12/12/2022
नेपाल के वीरगंज के व्यवसायी सुनील अग्रवाल की पूर्वी चंपारण के छौड़ादानों में मिली लाश, सनसनी
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मॉर्निंग वॉक मे निकलने के बाद सुनील के गायब होने पर वीरगंज पुलिस कर रही थी जांच
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रक्सौल।(vor desk )।नेपाल के वीरगंज में कारोबार करने वाले एक व्यवसायी का शव पूर्वी चंपारण के छोड़ादानों रेल परिक्षेत्र से बरामद हुआ है।इस घटना के बाद परिजनो का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।मामला रविवार का है। मौत की गुत्थी भी उलझी हुई है।वास्तविकता पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही सामने आयेगी।
जानकारी के मुताबिक,सुनील भारतीय नागरिक थे।जो मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर बाजार के रहने वाले थे।जो वीरगंज में लम्वे समय से व्यवसाय में थे।
मिली जानकारी के मुताबिक,बिहार- नेपाल सीमा के रक्सौल से सटे नेपाल के औधोगिक नगरी बीरगंज महानगरपालिका वार्ड 6 माइस्थान में रहने वाले व मेन रोड अवस्थित पशुपति इलेक्ट्रिक हाउस के संचालक 50वर्षीय सुनील अग्रवाल का शव भारतीय इलाके में मिलने से हड़कम्प मच गया।परिजनों के मुताबिक,वे रविवार की सुबह से ही अपने घर से गायब थे। जिनका शव छौड़ादानों में रेल परिक्षेत्र में मिला है।शव बरामद होने के बाद ट्रेन से रक्सौल लाया गया और फिर आवश्यक कार्रवाई करते हुए रेल प्रशासन ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।रक्सौल स्टेशन पहुंचे परिजनों ने शव की शिनाख्त कर ली है।ऐसे में यह साफ हो गया है कि शव सुनील कुमार अग्रवाल का ही है।
सूत्रों का कहना है कि वे वीरगंज से एक ऑटो पर निकले और रक्सौल पहुंचे।परिजनो ने वीरगंज पुलिस को गुमसुदगी की सूचना दी,तब सीसीटीवी फुटेज की जांच में रक्सौल आने का वाक्या सामने आया ।जिसके बाद परिजन रक्सौल पहुंच रेल प्रशासन से सम्पर्क किया।यह बात समझ से परे है कि आखिर वे अचानक बिना परिजनों के मॉर्निंग वॉक ड्रेस में ही छौड़ादानों कैसे चले गए?क्या उनके साथ कोई था,जो उन्हें वहां ले गया।या फिर कोई और माजरा है?फिर छौड़ा दानों में लाश कैसे बरामद हुई?फिलहाल,इस मामले की जांच पड़ताल शुरू हो गई है।मामले को ले कर कई आशंका व्यक्त की जा रही है।जिसमे ठंड से मौत, हार्ट अटैक या पॉइजन खिलाने से मौत होने की आशंका शामिल है।कहा जा रहा है कि वे बैंक के कर्ज से दबे थे और इस वजह से कुछ अर्से से परेशान चल रहे थे।
छौड़ादानों में प्रत्यक्षदर्शियों का यह कहना है कि सुनील ने स्टेशन के बाहर चाय पी थी।उसके बाद लड़खड़ाते दिखे।
इस बीच ,परिजन देवकी प्रसाद अग्रवाल ने बताया की ये प्रतिदिन सुबह 6बजे मॉर्निंग वाकिंग को जाते थे और 8बजे तक घर वापस आ जाते थे पर आज सुबह 9बजे तक घर वापसी नही होने से नेपाल सहित बिहार के परिजन के सहयोग से खोज बिन की गई तो शाम में छौड़ादानो रेल परिक्षेत्र में शव मिलने के बाद रेल प्रशासन ने फ़ोटो दिखा कर तस्दीक की। इसके बाद देर शाम ट्रेन से रक्सौल स्टेशन लाया गया।उन्होंने कहा कि हम समझ नही पा रहे कि मौत कैसे हुई है!उन्होंने कहा कि जब रक्सौल जाने का लोकेशन मिला तो हम समझे कि दिल्ली में पढ़ रहे पुत्र से हाल चाल लेने के लिए रक्सौल फोन पर बात चीत करने गए होंगे।
परिजनों ने यह भी बताया है कि उन्होंने मॉर्निंग वॉक में निकलने के दौरान अपनी मोबाइल,अंगूठी और घड़ी आदि घर पर ही छोड़ दिया था।
रक्सौल जीआरपी के इंचार्ज धर्मेंद्र कुमार ने बताया की परिजनो द्वारा शव की पहचान कर ली गई और कानूनी कार्यवाही के बाद शव को सौप दिया जाएगा।वहीं,वीरगंज के एसपी रमेश कुमार बस्नेत ने बताया कि उनके गायब होने की सूचना मिली थी।मामले में भारतीय प्रशासन से सम्पर्क किया जा रहा है।