20/12/2023
देबूजी झिंगरजी जानोरकर (23 फरवरी, 1876 – 20 दिसम्बर, 1956) जिन्हें बाबा गाडगे नाम से जाना जाता है, वे एक महान संत एवं समाज सुधारक थे,
गाडगे महाराज जो कहते थे कि शिक्षा बड़ी चीज है, पैसे की तंगी हो, तो खाने के बर्तन बेच दो, औरत के लिए कम दाम के कपड़े खरीदो, टूटे-फूटे मकान में रहो पर बच्चों को शिक्षा दिए बिना न रहो।
आधुनिक भारत को जिन महापुरूषों पर गर्व होना चाहिए, उनमें राष्ट्रीय संत गाडगे बाबा का नाम सर्वोपरि है, मानवता के सच्चे हितैषी, सामाजिक समरसता के द्योतक यदि किसी को माना जाए तो वे थे संत गाडगे, संत गाडगे महाराज जी के परिनिर्वाण पर मेरा कोटि-कोटि नमन।
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