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झारखंड: 1200 एकड़ में जैविक खेती, कोई बीमारी नहीं, सिजेरियन भी नहींगांव ने दिया  #नो_केमिकल-गो_केमिकल' नाराबोकारो के कसा...
01/08/2023

झारखंड: 1200 एकड़ में जैविक खेती, कोई बीमारी नहीं, सिजेरियन भी नहीं
गांव ने दिया #नो_केमिकल-गो_केमिकल' नारा
बोकारो के कसामार और जरीडीह के 12 से अधिक गांवों में किसान जैविक खेती कर रहे हैं इन गांव में 1200 एकड़ से अधिक जमीन पर कोई भी फसल ऐसी नहीं है जिसमें रसायनिक खाद का इस्तेमाल हो रहा हों। इन गांव का अगुआ है भस्की पंचायत का #टोंडरा_गांव। यहां की 1200 की आबादी में 600 लोग खेतिहर हैं। इन्होंने ना केवल खेत में जैविक फसल लगाई बल्कि आसपास के गांव में भी किसानों को फसल में रसायनिक खाद नहीं डालने के लिए प्रोत्साहित किया इसका नतीजा यह हुआ कि गांव की जैव विविधता सुधरी और स्वास्थ्य भी बेहतर हुआ। महिलाओं ने बताया कि गांव में कोई भी गंभीर बीमारी नहीं। सिजेरियन प्रसव की जरूरत नहीं पड़ती बच्चे बीमार नहीं पड़ते। टमाटर की फसल भी यहां दिखी। ग्रामीण बताते हैं कि मई में सामान्य से अधिक गर्मी के कारण जहां राज्य में टमाटर की फसलों में फूल कम आने से उत्पादन घटा और इसकी कीमत ₹100 प्रति किलो से अधिक हो गई वही हमारे गांव में न फूल कम हुए, न उत्पादन। अब भी सभी घरों में सहजता से टमाटर देखे जा सकते हैं टोंडरा की नूनी बाला देवी बताती है कि हरित क्रांति के नेतृत्वकर्ता रहे कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन ने जब पर्यावरण की गंभीर दशाओं को देख जैविक खेती अपनाने की बात की तो इसे हमने गंभीरता से लिया। हमारी पंचायत #भस्की ने ' नौ केमिकल, गो केमिकल' का नारा दिया है। यहां 125 एकड़ में जैविक खेती हो रही है। धान, मकई, अरहर, और सब्जियों की खेती सबसे ज्यादा है। पंचायत के मुखिया मंटू मरांडी और पूर्व मुखिया सुनीता कुमारी दोनों सक्रिय है। सुनीता तो जैविक खेती को लेकर होने वाली हर बैठक में शामिल होती हैं। दुर्गापुर पंचायत के उप मुखिया पंचानन महतो कहते हैं कि हमने इसे गंभीरता से लिया कि जल जमीन तभी सुरक्षित रह सकती है जब जैविक खेती को बढ़ावा दें।
#जैविक_खेती #नो_केमिकल_गो_केमिकल

मणिपुर में हो रही हिंसा भारत के लिए फायदेमंद है।कैसे?इस महत्वपूर्ण पोस्ट को पढ़िए।----कृपया पूरा अवश्य ही पढ़ियेमणिपुर क...
26/07/2023

मणिपुर में हो रही हिंसा भारत के लिए फायदेमंद है।

कैसे?
इस महत्वपूर्ण पोस्ट को पढ़िए।
----
कृपया पूरा अवश्य ही पढ़िये

मणिपुर का सच
कालाय तस्मै नमः

हर तरफ हल्ला है.. मणिपुर जल रहा है.

लेकिन सच क्या??

सच यह है कि विद्यमान भाजपा सरकार ने मणिपुर में अफीम का धंधा ख़त्म कर दिया है। सरकार ने पिछले ५ साल में १८,००० एकड से ज्यादा इलाके में अफीम के खेत नष्ट कर दिए है।

जिन्हे नुकसान हुआ, उन्होंने इसे कुकी और मैति के बीच जनजातीय संघर्ष बना दिया.... शुरू में आम आदमी मारा जा रहा था... सब चुप थे l

फिर सेना ज़मीन पर उतरी.. आतंकवादी मारे गए.... चीन को धक्का लगा, विपक्षी भांड लोकतंत्र की दुहाई देने लगे।

वहाँ ढेरों मंदिर और स्थानीय निवासियों के पूजा स्थल जलाये गए.... सब चुप रहे.

तुरंत सोनिया गांधी का वीडियो आ गया.??

मणिपुर हिंसा पर क्यों दुखी है सोनिया, उद्धव, ममता, केजरीवाल अखिलेश यादव ?

भोपाल में हिंदू युवक को गले में कुत्ता डालकर कुत्ता बना कर घुमाने वाली घटना पर दुखी नहीं है।

मणिपुर हिंसा पर क्यों दुखी है विपक्षी दल इसका एक स्पष्ट कारण जान लीजिए।

मणिपुर के मूल निवासी है मैती आदिवासी।

स्वतंत्रता के पहले मणिपुर के राजाओं के बीच में आपस में जमकर युद्ध होते थे, अनेक कमजोर मैती राजाओं ने युद्ध में अपनी सेना में पड़ोसी देश म्यांमार से बड़ी संख्या में कुकी और रोहिंग्या हमलावरों को भारत में बुलाया और विदेशी रोहिंग्या तथा कुकी से मिलकर आपस में युद्ध किया।

धीरे-धीरे कुकी हमलावरों ने मणिपुर में अपना निवास बनाना शुरू करें और परिवार बढ़ाना शुरू किया। देखते ही देखते कुकी जनसंख्या तेजी से बढ़ने लगी। बेहद आक्रामक और हमलावर कुकियो ने मणिपुर की ऊंची ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया। और मैती आदिवासियों को वहां से भगा दिया। मैती आदिवासी भागकर मणिपुर के मैदानी इलाकों में आकर रहने लगे।

विदेशी कुकी और रोहिंग्या ने मणिपुर की ऊंची पहाड़ियों पर अफीम की खेती आरंभ कर दी। मणिपुर की सीमा चीन और म्यांमार से लगी है चीन ने मणिपुर पर नजरें डालना शुरू किया और भारत विरोधी दलों को सहायता देना शुरू किया, पाकिस्तान ने भी म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिमों के माध्यम से मणिपुर में घुसपैठ शुरू कर दी और बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुस्लिमों को धकेल दिया गया।

लेकिन सबसे बड़ा षड्यंत्र रचा क्रिश्चियन मिशनरीज ने। मिशनरी ने मणिपुर के पिछड़े आदिवासी क्षेत्रों में २,००० से अधिक चर्च बनाए और क्रिश्चियन मिशनरीज ने बेहद तेजी से धर्म परिवर्तन शुरू कर दिया। जिसमें सबसे ज्यादा मैती आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कर क्रिश्चन बना दिया गया।

मणिपुर में निरंतर हिस्सा हो रही थी वर्ष १९८१ में भीषण हिंसा हुई इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी। १०,००० से अधिक मैती आदिवासी मारे गए, उसके बाद इंदिरा गांधी जाग गई और सेना को भेजा गया तथा शांति करवाई गई। शांति समझौते में मैती मैदान में रहेंगे और कुकी ऊपर पहाड़ियों पर रहेंगे ऐसा निर्णय हुआ इस कारण शांति बनी।

जिसमें मूल निवासी मैती का बहुत नुकसान हो गया। धीरे-धीरे कुकी, रोहिंग्या और नगा समाजों ने मणिपुर की ऊंची पहाड़ियों पर अफीम की बेशुमार खेती शुरू कर दी। हजारों खेत में अफीम की खेती शुरू हो गई, खरबों रुपए का व्यापार होने लगा इस कारण नशीले पदार्थ का माफिया और आतंकवादी संगठन सक्रिय हो गए तथा जमकर हथियारों की आपूर्ति कर दी गई।

वर्ष 2008 में फिर जोरदार गृह युद्ध शुरू हो गया तब सोनिया गांधी के निर्देश पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने कुकी तथा परिवर्तित क्रिश्चन ओं के साथ मिलकर मताई आदिवासियों के साथ समझौता किया और मणिपुर की ऊंची पहाड़ियों पर अफीम की खेती को अधिकृत मान्यता देकर पुलिस कार्रवाई ना करने का आश्वासन दिया। इसके बाद मणिपुर से पूरे भारत देश में तेजी से नशीले पदार्थों को भेजा जाने लगा। मणिपुर नशीले पदार्थों का गोल्डन ट्रायंगल बन गया चीन अफगानिस्तान पाकिस्तान और म्यांमार से तेजी से आर्थिक मदद कर मणिपुर से उगाई गई अफीम को भारत के अन्य राज्यों में भेजकर पंजाब आदि राज्यों को नशीले बनाना शुरू कर दिया।

लेकिन केंद्र में वर्ष २०१४ में सरकार बदली l

केंद्र सरकार की नजरें पूरे भारत पर थी जहां जहां धर्म परिवर्तन हो रहे थे जहां पर हिंदू खतरे में दिखाई दे रहे थे, जो राज्य भारत से अलग होने की फिराक में हो रहे थे, केंद्र सरकार ने उन राज्यों को पहचान कर वह धीरे-धीरे कार्रवाई शुरू कर दी। असम नागालैंड मणिपुर अरुणाचल प्रदेश केरल कर्नाटक उत्तर प्रदेश जम्मू कश्मीर, तमिलनाडु में केंद्र सरकार ने गोपनीय तरीके से काम करना शुरू किया।

जम्मू कश्मीर और असम में सफलता मिल ग वर्ष २०२३ के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पहली बार मणिपुर में सफलता मिली और कांग्रेस से बीजेपी में आए वीरेंद्र सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री बना दिया। मैती समाज के मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह ३० वर्षों से मणिपुर में राजनीति कर रहे हैं और उन्हें मणिपुर की मूल समस्या मालूम थी। वीरेंद्र सिंह खुद ही मेती समाज से आते हैं जो कि आदिवासी संकट को जानते थे। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने वीरेंद्र सिंह को अफीम की खेती नष्ट करने के निर्देश दिए जिसके बाद मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह ने अफीम की खेती पर हमला बोल दिया और हजारों एकड़ खेती में लगे अफीम के पौधों को नष्ट कर दिया इससे कुकी और क्रिश्चियन मिशनरी, रोहिंग्या के साथ में चीन तथा पाकिस्तान में खलबली मच गई। वे किसी तरह मणिपुर में दोबारा अफीम की खेती आरंभ करना चाहते हैं।

आजादी के पहले से ही मेती समाज को आदिवासी समाज का दर्जा हासिल था और वह एसटी वर्ग में आते थे। लेकिन आजादी के बाद, चीन की चमची तत्कालीन केंद्र सरकार ने मेती समाज से एसटी वर्ग से निकाल लिया और क्रिश्चियन मिशनरी तथा कुकी समुदाय को एसटी बना दिया। इस बात से मैती नाराज हो गए और निरंतर आक्रोश प्रदर्शन करने लगे। जिस कारण बार-बार मणिपुर में हिंसा हो रही थी। मैती समाज ने वर्ष २०१० में हाई कोर्ट में याचिका दायर कर एसटी वर्ग में शामिल करने की मांग की। वर्ष २०२३ में हाईकोर्ट ने मैती समाज के दावे को मंजूर किया और मैती समाज को दुबारा आदिवासी वर्ग में शामिल करने के आदेश जारी किए।चूंकि क्रिश्चियन और कुकी हमलावर अफीम की खेती बंद करने से तथा मिशनरीज के धर्म प्रसार को रोके जाने से नाराज थे, उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश का पूरा फायदा उठाया और मणिपुर में आग लगा दी।

आज मणिपुर जो हिंसा दिखाई दे रही है वह भारत के लिए लाभदायक की है क्योंकि मेती समाज ने क्रिश्चियन मिशनरीज के लगभग ३०० चर्च तोड़कर नष्ट कर दिए, क्रिश्चियन मिशनरी पर हमले हो रहे, कुकियो को भगाया जा रहा है आज जो कुछ भी मणिपुर में हो रहा है वह भारत के लिए फायदेमंद है। अन्यथा मणिपुर जल्द ही एक नया देश बनने की राह पर था वर्ष २०१४ में सरकार नहीं बनती तो चीन धीरे-धीरे मणिपुर पर कब्जा कर लेता। लेकिन बेहद ही चालाकी से मोदी सरकार ने मणिपुर में मूल भारतीयों को उनका अधिकार दिलाना शुरू किया यह बात विरोधियों डालो को खल गई l

पिछले ७० सालों से मणिपुर पर कांग्रेस का कब्जा था अपने हाथ से मणिपुर जाने के बाद तथा क्रिश्चियन मिशनरीज का काम रुकवाने से नाराज सभी विरोधी दल मणिपुर हिंसा को लेकर मोदी सरकार की बदनामी कर रहे हैं। यह नहीं जानते कि मणिपुर की हिंसा भारत के लिए बहुत ज्यादा आवश्यक है यह पोस्ट को अच्छी तरह से पढ़े और आगे जरूर फॉरवर्ड करें ताकि लोगों को मालूम पड़ेगी मणिपुर की असली वजह क्या है और कौन गद्दार दल, मीडिया, पत्रकार मिलकर भारत देश के खिलाफ में सक्रिय है।
अब कांग्रेस के युवराज सोनिया के निर्देश पर क्रिश्चियन को बचाने वहा दौरा कर रहे है।

🙏🙏🙏

नईदुनिया इंदौर के पत्रकार और लेखक ईश्वर शर्मा द्वारा प्रेषित...सभी ग्रुप मे भेजे 🙏🙏🙏🚩

लेख लम्बा हैलेकिन अगर मणिपुर समस्या की जड़ें जानने की इच्छा है तो पढ़ें 👇वो लोग जो मणिपुर का रास्ता नहीं जानते। पूर्वोत्...
23/07/2023

लेख लम्बा है
लेकिन अगर मणिपुर समस्या की जड़ें जानने की इच्छा है तो पढ़ें 👇
वो लोग जो मणिपुर का रास्ता नहीं जानते। पूर्वोत्तर के राज्यों की राजधानी शायद जानते हो लेकिन कोई दूसरे शहर का नाम तक नहीं बता सकते उनके ज्ञान वर्धन के लिए बता दूं

"मणिपुर समस्या: एक इतिहास"

जब अंग्रेज भारत आए तो उन्होंने पूर्वोत्तर की ओर भी कदम बढ़ाए जहाँ उनको चाय के साथ तेल मिला। उनको इस पर डाका डालना था। उन्होंने वहां पाया कि यहाँ के लोग बहुत सीधे सरल हैं और ये लोग वैष्णव सनातनी हैं। परन्तु जंगल और पहाड़ों में रहने वाले ये लोग पूरे देश के अन्य भाग से अलग हैं तथा इन सीधे सादे लोगों के पास बहुमूल्य सम्पदा है।

अतः अंग्रेज़ों ने सबसे पहले यहाँ के लोगों को देश के अन्य भूभाग से पूरी तरह काटने को सोचा। इसके लिए अंग्रेज लोग ले आए इनर परमिट और आउटर परमिट की व्यवस्था। इसके अंतर्गत कोई भी इस इलाके में आने से पहले परमिट बनवाएगा और एक समय सीमा से आगे नहीं रह सकता। परन्तु इसके उलट अंग्रेजों ने अपने भवन बनवाए और अंग्रेज अफसरों को रखा जो चाय की पत्ती उगाने और उसको बेचने का काम करते थे।

इसके साथ अंग्रेज़ों ने देखा कि इस इलाके में ईसाई नहीं हैं। अतः इन्होने ईसाई मिशनरी को उठा उठा के यहां भेजा। मिशनरीयों ने इस इलाके के लोगों का आसानी से धर्म परिवर्तित करने का काम शुरू किया। जब खूब लोग ईसाई में परिवर्तित हो गए तो अंग्रेज इनको ईसाई राज्य बनाने का सपना दिखाने लगे। साथ ही उनका आशय था कि पूर्वोत्तर से चीन, भारत तथा पूर्वी एशिया पर नजर बना के रखेंगे।

अंग्रेज़ों ने एक चाल और चली। उन्होंने धर्म परिवर्तित करके ईसाई बने लोगों को ST का दर्जा दिया तथा उनको कई सरकारी सुविधाएं दी।

धर्म परिवर्तित करने वालों को कुकी जनजाति और वैष्णव लोगों को मैती समाज कहा जाता है।

तब इतने अलग राज्य नहीं थे और बहुत सरे नगा लोग भी धर्म परिवर्तित करके ईसाई बन गए। धीरे धीरे ईसाई पंथ को मानने वालों की संख्या वैष्णव लोगों से अधिक या बराबर हो गयी। मूल लोग सदा अंग्रेजों से लड़ते रहे जिसके कारण अंग्रेज इस इलाके का भारत से विभाजन करने में नाकाम रहे। परन्तु वो मैती हिंदुओं की संख्या कम करने और परिवर्तित लोगों को अधिक करने में कामयाब रहे। मणिपुर के 90% भूभाग पर कुकी और नगा का कब्जा हो गया जबकि 10% पर ही मैती रह गए। अंग्रेजों ने इस इलाके में अफीम की खेती को भी बढ़ावा दिया और उस पर ईसाई #कुकी लोगों को कब्जा करने दिया।

आज़ादी के बाद:

आज़ादी के समय वहां के राजा थे बोध चंद्र सिंह और उन्होंने भारत में विलय का निर्णय किया। 1949 में उन्होंने नेहरू को बोला कि मूल वैष्णव जो कि 10% भूभाग में रह गए है उनको ST का दर्जा दिया जाए। नेहरू ने उनको जाने को कह दिया। फिर 1950 में संविधान अस्तित्व में आया तो नेहरू ने मैती समाज को कोई छूट नहीं दिया। 1960 में नेहरू सरकार द्वारा लैंड रिफार्म एक्ट लाया जिसमे 90% भूभाग वाले कुकी और नगा ईसाईयों को ST में डाल दिया गया। इस एक्ट में ये प्रावधान भी था जिसमे 90% कुकी - नगा वाले कहीं भी जा सकते हैं, रह सकते हैं और जमीन खरीद सकते हैं परन्तु 10% के इलाके में रहने वाले मैती हिंदुओं को ये सब अधिकार नहीं था। यहीं से मैती लोगों का दिल्ली से विरोध शुरू हो गया। नेहरू एक बार भी पूर्वोत्तर के हालत को ठीक करने करने नहीं गए।

उधर ब्रिटैन की MI6 और पाकिस्तान की ISI मिलकर कुकी और नगा को हथियार देने लगी जिसका उपयोग वो भारत विरुद्ध तथा मैती वैष्णवों को भागने के लिए करते थे। मैतियो ने उनका जम कर बिना दिल्ली के समर्थन के मुकाबला किया। सदा से इस इलाके में कांग्रेस और कम्युनिस्ट लोगों की सरकार रही और वो कुकी तथा नगा ईसाईयों के समर्थन में रहे। चूँकि लड़ाई पूर्वोत्तर में ट्राइबल जनजातियों के अपने अस्तित्व की थी तो अलग अलग फ्रंट बनाकर सबने हथियार उठा लिया। पूरा पूर्वोत्तर ISI के द्वारा एक लड़ाई का मैदान बना दिया गया। जिसके कारण Mizo जनजातियों में सशत्र विद्रोह शुरू हुआ। बिन दिल्ली के समर्थन जनजातियों ने ISI समर्थित कुकी, नगा और म्यांमार से भारत में अनधिकृत रूप से आये चिन जनजातियों से लड़ाई करते रहे। जानकारी के लिए बताते चलें कि कांग्रेस और कम्युनिस्ट ने मिशनरी के साथ मिलकर म्यांमार से आये इन चिन जनजातियों को मणिपुर के पहाड़ी इलाकों और जंगलों की नागरिकता देकर बसा दिया। ये चिन लोग ISI के पाले कुकी तथा नगा ईसाईयों के समर्थक थे तथा वैष्णव मैतियों से लड़ते थे। पूर्वोत्तर का हाल ख़राब था जिसका पोलिटिकल सलूशन नहीं निकाला गया और एक दिन इन्दिरा गाँधी ने आदिवासी इलाकों में air strike का आर्डर दे दिया जिसका आर्मी तथा वायुसेना ने विरोध किया परन्तु राजेश पायलट तथा सुरेश कलमाड़ी ने एयर स्ट्राइक किया और अपने लोगों की जाने ली। इसके बाद विद्रोह और खूनी तथा सशत्र हो गया।

1971 में पाकिस्तान विभाजन और बांग्ला देश अस्तित्व आने से ISI के एक्शन को झटका लगा परन्तु म्यांमार उसका एक खुला एरिया था। उसने म्यांमार के चिन लोगों का मणिपुर में एंट्री कराया जिसका कांग्रेस तथा उधर म्यांमार के अवैध चिन लोगों ने जंगलों में डेरा बनाया और वहां ओपियम यानि अफीम की खेती शुरू कर दिया। पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर, मिजोरम और नागालैंड दशकों तक कुकियों और चिन लोगों के अफीम की खेती तथा तस्करी का खुला खेल का मैदान बन गया। मयंमार से ISI तथा MI6 ने इस अफीम की तस्करी के साथ हथियारों की तस्करी का एक पूरा इकॉनमी खड़ा कर दिया। जिसके कारण पूर्वोत्तर के इन राज्यों की बड़ा जनसँख्या नशे की भी आदि हो गई। नशे के साथ हथियार उठाकर भारत के विरुद्ध युद्ध फलता फूलता रहा।

2014 के बाद की परिस्थिति:

मोदी सरकार ने एक्ट ईस्ट पालिसी के अंतर्गत पूर्वोत्तर पर ध्यान देना शुरू किया, - तथा भारत सरकार के बीच हुए "नागा एकॉर्ड" के बाद हिंसा में कमी आई। भारत की सेना पर आक्रमण बंद हुए। भारत सरकार ने अभूतपूर्व विकास किया जिससे वहां के लोगों को दिल्ली के करीब आने का मौका मिला। धीरे धीरे पूर्वोत्तर से हथियार आंदोलन समाप्त हुए। भारत के प्रति यहाँ के लोगों का दुराव कम हुआ। रणनीति के अंतर्गत पूर्वोत्तर में भाजपा की सरकार आई। वहां से कांग्रेस और कम्युनिस्ट का लगभग समापन हुआ। इसके कारण इन पार्टियों का एक प्रमुख धन का श्रोत जो कि अफीम तथा हथियारों की तस्करी था वो चला गया। इसके कारण इन लोगों के लिए किसी भी तरह पूर्वोत्तर में हिंसा और अशांति फैलाना जरूरी हो गया था। जिसका ये लोग बहुत समय से इंतजार कर रहे थे।

हाल ही में दो घटनाए घटीं:

1. मणिपुर उच्च न्यायालय ने फैसला किया कि अब मैती जनजाति को ST का स्टेटस मिलेगा। इसका परिणाम ये होगा कि नेहरू के बनाए फार्मूला का अंत हो जाएगा जिससे मैती लोग भी 10% के सिकुड़े हुए भूभाग की जगह पर पूरे मणिपुर में कहीं भी रह, बस और जमीन ले सकेंगे। ये कुकी और नगा को मंजूर नहीं।

2. #मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने कहा कि सरकार पहचान करके म्यांमार से आए अवैद्य चिन लोगों को बाहर निकलेगी और अफीम की खेती को समाप्त करेगी। इसके कारण तस्करों का गैंग सदमे में आ गया।

इसके बाद ईसाई कुकियों और ईसाई नगाओं ने अपने दिल्ली बैठे आकाओं, कम्युनिस्ट लुटियन मीडिया को जागृत किया। पहले इन लोगों ने अख़बारों और मैगजीन में गलत लेख लिखकर और उलटी जानकारी देकर शेष भारत के लोगों को बरगलाने का काम शुरू किया। उसके बाद दिल्ली से सिग्नल मिलते ही ईसाई कुकियों और ईसाई नगाओं ने मैती वैष्णव लोगों पर हमला बोल दिया। जिसका जवाब मैतियों दुगुना वेग से दिया और इन लोगों को बुरी तरह कुचल दिया जो कि कुकी - नगा के साथ दिल्ली में बैठे इनके आकाओं के लिए भी unexpected था। लात खाने के बाद ये लोग अदातानुसार विक्टम कार्ड खेलकर रोने लगे।

अभी भारत की मीडिया का एक वर्ग जो कम्युनिस्ट तथा कोंग्रस का प्रवक्ता है अब रोएगा क्योंकि पूर्वतर में मिशनरी, अवैध घुसपैठियों और तस्करों के बिल में मणिपुर तथा केंद्र सरकार ने खौलता तेल डाल दिया है।

साभार -- इंटरनेट

रियाज नाम के शख्स ने अपनी बहन का सिर काट दिया.क्योंकि वह एक ऐसे लड़के के साथ रिलेशनशिप में आ गई जो एक मुस्लिम लड़का है। ...
22/07/2023

रियाज नाम के शख्स ने अपनी बहन का सिर काट दिया.
क्योंकि वह एक ऐसे लड़के के साथ रिलेशनशिप में आ गई जो एक मुस्लिम लड़का है। जो की उसे ये पसंद नहीं था।
वह अपनी बहन का कटा हुआ सिर लेकर सड़क पर घूमता रहा।
यह लोकतंत्र में क्रूरता से परे है।'ऐसा हुआ यूपी के बाराबंकी में.सभ्य समाज में यह स्वीकार्य नहीं है.

16/07/2023

Shahin Begam is the president of Municipality Hardoi.A fourth class employee made a mistake so she   him.He is   in fron...
16/07/2023

Shahin Begam is the president of Municipality Hardoi.

A fourth class employee made a mistake so she him.

He is in front of her.

You can see the democratic smile on her face.

Once owaisi said that one day a hijab woman will become prime minister of India.

Hardoi police said that no complain has been registered for this viral video.
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Image: Twitter

This image is of the funeral of anti-corruption officer Mr. D.K. Ravikumar. I am not a pet person, but this image change...
05/07/2023

This image is of the funeral of anti-corruption officer Mr. D.K. Ravikumar. I am not a pet person, but this image changed my views 360 degrees for the pets. The way Ravikumar's dog is crying sensing that he will never get to see his guardian again is heart-wrenching to say the least. Incidentally Ravikumar used to live right in front of my PG here in Bangalore, and have seen him couple of times walking with his dog in the morning. This image made my eyes all teary :-(😔

1. Update its software.- Read books.- Listen to podcasts.—Increase your experience.2. Save its battery.- Get 8 hours of ...
05/07/2023

1. Update its software.

- Read books.

- Listen to podcasts.

—Increase your experience.

2. Save its battery.

- Get 8 hours of sleep.

- Connect with nature.

3. Clean its hard drive.

- Do meditation.

- Do exercise

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हमें ज्यादा सोडा नहीं पीना चाहिए, नहीं तो ऐसी हो सकती है हमारी किडनी:गुर्दे की पथरी खनिज भंडार हैं जो मूत्रालय में जमा ह...
05/07/2023

हमें ज्यादा सोडा नहीं पीना चाहिए, नहीं तो ऐसी हो सकती है हमारी किडनी:

गुर्दे की पथरी खनिज भंडार हैं जो मूत्रालय में जमा होते हैं; उन्हें हटाने का एक ही तरीका है. उन्हें मूत्रमार्ग से बाहर निकलना चाहिए। और यह कष्टदायी है.

इस दर्द की तुलना प्रसव पीड़ा से की जाती है।

गुर्दे की पथरी की उपस्थिति के कुछ लक्षण: बाजू में तेज दर्द या पेशाब करते समय जलन होना। यह दर्द तेजी से बढ़ता है और फिर तुरंत आराम मिलता है। गुर्दे की पथरी के अलावा, बहुत अधिक सोडा का सेवन मधुमेह और मोटापे का कारण बन सकता है।
उच्च सोडियम और चीनी वाले खाद्य पदार्थ गुर्दे की पथरी का कारण बन सकते हैं।

05/07/2023

प्रवेश को जो करना कर दीजिए, लेकिन मेरा घर मत उजाड़िए. हम भीख मंगाकर दो रोटी खा लेंगे प्लीज हमें बख्श दीजिए.......ये एक मां की पुकार है. दादी और मां का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है. भारी बरसात में कहाँ रहेगा परिवार? क्या होगा इनका? गुनाह कोई और करे सजा कोई और भुगते. हिंदुस्तान के इस लोकतंत्र के लिए तालियाँ बजाइए. उम्मीद है मां-बाप और दादी को रोता देखकर अब सबको सुकून मिल गया होगा. आज कोई इसका विरोध नहीं करेगा? इस पर डिबेट नहीं होगी?

05/07/2023

थाई सनातनी बैंकॉक, थाईलैंड में विघ्नहर्ता सुखकर्ता दुखहर्ता प्रभु गणेश की पूजा करते हुए! कितना शांतिपूर्ण और दिव्य दृश्य है!

सर्वव्यापि सनातन धर्म की जय हो! ❣️

ॐ श्री गणेशाय नमः! 🙏

स्वीडन पर होगा मुसलमानों का कब्जा, कुरान जलाने वालों को मिलेगी मौत की सजा... बांग्लादेशी मौलाना की हिम्मत तो देखिए कैसे ...
05/07/2023

स्वीडन पर होगा मुसलमानों का कब्जा, कुरान जलाने वालों को मिलेगी मौत की सजा... बांग्लादेशी मौलाना की हिम्मत तो देखिए कैसे धमकी दे रहा है।

स्वीडन की एक मस्जिद के सामने कुरान जलाने का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। इस घटना के बाद इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) आगबबूला है। वहीं बांग्लादेश के एक मौलाना का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह स्वीडन को एक इस्लामिक देश बनाने और कुरान जलाने वालों को मारने की बात कह रहे हैं।

स्वीडन की घटना पर बांग्लादेश के तहरीक-ए खतमे-नबुवत संगठन के अध्यक्ष डॉ. अनायेतुल्लाह अब्बासी ने धमकी भरा बयान दिया है। इस बयान में वह स्वीडन को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की बात कह रहा हैं।

पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर चला बुलडोजर, आशियाना उजड़ता देख रो पड़ी मांप्रवेश शुक्ला जी के पिताजी का कहना है...
05/07/2023

पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर चला बुलडोजर, आशियाना उजड़ता देख रो पड़ी मां

प्रवेश शुक्ला जी के पिताजी का कहना है वीडियो की जांच की जाए अगर उसमें सत्यता है तो उसे फांसी चढ़ा दिया जाए, लेकिन हम लोगों को बेघर न किया जाए मुआवजे की राशि से मकान का निर्माण कराया गया है हम किसान आदमी हैं मेरे ऊपर रहम किया जाए।

आपको क्या लगता है घर तोड़ना सही कदम है।

05/07/2023

बिगड़े बोल, कांग्रेस के नेता पूर्व विधायक फूल सिंह बैरवा की चुनौती, मैं नरोत्तम मिश्रा को चुनौती देता हूं कि अगर वह अपने....... से पैदा है, उसकी रगों में उसके .......... है तो आजा मैदान में और इस बार जीत कर दिखा दे। हम उसको दतिया में कु......, सांप अगर यहां से निकल गया तो दतिया में जाकर कु ......, इस बार जीतकर दिखा दे नरोत्तम मिश्रा अगर उसके ...... पुलिस वाले सा…..... सोचिए क्या किसी और नेता को लेकर ऐसी अभद्र टिप्पणी की जा सकती है? उनके माँ-बाप तक को नहीं छोड़ा।

एक महिला को थाने में कहा जाता है कि अगर 'तेरे अंदर ज्यादा गर्मी है तो अंदर मेरे कमरे में आ जा' महिला की बेल्ट से पिटाई क...
04/07/2023

एक महिला को थाने में कहा जाता है कि अगर 'तेरे अंदर ज्यादा गर्मी है तो अंदर मेरे कमरे में आ जा' महिला की बेल्ट से पिटाई की जाती है. उस पर जातिगत आधार पर अभद्र टिप्पणी की जाती है. इस दौर में अब थाने के अंदर महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाने लगा है. मामला UP के सीतापुर का है. 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए. लेकिन जरा सोचिए कैसी मानसिकता विकसित हो चुकी है. #शर्मनाक

04/07/2023

एक गरीब के ऊपर पेशाब करते घटिया,बेहूदा इंसान का वीडियो वायरल. यह अमानवीय कृत्य करने वाले व्यक्ति का नाम प्रवेश शुक्ला बताया जा रहा है. वीडियो MP का बताया गया. यह एक नेता का करीबी बताया जा रहा है. पुष्टि नहीं हुई है इसलिए नाम नहीं लिख रहा. वीडियो की जाँच कर ऐसे घटिया लोगों को तुरंत जेल में डालना चाहिए यह #शर्मनाक है. बेहूदगी है. ये नशेडी #असामाजिक तत्व है.

1. एक कौशल चुनें और उसमें निपुण बनें।2. चाहे कुछ भी हो, 40 से 50 हजार प्रति माह कैसे कमाएं सीखें।3. संचार कौशल और सार्वज...
01/07/2023

1. एक कौशल चुनें और उसमें निपुण बनें।

2. चाहे कुछ भी हो, 40 से 50 हजार प्रति माह कैसे कमाएं सीखें।

3. संचार कौशल और सार्वजनिक बोलने में सुधार करें।

4. अच्छे लोगों के साथ रहने का संकल्प लें.

और अंतिम

5. अच्छा दिखें, अच्छा सोचें और नकारात्मक लोगों से दूर रहें।

अगर आपको पोस्ट पसंद आया. तो शेयर जरूर करें।

देवभूमि केदारनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं और उनके सामान को ढोने वाले खच्चरों से अमानवीय व्यवहार हो रहा है ऐसे घटनाक्र...
29/06/2023

देवभूमि केदारनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं और उनके सामान को ढोने वाले खच्चरों से अमानवीय व्यवहार हो रहा है ऐसे घटनाक्रम का खुलासा, वहां आने वाले श्रद्धालुओं ने किया उन्होंने बताया कि गौरीकुंड में जैसे ही चार घोड़े खच्चर सवारियों को लेकर केदारनाथ से लौटे उन्हें तुरंत नई सवारियों के साथ 18 किलोमीटर दूर उस यात्रा पर रवाना किया जा रहा है भगवान के नाम पर ज्यादा कमाई के लालच में इन जानवरों पर अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है आलम यह है कि महज 62 दिन में करीब 90 घोड़ो खतरों की मौत हो चुकी है पैदल मार्ग पर थक हार कर के घोड़े खच्चरों को घसीट ने और उनकी नाक में जबरदस्ती सिगरेट ठुसने के फोटो वीडियो भी सामने आए हैं दरअसल समुद्र तल से 11000 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए बाबा के भक्तों को 18 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है यह पैदल यात्रा गौरीकुंड से शुरू होती है जो हेलीकॉप्टर बुक नहीं करा पाते वह खच्चरों से जाते हैं घोड़े खच्चरों के संचालक और होकर ना तो घोड़े खच्चर को पर्याप्त चारा दे रहे हैं और ना ही उन्हें आराम करने दे रहे हैं क्षमता से अधिक काम लिए जाने से वे दम तोड़ रहे हैं।

       (तेलगू सिनेमा सुपरस्टार) के कट्टर प्रशंसक हैं। आंध्र प्रदेश के कोनसीमा जिले का रहने वाला 23 वर्षीय युवक 25 जून की...
28/06/2023



(तेलगू सिनेमा सुपरस्टार) के कट्टर प्रशंसक हैं। आंध्र प्रदेश के कोनसीमा जिले का रहने वाला 23 वर्षीय युवक 25 जून की सुबह अपने आवास पर दुखद रूप से मृत पाया गया।
वह कार्यक्रमों और फिल्म रिलीज के दौरान जूनियर एनटीआर के उत्साहपूर्ण जश्न के लिए जाने जाते थे। सुरक्षा गार्डों के बीच जूनियर एनटीआर को गले लगाने का उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जब सुरक्षा गार्डों ने उन्हें एक तरफ धकेलने की कोशिश की, तो एनटीआर ने उन्हें गले लगा लिया और उनके साथ एक तस्वीर ली। इस वीडियो के बाद श्याम मशहूर हो गए और उन्होंने इस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल पर एक भावुक नोट के साथ शेयर किया. और उन्होंने कहा, "अन्ना, यह जीवन का सबसे अच्छा पल है"।
दुर्भाग्य से, श्याम संदिग्ध स्थिति में मृत पाया गया। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि श्याम की मौत पूर्वी गोदावरी जिले के चिंतालुरु गांव में आत्महत्या से हुई। लेकिन प्रशंसकों को बेईमानी का संदेह है और उनकी मौत की गहन जांच की मांग की गई है।
जूनियर एनटीआर, पवन कल्याण, राम चरण और अन्य टॉलीवुड हस्तियां श्याम के लिए न्याय की मांग करती हैं।
सोशल मीडिया उच्च अधिकारियों से कार्रवाई करने का आग्रह करने वाले पोस्टों से भरा पड़ा है। जांच के लिए समर्थकों की रैली के बीच ट्विटर पर हैशटैग ट्रेंड कर रहा है।

कभी भी किसी चीज की भीख न मांगें बल्कि उसे कमाएं।आपने  #हार्दिक_पंड्या को दुनिया भर की शीर्ष पायदान की अभिनेत्रियों के सा...
28/06/2023

कभी भी किसी चीज की भीख न मांगें बल्कि उसे कमाएं।
आपने #हार्दिक_पंड्या को दुनिया भर की शीर्ष पायदान की अभिनेत्रियों के साथ मस्ती करते, पार्टियाँ मनाते, उनके साथ समय बिताते हुए देखा होगा। वह भारतीय क्रिकेट टीम के तेजी से उभरते खिलाड़ी हैं अब देखिए, कुछ तस्वीरों में आप देख सकते है ये वही हार्दिक पंड्या हैं, जो पांच-दस साल पहले थे। इन्हे कोई नहीं जानता था, वह साइकिल चलाता है, कोई महिला उससे बात करना भी पसंद नहीं करेगी।

उन्होंने कड़ी मेहनत की और जो उन्हें पसंद था उसे अर्जित किया और साथ ही अपना जीवन भी पूरी तरह से बदल दिया।

अब, अपने प्रश्न पर वापस आते हैं, जीवन ने मुझे जो सबसे बड़ा सबक सिखाया है?

कभी भी किसी चीज की भीख न मांगें बल्कि उसे कमाएं।
पैसा वास्तव में एक शक्तिशाली चीज़ है जो आपके पूरे जीवन को बदल सकता है।

A cold-blooded murderer, Vivek Tiwari killed Dr. Yogita Gautam MBBS,MS Obs & Gynaecology was in Agra on 18/08/2020. Only...
28/06/2023

A cold-blooded murderer, Vivek Tiwari killed Dr. Yogita Gautam MBBS,MS Obs & Gynaecology was in Agra on 18/08/2020. Only 2 days ago she completed her post graduation and declared passed with Gold medal from SN Medical college Agra. She was the first surgeon in whole of the state of Uttar pradesh who successfully perform first LSCS of covid positive pregnant patient at the starting of the pandemic that too with limited safety measures and was also rewarded by many state officials for the same. She saves hundreds of lives in past 5 months in the covid 19 pandemic. She was post night duty on the day she was murdered.

The murderer Vivek Tiwari is in jail. We demand death sentence of the culprit vivek tiwari, no punishment less than this will serve the justice to our sister.

We not only lost a soul but the nation had lost a brilliant, dedicated and hard working surgeon.

I request all of you kindly to share this as much as possible and help me to get justice for Dr. Yogita Gautam.

The Aattacus Atlas moth:Its wings are designed to look like snakes
28/06/2023

The Aattacus Atlas moth:Its wings are designed to look like snakes

म.प्र. के मंदसौर जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम खजुरी बड़ायला में कब्रिस्तान के लिए पिलर खुदाई के दौरान 13 शताब्...
25/06/2023

म.प्र. के मंदसौर जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम खजुरी बड़ायला में कब्रिस्तान के लिए पिलर खुदाई के दौरान 13 शताब्दी की मूर्तियां व कीचक के पांच अवशेष मिले जो पीला बलुआ पाषाण से बने हैं हिंदूवादी संगठनों की नारेबाजी की सूचना पर शनिवार सुबह पुलिस बल भेजकर प्रशासन ने काम रुकवाया और बरामद अवशेषों को जांच के लिए मंदसौर पुरातत्व संग्रहालय भेजा मौके पर दोनों पक्षों के लोग जमा हुए तो पुलिस ने समझाइश दी गांव में जिस जमीन को कब्रिस्तान के लिए रिजर्व बताया जा रहा है वहां 2 दिन पहले से बाउंड्री बनाने के मकसद से पिलर खुदाई पर काम चल रहा था हिंदूवादी संगठनों का कहना था कि खुदाई में मूर्तियां निकली है और निश्चित ही कभी मंदिर रहा होगा संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने प्राचीन अवशेष में भगवान विष्णु शिवलिंग शेषनाग की झलक होना बताया ऐसे में जमीन की जांच हो इधर दूसरे पक्ष ने कब्रिस्तान की रिजर्व जमीन होना बताया प्रशासन ने तय किया कि संग्रहालय की रिपोर्ट आने तक तार फेंसिंग खुदाई नहीं होगी।

क्रिकेटर सुरेश ने यूरोप के एम्सटर्डम में एक रेस्टोरेंट खोला है. यह एक भारतीय रेस्टोरेंट है जिसका नाम उन्होंने ‘RAINA’ ही...
25/06/2023

क्रिकेटर सुरेश ने यूरोप के एम्सटर्डम में एक रेस्टोरेंट खोला है. यह एक भारतीय रेस्टोरेंट है जिसका नाम उन्होंने ‘RAINA’ ही रखा है. इस रेस्टोरेंट के बारे में खुद रैना ने अपने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है. देखिए सुरेश रैना के रेस्टोरेंट की तस्वीरें!

24/06/2023

टाइटैनिक के पास ही टाइटन का मलबा बरामद, सभी यात्रियों की मौत हुई।

शार्क टैंक इंडिया ने सीजन 3 के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया है। यह घोषणा व्यापार जगत में भाई-भतीजावाद के फायदों के बारे में ...
03/06/2023

शार्क टैंक इंडिया ने सीजन 3 के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया है। यह घोषणा व्यापार जगत में भाई-भतीजावाद के फायदों के बारे में एक प्रफुल्लित करने वाले प्रोमो के साथ आई है
पंजीकरण 3 जून से विशेष रूप से सोनी लिव पर शुरू होने के लिए तैयार हैं। पिछले दो सीज़न में, शार्क ने 103 व्यवसायों में ₹80 करोड़ का चौंका देने वाला निवेश किया है।
मजाकिया प्रोमो
नया प्रोमो एक पुरस्कार समारोह में सेट किया गया है जहां एक व्यवसायी को उसके काम के लिए सम्मानित किया जा रहा है। वह उन 'चुनौतियों' को गिनाते हैं जिनका सामना उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में किया था, जिसकी शुरुआत उन्होंने पिता और चाचाओं द्वारा दिए गए लाखों रुपये से की थी। उनके आस-पास के लोग थोड़ा भ्रमित हो गए कि क्या उनकी सफलता के लिए कोई स्व-निर्मित गुण है। इवेंट में एक वेटर कैमरे से कहता है कि पुरस्कार विजेता के विपरीत, हर किसी को रिश्तेदारों से पैसा और फंडिंग नहीं मिलती है। ऐसे लोगों के लिए शार्क टैंक शुरू करने के लिए एक अच्छी जगह है।

प्रक्रिया
चरण 1: ऑनलाइन आवेदन
शार्क टैंक इंडिया सीज़न 3 पंजीकरण फॉर्म भरने के लिए Sony LIV ऐप डाउनलोड या अपडेट करें या Sonyliv.com पर लॉग ऑन करें। अपनी विशिष्टता और क्षमता पर प्रकाश डालते हुए, अपने व्यावसायिक विचार का मनोरम विवरण प्रदान करें। यदि आपका विचार शार्क टैंक इंडिया टीम का ध्यान आकर्षित करता है तो आप अगले कदम पर आगे बढ़ेंगे।

चरण 2: पिच
आप शार्क टैंक इंडिया टीम को समझाने के लिए अपना तीन मिनट का वीडियो पिच अपलोड कर सकते हैं कि आपका व्यावसायिक विचार उनके निवेश के लायक क्यों है। प्रदर्शित करें कि आपको क्या अलग करता है और आप सफलता के लिए क्यों तैयार हैं।

चरण 3: ऑडिशन
प्रारंभिक चयन को पार करने वालों को कठोर ऑडिशन प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। शार्क टैंक इंडिया टीम को अपना व्यावसायिक विचार प्रस्तुत करें, जो आपकी क्षमता का आकलन करेगी और उम्मीदवारों को सबसे होनहार लोगों तक सीमित करेगी। उद्यमिता की दुनिया में अपनी आकांक्षाओं को साकार करने की दिशा में यह ऑडिशन एक महत्वपूर्ण कदम है।

अनन्य! सिद्धार्थ कुमार तिवारी  सोनी सब के लिए एक नया पारिवारिक ड्रामा 'वंसज' लेकर आ रहे हैं? मनोरंजन की दुनियां से एक रो...
03/06/2023

अनन्य! सिद्धार्थ कुमार तिवारी सोनी सब के लिए एक नया पारिवारिक ड्रामा 'वंसज' लेकर आ रहे हैं?
मनोरंजन की दुनियां से एक रोमांचक अपडेट के साथ वापस आ गया है।

टीवी की दुनियां में होने वाली सबसे नवीनतम घटनाओं के बारे में आपको अपडेट रखने के लिए हम लगातार सबसे आगे रहे हैं।

कई नए शो पाइपलाइन में हैं और जल्द ही फ्लोर पर आ जाएंगे। कुछ ऐसे हैं जो आने वाले दिनों में लॉन्च के लिए तैयार हैं। बाकी पहले से ही ऑन एयर हैं और दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं
सोनी सब लोकप्रिय चैनल है जो ऐसे कंटेंट को पेश करने पर फोकस करता है जो सामान्य सोप ओपेरा में देखे जाने वाले कंटेंट से बेहद अलग है। चैनल ने हमें सजन रे झूठ मत बोलो, लापतागंज, एफ.आई.आर., बालवीर, अलादीन - नाम तो सुना होगा, बड़ी दूर से आए हैं, भूतवाला सीरियल, जीजाजी छत पर है जैसे कुछ हल्के-फुल्के शोज दिए हैं और सूची में शामिल हैं पर।
हमने आपको अपडेट दिया था कि सोनी सब ने वंसज नाम के शो का प्रोमो जारी किया है।
हम शो के बारे में कुछ विशेष विवरण के साथ वापस आ गए हैं।

यह शो सिद्धार्थ कुमार तिवारी के प्रसिद्ध प्रोडक्शन हाउस, स्वस्तिक प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित किया जा रहा है।
यह शो एक पारिवारिक ड्रामा होगा, जो राजनीति और परिवार की गतिशीलता के इर्द-गिर्द घूमता है और जो परिवार का मुखिया बनता है।

संक्षिप्त के बारे में सुनकर, यह उत्तराधिकार (the lines of Succession) की तर्ज पर कुछ हो सकता है, जो हॉलीवुड में एक लोकप्रिय नाटक श्रृंखला है।

प्रोमो सोनी सब द्वारा जून 2023 की संभावित ऑन-एयर तारीख के साथ जारी किया गया था।

स्वास्तिक प्रोडक्शंस आज के समय में इक्का-दुक्का प्रोडक्शन हाउस में से एक है। निर्माता सिद्धार्थ कुमार तिवारी पौराणिक और सामयिक नाटक बनाने के उस्ताद हैं। उन्होंने करमफल दाता शनि, महाभारत, तंत्र, चंद्रगुप्त मौर्य, सूर्यपुत्र कर्ण और कई अन्य जैसे टेलीविजन शो का निर्माण किया है।

यह देखना बहुत दिलचस्प होगा कि शो वास्तव में क्या है और परिवार की गतिशीलता कैसे सामने आती है।

क्या आप नए शो को लेकर उत्साहित हैं? नीचे टिप्पणी अनुभाग में हमें अपने विचार बताएं!
मनोरंजन की दुनिया के बारे में अधिक विशेष अपडेट के लिए, यूटीडी हिंदि के साथ बने रहें!

31/05/2023

महेंद्र सिंह धोनी को कभी किसी ने इतना भावुक नहीं देखा। टी-20 वर्ल्ड कप, ODI वर्ल्ड कप, चैंपियंस लीग टी-20 और 4 IPL ट्रॉफी जीतने के बाद भी नहीं। माही इस तस्वीर में किसी भोले से बच्चे की तरह नजर आ रहे हैं, जिसकी मुराद पूरी हो गई। जीत के बाद स्टेडियम में हर जुबान पर धोनी का नाम था। वही बेशुमार प्यार आंखों से आंसू बनकर बह निकला। हिंदुस्तानी क्रिकेट में आलोचकों का एक वर्ग महेंद्र सिंह धोनी को लंबे अरसे से रिटायरमेंट की सलाह देता रहा है। उनका कहना है कि माही अब क्रिकेट खेलने के लिए फिट नहीं हैं। वह अलग बात है कि माही कभी कुछ कहते नहीं हैं, लेकिन लोगों का मिजाज उन तक पहुंच जाता है। माही ने जिंदगी भर जवाब प्रदर्शन से दिया है। वह भला अब तो बदलने से रहा। दूसरी हकीकत यह भी है कि उन आलोचकों की तुलना में कई गुना ज्यादा लोग अपने थाला से बेपनाह मोहब्बत करते हैं। इस IPL के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने जहां भी मुकाबले खेले, सबसे ज्यादा CSK के समर्थक मैदान पर नजर आए। लोग धोनी को खेलते हुए देखना चाहते थे। उन्हें डर था कि अगले साल माही का दीदार हो ना हो!

माही के लिए यह IPL ट्रॉफी इस बात का प्रमाण है कि धोनी अभी खत्म नहीं हुआ। आज भी वह अपनी रणनीति से टीम को चैंपियन बनाने की ताकत रखता है। महेंद्र सिंह धोनी ने जीत का क्रेडिट कभी खुद ना लेने की परंपरा IPL 2023 के फाइनल में भी जारी रखी। GT पर 5 विकेट से मिली जीत के बाद जब BCCI प्रेसिडेंट रॉजर बिन्नी और जय शाह ने ट्रॉफी उठाकर धोनी को देनी चाही तो वह खुद पीछे हट गए। अपने साथी अंबाती रायडू और रवींद्र जडेजा को आगे कर दिया। यह फाइनल मैच अंबाती रायडू का आखिरी IPL मैच था। मैच से पहले ही उन्होंने बोल दिया था कि वह इसके बाद संन्यास ले लेंगे। जबकि जडेजा ने इस मैच की आखिरी 2 गेंदों पर 10 रन बनाकर चेन्नई को लगभग असंभव सी जीत दिलाई थी। धोनी उनके हिस्से का क्रेडिट खुद नहीं लेना चाहते थे।

माही ने IPL 16 जीतने के बाद ऐलान कर दिया कि वह अगले साल भी IPL खेलने लौटेंगे। थाला ने कहा कि आप परिस्थिति के हिसाब से देखें, तो ये रिटायरमेंट अनाउंस करने का बेस्ट टाइम है। यह मेरे लिए बहुत आसान होगा कि मैं शुक्रिया बोलकर रिटायर हो जाऊं, लेकिन मेरे लिए कठिन काम ये है कि मैं 9 महीने कड़ी मेहनत कर एक और IPL सीजन खेलने की कोशिश करूं। CSK फैंस से मुझे जितना प्यार मिला है, मेरा एक और सीजन खेलना उनके लिए एक तोहफा होगा। जिस तरह से उन्होंने अपना प्यार और इमोशन दिखाया है, मुझे उनके लिए यह करना ही होगा। ये मेरे करियर का आखिरी हिस्सा है। यह यहीं से शुरू हुआ था और पूरा स्टेडियम मेरा नाम लेकर चिल्ला रहा था। उन सबके मुंह से अपना नाम सुनकर मैं भावुक हो गया। यही सेम चीज चेन्नई में भी हुई, वापस आकर जितना भी खेल सकूं, अच्छा होगा। जीतकर अक्सर खिलाड़ी रिटायर हो जाते हैं। जो चुनौतियों को स्वीकार कर कठिन मेहनत के दम पर फिर एक बार वापस आते हैं, वही थाला महेंद्र सिंह धोनी कहलाते हैं।

एक और साल अनहोनी को करके दिखाएंगे होनी
IPL 17 में भी नजर आएंगे थाला महेंद्र सिंह धोनी 💛

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