13/01/2025
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को मुख्य रूप से एक श्वसन वायरस माना जा रहा है, जो वायुमार्ग पर अटैक करके फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है। कुछ मामलों में यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। देश में इस वायरस के बढ़ते मामलों के बीच, यह जानना जरूरी है कि यदि आप या आपके आसपास कोई संक्रमित हो जाए, तो क्या कदम उठाने चाहिए। देशभर में एचएमपीवी संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जो चिंता का कारण बन रहे हैं। पहला मामला कर्नाटक में सामने आया था, और अब यह वायरस गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम, राजस्थान, और पश्चिम बंगाल तक पहुंच चुका है। अन्य राज्यों में भी संदिग्ध मामलों की पहचान हुई है, हालांकि उनकी पुष्टि अभी बाकी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, एचएमपीवी मुख्य रूप से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में खांसी-जुकाम, बुखार, गले में खराश, नाक बहना या बंद होना, सिरदर्द, और शरीर में दर्द शामिल हैं। हालांकि, केवल लक्षणों के आधार पर संक्रमण की पुष्टि नहीं की जा सकती। यदि ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें और सामान्य उपचार से आराम न मिले, तो डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है। संक्रमण की पुष्टि के लिए पीसीआर टेस्ट या अन्य जांच की जा सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि हल्के लक्षणों वाले सभी लोगों को जांच कराने की जरूरत नहीं होती। एचएमपीवी के ज्यादातर मामले हल्के लक्षणों वाले होते हैं, जो कुछ दिनों में स्वयं ठीक हो जाते हैं। गंभीर लक्षणों या जोखिम समूह (बच्चे, बुजुर्ग, या कमजोर इम्युनिटी वाले लोग) में डॉक्टर की सलाह पर जांच कराने की सलाह दी जाती है।...
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को मुख्य रूप से एक श्वसन वायरस माना जा रहा है, जो वायुमार्ग पर अटैक करके फ्लू जैस....