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18/06/2024

बीपीएड की डिग्री दिलाने के नाम पर ठगी, युवक से एक लाख दस हजार रुपए ठगे

बिकानेर/ बीपीएड की डिग्री दिलाने के नाम पर युवक से धोखाधड़ी होने का मामला सामने आया है। युवक चूरू जिले के रतनगढ़ का रहने वाला है। बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में मामला दर्ज कराया गया है।जयपुर रोड स्थित मरुधर नगर में रहने वाले पप्पूराम गोदारा ने जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में बताया कि रतनगढ़ के कुसुमदेसर मोडा में रहने वाले संदीप पुत्र अमरचंद जाट ने उसे धोखा दिया। संदीप ने वादा किया था कि वह बीपीएड की एक डिग्री उसे दिलवा देगा। बातों में आकर पप्पूराम ने एक लाख दस हजार रुपए संदीप को दे दिए। ये राशि संदीप के बैंक खाते में जमा करवाई गई।इसके बाद से डिग्री के लिए उसे कहते रहे लेकिन हर बार कोई न कोई बहाना करता रहा। अब तक न तो डिग्री दिलाई है और न ही रुपए वापस लौटाये हैं। अब पप्पूराम ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एफआईआर दी है। मामले की जांच एएसआर जयसिंह को सौंपी गई है। पुलिस ये भी पता लगा रही है कि संदीप ने सिर्फ पप्पूराम से ही रुपए लिए हैं या फिर और कोई स्टूडेंट भी इस झांसे में आया है। फिलहाल इस मामले में जांच के बाद ही गिरफ्तारी हो सकती है।

18/06/2024

श्री अन्नपूर्णा रसोई में मिलेट्स के साथ मिल रहा 600 ग्राम भोजन, इसलिए अब एक लाभार्थी को मिलेगी एक ही थाली

जयपुर. श्री अन्नपूर्णा रसोई में अब एक व्यक्ति एक ही थाली भोजन ले सकेगा. इस संबंध में स्वायत्त शासन विभाग में आदेश जारी किए हैं. साथ ही ये भी स्पष्ट किया है कि अब तक भोजन की मात्रा 450 ग्राम मिला करती थी, जिसे बढ़ा कर 600 ग्राम कर दिया गया है. ऐसे में अब एक लाभार्थी को एक समय पर एक थाली भोजन का ही कूपन दिया जाएगा.

इससे पहले तक एक लाभार्थी का पेट नहीं भरने पर वो एक कूपन और लेकर दूसरी थाली भी ले सकता था. डीएलबी डायरेक्टर सुरेश कुमार ओला ने इन आदेशों को तुरंत प्रभाव से लागू करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में 1000 श्री अन्नपूर्णा रसोई संचालित है, जहां अब तक 20.40 करोड़ भोजन की थालियां परोसी जा चुकी हैं. अब तक इन रसोइयों पर लाभार्थी दो कूपन की राशि देकर दो थाली भोजन प्राप्त कर सकता था, लेकिन इस नियम में संशोधन करते हुए अब एक लाभार्थी को एक कूपन ही मिलेगा. लाभार्थियों को दिए जाने वाली थाली में 300 ग्राम चपाती, 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 100 ग्राम चावल या फिर मोटा अनाज और आचार उपलब्ध कराया जा रहा है.

आपको बता दें कि प्रदेश में सत्ता बदलने के साथ ही जनवरी 2024 में इंदिरा रसोई योजना का नाम बदलकर श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना किया गया था. साथ ही इस योजना में सामने आने वाली कमियों को भी दूर करने की बात कही गई थी. जिसके तहत पहले भोजन की थाली का वजन 450 ग्राम से 600 ग्राम किया गया और इसमें मिलेट्स यानी मोटा अनाज प्रमुखता से दिए जाने का भी फैसला लिया गया था. हालांकि, बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में भोजन की थाली 8 रुपये के बजाय 5 रुपए करने का वादा किया था. जिस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.

18/06/2024

मैं कौन होता हूं भेजने वाला, अपने कर्मों से जेल जाएंगे डोटासरा- गहलोत, शिक्षा मंत्री दिलावर ने फिर साधा निशाना

जयपुर/सीकर : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। इस बीच दिलावर ने एक बार फिर विवाद को हवा देते हुए डोटासरा को निकम्मा बता दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान डोटासरा को जमकर आड़े हाथ लेते हुए सियासी हमले किए। उन्होंने कहा कि डोटासरा ने राजस्थान के बच्चों के साथ ज्यादती की है, बच्चों को दुश्मन समझने वाले.. इससे निकम्मा व्यक्ति कोई नहीं हो सकता है। इस दौरान दिलावर ने गहलोत सरकार के दौरान शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया। साथ ही जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गहलोत के सामने टीचर्स ने कहा था कि ट्रांसफर करवाने के लिए पैसे देने पड़ते हैं। दिलावर के इस बयान के बाद राजस्थान की सियासत में फिर से हलचल मच गई हैं।

दिलावर ने कहा, डोटासरा निकम्मे और बच्चों के दुश्मन है
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर मंगलवार को सीकर में मीडिया से बातचीत के दौरान डोटासरा पर जमकर बरसे। उन्होंने डोटासरा पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने बच्चों का भविष्य खराब किया है, बच्चों के साथ ज्यादती की हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ ज्यादती करने वाला, इससे ज्यादा निकम्मा व्यक्ति नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत और डोटासरा के बीच टीचर्स ने भ्रष्टाचार को उजागर किया। गहलोत के सामने टीचर्स ने कहा कि ट्रांसफर करवाने के लिए उन्हें पैसे देने पड़ते हैं।

अपने कर्मों से जेल जाएंगे, गहलोत हो या डोटासरा
इस दौरान मीडिया ने दिलावर से डोटासरा और गहलोत को जेल भेजने के बयान के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि मैं जेल में डालने वाला कौन होता हूं? दोषी चाहे कोई भी हो गहलोत हो या डोटासरा, चाहे मैं खुद ही क्यों ना हूं, जो दोषी होगा, वह तो जेल जाएगा। उन्होंने डोटासरा पर हमला करते हुए कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल में पेपर क्यों रखा गया? उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा कि डोटासरा ने चाबी इसलिए सौंप दी कि लोगों को पेपर मिल सके। उन्होंने डोटासरा पर आरोप लगाते हुए कहा कि शायद उनके बीच यह सौदा हुआ होगा कि जितना पेपर बेचोगें उसका 75 परसेंट डोटासरा को मिलना चाहिए।

दिलवार ने कहा- नहीं बंद करेंगे इंग्लिश मीडियम स्कूल
मीडिया से बातचीत के दौरान दिलावर ने इंग्लिश मीडियम स्कूलों को लेकर बड़ा बयान दिया। इसमें उन्होंने कहा कि मैं इंग्लिश मीडियम स्कूलों को बंद नहीं कर रहा हूं, लेकिन उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार को घेरते हुए कहा कि अपने सियासी फायदे के चलते उन्होंने राजस्थान के बच्चों का भविष्य खराब किया है। पिछली सरकार ने कक्षा 1 से सीधा 12वीं तक इंग्लिश मीडियम स्कूल खोल दिया। अब छठी क्लास में पढ़ने वाला हिंदी मीडियम का बच्चा सातवीं में जाते ही अंग्रेजी कैसे पढ़ पाएगा?

कांग्रेस ने बच्चों का भविष्य खराब करने का षड्यंत्र रचा
उन्होंने इस सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा कि सबको पता है कि पास होने के लिए 33 परसेंट अंक चाहिए। इसलिए गहलोत सरकार ने सोचा कि 13 नंबर तो कोई भी बच्चा ले आएगा और रही 20 नंबर की बात, तो टीचर दे देंगे। ऐसा करके पिछली सरकार ने बच्चों का भविष्य खराब करने का षड्यंत्र किया हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार चाहती थी कि गरीबों के बच्चे अशिक्षित रह जाए और किसी कंपटीशन में नहीं आ सके।

18/06/2024

NEET विवाद- सुप्रीम कोर्ट का NTA को नोटिस:कहा- धोखाधड़ी से डॉक्‍टर बना व्‍यक्ति खतरनाक: 2015 में ऐसी ही टिप्‍पणी कर AIPMT रद्द की थी

सुप्रीम कोर्ट में NEET UG विवाद पर ग्रेस मार्क्स से जुड़ी याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई। अदालत ने कहा, 'अगर किसी की ओर से 0.001% भी लापरवाही हुई है तो उससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए। बच्चों ने परीक्षा की तैयारी की है, हम उनकी मेहनत को नहीं भूल सकते हैं।'

बेंच ने सरकार और NTA से यह भी कहा कि कल्पना कीजिए कि सिस्टम के साथ धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति डॉक्टर बन जाता है, वह समाज के लिए और भी ज्यादा खतरनाक है। इससे पहले 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने इसी तरह की टिप्‍पणी कर ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट (AIPMT) की परीक्षा रद्द की थी।

तब कोर्ट का कहना था, 'एक भी फर्जी डॉक्‍टर बनता है तो पूरी परीक्षा रद्द होनी चाहिए। इस बात के सबूत हैं कि परीक्षा में इलेक्‍ट्रानिक डिवाइसेज का इस्‍तेमाल हुआ है, लेकिन कितने स्‍टूडेंट्स ने इसका इस्‍तेमाल किया, ये नहीं कहा जा सकता। ऐसे में परीक्षा रद्द करना जरूरी है।'

4 याचिकाओं को 8 जुलाई को सुनवाई
जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवी भट्‌टी की वैकेशन बेंच ने इस मामले से जुड़ी 4 याचिकाओं को 8 जुलाई को सुनवाई के लिए लिस्ट कर दिया गया है। वकीलों से भी उसी दिन सभी मामलों पर बहस करने के निर्देश दिए हैं। 4 जून को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET का रिजल्ट घोषित किया था। पहली बार ऐसा हुआ है जब 67 कैंडिडेट को 720 में से 720 नंबर मिले हैं।

NEET UG क्या है
NEET UG यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्‍ट, अंडरग्रेजुएट एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। NEET परीक्षा मेडिकल और डेंटल कोर्सेज में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है जो स्‍टूडेंट्स की गिनती के लिहाज से देश की सबसे बड़ी परीक्षा है।

इसके जरिए भारत और रूस, यूक्रेन समेत कुछ अन्‍य देशों में MBBS, BDS और अन्य मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन मिलता है। NEET UG को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA द्वारा आयोजित किया जाता है।

रिजल्ट के बाद विवाद क्यों हुआ
NEET की इन्फॉर्मेशन बुलेटिन में ग्रेस मार्किंग का जिक्र नहीं है। NTA ने भी रिजल्ट जारी करते वक्त इसकी जानकारी नहीं दी थी। रिजल्ट आने के बाद कैंडिडेट्स ने सवाल उठाए, तब NTA ने बताया कि ‘लॉस ऑफ टाइम’ की वजह से कुछ बच्चों को ग्रेस मार्क दिए गए हैं। ग्रेस मार्क किस फॉर्मूले के तहत दिए गए, इस बारे में NTA ने कुछ नहीं बताया।

1563 कैंडिडेट्स की 23 जून को दोबारा परीक्षा हालांकि विवाद कोर्ट तक पहुंचने के बाद NTA ने 13 जून को सुप्रीम कोर्ट में बताया था कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट के स्कोर कार्ड निरस्त होंगे। 23 जून को दोबारा एग्जाम कराया जाएगा। 30 जून को रिजल्ट आएगा। जो स्टूडेंट एग्जाम न देना चाहें, उसके मार्क्स से ग्रेस मार्क्स माइनस करने के बाद फाइनल स्कोर कार्ड जारी किया जाएगा।

कांग्रेस का आरोप- छात्रों के भविष्य से हुए खिलवाड़ पर भी नरेंद्र मोदी चुप
राहुल गांधी ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा कि NEET परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ पर भी नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह मौन धारण किए हुए हैं।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने माना था-NEET परीक्षा में गड़बड़ी हुई
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार 16 जून को कहा कि NEET के रिजल्ट में कुछ गड़बड़ियां हुई हैं। जो भी बड़े अधिकारी इसमें शामिल पाए जाएंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने माना कि परीक्षा लेने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) में सुधार की जरूरत है।

18/06/2024

राजस्थान: मंत्री खर्रा के बीजेपी की हार पर 'निमोनिया- टायफाइड' वाले बयान पर अब कांग्रेस ने ली चुटकी, CM भजनलाल को घेरा

जयपुर: राजस्थान में 11 लोकसभा सीटों पर बीजेपी की हार को लेकर भजन लाल सरकार के कैबिनेट मंत्री झाबर सिंह खर्रा के अजीबोगरीब बयान ने सियासी हलचल मचा रखी हैं। उन्होंने बीजेपी की हार को लेकर जो कारण गिनाएं, उसकी काफी चर्चा हो रही हैं। उनके बयान को लेकर अब कांग्रेस बीजेपी को जमकर घेर रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कांग्रेस के महासचिव जसवंत सिंह गुर्जर ने इस बयान पर बीजेपी की चुटकी ले ली है। उन्होंने इशारा में बात करते हुए कहा कि अब बीजेपी अंग बदलने की ओर बढ़ रही हैं, यानी राजस्थान में बीजेपी मुख्यमंत्री को लेकर बदलाव कर सकती है।

कांग्रेस महासचिव ने X पर बीजेपी पर हमला किया
राजस्थान में बीजेपी की 11 लोकसभा सीटों पर हुई हार को लेकर पार्टी में अभी मंथन चल रहा है, हार के कारणों को लेकर समीक्षा की जा रही हैं। इस बीच मंत्री झाबर सिंह खर्रा के अजीबोगरीब बयान के बाद कांग्रेस के प्रदेश महासचिव जसवंत सिंह गुर्जर ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए हमला किया। उन्होंने लिखा कि 'राजस्थान की #पर्ची_सरकार का मर्ज़ निमोनिया टायफ़ाइड से आगे बढ़ गया है। जी बुख़ार की गोली ढूंढने में लगे है, जो लक्षण दिखाई दे रहे है, वो अंग बदलने की ओर बढ़ रहे है… इसके माध्यम से जसवंत सिंह गुर्जर ने तंज कसा है कि अब राजस्थान में बीजेपी मुख्यमंत्री को लेकर बदलाव कर सकती है।

जानिए क्या दिया था मंत्री खर्रा ने बयान
मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा की हार को लेकर बयान दिया। इसमें उन्होंने कहा कि कहा कि हार के कई कारण हैं। जैसे व्यक्ति को सर्दी जुकाम होता है, अगर इलाज नहीं हो तो वो बुखार बन जाता है। बुखार से निमोनिया और निमोनिया से टाइफाइड बनता है। फिर शरीर के कई अंग खराब हो जाते हैं। इसी तरह से हमारे एक नहीं कई वजह रहीं हैं, जिनको हम समय पर ठीक नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने जो भ्रम फैलाया था उसको हम दूर नहीं कर पाए इसलिए लोकसभा चुनाव में ऐसे परिणाम आए। इन सब पर हमें गहन मंथन की जरूरत है।

17/06/2024

राजस्थान में भाजपा को 11 सीटों पर मिली हार को लेकर मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बड़ा बयान

लोकसभा चुनाव में राजस्थान की 25 सीटों में इस बार 11 पर करना पड़ा हार का सामना, इन 11 सीटों पर मिली हार के कारणों पर बीते दो दिन प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने किया गहन मंथन, इन 11 लोकसभा सीटों पर भाजपा की हार को लेकर भजनलाल सरकार में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बडा बयान आया सामने, मंत्री खर्रा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा- हार की थी कई वजहें, विपक्ष ने जो भ्रम फैलाया उसको हम नहीं कर पाए दूर, इसलिए लोकसभा चुनाव में आए ऐसे परिणाम, इन सब पर हमें गहन मंथन करने की है जरूरत, जैसे व्यक्ति को होता है सर्दी जुकाम, उसका अगर इलाज नहीं हो तो वो बन जाता है बुखार, बुखार से बनता है निमोनिया और निमोनिया से टाइफाइड, फिर शरीर के कई अंग हो जाते हैं खराब, इसी तरह से हमारे 11 सीटों पर चुनाव हारने की एक नहीं कई वजह रहीं, जिनको हम समय पर नहीं कर पाए ठीक

17/06/2024

अजमेर में जज को हनीट्रैप में फंसाने की धमकी: भाई को RPSC के एग्जाम में पास कराने का बनाया दबाव; पुलिस ने शुरू की जांच

राजस्थान के अजमेर के सिविल लाइंस थाने में रविवार देर शाम जज ने LDC युवती पर हनी ट्रैप का मामला दर्ज कराया है। जज ने युवती पर आरोप लगाया है कि जबरन फिजिकल रिलेशन बनाकर अश्लील फोटो और वीडियो बना लिए। जज ने युवती पर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है।

यह मामला अजमेर का है, जहां एक 30 वर्षीय जज को युवती ने हनीट्रैप में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद जज ने अजमेर के सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने युवती पर कई आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जज ने शिकायत में बताया
जज ने रिपोर्ट में बताया, एक युवती ने मेरे साथ जबरन फिजिकल रिलेशन बनाकर अश्लील फोटो और वीडियो बना लिए। उसके बाद से लगातार आए दिन ब्लैकमेल कर पैसों की मांग करने लगी। इतना ही नहीं धीरे-धीरे कुछ दिनों बाद युवती शादी का दबाव बनाने लगी और उसके बाद करीब 50 लाख रुपए के फ्लैट की मांग की।

पुलिस जांच में जुटी
जज ने यह भी आरोप लगाया कि युवती ने अपने भाई को RPSC के एग्जाम में पास कराने का दबाव भी बना रही थी। मना करने पर हनीट्रैप में फंसाने की धमकी देती थी। जिसके बाद से जज ने परेशान होकर रविवार की देर शाम सिविल लाइंस थाने आकर शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।

ऐसे हुई थी शुरुआत
जज ने बताया कि वहअजमेर में तैनात हैं और युवती गंगानगर जिले में LDC है। 2019 में RJS की तैयारी कर रहे थे इसी दौरान एक युवती का फोन से उनका संपर्क हुआ। युवती ने खुद को भी RJS एस्पायरेंट बताकर नोट्स लेने के बहाने रूम पर आ गई। इस दौरान वह फिजिकल रिलेशन बनाने का दबाव बनाते हुए कहा कि अगर मेरी बात नहीं मानी शोर मचाकर सबको बता दूंगी। इसके बाद युवती ने फिजिकल रिलेशन बनाकर कई आपत्तिजनक फोटोज और वीडियोज ले लिए और उसके बाद से ब्लैकमेल करने लगी।

17/06/2024

सीकर में बकरे की खरीद पर शिक्षा शुल्क:1800 बच्चों को मिल रही फ्री एजुकेशन, टीचर्स की सैलरी भी दे रही मंडी समिति

सीकर : मुस्लिम समाज द्वारा आज देश भर में ईद उल अजहा का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। बाजारों में महंगे से महंगा बकरा खरीदने के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई है। पिछले 5 दिनों से लोग बकरों की खरीदारी में लगे हुए हैं और अगले दो-तीन दिन जारी रहेगी। इस बीच सीकर की बकरा मंडी में बकरे खरीदने के लिए व्यापारी और खरीदारों से विशेष शुल्क लिया जा रहा है। जिसका पैसा बच्चों की पढ़ाई पर खर्च हो रहा है।

बकरा मंडी में शिक्षा शुल्क

सीकर की बकरा मंडी में बने तालीमुल कुरान सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की शिक्षा के लिए विशेष शुल्क लिया जाता है। इस शुल्क का पूरा पैसा स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई पर खर्च होता है जिसकी बदौलत बच्चों को फ्री में शिक्षा मिलती है।

तालीमुल कुरान सीनियर सेकेंडरी स्कूल 12वीं तक का स्कूल है जो RBSE से मान्यता प्राप्त है। स्कूल में आर्ट्स व साइंस सब्जेक्ट्स की पढ़ाई होती है। स्कूल में 1800 बच्चे पढ़ते हैं जिन्हें फ्री में पढ़ाया जाता है। पिछले 60 साल से यहां काम हो रहा है और बकरा मंडी के पैसे से ही बच्चे फ्री में पढ़ रहे हैं जो की एक बड़ा आंकड़ा है।

1966 में हुई थी स्कूल की शुरुआत

इस स्कूल की शुरुआत 1966 में बकरा मंडी के व्यापारियों ने की थी।जिसके बाद से लगातार यह स्कूल चल रहा है और बकरा मंडी के पैसे से ही इसकी पूरी व्यवस्थाएं हो रही है। बकरा मंडी के नायाब सदर खुर्शीद अहमद बताते हैं कि ईद उल अजहा यानी बकरा ईद का त्यौहार मुस्लिम समाज का मुख्य त्यौहार है इसका उल्लेख इस्लाम में भी है।

मुस्लिम समाज द्वारा इस दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती है। इस त्यौहार पर बकरा मंडी के लोग एक सकारात्मक काम कर रहे हैं। जिसकी बदौलत बकरा ईद पर इकट्ठे होने वाले सकारात्मक पैसे का सही उपयोग हो रहा है। यहां आने वाले प्रत्येक व्यापारी व खरीददार से 40 से 60 रुपए का शिक्षा शुल्क लिया जाता है जो बच्चों की पढ़ाई पर खर्च होता है।

ताकि फ्री में पढ़ सके बच्चे

बकरा मंडी के मुंशी अल्ताफ़ हुसैन का कहना है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को फ्री में तालीम दी जाती है ताकि गरीब परिवारों के बच्चे अपना करियर बना सके। स्कूल में करीब 15 टीचर बच्चों को पढ़ाते हैं बकरा मंडी के पैसे से ही उन्हें सैलरी दी जाती है। इसके अलावा जरूरतमंद लोगों की मदद शिक्षा व सामाजिक सरोकार के लिए पैसे का उपयोग होता है।

17/06/2024

NCERT बोला- हम किताबों में भारत और इंडिया दोनों लिखेंगे:जो संविधान कहेगा, वही मानेंगे; कौन सा शब्द लिखा जाए, यह बहस बेकार

नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने सोमवार 17 जून को कहा कि अपनी किताबों में हम भारत और इंडिया दोनों लिखेंगे। जो संविधान कहेगा, हम वही मानेंगे। कौन सा शब्द यानी (इंडिया या भारत) लिखा जाए, यह बहस बेकार है। किताबों में भारत और इंडिया शब्द इंटरचेंजिएबली तरीके (कभी भारत तो कभी इंडिया) से किया जाएगा।

NCERT का ये बयान इसलिए अहम है, क्योंकि कुछ महीनों पहले सोशल साइंस के सिलेबस पर काम कर रहे एक हाईलेवल पैनल ने इंडिया की जगह भारत लिखने का प्रस्ताव रखा था।

अब NCERT प्रमुख दिनेश प्रसाद सकलानी ने न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में साफ किया कि किताबों में दोनों नामों का इस्तेमाल किया जाएगा। हमें दोनों शब्दों से किसी तरह की नापसंदगी नहीं है। हम ये नहीं करेंगे कि या तो इंडिया लिखें या भारत। हम अभी भी दोनों नाम लिख रहे हैं।

NCERT अपने सिलेबस में नई शिक्षा नीति के तहत बदलाव के लिए 19 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी के चेयरपर्सन सीआई आइजैक ने 25 अक्टूबर को बताया कि भारत का जिक्र विष्णु पुराण जैसे ग्रंथों में है, जो 7 हजार साल पुराने हैं। इंडिया नाम आमतौर पर ईस्ट इंडिया कंपनी और 1757 के प्लासी के युद्ध के बाद इस्तेमाल होना शुरू हुआ। ऐसे में देश के लिए भारत नाम का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

आईजैक ने NCERT के सिलेबस में क्लासिकल हिस्ट्री शामिल करने के पीछे तर्क दिया- अंग्रेजों ने भारतीय इतिहास को प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक में बांट दिया। प्राचीन इतिहास बताता है कि देश अंधेरे में था, उसमें वैज्ञानिक जागरूकता नहीं थी। हमारा सुझाव है कि बच्चों को मध्यकाल और आधुनिक इतिहास के साथ प्राचीन भारत के बजाय क्लासिकल हिस्ट्री भी पढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही सभी विषयों के सिलेबस में इंडियन नॉलेज सिस्टम शामिल किया जाना चाहिए।

तब NCERT ने कहा था कि पैनल के सुझावों पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।

G-20 समिट में पहली बार इंडिया की जगह भारत नाम आया
9-10 सितंबर 2023 में दिल्ली के भारत मंडपम में G-20 समिट हुई थी। इसमें भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से पहली बार भारत की राष्ट्रपति के लिए प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा था। समिट में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेमप्लेट पर इंडिया की बजाय भारत लिखा गया था।

NCERT संघ की शाखा की तरह काम कर रहा- जयराम रमेश

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि 2014 से NCERT संघ से जुड़े संस्थान की तरह काम कर रहा है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET एग्जाम 2024 में ग्रेस मार्क्स के लिए NCERT पर आरोप लगाया है। NCERT लंबे समय से प्रोफेशनल संस्थान नहीं रह गया है।

रमेश ने ये भी कहा कि NCERT को मानना चाहिए कि वह नेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग है, न कि नागपुर या नरेंद्र मोदी काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग।

NCERT की किताब से बाबरी मस्जिद, भगवान राम, श्री राम, रथ यात्रा, कारसेवा और विध्वंस के बाद की हिंसा की जानकारी हटा ली गई है। देश की टॉप एजुकेशन बॉडी ने 12वीं की पॉलिटिकल साइंस की किताब से ये शब्द हटा लिए हैं। वहीं, बुक में बाबरी मस्जिद नाम के बजाय इसे तीन गुंबद वाला ढांचा और अयोध्या विवाद को अयोध्या विषय के नाम से पढ़ाया जाएगा। 4 पेज के टॉपिक को भी दो पेज का कर दिया गया है।

17/06/2024

उदयपुर में तेज रफ्तार का कहर, ट्रेलर ने राह चलते लोगों को कुचला, 5 की मौत

उदयपुर। उदयपुर में गोगुंदा-पिंडवाड़ा हाइवे के मलवा चौराहे पर सोमवार को तेज रफ्तार के कहर ने पांच लोगों की जिंदगी लील ली। यहां तेज रफ्तार में चल रहे ट्रेलर ने राह चलते लोगों को कुचल दिया। हादसे में ट्रेलर चालक, परिचालक सहित 5 लोगों की मौत हो गई, वहीं एक गंभीर घायल हो गया। उसे उदयपुर रेफर किया है। पुलिस ने मौके पर पहुंच शवों को एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।

पुलिस के अनुसार राह चलते लोगों को कुचलने के बाद ट्रेलर गहरी खाई में जा गिरा, जिससे ट्रेलर चालक और परिचालक की भी दर्दनाक मौत हो गई। इस दौरान मौके पर चीख पुकार मच गई और लोगों की भीड़ जमा हो गई। हादसे के बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस के अनुसार मरने वालों में तीन राहगीर हैं, जो आसपास के क्षेत्र के रहने वाले हैं। वहीं चालक और परिचालक की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। हादसे की जानकारी मिलने पर अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है।

16/06/2024

RPSC ने पोस्टिंग से पहले पकड़ा फर्जीवाड़ा फोटो बदलकर बैठाया डमी कैंडिडेट, सीनियर टीचर एग्जाम में हुआ सफल

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित किए गए सीनियर टीचर भर्ती एग्जाम में डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा पास करने का मामला सामने आया। आयोग पोस्टिंग देने के लिए दस्तावेज की जांच कर रहा था। इस दौरान अलग-अलग फोटो से फर्जीवाड़ा पकड़ा गया।

मुख्य कैंडिडेट सांचोर का मंगलाराम (35) पुत्र भाखराराम है। वह डीएस ढाणी, हेमागुढ़ा, चितलवाना सांचौर का रहने वाला है। मंगलाराम ने सामाजिक विज्ञान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। मंगलाराम के आवेदन फार्म, एडमिट कार्ड व उपस्थिति पत्रक की जांच की तो इसमें अलग-अलग फोटो मिले।

इसके बाद आयोग ने अजमेर के सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया। मंगलाराम का परीक्षा सेंटर उदयपुर आया था। मंगलाराम और उसके डमी कैंडिडेट ने सामान्य ज्ञान और मुख्य परीक्षा अलग-अलग दी थी। सिविल लाइन पुलिस ने जीरो नम्बर एफआईआर दर्ज कर उदयपुर एसपी को रिपोर्ट भेजी है।

सांचोर का है कैंडिडेट, उदयपुर में एग्जाम

आयोग के अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया- राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर की ओर से सीनियर टीचर (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 के लिए 5 अप्रैल 2022 को विज्ञापन जारी किया गया था।

इसके लिए 11 अप्रैल से 10 मई 2022 तक आवेदन मांगे गए। बाद में इसकी डेट बढ़ाकर 14 मई 2022 कर दी गई। इस परीक्षा के लिए सांचौर निवासी कैंडिडेट मंगला राम ने सामाजिक विज्ञान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया।

मंगलाराम की 21 दिसम्बर 2022 को सामान्य ज्ञान विषय की परीक्षा सुबह की पारी में हुई। दोपहर की पारी में सामाजिक विज्ञान की परीक्षा का सेंटर ज्ञान मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल हीरण मंगरी सेक्टर-4 उदयपुर था। परीक्षा स्थगित हो गई। इसे 30 जुलाई 2023 को फिर से आयोजित कराया गया। 30 जुलाई को हुई परीक्षा का सेंटर द स्टनवार्ड सीनियर सेकेंडरी स्कूल यूनिवर्सिटी रोड उदयपुर आया।

आरक्षित सूची में शामिल था कैंडिडेट

परीक्षा के बाद दो गुना सफल कैंडिडेट्स की सूची 31 अगस्त 2023 को जारी की गई। पात्रता जांच 4 सितम्बर 2023 से 14 सितम्बर 2023 तक हुई। मंगलाराम 14 सितम्बर 2023 को आयोग में उपस्थित हुआ। पात्रता जांच में सफल रहा और 5 दिसम्बर 2023 को मुख्य व आरक्षित सूची जारी की गई।

मुख्य सूची का मतलब यह है कि इस सूची में सफल रहे कैंडिडेट को नियुक्ति के लिए अनुशंसा कर दी जाती है। आरक्षित सूची का मतलब मुख्य सूची में सफल अभ्यर्थी द्वारा कार्य ग्रहण नहीं करने पर आरक्षित सूची से नियमानुसार पिकअप किया जा सके।

अभ्यर्थी मंगलाराम मुख्य सूची में असफल रहा परन्तु आरक्षित सूची में आरक्षित था। निदेशक, बीकानेर (माध्यमिक शिक्षा विभाग) द्वारा मुख्य सूची में नॉन जॉइनर रहे अभ्यर्थियों के संबंध में पत्र भेजकर इन नॉन जॉइनर रहे अभ्यर्थियों के स्थान पर आरक्षित सूची से नाम पिकअप किए जाने का अनुरोध किया।

इसके फलस्वरुप आयोग द्वारा 5 जून 2024 को पिकअप सूची जारी की। इसमें मंगलाराम चयनित रहा।

जांच की तो पकड़ा फोटो का फर्जीवाड़ा

अभ्यर्थियों के विस्तृत आवेदन पत्र पर अभ्यर्थी की ओर से चस्पा की गई फोटो एवं परीक्षा के समय परीक्षा केन्द्र पर अभ्यर्थी की ओर से प्रस्तुत उपस्थिति पत्रक पर चस्पा की गई फोटो का मिलान किया गया तो दोनों फोटो में अंतर मिला।

अभ्यर्थी मंगला राम ने 21 दिसम्बर 2022 को प्रथम सत्र एवं द्वितीय सत्र तथा सामान्य ज्ञान की 30 जुलाई 2023 को फिर से आयोजित परीक्षा में किसी अन्य डमी अभ्यर्थी को बैठाया था। पुलिस ने मामला उदयपुर का होने के कारण जीरो नम्बर एफआईआर दर्ज कर ली। अब मामला उदयपुर एसपी को भेजा है।राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से साल 2022 में हुए सीनियर टीचर एग्जाम में फर्जी कैंडिडेट को परीक्षा दिलाने का मामला सामने आया है। आयोग के अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने 15 मई को देर रात 10.48 बजे अजमेर के सिविल लाइन्स थाने में मामला दर्ज कराया।

16/06/2024

सीकर में नटराज होटल का अतिक्रमित हिस्सा तोड़ा:सुबह 6 बजे से शुरू हुई कार्रवाई, कल्याण सर्किल से नवलगढ़ पुलिया तक ट्रैफिक रहा बंद

सीकर : कोर्ट के आदेश के बाद सीकर में आज पीडब्ल्यूडी विभाग और नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई सीकर में कल्याण सर्किल स्थित होटल नटराज पर की गई। अतिक्रमित हिस्से को तोड़ने में करीब 6 घंटे से ज्यादा का समय लगा। इस दौरान कल्याण सर्किल से नवलगढ़ पुलिया तक ट्रैफिक भी बंद रहा। मलबा हटाने के बाद ट्रैफिक वापस शुरू किया जाएगा।

अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में होटल का अतिक्रमित हिस्सा और नीचे स्थित दुकानों को तोड़ा गया। हालांकि पहले ही नोटिस दिए जा चुके थे ऐसे में दुकानदारों ने दुकानों को खाली कर दिया था। आज अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान मौके पर एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह जोधा, नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा सहित पुलिस जाब्ता मौजूद रहा। वही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह का विरोध नहीं हुआ।

मामले में होटल मालिक विष्णु अग्रवाल का कहना है कि उनकी होटल नगर परिषद से जमीन की खरीदशुदा रजिस्ट्री की जमीन पर स्थापित है। इसके अतिरिक्त हर परमिशन ली गई है। विष्णु ने कहा कि यह कार्रवाई दादागिरी है, राजस्व रिकॉर्ड में यहां सड़क का नाम नहीं है, डाक बंगला से बजरंग कांटा तक सड़क का अस्तित्व ही नहीं है।

16/06/2024

इको वैन और बाइक में टक्कर, 1 की मौत:खाटू से दर्शन करके सालासर जा रहे थे गाड़ी सवार, आमने-सामने हुई भिड़ंत

सीकर : सीकर के रानोली थाना इलाके में सड़क हादसा सामने आया है। यहां पलसाना के रीको औद्योगिक क्षेत्र के नजदीक बाइक और इको वैन की आमने-सामने की टक्कर हो गई। सूचना पर रानोली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। घटना में एक युवक की मौत हो गई। जबकि 2-3 लोग घायल हुए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

मरने वाले युवक का नाम रामसिंह (30) है। एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल है। गाड़ी सवार सभी लोग खाटूश्याम से दर्शन करके लौट रहे थे। जिनका सालासर जाने का कार्यक्रम था। मामले में रानोली थाने के हेड कॉन्स्टेबल यादराम का कहना है कि फिलहाल शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा जाएगा। मामले की जांच जारी है।

16/06/2024

कुवैत में सड़कों पर रात बिता रहे राजस्थान के मजदूर: बोले- जर्जर इमारतें खाली कराईं, बिजली कनेक्शन काटे; वीडि...

कुवैत में सड़कों पर रात बिता रहे राजस्थान के मजदूर:10 मिनट पहलेकुवैत में बिल्डिंग खाली कराने के बाद राजस्थान के बांसवाड़ा-डूंगरपुर जिले के मजदूर सड़कों पर रहने को मजबूर हैं।

12 जून को मंगाफ शहर में हुए अग्निकांड के बाद जर्जर इमारतों से मजदूरों को निकाला जा रहा है। यह वीडियो पोस्ट इंस्टाग्राम पर अमानमत न्यूज ने शेयर की है। इसमें कुवैत म्यूनिसिपैलिटी का कर्मचारी भारतीय श्रमिकों को बाहर निकालने का आदेश दे रहा है।मनोज ने बताया- शहर में फ्लैट में रहने वाले लोग सुरक्षित हैं, लेकिन जर्जर पुरानी इमारतों में, छोटे गलियारों और कमरों में एक साथ 7-8 की संख्या में रहने वाले मजदूरों को निकाला जा रहा है। इन मजदूरों के लिए अस्थायी प्रबंध नहीं किए गए हैं।

16/06/2024

शिक्षा मंत्री ने माना- NEET परीक्षा में गड़बड़ी हुई:कहा- दोषी मिले, तो NTA के अफसर भी नहीं बचेंगे; पहले धांधली से इनकार किया था

NEET UG 2024 एग्जाम विवाद को लेकर देशभर में स्टूडेंट्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की तरफ से कुछ गड़बड़ियां हुई हैं। NTA में सुधार की जरूरत है।

उन्होंने कहा है कि जो लोग इस धांधली में शामिल होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कोई बड़ा अधिकारी भी क्यों न हो।

NEET UG एग्जाम में गड़बड़ियां हुई हैं
शिक्षा मंत्री ने ने ओडिशा के संबलपुर में ANI से बात करते हुए कहा, 'NEET एग्जाम में दो प्रकार की समस्याओं की जानकारी सामने आई है। शुरुआत में 1563 स्टूडेंट्स को टेस्ट सेंटर पर कम समय मिलने की वजह से ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक अब इन कैंडिडेट्स के लिए 23 जून को दोबारा एग्जाम कंडक्ट कराया जाएगा।'

छात्रों की समस्याओं को लेकर गंभीर है सरकार
शिक्षा मंत्री ने कहा, दो जगहों पर एग्जाम में गड़बड़ियों की बात सामने आई है। मैं छात्रों और अभिभावकों को ये विश्वास दिलाता हूं, कि सरकार इसे गंभीरता से ले रही है।
प्रधान ने ये भी कहा कि NTA में सुधार की जरूरत है और अगर कोई बड़ा अधिकारी भी किसी प्रकार की धांधली में शामिल है, तो उसे भी बख्शा नहीं जाएगा। गुनाहगारों को कठोर से कठोर दंड मिलेगा।

NSUI ने शिक्षा मंत्री के घर के बाहर किया था प्रदर्शन
शनिवार को दिल्ली में शिक्षा मंत्री के आवास के बाहर नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के नेशनल सेक्रेटरी वीरेंद्र सोलंकी ने धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की और NEET UG पेपर लीक मामले की CBI जांच की मांग की।

NSUI ने कहा - NTA का विरोध किया, तो FIR दर्ज हुई
NEET UG एग्जाम में गड़बड़ियों को लेकर कांग्रेस की स्टूडेंट बॉडी - NSUI ने मामले में एग्जाम कैंसिल करने के बाद CBI जांच की मांग की। NSUI ने शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। NSUI ने चीफ वरुण चौधरी ने कहा कि ये 24 लाख कैंडिडेट्स के भविष्य का सवाल है। प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात के गोधरा से सॉल्वर गैंग से जुड़े कई लोग गिरफ्तार हुए हैं। पटना में भी गिरफ्तारी हुई है। शिक्षा मंत्री अपने बयानों से स्टूडेंट्स को गुमराह कर रहे हैं। हमनें शिक्षा मंत्री के निवास के बाहर विरोध किया तो हम पर FIR दर्ज की गई, लेकिन हम रुकेंगे नहीं।

ABVP ने प्रधान को NEET पेपर लीक केस की CBI जांच का ज्ञापन सौंपा
ABVP ने NEET UG एग्जाम में गड़बड़ियों को लेकर शिक्षा मंत्री प्रधान को ज्ञापन सौंपा और मामले में CBI जांच की मांग की। ABVP के नेशनल सेक्रेटरी वीरेंद्र सोलंकी ने कहा कि NTA एग्जाम कंडक्ट कराने में फेल हुआ है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक के आरोप पर जांच होनी चाहिए और सॉल्वर्स को कड़ी सजा होनी चाहिए।

देशभर में NEET UG एग्जाम में गड़बड़ियों के खिलाफ हुए प्रदर्शन..
पटना में छात्रों ने केंद्र सरकार का पुतला दहन किया और सभी 24 लाख कैंडिडेट्स के लिए दोबारा एग्जाम कंडक्ट कराने की मांग की।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा- BJP सरकार छात्रों के सपनों पर पानी फेर रही
NEET UG एग्जाम विवाद में सुप्रीम कोर्ट में एग्जाम कैंसिल करने को लेकर 15 जून को नई याचिका दायर की गई। लगभग 20 स्टूडेंट्स ने इस याचिका में कोर्ट से एग्जाम कैंसिल करने और मामले में CBI जांच की मांग की है। इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केंद्र सरकार पर NEET UG एग्जाम में गड़बड़ियों को लेकर निशाना साधा है।
प्रियंका ने कहा, कि BJP सरकार ने शपथ ग्रहण के साथ ही छात्रों के सपनों पर पानी फेरना शुरू कर दिया।

वहीं, रामदेव बाबा ने कहा है कि सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में MBBS की पढ़ाई की फीस में जमीन आसमान का फर्क है। यही वजह है कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने की होड़ मची हुई है।

16/06/2024

नए आपराधिक कानून 1 जुलाई से लागू होंगे: केंद्रीय कानून मंत्री मेघवाल

केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने रविवार को कहा कि नए आपराधिक कानून, अर्थात् भारतीय न्याय संहिता, भारतीय सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1 जुलाई, 2024 को लागू होंगे।

मेघवाल ने कहा, "आईपीसी, सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य अधिनियम बदल रहे हैं। उचित परामर्श प्रक्रिया का पालन करने और भारत के विधि आयोग की रिपोर्टों को ध्यान में रखते हुए, तीन कानूनों को बदल दिया गया है।"

मेघवाल ने कहा, "तीनों कानून 1 जुलाई से भारतीय न्याय संहिता, भारतीय सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम नाम से लागू किए जाएंगे। सभी राज्यों में तीन नए कानूनों के लिए प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।"

उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरडी) इसके लिए प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा, "हमारी न्यायिक अकादमियां, राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालय भी इसके लिए प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। सब कुछ साथ-साथ चल रहा है और 1 जुलाई से आपराधिक न्याय प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण ये तीनों कानून देश में लागू हो जाएंगे।"

विशेष रूप से, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत, अपराध की प्रकृति के आधार पर, सामान्य आपराधिक कानूनों के तहत पुलिस हिरासत को 15 दिन से बढ़ाकर 90 दिन कर दिया गया है।

भारतीय न्याय संहिता में 358 धाराएं होंगी (आईपीसी में 511 धाराओं के बजाय)। विधेयक में कुल 20 नए अपराध जोड़े गए हैं और उनमें से 33 के लिए कारावास की सजा बढ़ा दी गई है। 83 अपराधों में जुर्माने की राशि में अनिवार्य न्यूनतम वृद्धि की गई है। 23 अपराधों में सज़ा का प्रावधान किया गया है। छह अपराधों के लिए सामुदायिक सेवा का दंड पेश किया गया है और 19 धाराओं को विधेयक से निरस्त या हटा दिया गया है।

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता में 531 धाराएं (सीआरपीसी की 484 धाराओं के स्थान पर) होंगी। बिल में कुल 177 प्रावधान बदले गए हैं और इसमें नौ नई धाराओं के साथ ही 39 नई उपधाराएं जोड़ी गई हैं. मसौदा अधिनियम में 44 नए प्रावधान और स्पष्टीकरण जोड़े गए हैं। 35 अनुभागों में समय-सीमा जोड़ी गई है और 35 स्थानों पर ऑडियो-वीडियो प्रावधान जोड़ा गया है।

भारतीय साक्ष्य अधिनियम विधेयक से कुल 14 धाराएं निरस्त और हटा दी गई हैं, इसमें 170 प्रावधान होंगे (मूल 167 प्रावधानों के बजाय), और कुल 24 प्रावधान बदले गए हैं। विधेयक में दो नए प्रावधान और छह उप-प्रावधान जोड़े गए हैं और छह प्रावधान निरस्त या हटा दिए गए हैं।

भारत में हालिया आपराधिक न्याय सुधार प्राथमिकताओं में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है, जिसमें महिलाओं, बच्चों और राष्ट्र के खिलाफ अपराधों को सबसे आगे रखा गया है। यह औपनिवेशिक युग के कानूनों के बिल्कुल विपरीत है, जहां राजद्रोह और राजकोषीय अपराधों जैसी चिंताएं आम नागरिकों की जरूरतों से कहीं अधिक थीं।

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