24/04/2024
सिवान का वैश्य समाज का राजनीति हमेशा से दोहन करती रही है। आज फिर बात हम वैश्यों, व्यापारियों के अस्तित्व पर आ पड़ी है। एक बार फिर से वामपंथी विचारधारा और आत़क एवं भय की विधर्मी विचारधारा के दोराहे पर प्रमोद कु० मल्ल के अलावा कोई विकल्प नहीं दिख रहा हैं। एक नेता जब व्यापार और व्यापारियों के रोजमर्रा की समस्याओं एवं रुकावटों से वाकिफ होता है एवं सभी व्यापारिक क्रियाकलापों का अनुभव रखता हो तो उस समाज के लिए उससे बेहतर कोई नहीं कर सकता। आर्थिक समझ और व्यापारिक अनुभवों के साथ एकमात्र प्रमोद जी हीं हमारे समाज के लिए, सिवान के लिए बेहतर विकल्प हैं।
हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी एवं योगी आदित्यनाथ जी की विचारधारा को लेकर चलने वाले प्रमोद कु० मल्ल के अलावा कोई नहीं जो हमारे वजूद को कालम रखते हुए हमारे विकास और उत्थान के लिए सिवान में कुछ कर सके। इन वामपंथी और विधर्मी विचारधारा के लोगों से आर्थिक दोहन करवाने से बेहतर है कि हम उसी विचारधारा का समर्थन करे जिससे आज देश निरंतर विकास और तरक्की की नई गाथाएं लिख रहा है।
आज हम वैश्य समाज के लोगों के सामने साहब बीवी और गुलाम के पेंच में फंसें सिवान को प्रमोद कु० मल्ल के हाथों में कमान सौपने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
यह हमारे सुरक्षा, विकास और तरक्की की नयी दास्तान लिखेंगे। और इसमे कोई संदेह नहीं कि प्रमोद जी जिन लोगों और पार्टी की विचारधारा को लेकर हमेशा चले हैं, जीतने के बाद भी उसे कायम रखते हुए भाजपा को हीं अपना समर्थन देंगे।