25/09/2022
रोष जताया:हठधर्मिता छोड़ कर मांगों को पूरा करे प्रदेश सरकार, 6 आढ़ती क्रमिक अनशन पर बैठे
सरकार द्वारा लागू की गई ई नेम प्रणाली के विरोध में आढ़तियों का धरना बारिश के बावजूद छठे दिन भी जारी है। दो दिन से हो रही बारिश के बाद भी आढ़तियों का धरना जारी है। मंडी के आढ़ती, दलाल, मुनीम, मजदूर धरने में शामिल हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छठे दिन क्रमिक अनशन के तहत महेद्र बणीवाला, अंकित गोयल, चेतन कुमार, सतपाल कंबोज, बजरंग शर्मा, राजेश मित्तल ने अनशन रखा। धरने बैठे आढ़तियों ने कहा कि सरकार आढ़तियों की जायज मांग पर हठधर्मिता अपना रही है।
सरकार को हठ छोड़कर बड़ा दिल दिखाते हुए आढ़तियों की मांग को तुरंत पूरा करना चाहिए, क्योंकि हड़ताल की वजह से किसानों को भी परेशानी हो रही है। मंडियों में बाजरा की फसल आने लगी है। मजदूर भी बेरोजगार हो रहे हैं। ऐसे में सरकार को चाहिए कि इस दिशा में जरूरी कदम उठाते हुए आढ़तियों की मांग को पूरा करके हड़ताल खत्म करवाए। सरकार की मंशा है कि ई नेम प्रणाली लागू करके आढ़तियों को बर्बाद किया जाए तथा मंडियों को बंद कर दे, लेकिन ऐसा होने नहीं देंगे। आढ़ती किसी भी सूरत में सरकार के इस तुगलकी फरमान को लागू नहीं होने देंगे, भले ही इसके लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़े। आढ़ती पीछे हटने वाले नहीं है। आढ़तियों का यह आंदोलन कम होने की बजाय और तेज होगा। आने वाले समय में मुख्यमंत्री का पुतला फूूंका जाएगा तथा काले झंडे लेकर प्रदर्शन भी किया जाएगा।
आढ़ती एसोसिएशन के सचिव दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष कुणाल जैन, वरिष्ठ आढ़ती वीरभान मेहता, प्रदीप मेहता, देवराज कंबोज ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार द्वारा अनाज की खरीद ई-ट्रेडिंग से करने के आदेश से प्रदेश के आढ़ती, किसान व पल्लेदारों में बड़ी भारी नाराजगी है जबकि किसान की फसल खुली बोली में बेचने से किसानों को अपनी फसल के पूरे भाव मिलते हैं। ई-ट्रेडिंग के माध्यम से अनाज बेचने से बड़े-बड़े उद्योगपतियों को इससे लाभ होगा। मेहता ने कहा कि सरकार नए-नए फरमान जारी करके किसान व आढ़तियों को बर्बाद करने पर तुली हुई है। सरकार को किसान की फसल पहले की तरह खुली बोली में बेचने के आदेश जारी करने चाहिए ताकि प्रदेश के किसान व आढ़तियों को राहत मिल सके। इस मौके पर प्रधान मनाेहर मेहता, सुखजिंद्र सिंह, दीपक नढा, राजेंद्र नढा, सुनील आहुजा, गौरव गोयल, चमन लाल, केहर सिंह, भाल सिंह, विक्रम कुकरेज, सुनील कंदोई, राकेश वधवा उपस्थित थे।