17/08/2023
गिराते हो तुम मस्जिदों गिराओ,
बहाते हो तुम खून नाहक बहाओ,
सताते हो तुम मजलूमों को सताओ,
मगर यह समझ के जरा जुल्म ढाओ,
मजालिम का लबरेज जब जाम होगा तो हिटलर के जैसा ही अंजाम होगा,
तुम्हारी है हमको मिटाने की ख्वाहिश, हमें देश से है भगाने की ख्वाहिश,
तो सुन लो जिन्हें है मिटाने की ख्वाहिश हमें भी है सर को कटाने की ख्वाहिश !!