Rahimul Haque Siwan

Rahimul Haque Siwan True story of Life videos. songs etc
(1)

I wish of the Happy Eid Celebrtions.Wrapped with Sincerity, Tied with care. And sealed  with a Dua ti keep you and your ...
10/04/2024

I wish of the Happy Eid Celebrtions.Wrapped with Sincerity, Tied with care. And sealed with a Dua ti keep you and your family Blessed.
"EID-UL- FITER MUBARAK
Have a Nice day...

ज़िन्दगी में कुछ लोग ऐसे मिल जाते हैं जिनसे खून का रिश्ता तो नहीं होता है पर ज़िन्दगी बन जाते हैं !जब वह छोड़ कर जाते हैं त...
09/04/2024

ज़िन्दगी में कुछ लोग ऐसे मिल जाते हैं जिनसे खून का रिश्ता तो नहीं होता है पर ज़िन्दगी बन जाते हैं !
जब वह छोड़ कर जाते हैं तो ज़िन्दगी ख़त्म सी हो जाती है ۔۔۔۔۔۔! कुछ ज़ख्म ऐसे होते हैं जिन्हे वक़्त का मर्हम भी नहीं भर पाते , और न ही उसका कोई जगह ले पाता है !
एक से दुंनिया नहीं होती लेकिन वह जिसका एक होता है उसकी तो दुंनिया ही ख़त्म हो जाती है !
इंशा अल्लाह कल सऊदी अरब में ईद की नमाज़ मढ़ी जाएगी !

In life we ​​meet some people with whom we have no blood relation but they become our life.
When they leave us, our life almost comes to an end. There are some wounds which even the balm of time cannot heal and no one can take their place.
The world cannot be made up of one person but the one who has one, his world comes to an end.
Insha Allah, Eid prayers will be offered in Saudi Arabia tomorrow.

हज़रत अली (रज़ी۔۔۔۔۔) ने फ़रमाया !1) दुनिया में सबसे जलील इंसान वह है , जिसको हक़ और संच का पता हो ! फिर भी वह झूठ के साथ खड़...
06/04/2024

हज़रत अली (रज़ी۔۔۔۔۔) ने फ़रमाया !
1) दुनिया में सबसे जलील इंसान वह है , जिसको हक़ और संच का पता हो ! फिर भी वह झूठ के साथ खड़ा हो !
2) दुश्मन का ज़िन्दगी में होना खुशनसीबी है , क्यूंकि दुश्मन उसी के होते हैं , जो हक़ की बात करता है !
और हक़ की बात करना हर किसी के बस की बात नहीं है ۔۔۔!

Hazrat Ali (Razi) said!

1) The most shameful person in the world is the one who knows the truth and the truth! Yet he stands with lies!

2) It is good fortune to have enemies in life, because enemies are only of those who speak the truth!

And speaking the truth is not everyone's cup of tea!

Good Morning
Have a Nice day

थक गया हूँ मेहमान की तरह घर जाते जाते बे घर हो गए हैं हम रूपया कमाते कमाते जुम्माए अल विदा मुबारक I am tired of going ho...
05/04/2024

थक गया हूँ मेहमान की तरह घर जाते जाते
बे घर हो गए हैं हम रूपया कमाते कमाते
जुम्माए अल विदा मुबारक

I am tired of going home like a guest
I have become homeless while earning money
Jumma-e-Alvida Mubarak

मौत से कहना हमारी ज़िन्दगी की इतनी सिफारिश न किया करे ۔۔۔۔۔वह लोग ही बिछड़ गए ज़ालिम , जिनके लिए हम जिया करते थे ۔۔۔۔۔!Tell...
26/03/2024

मौत से कहना हमारी ज़िन्दगी की इतनी सिफारिश न किया करे ۔۔۔۔۔
वह लोग ही बिछड़ गए ज़ालिम , जिनके लिए हम जिया करते थे ۔۔۔۔۔!

Tell death not to recommend our life so मच ۔

The cruel ones have left us, for whom we used to लाइव ۔

बुजुर्ग पिताजी जिद कर रहे थे कि, उनकी चारपाई बाहर बरामदे में डाल दी जाये। बेटा परेशान था...बहू बड़बड़ा रही थी....।कोई बु...
24/03/2024

बुजुर्ग पिताजी जिद कर रहे थे कि, उनकी चारपाई बाहर बरामदे में डाल दी जाये। बेटा परेशान था...बहू बड़बड़ा रही थी....।कोई बुजुर्गों को अलग कमरा नही देता, हमने दूसरी मंजिल पर कमरा दिया.... AC TV FRIDGE सब सुविधाएं हैं, नौकरानी भी दे रखी है। पता नहीं, सत्तर की उम्र में सठिया गए हैं..?

पिता कमजोर और बीमार हैं....जिद कर रहे हैं, तो उनकी चारपाई गैलरी में डलवा ही देता हूँ, निकित ने सोचा। पिता इच्छा की पू्री करना उसने स्वभाव बना लिया था।

अब पिता की एक चारपाई बरामदे में भी आ गई थी। हर समय चारपाई पर पडे रहने वाले पिता अब टहलते टहलते गेट तक पहुंच जाते। कुछ देर लान में टहलते लान में नाती - पोतों से खेलते, बातें करते, हंसते , बोलते और मुस्कुराते। कभी-कभी बेटे से मनपसंद खाने की चीजें भी लाने की फरमाईश भी करते। खुद खाते , बहू - बेटे और बच्चों को भी खिलाते ....धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य अच्छा होने लगा था।

दादा ! मेरी बाल फेंको। गेट में प्रवेश करते हुए निकित ने अपने पाँच वर्षीय बेटे की आवाज सुनी, तो बेटा अपने बेटे को डांटने लगा...अंशुल बाबा बुजुर्ग हैं, उन्हें ऐसे कामों के लिए मत बोला करो।

पापा ! दादा रोज हमारी बॉल उठाकर फेंकते हैं....अंशुल भोलेपन से बोला।

क्या... "निकित ने आश्चर्य से पिता की तरफ देखा ?

पिता- हां बेटा तुमने ऊपर वाले कमरे में सुविधाएं तो बहुत दी थीं। लेकिन अपनों का साथ नहीं था। तुम लोगों से बातें नहीं हो पाती थी। जब से गैलरी मे चारपाई पड़ी है, निकलते बैठते तुम लोगों से बातें हो जाती है। शाम को अंशुल -पाशी का साथ मिल जाता है।

पिता कहे जा रहे थे और निकित सोच रहा था.....बुजुर्गों को शायद भौतिक सुख सुविधाओं से ज्यादा अपनों के साथ की जरूरत होती है....।

बुज़ुर्गों का सम्मान करें यह हमारी धरोहर हैं और अपने बुजुर्गों का खयाल हर हाल में अवश्य रखें...यह वो पेड़ हैं, जो थोड़े कड़वे है, लेकिन इनके फल बहुत मीठे है, और इनकी छांव का कोई मुक़ाबला नहीं।
🙏🏼🙏🏼🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏼🙏🙏🙏🙏🙏

Good Night

The elderly father was insisting that his cot be put outside in the verandah. The son was upset...the daughter-in-law was grumbling.... No one gives a separate room to the elderly, we have given a room on the second floor.... AC TV, fridge, all facilities are there, we have also provided a maid. Who knows, he has gone crazy at the age of seventy..?

Father is weak and ill....if he is insisting, I will get his cot put in the gallery, Nikit thought. Fulfilling his father's wishes had become his nature.

Now a cot of father had also come in the verandah. The father who used to lie on the cot all the time, would now walk till the gate. While walking in the lawn for some time, he would play with the grandchildren, talk, laugh, speak and smile. Sometimes he would also ask his son to bring his favourite food items. He would eat himself, feed his daughter-in-law, son and children too...gradually his health was getting better.

Grandpa! Throw my hair. While entering the gate, Nikit heard the voice of his five-year-old son, then the son started scolding his son...Anshul baba is old, don't ask him to do such things.

Papa! Dada picks up our ball and throws it everyday....Anshul said innocently.

What... "Nikit looked at his father in surprise?

Father- Yes son, you had provided a lot of facilities in the upper room. But there was no company of loved ones. I was not able to talk to you people. Ever since the cot has been placed in the gallery, I talk to you people while going out. In the evening, I get the company of Anshul and Pashi.

Father was saying this and Nikit was thinking..... Perhaps the elderly need the company of loved ones more than material comforts...

Respect the elders, they are our heritage and take care of your elders in every situation... These are those trees, which are a bit bitter, but their fruits are very sweet, and there is no comparison to their shade.

🙏🏼🙏🏼🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Good Night

मैं कल भी सफर में था और आज भी सफर में हूँ ۔۔۔!कल अपनों की तलाश में था , आज अपनी तलाश में हूँ ۔۔!I was on a journey yeste...
21/03/2024

मैं कल भी सफर में था और आज भी सफर में हूँ ۔۔۔!
कल अपनों की तलाश में था , आज अपनी तलाश में हूँ ۔۔!

I was on a journey yesterday and I am on a journey today too ۔۔۔!
Yesterday I was searching for my loved ones, today I am searching for myself ۔۔!

रमजान का महीना आया , रोज़ह रखते हो नमाज़ें पढ़ते हो , इफ्तार की ढेरों सारी तयारी करते हो , इफ्तार सामने रख कर वक़्त का इंतज़ा...
16/03/2024

रमजान का महीना आया , रोज़ह रखते हो नमाज़ें पढ़ते हो , इफ्तार की ढेरों सारी तयारी करते हो , इफ्तार सामने रख कर वक़्त का इंतज़ार करते हो , वक़्त से पहले आधी खजूर भी मुंह को नहीं लगाते , इस डर से नहीं खाते हो की रोज़ह टूट जायेगा ! कमाल करते हो जनाब ۔۔۔۔
भाई को धोका देते हो , उसका हक़ खाते हो , उसकी सम्पति पे कब्जः जमाये बैठते हो , शर्म नहीं आती , भाई का हक़ खाने से तुम्हारा ईमान नहीं टूटता , उसकी सम्पति पे कब्जः जमाये होने से तुम्हारा ज़मीर तुम को नहीं धिक्कारता , याद रखना जिस अल्लाह के डर से तुम आधी खजूर नहीं खाते उसी अल्लाह के सामने तुम को हिसाब देना होगा , और एक बात याद रखना जिसका तुम हक़ खा रहे हो अगर वह माफ़ नहीं किया तो अल्लाह भी तुम्हे माफ़ नहीं करेगा ۔۔۔۔۔۔!

Good morning
Have a Nice day

The month of Ramadan has come, you keep fast, read prayers, make a lot of preparations for Iftar, keep Iftar in front of you and wait for the time, do not put even half of the dates in your mouth before the time, do not eat due to the fear that the fast will be broken. will go ! You do wonders sir.
You betray your brother, take away his rights, take possession of his property, you do not feel ashamed, taking away your brother's right does not break your faith, taking possession of his property does not make your conscience reproach you, remember that You do not eat half of the dates due to the fear of Allah, you will have to give account to Allah, and remember one thing, if he does not forgive the one whose right you are eating, then Allah will also not forgive you.

Good morning
Have a nice day

Good Morning Friendsकृपया आप सौधानी बरतें , अभी  मैंने चेक किया मेरे बहुत से FB Friend मेरे नाम और फोटो से बनाई हुई FB I...
15/03/2024

Good Morning Friends
कृपया आप सौधानी बरतें , अभी मैंने चेक किया मेरे बहुत से FB Friend मेरे नाम और फोटो से बनाई हुई FB ID जो " फेक " है उससे कनेक्ट हो चुके हैं उनकी फोटो पोस्ट कर रहा हूँ ! जनाब वह फेक ID है उससे Unfriend करें और FB पे रोपर्ट भी करें ताकि उसकी ID बंद हो जाये !
अगर मुझे किसी दोस्त की ज़रुरत पड़ेगी तो फ़ोन कर सकता हूँ ! लेकिन FB के माध्यम से कोई परसनल काम नहीं ! ब्राये मेहरबानी सौधनी बरतें ! मेरा कोई नया दूसरा FB अकाउंट नहीं है ! सौधानी बरतें ۔۔۔۔!

Good Morning Friends
Please be careful, I have just checked that many of my FB friends have been connected to the "fake" FB ID created with my name and photo. I am posting their photos. Sir, that is a fake ID, unfriend him and also report on FB so that his ID gets blocked.
If I need a friend I can call! But no personal work through FB! Please be kind sir! I don't have any other new FB account! Be careful!

Have a Nice day

किसी गाँव में एक बूढ़ा व्यक्ति अपने बेटे और बहु के साथ रहता था । परिवार सुखी संपन्न था किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी । ...
12/03/2024

किसी गाँव में एक बूढ़ा व्यक्ति अपने बेटे और बहु के साथ रहता था । परिवार सुखी संपन्न था किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी ।

बूढ़ा बाप जो किसी समय अच्छा खासा नौजवान था आज बुढ़ापे से हार गया था, चलते समय लड़खड़ाता था लाठी की जरुरत पड़ने लगी, चेहरा झुर्रियों से भर चुका था बस अपना जीवन किसी तरह व्यतीत कर रहा था।

घर में एक चीज़ अच्छी थी कि शाम को खाना खाते समय पूरा परिवार एक साथ टेबल पर बैठ कर खाना खाता था ।

एक दिन ऐसे ही शाम को जब सारे लोग खाना खाने बैठे । बेटा ऑफिस से आया था भूख ज्यादा थी सो जल्दी से खाना खाने बैठ गया और साथ में बहू और उसका एक बेटा भी खाने लगे ।

बूढ़े हाथ जैसे ही थाली उठाने को हुए थाली हाथ से छिटक गयी थोड़ी दाल टेबल पर गिर गयी ।

बहू बेटे ने घृणा की दृष्टि से पिता की ओर देखा और फिर से अपना खाने में लग गए।

बूढ़े पिता ने जैसे ही अपने हिलते हाथों से खाना खाना शुरू किया तो खाना कभी कपड़ों पे गिरता तो कभी जमीन पर ।

बहू चिढ़ते हुए कहा – हे राम कितनी गन्दी तरह से खाते हैं मन करता है इनकी थाली किसी अलग कोने में लगवा देते हैं , बेटे ने भी ऐसे सिर हिलाया जैसे पत्नी की बात से सहमत हो । उनका बेटा यह सब मासूमियत से देख रहा था ।

अगले दिन पिता की थाली उस टेबल से हटाकर एक कोने में लगवा दी गयी । पिता की डबडबाती आँखे सब कुछ देखते हुए भी कुछ बोल नहीं पा रहीं थी।

बूढ़ा पिता रोज की तरह खाना खाने लगा , खाना कभी इधर गिरता कभी उधर । छोटा बच्चा अपना खाना छोड़कर लगातार अपने दादा की तरफ देख रहा था ।

माँ ने पूछा क्या हुआ बेटे तुम दादा जी की तरफ क्या देख रहे हो और खाना क्यों नहीं खा रहे ।

बच्चा बड़ी मासूमियत से बोला – माँ मैं सीख रहा हूँ कि वृद्धों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए, जब मैं बड़ा हो जाऊँगा और आप लोग बूढ़े हो जाओगे तो मैं भी आपको इसी तरह कोने में खाना खिलाया करूँगा ।

बच्चे के मुँह से ऐसा सुनते ही बेटे और बहू दोनों काँप उठे शायद बच्चे की बात उनके मन में बैठ गयी थी क्योंकि बच्चा ने मासूमियत के साथ एक बहुत बढ़ा सबक दोनों लोगो को दिया था ।

बेटे ने जल्दी से आगे बढ़कर पिता को उठाया और वापस टेबल पर खाने के लिए बिठाया और बहू भी भाग कर पानी का गिलास लेकर आई कि पिताजी को कोई तकलीफ ना हो ।

तो मित्रों , माँ बाप इस दुनियाँ की सबसे बड़ी पूँजी हैं, आप समाज में कितनी भी इज्जत कमा लें या कितना भी धन इकट्ठा कर लें, लेकिन माँ बाप से बड़ा धन इस दुनिया में कोई नहीं है।

माँ बाप की हमेशा निस्वार्थ भाव से सेवा एवं इज्जत करिए, हम जैसा करेंगे वैसा ही हमें भी मिलेगा

🙏🙏

जब खुद को सबसे दूर किया ۔۔۔۔तो पता चला , किसी के लिए  ख़ास नहीं थे हम ۔۔۔۔۔!When I distanced myself from everyone. So it ...
12/03/2024

जब खुद को सबसे दूर किया ۔۔۔۔
तो पता चला , किसी के लिए
ख़ास नहीं थे हम ۔۔۔۔۔!

When I distanced myself from everyone.
So it turns out, for someone
We were not special!

Ramadan Kareem
12/03/2024

Ramadan Kareem

पूरी ज़िन्दगी इंसान कुछ न कुछ सीखते रहता है ۔۔۔۔۔۔۔!  ज़िन्दगी में आगे बढ़ने के लिए " मौकाः " देने वाले बहुत मिलेंगे ۔۔۔۔और...
06/03/2024

पूरी ज़िन्दगी इंसान कुछ न कुछ सीखते रहता है ۔۔۔۔۔۔۔!
ज़िन्दगी में आगे बढ़ने के लिए " मौकाः " देने वाले बहुत मिलेंगे ۔۔۔۔और धोका देने वाले भी मिलेंगे ۔۔۔!
जो मौकाः दे उससे कभी धोका मत देना ۔۔۔۔۔۔۔और
जो धोका दे उससे कभी मौकाः मत देना ۔۔۔۔۔!!

Good Evening

A person keeps learning something or the other throughout his life.
You will find many people who give you a chance to move ahead in life, and you will also find people who cheat you.
Never cheat anyone who gives you a chance. And
Never give a chance to someone who cheats.
Good Evening

कुछ हादसे ज़िन्दगी के ऐसे होते हैं जो शूल की तरह चुभते रहते हैं , वक़्त गुज़र जाने से बात नहीं गुज़र जाती है ! एक ऐसे इंसान ...
04/03/2024

कुछ हादसे ज़िन्दगी के ऐसे होते हैं जो शूल की तरह चुभते रहते हैं , वक़्त गुज़र जाने से बात नहीं गुज़र जाती है ! एक ऐसे इंसान को देखा हमने जो पूरी ज़िन्दगी दूसरे के पीछे खर्च कर दिया ! अपना खून धुप में सूखा सूखा कर पाला, उसके सामने नज़र उठा कर बात करना तो दूर सामने खड़े होने की हिम्मत नहीं होती थी लोगों में , कारण ये रहा कभी ग़लत का साथ नहीं दिया ! लोगों की मज़बूरी को समझता था ! कोशिश तो पूरी ज़िन्दगी ये ही करता रहा किसी अपनों को कोई दुःख न हो !, हो सकता है उसकी ये अच्छाई करने में कोई गलती हो गई हो ! इंसान है कोई फरिश्ता नहीं ۔۔۔۔۔۔۔۔
लेकिन जब मजबूर हुआ तो उसकी भलाई का बदला ऐसा मिला जिससे याद करके आँखों में आँसू आ जाते हैं ! जिसको पाल-पोश कर बड़ा किया वह अब आँख दिखाने लगे , डराने और धमकाने लगे ۔۔۔۔
अपनी बेइज़्ज़ती अपनों के दुवारा होते देख उसकी आँखें भर आने लगी , ज़िन्दगी जीने की खाहिशे ख़त्म होने लगी और एक दिन दुंनिया छोड़ चला ! अब शुरू हुआ दुंनिया को दिखाने की कहानी ۔۔,۔۔۔۔۔۔
नम्नः आँखों से ये तमाशा मैं देखता रहा , मजबूर व लाचार इंसान की कहानी जो अपनों के हाथो अपमानित हो कर मर मर कर जीता रहा ! वक़्त तो गुज़र गया लेकिन आज भी उनकी अपमानित भरे स्वर कानों में गूँजता रहा !
बातें जो उनकी थी सीने में "शूल " की तरह चुभता रहा ۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔!

Some incidents in life are such that they keep pricking like thorns, the passage of time does not make things go away. We saw such a person who spent his entire life chasing others! Raised my blood by drying it in the sun, people did not have the courage to stand in front of him, let alone talk to him, the reason is that he never supported anything wrong. He understood the helplessness of the people. He has been trying his whole life to ensure that none of his loved ones get hurt. It is possible that he may have made a mistake in doing this good thing. He is a human being, not an angel.
But when I was forced to do so, the reward for his kindness was such that remembering it brings tears to my eyes. The one whom we nurtured and nurtured now started winking, scaring and threatening.
Seeing him being insulted by his own people, his eyes started filling with tears, his desire to live life started ending and one day he left this world. Now the story of showing the world begins.
I kept watching this drama with my humble eyes, the story of a helpless and helpless man who lived after being humiliated at the hands of his own people. Time has passed but even today his insulting voice continues to echo in my ears.
His words kept piercing my chest like a thorn.

उम्मीद छोड़ दी हमने , जो ग़लतफ़हमी पाल रखा था ۔۔۔!अब मैं किसी से नाराज़ नहीं होता, अब किसी के नाराज होने से भी कोई फर्क नहीं...
04/03/2024

उम्मीद छोड़ दी हमने , जो ग़लतफ़हमी पाल रखा था ۔۔۔!
अब मैं किसी से नाराज़ नहीं होता, अब किसी के नाराज होने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता ۔۔۔!
दोस्त अगर मिल गए तो , गप- शाप , मेरे रोने से किसी को फर्क पड़ता है ये नहीं ढूंढता !
ज़िन्दगी है जी रहा हूँ उनके लिए मेरे न होने से उनकी ज़िन्दगी को फर्क पड़ता है !
कुछ क़र्ज़, कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं उन्हें निभाने की कोशिश कर रहा हूँ !

We have given up the hope, the misconception that we had kept.
Now I don't get angry with anyone, now it doesn't matter if anyone gets angry.
If I find friends, I gossip and curse, I don't look for whether anyone cares about my crying.
I am living life for them, my absence makes a difference to their life.
Some debts, some duties remain to be fulfilled, I am trying to fulfill them.

आज कल के रिश्ते ज़रूरत के हिसाब से हो गए हैं , जिसको जितना ज़रुरत होता है उतना ही प्यार दिखता है ! ज़रुरत ख़त्म रिश्ता ख़त्म ...
02/03/2024

आज कल के रिश्ते ज़रूरत के हिसाब से हो गए हैं , जिसको जितना ज़रुरत होता है उतना ही प्यार दिखता है ! ज़रुरत ख़त्म रिश्ता ख़त्म !

Now a days relationships have become as per the need, the more one needs, the more love is shown. The need is over, the relationship is over !

जिन्हे तुम  कहानियाँ समझते हो ۔۔۔वह मेरे ज़िन्दगी के अनुभव हैं ۔۔۔۔۔!!Good morning Have a Nice dayWhich you consider to b...
01/03/2024

जिन्हे तुम कहानियाँ समझते हो ۔۔۔
वह मेरे ज़िन्दगी के अनुभव हैं ۔۔۔۔۔!!
Good morning
Have a Nice day

Which you consider to be stories.
Those are my life experiences.!!
Good morning
Have a nice day

तुम शौक से करो इज़हार_ऐ _ इश्क हमसे ۔۔۔۔हम ब्लॉक कर के तुम्हारा सब नशा उतार देंगे ۔۔۔۔!Good NightYou express your love fo...
26/02/2024

तुम शौक से करो इज़हार_ऐ _ इश्क हमसे ۔۔۔۔
हम ब्लॉक कर के तुम्हारा सब नशा उतार देंगे ۔۔۔۔!

Good Night

You express your love for us with passion.
We will block you and remove all your addiction.

Good Night

बात 1998/99 की है जब मैं पहली बार saudi सऊदी अरब से इंडिया जा रहा था ! उस वक़्त मोबाईल का ज़माना नहीं था , बस खत ही एक माध...
26/02/2024

बात 1998/99 की है जब मैं पहली बार saudi सऊदी अरब से इंडिया जा रहा था ! उस वक़्त मोबाईल का ज़माना नहीं था , बस खत ही एक माध्यम था जिसके ज़रिये बात हुआ करती थी !
जब घर, अपने देश जाने का समय आया तो ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा , अपनों से मिलने की ख़ुशी , अपने देश की खुशबू , केवल ख्याल आने मात्र से ही दिल मचल जाता था ! जिसको बयान करना मुश्किल है , बस इतना समझ लीजिये मन में तरह तरह के ख्यालात आने लगते दोस्तों से मिलना माँ-बाप भाई-बहन दोस्त व अहबाब ۔۔۔۔केवल सोंच कर ही चेहरा खुशियूं से खिल उठता था ! अब दिल में ये ख्याल आना की सबसे पहले किस्से मिलना है , ये और रोमांचित कर देता था!
मेरे भी दिल में ये ख्याल आया की सबसे पहले अपने उस्ताद नुमा बाप या दोस्त से मिलना चाहिए लेकिन ये बहुत ही मुश्किल था , खत लिखते वक़्त ये बात लिखा गया और मुझे पता भी नहीं चला , उधर मेरे बाप नुमा दोस्त खत पढ़कर जज़्बाती हो गए और अल्लाह से दुआ करने लगे , मेरी नहीं तो कमसे कम इस लड़के की ख़ाहिश या खुदा पूरी कर दे !
वह दिन भी आ गया जब दिल्ली से सिवान के लिए रवाना हुआ ! स्टेशन पे मुझे लेने मेरे वालिदे मोहतरम , भाई , भतीजाः , ड्राइवर और मेरे उस्ताद साहब के साथ उनका 15वर्ष का पोता मौजूद थे ! जब स्टेशन करीब आया तो सभी यात्री दरवाजे की ओर भागे , सब अपनों से मिलने की चाह में थे, उस डिब्बे में ज़ियादहतर बाहर से ही आने वाले थे ! भीड़ को देख कर मैं खामूश अपना सामान लिए डिब्बे के बीचो बीच खड़ा रहा , खिड़की से भी बाहर देखना मुश्किल था मैं खामोश अपनी खाहिशों का बोझ उठाये दूसरे दरवाजे की ओर बढ़ गया जहाँ मात्र भर के लोग थे , अपना सामान और ख़ाहिश लिए इस उम्मीद के साथ प्लेटफार्म की दूसरी ओर से चल पड़ा ये सोंचते हुए की हर ख़ाहिश पूरी नहीं होती , अब कोई भी मिल जाये ये सोंच कर चलता रहा , मेरे सामने से 2/4 आदमी आरहे थे , जैसे ही वह बगल से निकले अचानक से वह हुआ जिसकी मैंने कल्पना भी नहीं किया था , अपनी आँखों के सामने अपनी ख़ुशी , अपनी ख़ाहिश , अपनी दुआ को कबूल होते देख कर हाथो से सामान छूट गए और गले मिल कर अपने ज़ज्बात को रोके एक दूसरे को दिलासा देते रहे ۔۔۔۔۔۔इतने में उनके पोते की आवाज़ आई " दादा " फिर अलग होकर अपनी आँसूवो को छुपाने की नाकाम कोशिश करते रहे ! इस तरह से दुआ को कबूल होते हुए देख कर आज भी हम अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं ! हमारे लिए ये किसी चमत्कार से कम नहीं था ! आज भी वह पल याद करके सर सजदे में झुक जाता है !

वह दौर और लोग और थे,जो दोस्ती और अहसान के बदले अपनी ज़िन्दगी गिरवी रख दिया करते थे ! आज कल तो अपने बाप को पैसे के आगे पहच...
25/02/2024

वह दौर और लोग और थे,जो दोस्ती और अहसान के बदले अपनी ज़िन्दगी गिरवी रख दिया करते थे ! आज कल तो अपने बाप को पैसे के आगे पहचानने से इंकार कर देते हैं !
अपनी इज़्ज़त बचाना मुश्किल हो गया है ! इंसान के अंदर से इंसानियत इतनी जल्दी ख़त्म हो जायेगा , सोंचा न था !
रिश्ते नाते पैसो तक ही सिमट कर रह जायेंगे , सोंचा न था ! वक़्त है वक़्त के साथ चलना चाहिए , लेकिन इंसानियत छोड़ कर चलना पड़ेगा सोंचा न था ! मुबारक हो तुम्हे नया ज़माना , नई सोंच जहां बड़ों की कदर नहीं , छोटो से मुहब्बत नहीं , दोस्ती, मतलब के लिए होता हो फिर तो हमें अपने पुराने ख्यालात के साथ ही जीने दो , तुम्हारी नज़रों में बेवक़ूफ़ ही सही , हमें पुराने सोंच में ही रहने दो ! जहां रिश्तों की कदर नहीं , वहाँ से दूर ही रहने दो ۔۔۔۔۔۔۔۔۔!!

Good morning
Have a Nice day

There were other times and people who used to mortgage their lives in exchange for friendship and favors. Nowadays people refuse to recognize their father in front of money!
It has become difficult to save one's honor! I never thought that humanity would disappear from within a person so soon!
I never thought that relationships would be limited to money only! It's time, we should move with the times, but I never thought that we will have to leave humanity behind! Congratulations to you, new era, new thinking where there is no respect for elders, no love for younger ones, friendship is for the sake of meaning, then let us live with our old thoughts only, in your eyes we are fools, we remain stuck in old thinking. Leave it ! Where relationships are not valued, stay away from there.

Good morning
Have a nice day

" I trust you "Is a better compliment than " I love you"Because you may not always trust the person you love , but you c...
24/02/2024

" I trust you "
Is a better compliment than
" I love you"
Because you may not always trust the person you love , but you can always love the person you trust .

Good night . . with. . .
Sweet dream

Life is full of surprises butSomeday everything's will make parfect . Sense  so, for now Laugh at the confusion , smile ...
24/02/2024

Life is full of surprises but
Someday everything's will make parfect . Sense so, for now Laugh at the confusion , smile through the tears and keep remainding yourself that everything happened for a reasons .

वक़्त जैसा भी हो गुज़र ही जाता है !बुरे हालात से अगर आप गुज़र रहे हैं तो  किसी को बुरा बोलने से बचिए ! अगर कोई अपने की  वजह...
24/02/2024

वक़्त जैसा भी हो गुज़र ही जाता है !
बुरे हालात से अगर आप गुज़र रहे हैं तो किसी को बुरा बोलने से बचिए ! अगर कोई अपने की वजह से बुरे हालात से गुज़र रहे हों तब भी सब्र कीजिये ! क्या पता उसकी नियत आप की भलाई की हो और आप के साथ बुरा हो गया ! आप के बुरे वक़्त गुज़र जायेंगे लेकिन बुरे बोले हुए आप के अल्फ़ाज़ किसी का सीना छलनी कर देगा , अप के अच्छे हालात होने पे आप तो माफ़ी मांग लीजियेगा ۔۔۔तो क्या आप के अल्फ़ाज़ वापस लौट जायेंगे ۔۔۔नहीं ۔۔۔और नहीं वह गुज़रा हुआ वक़्त !आप के बोले हुए अल्फ़ाज़ उस इंसान को शूल की तरह चुभता रहेगा जो आप का भला चाहा था लेकिन बदकिस्मती से बुरा हो गया ! आप के दुवारा बोले हुए अल्फ़ाज़ के बदले उसकी ख़ामुशी होगी और माफ़ी के जवाब में बस दुआ ۔۔۔
खुश रहो ۔۔۔۔۔۔۔
अगर आप की नियत किसी की भलाई में है अगर आप सही हैं तो कभी भी सफाई न दें ! वक़्त एक ऐसा जज है जो वक़्त आने पे गवाही ही नहीं फैसला भी सुना देता है की आप संच्चे हैं ۔۔۔۔!!!
. . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . रहीमुल . . . . .

Time passes anyway!
If you are going through a bad situation, then avoid speaking ill of anyone. Be patient even if someone is going through a bad situation because of you. Who knows, his intentions may have been for your good and bad things happened to you! Your bad times will pass, but your bad words will hurt someone's heart. When your situation becomes good, you will ask for forgiveness. Then will your words come back? And not? No, that time has passed! The words spoken by you will continue to prick like a thorn to that person who wanted good for you but unfortunately it turned out to be bad. In return for the words spoken by you, there will be silence and only blessings in return for forgiveness.
Be happy .......
If your intentions are for someone's welfare, if you are right, then never give an explanation! Time is such a judge who when the time comes not only testifies but also gives the verdict whether you are honest.!!!
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अब मैं बूढ़ा हो चला हूँ ! कुछ और समय बाद एकदम जर्जर बूढ़ा हो जाऊँगा तब  क्या कोई मेरे पास रहेगा ? मुझ पर थोड़ा धीरज तो रखेग...
18/02/2024

अब मैं बूढ़ा हो चला हूँ !
कुछ और समय बाद एकदम जर्जर बूढ़ा हो जाऊँगा तब क्या कोई मेरे पास रहेगा ?
मुझ पर थोड़ा धीरज तो रखेगा ?
मान लो, तेरे महँगे काँच का बर्तन मेरे हाथ से अचानक गिर जाए या फिर मैं सब्ज़ी की कटोरी उलट जाए टेबल पर, मैं तब बहुत अच्छे से नहीं देख सकूँगा ना ! मुझे तू चिल्लाकर डाँटना मत प्लीज़!
बूढ़े लोग सब ख़ुद को उपेक्षित महसूस करते रहते हैं, तुझे नहीं पता ?
एक दिन मुझे कान से सुनाई देना बंद हो जाएगा, एक बार में मुझे समझ में नहीं आएगा कि तू क्या कह रहा है, लेकिन इसलिए तू मुझे बहरा मत कहना! ज़रूरत पड़े तो कष्ट उठाकर एक बार फिर से वह बात कह देना या फिर लिख ही देना काग़ज़ पर। मुझे माफ़ कर देना, मैं तो समय से पहले बुढ़ा चला हूँ, मैं क्या करूँ बता ?
अब मेरे हाथ पैर काँपने लगे है, मेरे दोनों पैर इस शरीर का वज़न उठाने से इनकार कर रहा है, तू थोड़ा-सा धीरज रखकर मुझे उठ खड़ा होने में मदद नहीं करेगा, बोल? जिस तरह तूने मेरे पैरों के पंजों पर खड़ा होकर पहली बार चलना सीखा था, उसी तरह?
कभी-कभी टूटे रेकॉर्ड प्लेयर की तरह मैं बकबक करता रहूँगा, तू थोड़ा कष्ट करके सुनना। मेरी खिल्ली मत उड़ाना प्लीज़। मेरी बकबक से बेचैन मत हो जाना। तुझे याद है, बचपन में तू एक गुब्बारे के लिए मेरे कान के पास कितनी देर तक भुनभुन करता रहता था, जब तक मैं तुझे वह ख़रीद न देता था, याद आ रहा है तुझे?
हो सके तो मेरे शरीर की गंध को भी माफ़ कर देना। मेरी देह में बुढ़ापे की गंध पैदा हो रही है। तब नहाने के लिए मुझसे ज़बर्दस्ती मत करना। मेरा शरीर उस समय बहुत कमज़ोर हो जाएगा, ज़रा-सा पानी लगते ही ठंड लग जाती है। मुझे देखकर नाक मत सिकोड़ना प्लीज़! तुझे याद है, मैं तेरे पीछे दौड़ता रहता था क्योंकि तू नहाना नहीं चाहता था? तू विश्वास कर, बुड्ढों को ऐसा ही होता है। हो सकता है एक दिन तुझे यह समझ में आए, हो सकता है, एक दिन!
तेरे पास अगर समय रहे, तो मेरे साथ बैठना
भले ही कुछेक पल के लिए क्यों न हो। मैं तो दिन भर अकेला ही रहता हूँ, अकेले-अकेले मेरा समय नहीं कटता। मुझे पता है, तू अपने कामों में बहुत व्यस्त रहेगा, मेरी बुढ़ा गई बातें तुझे सुनने में अच्छी न भी लगें तो भी थोड़ा मेरे पास रहना। तुझे याद है, मैं कितनी ही बार तेरी छोटे गुड्डे की बातें सुना करता था, सुनता ही जाता था और तू बोलता ही रहता था, बोलता ही रहता था। मैं भी तुझे कितनी ही कहानियाँ सुनाया करता था, तुझे याद है?
एक दिन आएगा जब बिस्तर पर पड़ा रहूँगा, तब तू मेरी थोड़ी देखभाल करेगा? मुझे माफ़ कर देना यदि ग़लती से मैं बिस्तर गीला कर दूँ, अगर चादर गंदी कर दूँ, मेरे अंतिम समय में मुझे छोड़कर दूर मत रहना, प्लीज़!
जब समय हो जाएगा, मेरा हाथ तू अपनी मुट्ठी में भर लेना। मुझे थोड़ी हिम्मत देना ताकि मैं निर्भय होकर मृत्यु का आलिंगन कर सकूँ। चिंता मत करना, जब मुझे मेरे सृष्टा दिखाई दे जाएँगे, उनके कानों में फुसफुसाकर कहूँगा कि वे तेरा कल्याण करें। तुझे हर अमंगल से बचायें। कारण कि तू मुझसे प्यार करता था, मेरे बुढ़ापे के समय तूने मेरी देखभाल की थी।
मैं तुझसे बहुत-बहुत प्यार करता हूँ रे, तू ख़ूब अच्छे-से रहना। इसके अलावा और क्या कह सकता हूँ, क्या दे सकता हूँ भला। ■😥😥😥 Copy

जिस समाज में हम रहते हैं , वहाँ बच्चपन से सिखाया जाता है माँ बाप की कदर करो , इज़्ज़त करो , उनकी आँखों से आँखे मिलकर बात न...
06/02/2024

जिस समाज में हम रहते हैं , वहाँ बच्चपन से सिखाया जाता है माँ बाप की कदर करो , इज़्ज़त करो , उनकी आँखों से आँखे मिलकर बात न करो , हम किसी भी जाती और धर्म के हों , माँ बाप की पैरों में स्वर्ग , या जन्नत बताया जाता है , जो बिलकुल संच है , हमारे कुछ कर्तब्ये होते हैं जिसका पालन करना ज़रूरी होता है !
आज कल आये दिन TV और सोशल नेटवर्क पे कुछ वीडियो देखने को मिल जाते हैं , बेटे ने माँ बाप को घर से निकाल दिया , उनके साथ मार पिट करते हुए देखा गया , बाज औकात में तो ऐसे भी देखा गया की क़तल तक की नौबत आ गई है , जो निहायत ही आपत्ति जनक है !
अब सवाल ये उठता है की क्या ऐसे हालात की ज़िम्मेदार कौन है ? क्या वह लड़का है जो अपने माँ बाप को घर से निकाल दिया ? या ये समाज जो अपने आस पास जुर्म होते देख कर अपनी आँखे बंद कर लेता है? ये वह बाप जो अपने बेटा, बेटी को तालीम के साथ तरबियत नहीं दे पाते , अपने धर्म व संस्कार का सही तरह बता नहीं पाते , आखिर कमी कहाँ रह जाती है !
कुछ माँ बाप तो अपने बेटे को भी घर से निकाल देते हैं ,क्या ये सब सारे वाक़्यात अचानक से हो जाते हैं ? या कोई एक छोटी सी बात से शुरू होकर हालत यहां तक पहुँच जाते हैं , कुछ तो माँ बाप में भी कमी रही होगी !
हमारे समाज में एक दहाड़ना बानी हुई है , बात कुछ भी हो गलती औलाद की ही बताई जाती है , शराब बेचने वाला अगर दूध बेचने लगे तो हम यकीन नहीं कर सकते , हमारे दिल में ख़याल आएगा दूध के बहाने शराब ही बेचता होगा !
मैं कहना ये चाहता हूँ की हमें अपनी सोंच बदलने की ज़रुरत है सही को सही और ग़लत को ग़लत कहने की ज़रुरत है , ये जानने की ज़रुरत है की संच क्या है और झूठ क्या है , ये नहीं की माँ बाप से ग़लती नहीं हो सकती है , और नफरत की नज़र से देखना शुरू कर दें !
मुझे लगता है इन सारी बुराईओं का ज़ड ना इंसाफ़ी है जो माँ बाप अपने बच्चो के साथ करते हैं , या बच्चे अपने माँ बाप के साथ !
रहिमुल

Good Morning
Have a Nice day

In the society in which we live, we are taught from childhood to respect and honor our parents, do not make eye contact with them, no matter what caste or religion we belong to, heaven or heaven lies at the feet of our parents. It is clear that we have some duties which need to be followed.
These days, one gets to see some videos on TV and social networks in which the son threw his parents out of the house, was seen beating them, and in extreme situations, it was even seen that it came to the point of murder. Which is extremely objectionable!
Now the question arises that who is responsible for such a situation? Is he the boy who threw his parents out of the house? Or this society which closes its eyes after seeing crimes happening around it? These fathers who are not able to educate their sons and daughters, who are not able to impart their religion and values ​​properly, where is the lack left?
Some parents even throw their sons out of the house, do all these incidents happen suddenly? Or the situation starts from a small thing and reaches this point; there must be something lacking in the parents too!
There is a roar in our society, no matter what the issue is, it is said that it is the children's fault. If a liquor seller starts selling milk, we cannot believe it. A thought will come in our heart that he must be selling liquor in the name of milk.
What I want to say is that we need to change our thinking, we need to call right as right and wrong as wrong, we need to know what is truth and what is lie, not that parents cannot make mistakes. , and start looking with hatred!
I think the root of all these evils is the injustice that parents do to their children, or children to their parents.
Rahimul

Good Morning
Have a nice day

मतलब न हों तो लोग इज़्ज़त करना भी भूल जाते हैं ! मतलब न हों तो लोग बात तक करना भूल जाते हैं ۔۔۔۔ अरे जनाब जब मतलब न हों तो...
04/02/2024

मतलब न हों तो लोग इज़्ज़त करना भी भूल जाते हैं ! मतलब न हों तो लोग बात तक करना भूल जाते हैं ۔۔۔۔ अरे जनाब जब मतलब न हों तो अपने बाप को पहचानने तक भूल जाते हैं , बात करना तो दूर की बात है !
इसलिए जनाब ۔۔۔۔
शिक्षा और संस्कार जीवन जीने के मूलमंत्र हैं ۔۔۔۔۔!
शिक्षा कभी झुकने नहीं देगी और संस्कार कभी गिरने नहीं देगी ! इसलिए अपने बच्चों को शिक्षा और संस्कार ज़रूर दीजिये ۔۔۔۔۔۔!

If people don't have any meaning then they forget to respect them. If there is no meaning, people forget to even talk. Hey sir, when there is no meaning then you even forget to recognize your father, talking to him is a distant thing!
That's why sir.
Education and values ​​are the basics of living life.
Education will never let you bend and values ​​will never let you fall! Therefore, give education and values ​​to your children.

बेवकूफ है वह इंसान जो एक पत्थर से दो बार ठोकर खता है !भरोसा सब पे कीजिये लेकिन सावधानी के साथ , क्यूंकि कभी-कभी खुद के द...
04/02/2024

बेवकूफ है वह इंसान जो एक पत्थर से दो बार ठोकर खता है !
भरोसा सब पे कीजिये लेकिन सावधानी के साथ ,
क्यूंकि कभी-कभी खुद के दाँत भी ज़ुबान को काट लेते हैं ۔۔۔۔۔۔۔!
Good morning
Have a Nice day

A fool is the man who stumbles twice with the same stone!
Trust everyone but with caution.
Because sometimes even one's own teeth bite the tongue.
Good morning
Have a nice day

इंसान अपनी ज़िन्दगी अपनों के साथ बहुत ही ख़ुशी के साथ जीता है, कुछ हादसे ऐसे हों जाते हैं जिससे ज़िन्दगी बोझ बन जाती है जैस...
01/02/2024

इंसान अपनी ज़िन्दगी अपनों के साथ बहुत ही ख़ुशी के साथ जीता है, कुछ हादसे ऐसे हों जाते हैं जिससे ज़िन्दगी बोझ बन जाती है जैसे ۔۔۔۔۔۔۔
कोई आप का विस्वाश तोड़ दें , अपना वादा न निभाए , दिल तोड़ कर रिश्ता तोड़ दें ۔۔۔! ये सब टूटते हैं तो आवाज़ नहीं होती है पर दर्द बहुत होता है , जीने का इंसान अपना तरीकाः ही बदल देता है !

Good Night......With....
Sweet Dream

A person lives his life very happily with his loved ones, some accidents happen due to which life becomes a burden like.
Someone breaks your trust, doesn't keep his promise, breaks your heart and breaks the relationship. When all these break, there is no sound but there is a lot of pain, a person changes his way of living.

Good Night
.....With....
sweet dream

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