19/05/2023
माउंट एवरेस्ट फतह करने की जिद ने एक भारतीय महिला की जान ले ली। महाराष्ट्र की रहने वाली 59 साल की सुजैन लियोपोल्डिना जीसस को पेसमेकर लगा था। लेकिन वह इसी फिजिकल कंडीशन के साथ एवरेस्ट पर चढ़ाई का रिकॉर्ड बनाना चाहती थी। बेस कैम्प से महज 250 मीटर की चढ़ाई करने में उसे 12 घंटे का समय लगा। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। 18 मई को लुकला के हॉस्पिटल में उसने दम तोड़ दिया। पिछले 3 दिनों में यह चौथी घटना है। मार्च से शुरू हुए मौजूदा सीजन के दौरान अब तक माउंट एवरेस्ट पर 8 चीनी और भारतीय पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल 175 पर्वतारोही माउंट एवरेस्ट पर चढ़ रहे हैं। 4 दिन में इन लोगों की मौत हुई 18 मई: साउथ समिट के पास अज्ञात चीनी पर्वतारोही की चोटी पर चढ़ाई के दौरान मौत हो गई। यह पर्वतारोही आई ग्लास बदलने की कोशिश कर रहा था और उसने डेथ जोन (26,000+ फीट) में अपना ऑक्सीजन टैंक हटा दिया था। 18 मई: मुंबई की रहने वाली सुजैन की बेस कैंप में 6 दिन की बीमारी के बाद गुरुवार सुबह मौत हो गई। सुज़ैन को जबरन लुकला में ले जाया गया था। वे किसी भी कीमत पर माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना चाहती थीं।