Amit Singh

Amit Singh Let You Define me
(8)

08/03/2024

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ।।

आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं। महादेव की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे।

हर हर महादेव

, 😍 जय श्री राम 😘
22/01/2024

, 😍 जय श्री राम 😘

19/01/2024

कोई दस्तक नहीं होती
इन पर
तुम्हारे आने की...
मेरे घर के दरवाज़े
कुछ उदास से
रहने लगे हैं अब ।।

इकट्ठा कर लिए हथियार जितना लड़ने वालों नेजमा करते जो इतने फूल तो दुनिया महक उठती
28/10/2023

इकट्ठा कर लिए हथियार जितना लड़ने वालों ने

जमा करते जो इतने फूल तो दुनिया महक उठती

04/07/2023

*गाँव बेचकर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई है।*
*जीवन के उल्लास बेच के, खरीदी हमने तन्हाई है।*
*बेचा है ईमान धरम तब, घर में शानो शौकत आई है।*
*संतोष बेच, तृष्णा खरीदी, देखो कितनी मंहगाई है।।*

बीघा बेच स्कवायर फीट खरीदा, ये कैसी सौदाई है।
संयुक्त परिवार के वट वृक्ष से टूटी, ये पीढ़ी मुरझाई है।।
*रिश्तों में है भरी चालाकी, हर बात में दिखती चतुराई है।*
कहीं गुम हो गई मिठास, जीवन से, हर जगह कड़वाहट भर आई है।।

रस्सी की बुनी खाट बेच दी, मैट्रेस ने जगह बनाई है।
अचार, मुरब्बे को धकेल कर, शो केस में सजी दवाई है।।
*माटी की सोंधी महक बेच के, रुम स्प्रे की खुशबू पाई है।*
मिट्टी का चुल्हा बेच दिया, आज गैस पे बेस्वाद सी खीर बनाई है।।

*पांच पैसे का लेमनचूस बेचा, तब कैडबरी हमने पाई है।*
*बेच दिया भोलापन अपना, फिर मक्कारी पाई है।।*
सैलून में अब बाल कट रहे, कहाँ घूमता घर- घर नाई है।
दोपहर में अम्मा के संग, गप्प मारने क्या कोई आती चाची ताई है।।

मलाई बरफ के गोले बिक गये, तब कोक की बोतल आई है।
*मिट्टी के कितने घड़े बिक गये, तब फ्रिज में ठंढक आई है ।।*
खपरैल बेच फॉल्स सीलिंग खरीदा, हमने अपनी नींद उड़ाई है।
*बरकत के कई दीये बुझा कर, रौशनी बल्बों में आई है।।*

गोबर से लिपे फर्श बेच दिये, तब टाईल्स में चमक आई है।
*देहरी से गौ माता बेची, फिर संग लेटे कुत्ते ने पूँछ हिलाई है ।।*
*बेच दिये संस्कार सभी, और खरीदी हमने बेहयाई है।*
ब्लड प्रेशर, शुगर ने तो अब, हर घर में ली अंगड़ाई है।।

*दादी नानी की कहानियां हुईं झूठी, वेब सीरीज ने जगह बनाई है।*
बहुत तनाव है जीवन में, ये कह के मम्मी ने दो पैग लगाई है।।
*खोखले हुए हैं रिश्ते सारे, नहीं बची उनमें सच्चाई है।।*

*चमक रहे हैं बदन सभी के, दिल पे जमी गहरी काई है।*

*गाँव बेच कर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई है।।*
*जीवन के उल्लास बेच के, खरीदी हमने तन्हाई है।।*

26/06/2023

As time passes, In the journey of life we leave behind many such friends.
Though unintentional but often we tend to overlook the fact that some relationships are for life, Friendship being one of them.
If we go down the memory lane ,We'd realise their are many old friends whose presence we 'd always miss in life.
We may not express it in words but sub consiously we wish...

23/06/2023

We’re a generation that lives under the constant pressure of convincing people that we’re having the best time almost all the time. We live through display pictures, likes, comments and followers. We’re a generation that seeks answers to everything in life on the internet. We envy those who seem to have better lives than us. When nothing goes right in life, we seek validation online, from those who barely know us for who we really are, those who couldn’t care less, those who are themselves stuck in this vicious circle of feeling better by getting likes and comments.
Of course, it feels great when you upload a picture and it gets everyone talking. It may not mean anything but that instant gratification can be very, very comforting at times. But soon, it becomes an obsessive need to seek that support. It happens to the best of us. It is happening to most of us.

02/06/2023
शब्दों से उलटफेर करता हूँ, आवारा हूँ बस सैर करता हूँ 🖋️🌏           🏔👌
28/05/2023

शब्दों से उलटफेर करता हूँ, आवारा हूँ बस सैर करता हूँ 🖋️🌏

🏔👌

नजरे छुपा लेता हूं कोई आंखो से न पढ़ले,हाले दर्द को अब क्या ही बयान करू!!अरसा बीत गया है एक चाह की खयाल में,बंजारा भटका ...
23/05/2023

नजरे छुपा लेता हूं कोई आंखो से न पढ़ले,
हाले दर्द को अब क्या ही बयान करू!!
अरसा बीत गया है एक चाह की खयाल में,
बंजारा भटका हुआ हूं इस भीड़ भरी दुनिया में!!
टूटा सपना फिर अगले रात को सजाऊ,
हर पल बस तुझ को ही चाहूं!!
तुझे पाने की ख्वाहिश में हर पर मरू!!
हाले दर्द को अब क्या ही बयान करू!!
Virat Kohli 💔

#

16/05/2023

बस जमीर बचा कर रखिए,
दौलत तो आती जाती रहती है!!

15/05/2023

बात आई है मुझ तक,
तुमने जरूर मेरा जिक्र किसी से किया होगा!!

14/05/2023

चेहरा देख कर इंसान पहचानने की कला थी मुझमें,
तकलीफ़ तो तब हुई जब उस के पास चेहरे बहोत निकले ll

मेरी तक़दीर में मंज़िल नहीं है,ग़ुबार-ए-कारवाँ है और मैं हूँ।
06/05/2023

मेरी तक़दीर में मंज़िल नहीं है,
ग़ुबार-ए-कारवाँ है और मैं हूँ।

शुप्रभात 🙏
02/05/2023

शुप्रभात 🙏

👻
30/04/2023

👻

Address


Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Amit Singh posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Amit Singh:

Videos

Shortcuts

  • Address
  • Alerts
  • Contact The Business
  • Videos
  • Claim ownership or report listing
  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share