17/12/2023
कबीर, एक साधे सब सधे, सब साधे सब जाव।।
माली सिंचे मूल को, फलै फूलै अघाय।।
काल डरे करतार से , जय जय जय जगदीश।
जौरा जौरी झाड़ती , पग रज डारै शीश।
तत्त्वदर्शी संत पूर्ण मोक्ष प्राप्ति की साधना/पूजा बताता है। पूर्ण मोक्ष के लिए इन तीनो देवताओ की शास्त्रोक्त साधना करनी होती है, परंतु पूजा गीता अध्याय 8 श्लोक 3, 8, 9, 10, अध्याय 15 श्लोक 17, अध्याय 18 श्लोक 62 मे बताए परम अक्षर ब्रह्म की करनी होती है।🙏