08/09/2022
*🌹🌷🌻आज का रात्रि चिंतन🌻🌷🌹*
*🌹🌷🌻मन ही मनुष्य को स्वर्ग या नरक में बिठा देता है। स्वर्ग या नरक में जाने की कुंजी भगवान ने हमारे हाथ में दे रखी है.!*
*🌹🌷🌻भगवान ने मनुष्य को अपने ही समान बनाया, पर दुर्भाग्य से इन्सान ने भगवान को अपने जैसा बना डाला.!!*
*🌹🌷🌻जब मनुष्य में दान देने की प्रवृत्ति जन्म लेती है, तो समाज में उसका प्रभाव बनता है। और अन्य लोग प्रेरित होते हैं। मनुष्य की सारी उपलब्धियां तभी मायने रखती है जब वह समाज के लिए कुछ अच्छा करता है.!*
*🌹🌷🌻प्रकृति से हमें देने की कला सीखनी चाहिए जैसे सूर्य हमें रोशनी एवं ऊर्जा देता है, वृक्ष हमें फल देते हैं और नदियां हमें जल देती है.!!*
*🌹🌷🌻इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है, जो सर्वगुण संपन्न है। हर किसी व्यक्ति में कुछ ना कुछ कमियां है। दूसरों को बदलने की कोशिश ना करें और ना ही दूसरों पर कभी उंगली उठाएं.!*
*🌹🌷🌻जो जैसा भी है यदि हम उसको उसी स्वरुप में पसंद करेंगे तो इससे हमारे मन को शांति मिलती है.!!*
*🌹🌷🌻व्यस्तता अवश्य हो, मगर वह सृजनात्मक, जनात्मक कार्यों में हो, रचनात्मक कार्यों में हो तभी समय का सदुपयोग समझा जायेगा.!*
*🌹🌷🌻समय किसी के साथ नहीं चलता। हमें ही इसके साथ चलना पड़ेगा और एक बात समय किसी के लिए रुकता भी नही.!!*
*‼️जय श्री कृष्णा राधे राधे👏‼️*
*🌹🌷🌻शुभ रात्रि🌻🌷🌹*