27/03/2023
दिल टूटने के बाद खुद को कैसे सम्भालें? (Dil tutne ke baad khud ko kaise sambhale)
दिल टूटने के दर्द को सिर्फ वही शख्स समझ सकता है जिसका कभी दिल टूटा हो या जिसने कभी धोखा खाया हो। वैसे तो दिल टूटने के बाद खुद को सम्भालना काफी मुश्किल होता है और कभी कभी इस दर्द से बाहर आने में काफी समय लग जाता है। लेकिन इस दर्द से बाहर निकलना नामुमकिन नहीं है। थोड़े से प्रयास और कुछ तरीकों को अपनाकर दिल टूटने के गम से बाहर निकला जा सकता है।
आज मैं अपने अनुभव के आधार पर आपको कुछ ऐसे तरीके बता रहा हूँ जो दिल टूटने के दर्द से बाहर निकलनें में आपकी मदद करेंगे।
1. सच्चाई को स्वीकार करें।
जिससे आप प्यार करते थे बेशक उसके साथ आपका भावनात्मक संबंध बहुत मजबूत था और बेशक वो शख्स आपकी जिन्दगी के हर एक पल में शामिल था। लेकिन अब हकीकत कुछ और है। अब स्थिति बदल चुकी है। इस सच्चाई को स्वीकार करें कि आपका रिश्ता अब खत्म हो चुका है। वो शख्स अब आपसे बहुत दूर जा चुका है और वो अब आपकी जिन्दगी में कभी वापस नहीं आ सकता।
अब आपको सारी जिन्दगी उसके बिना ही गुजारनी है। और आपके दर्द का उस पर अब कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। इसलिये जल्दी से जल्दी उसे भुलाकर अपनी energy, अपना समय और अपना ध्यान अपने सपनों को पूरा करने में लगाओं, अपनी जिन्दगी को बेहतर बनाने में लगाओं।
2. पुरानी बातों को बार बार याद ना करें।
अगर आप बार बार उसके साथ गुजरे हुए लम्हों को याद करेंगे या पुरानी बातों को याद करेंगे या किसी couple को देखकर, या movie में देखकर या किसी भी वजह से आप उसे या उससे जुड़ी बातों को बार बार याद करेंगे तो आप खुद को और ज्यादा परेशान ही करेंगे और अपने दर्द को और बढायेंगे। इसलिये उसे और उससे जुड़ी बातों को जल्दी से जल्दी भूलने की कोशिश करें। और हर समय उसके बारें में सोचकर खुद को दुखी ना करें। उसके बजाय अपनी जिन्दगी में आगे बढने के अपने सपनों को पूरा करने के बारे में सोचें।
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3. उससे जुड़ी हर चीज को delete कर दें।
जब वो आपको छोड़कर चला गया, उसने आपका दिल तोड़ दिया, तो फिर उससे जुड़ी चीजों को अपने पास रखने से क्या फायदा? उससे जुड़ी हुई चीजें जब जब आपके सामने आयेंगी तब तब आपको उस बेवफा की याद आयेगी और हर बार आप दुखी होंगे। इसलिये उससे जुड़ी हुई चीजों को या तो उसे वापस कर दो या नष्ट कर दो। उसके फोटो, उसके greetings, उसके गिफ्ट फाड़कर फेंक दो या जला दो।
यहाँ तक कि उसके contact no, Emails, photos, messages सब कुछ delete कर दो। आपको ऐसा करने में थोड़ी तकलीफ तो होगीं लेकिन आने वाले समय के लिए ये बहुत फायदेमन्द होगा। ये उसे जल्दी भूलने में आपकी मदद करेगा।
4. उसके जाने अफ़सोस ना करें।
दिल तोड़कर जाने वाले का क्या अफ़सोस करें? अफ़सोस तो उसका किया जाता है जो आपकी भावनाओं को समझे, आपको खुशियाँ दे। जो आपकी भावनाओं के साथ खेलकर, आपको धोखा देकर, आपको दर्द ही दर्द देकर गया हो, ऐसे साथी का क्या अफ़सोस करना? वो आपके लायक था ही नही। इसलिये वो आपकी भावनाओं को नहीं समझ सका, आपके प्यार को नहीं समझ सका। इसलिये ऐसे धोखेबाज को दिलों दिमाग से निकाल कर फेंक दो। और अफ़सोस करने के बजाय अपने आपको मजबूत बनाओ और जिन्दगी में आगे बढ़ो।
5. Positive सोच रखें।
हर बात के तो पहलू होते हैं। एक नकारात्मक तथा दूसरा सकारात्मक। आप किसी भी चीज के जिस पहलू पर ज्यादा ध्यान देते हो, आपकी सोच वैसी ही हो जाती है। अगर आप negative ज्यादा सोचोंगे तो आपकी सोच negative हो जाएगी और अगर आप positive पहलू के बारे में ज्यादा सोचोगे तो आपकी सोच positive हो जायेगी। हालाँकि दिल टूटने के मामले ज्यादातर लोग negativity का ही शिकार होते हैं। फिर भी आप थोड़े से प्रयास से negativity का शिकार होने से बच सकते हैं।
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अगर उसने आपका दिल तोड़ा है, आपको धोखा दिया है और आपको छोड़कर चला गया है या चली गई है तो इसका मतलब है कि वो शख्स आपके लायक था ही नहीं। अगर वो आपके लायक होता और आपको समझता तो कभी आपको छोड़कर नहीं जाता। ये सोचें कि अच्छा हुआ जो उसकी असलियत जल्दी ही आपके सामने आ गई।
वर्ना अगर शादी के बाद वो आपको धोखा देता या और कुछ समय बाद आपको धोखा देता तो तब आपको ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता और ज्यादा दुःख उठाना पड़ता। इसलिये उसे दिमाग से निकालो तथा ये सोचों कि वो आपके लायक था ही नहीं। आपको आगे चलके उससे भी बेहतर मिलेगा। इसलिये आपनी सोच को हमेशा positive रखो।
6. अकेले न रहें, अपने दिल की बात शेयर करें।
दिल टूटा हुआ इंसान अपने आपको ज्यादातर अकेला रखना पसंद करता है। क्योंकि उसे कुछ काम करना, किसी से बात करना या किसी के साथ रहना अच्छा नहीं लगता। लेकिन एक बात याद रखें, जब कोई शख्स अकेला होता है तो उसके दिमाग में बार बार वही विचार, वही ख्याल आते हैं जिनसे उसे दुःख होता है। वो बार बार इसी बात को सोचता रहता है कि उसने मेरा दिल क्योँ तोड़ा? मेरे साथ उसने ऐसा क्यों किया? जिससे उसके दिमाग में नकारात्मक विचार आने लगते हैं।
उसका दर्द और बढ़ जाता है और वह परेशान हो उठता है और इसी परेशानी में कभी कभी वह ऐसे कदम उठा लेता है जिसके कारण उसे पहले से ज्यादा नुकशान उठाना पड़ता है।
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इसलिये अच्छा यही है कि आप अपने आप को अकेला ना रखें। अपने दिल की बात को अपने दोस्तों से या अपने परिवार के किसी सदस्य से शेयर करें। शेयर करने से सामने वाला आपको भावनात्मक सहारा देगा। आपको इस situation से बाहर निकलने में आपकी मदद करेगा। जिससे आपके दिल का बोझ काफी हद तक कम हो जायेगा।
7. खुद को busy रखें, कुछ नया काम शुरू करें।
कभी कभी ऐसा भी होता है कि हमारी life में ऐसा कोई शख्स नहीं होता है जिसके साथ हम अपने दिल के दर्द को बाँट सकें। या कभी कभी हम जान बूझकर ही अपने दिल का हाल किसी से नहीं कह पाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसी ही situation है तो एक बात ध्यान रखें कि ऐसे हालात में आपको खुद ही इस दर्द से बाहर निकलना है। और इसके लिये आप ऐसे काम करें जो आपको सबसे ज्यादा पसंद हो और जिन्हें करके आपको खुशी मिले।
जैसे- Dance करना, खेलना, खाना बनाना, movie देखना, घूमना, पढना, लिखना आदि। या कोई नया काम शुरू करें या नई चीज सीखें। मतलब अपने आपको काम में busy रखें। Office में कोई नया काम लेकर खुद को busy रख सकते हैं। हो सकता है कि शुरू में आपका concentration loose हो लेकिन आप पीछे ना हटें। धीरे धीरे आपको इसकी आदत पड़ जायेगी। और वो शख्स आपके दिमाग से निकलने लगेगा।
8. खुद को दोष ना दें, खुद को सजा ना दें।
कभी कभी हमारी किसी कमी से या हमारी किसी गलत आदत के कारण भी रिश्ते टूट जाते हैं और हमारा साथी हमें छोड़कर चला जाता है। ऐसी situation में कुछ लोग खुद को दोषी मानकर खुद को सजा देने लगते हैं। या अपने साथी को दिखाने के लिये खुद को चोट पहुँचा लेते हैं। जो किसी भी तरह से सही नहीं है। इससे खुद अपना ही नुकसान होता है। इसलिये अपनी कमियों और गलत आदतों को दूर करके अपने आपको पहले से बेहतर बनाने का प्रयास करें।
9. उसका कुछ बुरा ना करें या बदला लेने की कोशिश ना करें।
अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं तो कभी ये जरूरी नहीं होता कि वो भी आपसे सच्चा प्यार करे। और हमेशा ये भी जरूरी नहीं होता कि जो शख्स आपको छोड़कर गया है वो धोखेबाज ही हो या गलत ही हो। हो सकता है ऐसा करना उसकी मजबूरी हो। इसके बारे में थोडा positive होकर सोचें। और कभी भी उसका बुरा ना करें। अगर वो धोखेबाज है, बेवफा है तब भी उसका कुछ भी बुरा ना करें और ना ही उससे कभी बदला लेने की कोशिश ही करें। क्योंकि वो भले ही धोखेबाज हो लेकिन आपने तो उससे सच्चा प्यार किया था। इसलिये वो तो बुरा बन ही गया, आप बुरे मत बनो।
आप उसे कोई सजा मत दो। सजा देने या बदला लेने की कोशिश में बात और ज्यादा बिगड़ जाती है जिससे आपको पहले से भी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है। जो जैसा किसी के साथ करता है कभी ना कभी उसके साथ भी वैसा ही होता है। धोखा देने वाला कभी खुश नहीं रहता। उसके किये की सजा ईश्वर उसे जरुर देगा। एक दिन उसे खुद ये एहसास होगा कि आपको छोड़कर उसने कितनी बड़ी गलती की है। एक दिन वो ये जरुर महसूस करेगा कि उसने क्या खोया है।
10. नशे से दूर रहें।
अक्सर निराशा में या तनाव में लोग नशा करने लग जाते हैं या ड्रग्स लेने लग जाते हैं। और सोचते हैं कि नशा उनकी tension को दूर कर देगा। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। किसी भी तरह का नशा आपकी परिस्तिथियों को नहीं बदल सकता और ना ही समस्याओं को कम कर सकता है। और ना ही आपकी किसी tension को दूर कर सकता है। रात को नशा करके आप सो तो सकते हैं पर अगली सुबह वही समस्यायें, वही परिस्तिथियाँ आपके सामने रहेंगी।
नशा करने से समस्यायें और बढ़ जाती हैं और परिस्तिथियाँ और बदतर हो जाती हैं। और आपके अन्दर एक गलत आदत और बढ़ जाती है जो आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा, आपके स्वास्थय और आपके परिवार के लिए भी बहुत हानिकारक होती है। नशा करके व्यक्ति को और ज्यादा निराशा होती है उसके दिमाग में और ज्यादा नकारात्मक विचार आते हैं। और नशे में वह कोई गलत कदम भी उठा सकता है। इसलिए नशे से सदा दूर रहें।
11. अपने सपनों को ना छोड़ें।
दोस्तों जब मैं इस situation से गुजर रहा था तो मेरे सामने दो रास्ते थे। पहला ये कि मैं हर पल उसकी यादों में, उसके ख्यालों में डूबा रहूँ और हर पल ये सोचता रहूँ कि उसने मेरा दिल क्यों तोड़ा? उसने मुझे धोखा क्यों दिया? और ये सोच सोच कर परेशान होता रहूँ। अपने दर्द को बढ़ाता रहूँ और अपने दर्द को रोग बनाकर बर्बादी के रास्ते पर चल पडूँ। या दूसरा रास्ता ये था कि मैं दर्द से बाहर निकलूँ और अपने सपने को पूरा करूं।
मुझे दूसरा रास्ता आसान लगा और मैंने ये ही चुना। और आज वो मेरे लिये एक past बन गयी है और मैं अपने सपने की तरफ धीरे धीरे बढ़ रहा हूँ और एक दिन इसे पूरा भी कर लूँगा। इसलिये अच्छा ये ही है कि आप भी बर्बाद होने की बजाय अपने सपनों को पूरा करें। चाहे कितनी भी tension हो अपने सपनों को ना छोड़ें।
12. मुझे हर हाल में इस दर्द से बाहर निकलना ही है।
दोस्तों एक सच्चाई ये भी है कि ज्यादातर लोग धोखा देने के बाद आपके बारे में सोचते भी नहीं हैं। और आप किस हाल में हैं या किस दर्द से गुजर रहें हैं इस बात से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। इसलिये उनसे इस बात की उम्मीद रखना छोड़ दो कि वो आपसे आपका हाल पूछेंगे। और इस बात की उम्मीद तो बिल्कुल भी ना रखें कि वो अब आपकी जिंदगी में वापस आयेंगे। इसका कोई फायदा नहीं हैं। इसलिये जितनी जल्दी से जल्दी हो सके उनके बारे में सोचना बिल्कुल बन्द कर दें। जितनी जल्दी हो सके उन्हें भूल जायें। जितनी जल्दी हो सके इस दर्द से बाहर निकलने का प्रयास करें।
अगर फिर भी उसका ख्याल या उसकी याद आपको बार बार परेशान करे तो खुद से कहे “ जब वो बेवफा मुझे भूल गई या भूल गया, जब वो बेवफा मुझसे दूर रहकर खुश है। तो मैं भी उसे भूल जाऊँगा, मैं भी उसके बिना खुश होकर दिखाउंगा और एक दिन मैं उसकी यादों से और इस दर्द से बाहर निकल जाऊँगा और हर हाल में निकलूँगा।”