Jaan ho tum meri pagal

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Jaan ho tum meri pagal Just for true lovers....
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ये जो तस्वीर है वो दो भाइयों के बीच "बंटवारे" के बाद की बनी हुई तस्वीर है। बाप-दादा के घर की दहलीज को जिस तरह बांटा गया ...
25/12/2022

ये जो तस्वीर है वो दो भाइयों के बीच "बंटवारे" के बाद की बनी हुई तस्वीर है।
बाप-दादा के घर की दहलीज को जिस तरह बांटा गया है यह हर गांव घर की असलियत को भी दर्शाता है।

दरअसल हम "गांव और शहर" के लोग जितने खुशहाल दिखते हैं उतने हैं नहीं।
जमीनों के केस, पानी के केस, खेत-मेढ के केस, रास्ते के केस, मुआवजे के केस,बंजर तालाब के झगड़े, ब्याह शादी के झगड़े , दीवार के केस,आपसी मनमुटाव, चुनावी रंजिशों ने समाज को खोखला कर दिया है।

अब "गांव और शहर" वो नहीं रहे कि "बस" या अन्य 'वाहनो' में गांव की लडकी को देखते ही सीट खाली कर देते थे बच्चे।
दो चार "थप्पड" गलती पर किसी बड़े बुजुर्ग या ताऊ ने ठोंक दिए तो मामला नहीं बनता था तब। लेकिन अब..आप सब जानते ही है
अब हम पूरी तरह बंटे हुए लोग हैं। "गांव और शहर" में अब एक दूसरे के उपलब्धियों का सम्मान करने वाले, प्यार से सिर पर हाथ रखने वाले लोग संभवतः अब मिलने मुश्किल हैं। वह लगभग गायब से हो गये हैं ...

हालात इस कदर "खराब" है कि अगर पडोसी फलां व्यक्ति को वोट देगा तो हम नहीं देंगे। इतनी नफरत कहां से आई है लोगों में ये सोचने और चिंतन का विषय है

संयुक्त परिवार अब "गांवों और शहरों" में शायद एक आध ही हैं, "लस्सी-दूध" की जगह यहां भी अब ड्यू, कोकाकोला, पेप्सी पिलाई जाने लगी है। बंटवारा केवल भारत का नहीं हुआ था, आजादी के बाद हमारा समाज भी बंटा है और शायद अब हम भरपाई की सीमाओं से भी अब बहुत दूर आ गए हैं। अब तो वक्त ही तय करेगा कि हम और कितना बंटेंगे।..
यूँ लगने लगा है जैसे हर आदमी के मन मे ईर्ष्या भरा हुआ है
कन फुसफुसाहट ..जहां लोग झप्पर छान उठाने को हंसी हंसी में सैकड़ो जुट जाया करते थे वहां अब इकठ्ठे होने का नाम तक नही लेते..
🙏🙏

18/11/2022
19/05/2022

😁कुछ दिन पहले मेरे पास एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई ।

यह किसी #नीतू के नाम से थी ।

एक्सैप्ट करने से पहले मैने आदतन उसकी प्रोफाइल को चैक किया...

तो पता चला अभी तक उसकी मित्रता सूची में कोई भी नहीं है। शक हुआ कि कहीं कोई फेक तो नहीं है ।

फिर सोचा नहीं...., हो सकता है फेसबुक ने इस यूजर को नया मानते हुए इसे मेरे साथ मित्रता करने के लिए सज्जेस्ट किया हो...

प्रोफाइल फोटो नदारद देखकर मैनें अंदाजा लगाया.. शायद नई हो.. और उसे फोटो अपलोड करनी नहीं आती या फिर वो संकोची हो सकती है..

खैर मैनें रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली।

सबसे पहले उसकी ओर से धन्यवाद आया..

फिर मेरे हर स्टेटस को #लाईक_और_कमेंटस मिलने शुरू हो गए ।

मैं अपने इस नए कद्रदान को पाकर बेहद खुश हुआ..

सिलसिला आगे बढ़ा और अब मेरी निजी जिंदगी से संबधित कमेंटस आने लगे । मेरी पसंद नापसंद को पूछा जाने लगा ।

अब वो कुछ #रोमांटिक_सी_शायरी भी पोस्ट करने लगी थी..

एक दिन मोहतरमा ने पूछा : क्या आप अपनी #बीवी_से_प्यार करते हैं ?

मैनें झट से कह दिया : हाँ..

वो चुप हो गई ।

अगले दिन उसने पूछा : क्या आपकी मैडम #सुंदर है ??

इस बार भी मैने वही जवाब दिया : हाँ बहुत सुंदर है ।

अगले दिन वो बोली : क्या आपकी बीवी खाना अच्छा बनाती है?

" बहुत ही स्वादिष्ट" मैनें जवाब दिया ।

फिर कुछ दिन तक वो नजर नहीं आई ।

अचानक कल सुबह उसने मैसेज बाक्स में लिखा "मैं आपके शहर में आई हूँ... क्या आप मुझसे #मिलना चाहेंगे..??"

मैनें कहा : जरूर...

"तो ठीक है आ जाइये #सिने_गार्डन में मिल भी लेंगे और #मूवी भी देख लेंगे" ।

मैनें कहा नहीं- "मैडम आप आ जाइये मेरे #घर पर...
मेरे #बीवी_बच्चे आपसे मिलकर खुश होंगे ।
मेरी बीवी के हाथ का खाना भी खाकर देखियेगा।

बोली : नहीं, मैं आपकी मैडम के सामने नहीं आऊँगी ,आपने आना है तो आ जाओ ।

मैंने उसे अपने यहाँ बुलाने की काफी कोशिश की मगर वो नहीं मानी ।

वो बार बार अपनी पसंद की जगह पर बुलाने की जिद पर अड़ी थी...

और मैं उसे अपने यहाँ ।

वो झुंझला उठी और बोली : ठीक है मैं वापिस जा रही हूँ । तुम डरपोक अपने घर पर ही बैठो।

मैनें फिर उसे #समझाने का प्रयास किया और सार्वजनिक स्थल पर मिलने के खतरे गिनायें पर वो नहीं मानी ।

हार कर मैंने कह दिया : मुझसे मिलना है तो मेरे परिवार वालों के सामने मिलो नहीं तो अपने घर जाओ ।

वो #ऑफलाइन हो गई ।

शाम को घर पहुँचा,तो डायनिंग टेबल पर #लज़ीज_खाना सजा हुआ था ।

मैनें पत्नी से पूछा: कोई आ रहा है क्या खाने पर ??

वो बोली...
हाँ, #नीतू आ रही है ।

मैंने कहा... क्या???
वो तुम्हें कहाँ मिली तुम उसे कैसे जानती हो??

"तसल्ली रखिये साहब, वो #मैं ही थी..
आप मेरे जासूसी मिशन के दौरान परीक्षा में #पास हुए...

आओ मेरे सच्चे हमसफर, खाना खायें, ठंडा हो रहा है...!!

टाईम रहते पत्नी का मोबाईल चेक नहीं किया होता... तो आज यह पोस्ट करने लायक ना होता..।।

🤣🤣😄🤣🤣

आप सभी को रौशनी के त्यौहार दीपावली के पावन पर्व की अनंत शुभकामनाएं। मैं परमपिता परमात्मा से यह प्रार्थना करता हूँ कि यह ...
04/11/2021

आप सभी को रौशनी के त्यौहार दीपावली के पावन पर्व की अनंत शुभकामनाएं। मैं परमपिता परमात्मा से यह प्रार्थना करता हूँ कि यह उत्सव आप सभी के जीवन में नया प्रकाश लेकर आये। आप सभी को तरक्की और खुशियां प्रदान करें। धन-धान्य और सौभाग्य की प्राप्ति हो। आपसी भाईचारा मजबूत हो। आप सभी को शुभ दीपावली।💐💐🙏🙏❤❤🤗🔥🔥

" #लस्सी"लस्सी का ऑर्डर देकर हम सब आराम से बैठकर एक दूसरे की खिंचाई मे लगे ही थे...कि एक लगभग 70-75 साल की माताजी कुछ पै...
07/08/2021

" #लस्सी"

लस्सी का ऑर्डर देकर हम सब आराम से बैठकर एक दूसरे की खिंचाई मे लगे ही थे...
कि एक लगभग 70-75 साल की माताजी कुछ पैसे मांगते हुए मेरे सामने हाथ फैलाकर खड़ी हो गईं ..
उनकी कमर झुकी हुई थी ,.चेहरे की झुर्रियों मे भूख तैर रही थी ..आंखें भीतर को धंसी हुई किन्तु सजल थीं ..
उनको देखकर मन मे ना जाने क्या आया कि मैने जेब से सिक्के निकालने के लिए डाला हुआ हाथ वापस खींचते हुए उनसे पूछ लिया .."दादी लस्सी पियो गे ?"
मेरी इस बात पर दादी कम अचंभित हुईं और मेरे मित्र अधिक ..
क्योंकि अगर मैं उनको पैसे देता तो बस 2-4-5 रुपए ही देता लेकिन लस्सी तो 30 रुपए की एक है ..
इसलिए लस्सी पिलाने से मेरे गरीब हो जाने की और उन दादी के मुझे ठग कर अमीर हो जाने की संभावना बहुत अधिक बढ़ गई थी !
दादी ने सकुचाते हुए हामी भरी और अपने पास जो मांग कर जमा किए हुए 6-7 रुपए थे वो अपने कांपते हाथों से मेरी ओर बढ़ाए ..
मुझे कुछ समझ नही आया तो मैने उनसे पूछा .. "ये काहे के लिए अम्मा ?"
"इनको मिला के पिला दो बेटे !"
भावुक तो मैं उनको देखकर ही हो गया था ..
रही बची कसर उनकी इस बात ने पूरी कर दी !
एका एक आंखें छलछला आईं और भर भराए हुए गले से मैने दुकान वाले से एक लस्सी बढ़ाने को कहा ..
उन्होने अपने पैसे वापस मुट्ठी मे बंद कर लिए और पास ही जमीन पर बैठ गईं ...
अब मुझे वास्तविकता मे अपनी लाचारी का अनुभव हुआ क्योंकि मैं वहां पर मौजूद दुकानदार ,अपने ही दोस्तों और अन्य कई ग्राहकों की वजह से उनको कुर्सी पर बैठने के लिए ना कह सका !
डर था कि कहीं कोई टोक ना दे ..कहीं किसी को एक भीख मांगने वाली बूढ़ी महिला के उनके बराबर मे बैठ जाने पर आपत्ति ना हो ..
लेकिन वो कुर्सी जिस पर मैं बैठा था मुझे काट रही थी ..
लस्सी से भरा ग्लास हम लोगों के हाथों मे आते ही मैं अपना लस्सी का ग्लास पकड़कर दादी के पड़ोस मे ही जमीन पर बैठ गया
क्योंकि ये करने के लिए मैं स्वतंत्र था ..इससे किसी को आपत्ति नही हो सकती .
हां ! मेरे दोस्तों ने मुझे एक पल के लिए घूरा ..
लेकिन वो कुछ कहते उससे पहले ही दुकान के मालिक ने आगे बढ़कर दादी को उठाकर कुर्सी पर बिठाया और मेरी ओर मुस्कुराते हुए हाथ जोड़कर कहा .."ऊपर बैठ जाइए साहब !"
अब सबके हाथों मे लस्सी के ग्लास और होठों पर मुस्कुराहट थी
बस एक वो दादी ही थीं जिनकी आंखों मे तृप्ति के आंसूं ..होंठों पर मलाई के कुछ अंश और सैकड़ों दुआएं थी...!!!
ना जाने क्यों जब कभी हमें 10-20-50 रुपए किसी भूखे गरीब को देने या उस पर खर्च करने होते हैं तो वो हमें बहुत ज्यादा लगते हैं
लेकिन सोचिए कभी..... कि क्या वो चंद रुपए किसी के मन को तृप्त करने से अधिक कीमती हैं ?
क्या उन रुपयों को बीयर , सिगरेट ,पर खर्च कर दुआएं खरीदी जा सकती हैं!
मुझे आशा है आपको ये पोस्ट अच्छी लगेगी

10/06/2021

उसने कभी नहीं कहा
एक सेल्फी भेजना
कभी नहीं पूछा
आज क्या पहना है
तुमने खाना खाया या
खाने में क्या पसंद है
उसने नहीं पूछा कहाँ हो ,
किसके साथ हो
ना कभी पूछा
सारा दिन करती क्या हो

वो फोन करके सबसे पहले कहता
कैसी हो , अच्छा सुनो ..
एक मस्त गाना सुन रहा था
तुम्हारी याद आयी , तुम भी सुनो
और वो खुद गाकर सुनाने लगता
बीच में रुककर हंसता
मैं जानता हूँ , बहुत बेसुरा हूँ
पर तुम्हारे पास कोई च्वाइस नहीं
अभी झेलो मुझे
मैं ज़ोर से हँसती

और कभी फुरसत से फोन लगाकर कहता
सुनो जानेमन , आज तुम गाओ
तुम्हारी आवाज़ में कशिश है
फिर घंटो वो गाने चुनता
और मैं गाती कहती के मेरी आवाज जरा बेसरूरी हैं

उसने कभी हर पल लव यू नहीं कहा
पर मैं समझ पाती हूँ उसके प्यार को
सुनो लड़कियों प्यार करना तो
ऐसे किसी से करना
जो पल-पल तुमको
जज ना करता हो

जो तुम्हारे सामने बेसुरा होने में झिझके ना
जो तुम्हारी कमज़ोरी जानता हो
अपनी हार की बातें साझा करता हो
जो तुमसे कहे मैं तुमसे प्यार तो करता हूँ
पर उससे कहीं अधिक इज़्ज़त करता हूँ
मेरी ज़िंदगी में तुम्हारा होना
मेरे लिए गर्व की बात है

जो तुम्हारी तस्वीरों पर लाइक से अधिक
तुम्हारी उपलब्धि देख खुश होता हो
जो अचानक वीडियो कॉल करके पूछे
यार ज़ोर से मिर्च लग रही है क्या करूँ
और बच्चों की तरह कभी फ्रिज़ की तरफ भागे
और पानी पीकर कहे ,कुछ करो यार
उसकी शक्ल पर तुम भर-भर हँस लो
और वो तुमको हँसते देखता रहे

जो अपनी माँ से तुम्हारे बारे में बात करे
जो बात-बात में अपनी माँ की बातें
तुमसे बताया करे
जो तुमसे बता दे कि वो कब-कब
शर्मिंदा हुआ , कितनी बार भागा

सुनो ❤️😘
प्यार करना तो किसी ऐसे से करना
जो तुम्हारे खाने की फिक्र से अधिक
तुम्हारे मन की फिक्र करे
जो समाज में तुम्हारे आगे
खड़ा होने की हिम्मत तो रखता हो पर
पर फिर भी कहता हो , जानता हूँ
तुमको किसी की मदद की ज़रूरत नहीं
मैं तो बस साथ देने आया हूं......

08/06/2021

नजरें तुमको ही देखना चाहें..!
तो मेरी आँखों का क्या कसूर है..!!
खुशबू तुम्हारी ही आए..!
तो मेरी सांँसों का क्या कसूर है..!!
वैसे तो सपने पूछ कर नहीं आते..!
सपने ही तुम्हारे आएं तो मेरी रातों का क्या कसूर है..!!

❤❤🥰🥰💞💞

💞कोई जो पूछे कि जीवन क्या है,मैं नाम तुम्हारा बता देता हूं... 💕💞कोई जो पूछे कि दर्पण क्या है..मैं आँखे तुम्हारी बता देता...
06/05/2021

💞कोई जो पूछे कि जीवन क्या है,
मैं नाम तुम्हारा बता देता हूं... 💕

💞कोई जो पूछे कि दर्पण क्या है..
मैं आँखे तुम्हारी बता देता हूं..💕

💞कोई जो पूछे कि सुर क्या होते है,
मैं बाते तुम्हारी कह देता हूं..💕

💞कोई जो पूछे साथ क्या होता है,
मैं हाथ तुम्हारा थाम लेता हूं..💕

💞कोई जो पूछे क्यों तन्हाई में,
यूं ही मुस्कराते हो तुम,
मैं वजह तुम्हे बता देता हूं...💕

💞कोई जो पूछे पूजा क्या होती है,
आराध्य तुम्हे बता देता हूं...💕

💞कोई जो पूछे मंजिल कहाँ है तुम्हारी,
मैं पता तुम्हारा बता देता हूँ...॥

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