23/03/2025
ध्रुव राठी (Dhruv Rathee) का बैकग्राउंड और कंटेंट
ध्रुव राठी एक भारतीय यूट्यूबर हैं, जो जर्मनी में रहते हैं। उनकी पढ़ाई मैकेनिकल इंजीनियरिंग में हुई है, और 2014 में उन्होंने यूट्यूब शुरू किया था, शुरुआत में ट्रैवल और एजुकेशनल वीडियो से। बाद में, खासकर 2020 से, उनका फोकस राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर शिफ्ट हुआ। वे अपनी वीडियो में डेटा, चार्ट्स और तर्क का इस्तेमाल करते हैं, और ज्यादातर मौजूदा बीजेपी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हैं। उनके 15 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं, जो उन्हें एक प्रभावशाली आवाज बनाता है।
"राष्ट्र-विरोधी" के आरोप
ध्रुव पर "राष्ट्र-विरोधी" होने का आरोप मुख्य रूप से इन बिंदुओं से जुड़ा है:
सरकार की आलोचना:
ध्रुव ने कई बार मोदी सरकार पर तानाशाही, भ्रष्टाचार और जनविरोधी नीतियों का आरोप लगाया है। मिसाल के तौर पर, उनकी वीडियो "Is India Becoming a Dictatorship?" (2024) में उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड्स, मीडिया सेंसरशिप और विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। उनके आलोचकों का कहना है कि ऐसी आलोचना वैश्विक मंच पर भारत की छवि खराब करती है, इसलिए यह "राष्ट्र-विरोधी" है।
रामायण और राष्ट्रवाद पर विचार:
ध्रुव ने एक पुराने वीडियो में रामायण को "काल्पनिक कहानी" कहा था और राष्ट्रवाद को "काल्पनिक अवधारणा" करार दिया था। उनके इस बयान को हिंदू भावनाओं के खिलाफ और भारत की सांस्कृतिक एकता को कमजोर करने वाला माना गया। X पर कुछ यूजर्स ने इसे "anti-Hindu" और "anti-national" का सबूत बताया।
गलत सूचना के दावे:
ध्रुव पर कई बार गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगा। जैसे, 2019 में उनका दावा कि सरकार ने 170,000 हेक्टेयर जंगल अदानी को बेच दिया, बाद में गलत साबित हुआ। 2018 में भी उन्होंने बीजेपी आईटी सेल के एक सदस्य पर बिना सबूत के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जिसके लिए दिल्ली कोर्ट ने उन्हें 2024 में समन भेजा। आलोचकों का कहना है कि ऐसी गलतियाँ जानबूझकर भारत को बदनाम करने के लिए हैं।
वैश्विक मंच का इस्तेमाल:
ध्रुव के आलोचक कहते हैं कि वे भारत की समस्याओं को अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के सामने बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं, जिससे देश की साख को नुकसान पहुँचता है। मिसाल के तौर पर, उनकी 2020 की वीडियो "Farmers Protest Explained" ने विदेशी दर्शकों तक भारत के किसान आंदोलन को पहुँचाया, जिसे कुछ ने "देश को शर्मिंदा करना" कहा।
क्या कहते हैं समर्थक?
ध्रुव के समर्थकों का तर्क है कि उनकी आलोचना सरकार की नीतियों पर है, न कि भारत देश पर। वे इसे लोकतंत्र का हिस्सा मानते हैं, जहाँ असहमति जताना हर नागरिक का अधिकार है। उनका कहना है:
ध्रुव ने कभी हिंसा या भारत के खिलाफ विदेशी हस्तक्षेप की वकालत नहीं की।
उनकी वीडियो में तथ्य और डेटा होते हैं, जो बहस को बढ़ावा देते हैं, न कि देशद्रोह।
"राष्ट्र-विरोधी" का टैग असहमति को दबाने का हथियार है, जैसा कि कई लोकतांत्रिक देशों में देखा जाता है।
हाल की घटनाएँ (मार्च 2025 तक)
नागपुर दंगे: 18 मार्च 2025 को ध्रुव ने X पर नागपुर दंगों के बारे में ग्रोक से सवाल पूछा, जिसे टाइम्स ऑफ इंडिया ने कवर किया। इससे उनके आलोचकों ने कहा कि वे भारत की अस्थिरता को हाइलाइट कर रहे हैं।
AAP और दिल्ली चुनाव: फरवरी 2025 में दिल्ली चुनाव में AAP की हार के बाद ध्रुव ने बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया। इससे उनके "पार्टी-विशेष समर्थक" होने की बात फिर उठी, हालाँकि कोई ठोस सबूत नहीं है कि वे किसी पार्टी से जुड़े हैं।
रणवीर अल्लाहबादिया विवाद: फरवरी 2025 में ध्रुव ने "India’s Got Latent" शो की अश्लीलता की आलोचना की, लेकिन सरकारी सेंसरशिप के खिलाफ भी बोले। इससे उनके नैतिकता और अभिव्यक्ति की आजादी पर दोहरे रुख का पता चलता है।
विश्लेषण
कानूनी सबूत: ध्रुव के खिलाफ कोई आपराधिक मामला (जैसे देशद्रोह) दर्ज नहीं हुआ है, सिवाय 2018 के मानहानि केस के। "राष्ट्र-विरोधी" का आरोप ज्यादातर भावनात्मक और राजनीतिक है, न कि कानूनी।
सांस्कृतिक संदर्भ: भारत में राष्ट्रवाद और धर्म संवेदनशील मुद्दे हैं। ध्रुव के बयान (जैसे रामायण पर) कई लोगों को ठेस पहुँचाते हैं, जिससे यह धारणा बनती है कि वे देश की मूल पहचान को नकारते हैं।
प्रभाव: उनकी आलोचना युवाओं को प्रभावित करती है, जो सरकार के लिए चुनौती है। लेकिन यह भी सच है कि वे भारत के बाहर रहकर भारतीय मुद्दों पर बोलते हैं, जिसे कुछ लोग "दूर से तमाशा देखना" कहते हैं।
निष्कर्ष
ध्रुव राठी "राष्ट्र-विरोधी" हैं या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप "राष्ट्र" को कैसे परिभाषित करते हैं। अगर सरकार की आलोचना को देश की आलोचना मानते हैं, तो वे "राष्ट्र-विरोधी" लग सकते हैं। लेकिन अगर असहमति को लोकतंत्र का हिस्सा मानते हैं, तो वे सिर्फ एक आलोचक हैं। उनके कुछ दावे गलत साबित हुए हैं, और उनके विचार विवादास्पद हैं, पर सीधे देश के खिलाफ कोई कार्रवाई (जैसे विदेशी साजिश) का सबूत नहीं है।
आपके पास कोई खास पहलू है जिसे और गहराई से देखना चाहते हैं? जैसे उनकी कोई वीडियो या बयान?