। जैसे #सत्य सनातन है, #ईश्वर ही सत्य है, #आत्मा ही सत्य है, #मोक्ष ही सत्य है और इस सत्य के मार्ग को बताने वाला सनातन धर्म भी सत्य है। वह सत्य जो अनादि काल से चला आ रहा है और जिसका कभी भी अंत नहीं होगा। वह ही सनातन या शाश्वत है। जिनका न प्रारंभ है और जिनका न अंत है उस सत्य को ही सनातन कहते हैं। यही सनातन धर्म का सत्य है।
#वैदिक या #हिंदू धर्म को इसलिये सनातन धर्म कहा जाता है क्योंकि यही एकमात्र धर्म है जो ईश्वर, आत्मा और मोक्ष को तत्व और ध्यान से जानने का मार्ग बताता है। आप ऐसा भी कह सकते हो कि मोक्ष का कांसेप्ट इसी धर्म की देन है। एकनिष्ठता, योग, ध्यान, मौन और तप सहित यम-नियम के अभ्यास और जागरण मोक्ष का मार्ग है। अन्य कोई मोक्ष का मार्ग नहीं है। मोक्ष से ही आत्मज्ञान और ईश्वर का ज्ञान होता है। यही सनातन धर्म का सत्य है।
सनातन धर्म के मूल तत्व सत्य, अहिंसा, दया, क्षमा, दान, जप, तप, यम-नियम हैं, जिनका शाश्वत महत्व है।
अन्य प्रमुख धर्मों के उदय के पूर्व वेदों में इन सिद्धान्तों को प्रतिपादित कर दिया गया था:-
"असतो मा सदगमय,
तमसो मा ज्योर्तिगमय,
मृत्योर्मा अमृतं गमय"
अर्थात्:- हे ईश्वर, मुझे असत्य से सत्य की ओर ले चलो, अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो, मृत्यु से अमृत की ओर ले चलो।
जो लोग उस परम तत्व #परब्रह्म #परमेश्वर को नहीं मानते हैं वे असत्य में गिरते हैं। असत्य से जीव मृत्युकाल में अनंत अंधकार में पड़ जाता है। उनके जीवन की गाथा भ्रम और भटकाव की ही गाथा सिद्ध होती है। वे कभी अमृत्व को प्राप्त नहीं होते। मृत्यु आये इससे पहले ही सनातन धर्म के सत्य मार्ग पर आ जाने में ही भलाई है। अन्यथा अनंत योनियों में भटकने के बाद प्रलयकाल के अंधकार में पड़े रहना पड़ता है।
सत्य सत् और तत् से मिलकर बना है। सत का अर्थ यह और तत का अर्थ वह। दोनों ही सत्य है।
"अहं ब्रह्मास्मी और तत्वमसि" यानी मैं ही ब्रह्म हूँ और तुम भी ब्रह्म हो। यह संपूर्ण जगत ब्रह्ममय है। ब्रह्म पूर्ण है। यह जगत् भी पूर्ण है। पूर्ण जगत् की उत्पत्ति पूर्ण ब्रह्म से हुई है। पूर्ण ब्रह्म से पूर्ण जगत् की उत्पत्ति होने पर भी ब्रह्म की पूर्णता में कोई न्यूनता नहीं आती। वह शेष रूप में भी पूर्ण ही रहता है। यही सनातन सत्य है।
जो तत्व सदा, सर्वदा, निर्लेप, निरंजन, निर्विकार और सदैव स्वरूप में स्थित रहता है उसे सनातन या शाश्वत सत्य कहते हैं। #वेदों का ब्रह्म और #गीता का स्थितप्रज्ञ ही शाश्वत सत्य है। जड़, प्राण, मन, आत्मा और ब्रह्म शाश्वत सत्य की श्रेणी में आते हैं। सृष्टि व ईश्वर (ब्रह्म) अनादि, अनंत, सनातन और सर्वविभु हैं।
जड़ पाँच तत्व से दृश्यमान है:- आकाश, वायु, जल, अग्नि और पृथ्वी। यह सभी शाश्वत सत्य की श्रेणी में आते हैं। यह अपना रूप बदलते रहते हैं किंतु समाप्त नहीं होते।
प्राण की भी अपनी अवस्थायें हैं। प्राण, अपान, समान और यम, उसी तरह आत्मा की अवस्थायें हैं:- जाग्रत, स्वप्न, सुसुप्ति और तुर्या।
ज्ञानी लोग ब्रह्म को निर्गुण और सगुण कहते हैं। उक्त सारे भेद तब तक विद्यमान रहते हैं जब तक ‍कि आत्मा मोक्ष प्राप्त न कर ले। यही सनातन धर्म का सत्य है। ब्रह्म महाआकाश है तो आत्मा घटाकाश। आत्मा का मोक्ष परायण हो जाना ही ब्रह्म में लीन हो जाना है।
इसीलिये भाई-बहनों, कहते हैं कि ब्रह्म सत्य है और जगत मिथ्‍या। यही सनातन सत्य है और इस शाश्वत सत्य को जानने या मानने वाला ही सनातनी कहलाता है।
विज्ञान जब प्रत्येक वस्तु, विचार और तत्व का मूल्यांकन करता है तो इस प्रक्रिया में धर्म के अनेक विश्वास और सिद्धांत धराशायी हो जाते हैं। विज्ञान भी सनातन सत्य को पकड़ने में अभी तक कामयाब नहीं हुआ है किंतु वेदांत में उल्लेखित जिस सनातन सत्य की महिमा का वर्णन किया गया है उससे विज्ञान धीरे-धीरे उससे सहमत होता नजर आ रहा है।
हमारे ऋषि-मुनियों ने ध्यान और मोक्ष की गहरी अवस्था में ब्रह्म, ब्रह्मांड और आत्मा के रहस्य को जानकर उसे स्पष्ट तौर पर व्यक्त किया था।
वेदों में ही सर्वप्रथम ब्रह्म और ब्रह्मांड के रहस्य पर से पर्दा हटाकर 'मोक्ष' की धारणा को प्रतिपादित कर उसके महत्व को समझाया गया था, मोक्ष के बगैर आत्मा की कोई गति नहीं इसीलिये ऋषियों ने मोक्ष के मार्ग को ही सनातन मार्ग माना है।
धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष में मोक्ष अंतिम लक्ष्य है। यम, नियम, अभ्यास और जागरण से ही मोक्ष मार्ग पुष्ट होता है। जन्म और मृत्यु मिथ्‍या है। जगत भ्रमपूर्ण है। ब्रह्म और मोक्ष ही सत्य है। मोक्ष से ही ब्रह्म हुआ जा सकता है। इसके अलावा स्वयं के अस्तित्व को कायम करने का कोई उपाय नहीं। ब्रह्म के प्रति ही समर्पित रहने वाले को #ब्राह्मण और ब्रह्म को जानने वाले को #ब्रह्मर्षि और ब्रह्म को जानकर #ब्रह्ममय हो जाने वाले को ही #ब्रह्मलीन कहते हैं।
सनातन धर्म के सत्य को जन्म देने वाले अलग-अलग काल में अनेक #ऋषि हुयें हैं। उक्त ऋषियों को दृष्टा कहा जाता है अर्थात जिन्होंने सत्य को जैसा देखा, वैसा कहा, इसीलिये सभी ऋषियों की बातों में एकरूपता है और जो ऋषियों की बातों को नहीं समझ पाते वही उसमें भेद करते हैं।
भेद भाषाओं में होता है, अनुवादकों में होता है, संस्कृतियों में होता है, परम्पराओं में होता है, सिद्धांतों में होता है, लेकिन सत्य में नहीं।
वेद कहते हैं ईश्वर अजन्मा है, उसे जन्म लेने की आवश्यकता नहीं, उसने कभी जन्म नहीं लिया और वह कभी जन्म नहीं लेगा। ईश्वर तो एक ही है। यही सनातन सत्य हैं। सत्य को धारण करने के लिये प्रात: योग और प्राणायाम करें तथा दिनभर कर्मयोग करें। वेद-पुराणों को समझें, गौ माता और ब्राह्मण को सम्मान दें। ऋषि परंपराओं को जीवन में अपनायें यही सनातनी जीवन हैं।
्रीमन्_नारायण।।।।

23/02/2022

राबर्ट्सगंज से BJP विधायक भूपेश चौबे ने कान पकड़कर लगाई उठक-बैठक, जनता से 5 साल में हुई गलतियों की मांगी माफी

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स्वामी प्रसाद मौर्य की सभा में मंच पर बैठने को लेकर हुआ समाजवादी दंगल ...

19/02/2022

यूपी मे मुस्लिम वोट एकतरफा समाजवादी पार्टी को जा रहा है..

--बोल रहे हैं की काम से खुश हैं लेकिन बाबा को नहीं आना चाहिए..

--चीजों मे बहुत इम्प्रूवमेंट हुआ है लेकिन अखिलेश चाहिए..

इसका मतलब क्या हुआ.. मतलब साफ है कि आप सोच समझ से सेकुलर नहीं है.. लेकिन दूसरे समुदायों से आप सेकुलर होने का उम्मीद करते हैं.. कितना दोगला व्यवहार है ..बहुत ही निंदनीय है

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डिजिटल नारद...एक डिजिटल खबरी चैनल है..नाम से ही इसकी भूमिका समझी जा सकती है..

डिजिटल नारद...एक डिजिटल खबरी चैनल है..नाम से ही इसकी भूमिका समझी जा सकती है..क्योंकि अब इस युग मे नारद जी तो आ नही सकते इसलिए हम डिजिटल नारद आपके बीच ले कर आए है..चूंकि दौर डिजिटल है इसलिए हमारा नारद अब डिजिटल हो गया...हमारा मकसद आपको सिर्फ आपको खबरे दिखाने का नही बल्कि उस खबर को आपके सामने रखने का है जो खबर के पीछे का सम्पूर्ण सच हो..हम सिर्फ खबरों तक ही सीमित नही हमारा ये नारद, आपको हर क्षेत्र जैसे इतिहास, खेल, मनोरंजन, धर्म. के बारे में भी आपको बताएगा.. क्योंकि खबरें तो आप सब देखते है लेकिन हम सिर्फ खबरे दिखा कर आपको बीच रास्ते मे छोड़ कर नही जाएंगे.. हमारा नारद आपको विस्तार में खबरों दिशा औए दशा दोनों बताएगा...