Dr Pankaj Tripathi

Dr Pankaj Tripathi "जीवन में सबसे अधिक आनंद उसी काम को करने में आता है जिसे लोग कहते हैं कि आप नहीं कर सकते |"

31/03/2024

🍃🌾🌾

31 MARCH 2024

🌷 आज की प्रेरणा 🌷

क्रोध और आँधी दोनों बराबर है, शांत होने के बाद ही पता चलता है कि कितना नुकसान हुआ।

👉 आज से हम अपनी शांति की शक्ति को कार्य में लगाएँ...

💧 TODAY'S INSPIRATION 💧

Anger and storm are similar, the damage comes to light only after they calm down!

👉 TODAY ONWARDS LET'S practically apply our power of peace in all actions…

10/03/2024
28/11/2023

लाचारी और बेबसी कभी कभी इतनी छोटी उम्र में भी हुनर पैदा कर देती है,तन पर स्कूल का कपड़ा जरूर है लेकिन वक्त और मजबूरियों ने हाथों में किताबों की जगह दस्तकारी थमा दी है l

15/10/2023

त्रिकुट पर्वत विराजमान जगत जननी मैहर मां शारदा देवी शारदेय नवरात्रि के प्रथम दिवस आज दिनांक 15 अक्टूबर 2023 के दिव्य दर्शन एवं महाआरती।

बस... अब एक क्लिक दूर है मतदाता सूची में अपना नाम खोजनालॉग ऑन करें 👉 : www.ceomadhyapradesh.nic.in        #मध्यप्रदेश_वि...
13/10/2023

बस... अब एक क्लिक दूर है मतदाता सूची में अपना नाम खोजना

लॉग ऑन करें 👉 :
www.ceomadhyapradesh.nic.in


#मध्यप्रदेश_विधानसभा_निर्वाचन_2023
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=664523109156802&id=100067973566564&mibextid=Nif5oz

01.01.2023 की अर्हता तिथि के आधार पर फोटो निर्वाचक नामावली का द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण बाबत्। ...ECI Circulars...... ...CEO MP Circulars....

07/10/2023
26/08/2023

"दोनों ओर लिखा हो भारत,
सिक्का वही उछाला जाए,
तू भी है राणा का वंशज,
फेंक जहां तक भाला जाए।।"

88.77 मीटर भाला फेंक कर पेरिस ओलंपिक में क्वालीफाई करने हेतु Neeraj Chopra जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

देश में बहुत सारे एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर ऐसा मैसेज आया और सायरन भी बजा. मैसेज भले इमरजेंसी से जुड़ा हुआ हो, लेकिन घबराने ...
23/08/2023

देश में बहुत सारे एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर ऐसा मैसेज आया और सायरन भी बजा. मैसेज भले इमरजेंसी से जुड़ा हुआ हो, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं क्योंकि ये एक टेस्ट मैसेज है जो सरकार की तरफ से भेजा गया है. ये मैसेज सरकार के पैन-इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम का हिस्सा है जो उसनें NDRF (National Disaster Management Authority) के साथ मिलकर डेवलप किया है.

*आपात स्थिति में अलर्ट की तैयारी*
भारत सरकार ने आज कई स्मार्टफोन पर टेस्ट फ्लैश भेजकर अपनी आपातकालीन चेतावनी प्रणाली का परीक्षण किया. दरअसल, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDRF) के सहयोग से किसी आपदा के दौरान आपातकालीन संचार को बढ़ाने और पब्लिक सेफ़्टी के लिए ब्राडकॉस्ट अलर्ट सिस्टम का परीक्षण किया गया है. कहने का मतलब तूफान से लेकर तेज बारिश, भूकंप, सुनामी और बाढ़ जैसी आपदाओं के समय पब्लिक को समय रहते सचेत करने के लिए एक नया अलर्ट सिस्टम बनाया गया है. आज इसका ही टेस्ट किया गया.

मैसेज के मुताबिक,
*"यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया, एक सेंपल टेस्टिंग मैसेज है. कृपया इस संदेश को अनदेखा करें, क्योंकि आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है. यह सेंपल टेस्ट पैन-इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर लोगों को अलर्ट करना है."*

इमरजेंसी अलर्ट स्मार्टफोन का एक खास फीचर है. आपका फोन भले साइलेंट मोड में क्यों ना हो, फोन वाइब्रेट होने लगता है और तेज बीप वाला साउंड आने लगता है. नोटिफिकेशन मोबाइल फोन के स्‍क्रीन पर आ जाता है और यह करीब 30 सेकंड तक डिस्‍प्‍ले होता है. ऐसा तब तक होता है, जब तक आप मैसेज पढ़ नहीं लेते। जब उसमें मौजूद OK का बटन दबा देते हैं तो यह रिंगटोन बंद हो जाती है।

तारा सिंह अपने टीम के साथ प्राइवेट जेट में। तस्वीर सनी देओल ने सोशल मीडिया पर शेयर करी हैं, तस्वीर में सनी देओल गदर 2 के...
19/08/2023

तारा सिंह अपने टीम के साथ प्राइवेट जेट में। तस्वीर सनी देओल ने सोशल मीडिया पर शेयर करी हैं, तस्वीर में सनी देओल गदर 2 के किरदार तारा सिंह के गेटअप में दिख रहें हैं। गदर 2 के सक्सेस के बाद सनी देओल इन दिनों काफी खुश हैं और इसी खुशी के वजह से हाल ही में उनको प्राइवेट जेट में टीम के साथ पार्टी करते हुए भी देखा गया हैं। सनी कि फिल्म गदर 2 ने 300 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लिया हैं तो वह खुश तो होंगे ही। बता दे बॉलीवुड सुपरस्टार सनी देओल का खुद का प्राइवेट जेट हैं और इसी प्राइवेट जेट में वे इन दिनों अपने टीम के साथ पूरे इंडिया में गदर 2 के प्रोमोशन के लिए घूम रहे हैं।

CADILLAC ELDORADO 1954
12/08/2023

CADILLAC ELDORADO 1954

Agra metro
03/08/2023

Agra metro

30/07/2023
सनी देओल जी और ग़दर 2 की पूरी टीम वीडिया और फैन्स के साथ फिल्म ग़दर 2 का ट्रेलर देखते हुए
30/07/2023

सनी देओल जी और ग़दर 2 की पूरी टीम वीडिया और फैन्स के साथ फिल्म ग़दर 2 का ट्रेलर देखते हुए

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*💐💐गैर हाज़िर कन्धे💐💐विश्वास साहब अपने आपको भागयशाली मानते थे। कारण यह था कि उनके दोनो पुत्र आई.आई.टी. कर...
21/07/2023

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*

💐💐गैर हाज़िर कन्धे💐💐

विश्वास साहब अपने आपको भागयशाली मानते थे। कारण यह था कि उनके दोनो पुत्र आई.आई.टी. करने के बाद लगभग एक करोड़ रुपये का वेतन अमेरिका में प्राप्त कर रहे थे। विश्वास साहब जब सेवा निवृत्त हुए तो उनकी इच्छा हुई कि उनका एक पुत्र भारत लौट आए और उनके साथ ही रहे।

परन्तु अमेरिका जाने के बाद कोई पुत्र भारत आने को तैयार नहीं हुआ, उल्टे उन्होंने विश्वास साहब को अमेरिका आकर बसने की सलाह दी। विश्वास साहब अपनी पत्नी भावना के साथ अमेरिका गये; परन्तु उनका मन वहाँ पर बिल्कुल नहीं लगा और वे भारत लौट आए।

दुर्भाग्य से विश्वास साहब की पत्नी को लकवा हो गया और पत्नी पूर्णत: पति की सेवा पर निर्भर हो गई।प्रात: नित्यकर्म से लेकर खिलाने–पिलाने, दवाई देने आदि का सम्पूर्ण कार्य विश्वास साहब के भरोसे पर था। पत्नी की जुबान भी लकवे के कारण चली गई थी। विश्वास साहब पूर्ण निष्ठा और स्नेह से पति धर्म का निर्वहन कर रहे थे।

एक रात्रि विश्वास साहब ने दवाई वगैरह देकर भावना को सुलाया और स्वयं भी पास लगे हुए पलंग पर सोने चले गए। रात्रि के लगभग दो बजे हार्ट अटैक से विश्वास साहब की मौत हो गई। पत्नी प्रात: 6 बजे जब जागी तो इन्तजार करने लगी कि पति आकर नित्य कर्म से निवृत्त होने मे उसकी मदद करेंगे। इन्तजार करते करते पत्नी को किसी अनिष्ट की आशंका हुई। चूँकि पत्नी स्वयं चलने में असमर्थ थी, उसने अपने आपको पलंग से नीचे गिराया और फिर घसीटते हुए अपने पति के पलंग के पास पहुँची।

उसने पति को हिलाया–डुलाया पर कोई हलचल नहीं हुई। पत्नी समझ गई कि विश्वास साहब नहीं रहे।पत्नी की जुबान लकवे के कारण चली गई थी; अत: किसी को आवाज देकर बुलाना भी पत्नी के वश में नहीं था। घर पर और कोई सदस्य भी नहीं था। फोन बाहर ड्राइंग रूम मे लगा हुआ था। पत्नी ने पड़ोसी को सूचना देने के लिए घसीटते हुए फोन की तरफ बढ़ना शुरू किया। लगभग चार घण्टे की मशक्कत के बाद वह फोन तक पहुँची और उसने फोन के तार को खींचकर उसे नीचे गिराया। पड़ोसी के नंबर जैसे तैसे लगाये।

पड़ौसी भला इंसान था, फोन पर कोई बोल नहीं रहा था, पर फोन आया था, अत: वह समझ गया कि मामला गंभीर है।उसने आस– पड़ोस के लोगों को सूचना देकर इकट्ठा किया, दरवाजा तोड़कर सभी लोग घर में घुसे। उन्होने देखा -विश्वास साहब पलंग पर मृत पड़े थे तथा पत्नी भावना टेलीफोन के पास मृत पड़ी थी।पहले विश्वास और फिर भावना की मौत हुई। जनाजा दोनों का साथ–साथ निकला।

पूरा मोहल्ला कंधा दे रहा था परन्तु दो कंधे मौजूद नहीं थे जिसकी माँ–बाप को उम्मीद थी। शायद वे कंधे करोड़ो रुपये की कमाई के भार से पहले ही दबे हुए थे।

*💐💐शिक्षा :-💐💐*

अपने बच्चों को उच्चशिक्षा के साथ साथ अच्छे संस्कार भी दीजिए ताकि वो जहां भी जाये सबका समान करे और अपने आचरण से खुद के साथ परिवार का नाम भी रोशन करे ।

🇮🇳 🎭 सहारा से Refund के संबंध में 🎭🇮🇳भारत के  गृह मंत्री अमित शाह जी ने सहारा के सम्मानित जमाकर्ताओ  के भुगतान से संबंधि...
20/07/2023

🇮🇳 🎭 सहारा से Refund के संबंध में 🎭🇮🇳

भारत के गृह मंत्री अमित शाह जी ने सहारा के सम्मानित जमाकर्ताओ के भुगतान से संबंधित पोर्टल लॉच कर दिया है जो 20 जुलाई से काम करना शुरू कर दिया है ।आप सभी इसका आन लाइन डिमॉड एम पी आन लाइन, साइबर कैफे या अपने घर से मोबाइल या लैपटॉप से भी कर सकते हैं ।
नीचे दी गई भारत सरकार की वेबसाइट की Link से भी आवेदन कर सकते है 👇🏻

https://www.cooperation.gov.in/

भारत के  गृह मंत्री अमित शाह जी ने सहारा के सम्मानित जमाकर्ताओ  के भुगतान से संबंधित पोर्टल लॉच कर दिया है जो 20 जुलाई स...
20/07/2023

भारत के गृह मंत्री अमित शाह जी ने सहारा के सम्मानित जमाकर्ताओ के भुगतान से संबंधित पोर्टल लॉच कर दिया है जो 20 जुलाई से काम करना शुरू कर दिया है ।आप सभी इसका आन लाइन डिमॉड एम पी आन लाइन, साइबर कैफे या अपने घर से मोबाइल या लैपटॉप से भी कर सकते हैं ।
नीचे दी गई भारत सरकार की वेबसाइट की Link से भी आवेदन कर सकते है 👇🏻

https://www.cooperation.gov.in/

19/07/2023

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*

*💐💐अपना फर्ज💐💐*

अरे पापा आप अभी तक तैयार नहीं हुए। बैग कहां है? आपका। चलिए मैं पैक करती हूं। पापा ने एक उदास नजर निली पर डाली निली बेटा मैं कहीं नहीं जाऊंगा। ये घर तेरी मां की यादों से भरा हुआ है।निली की ‌आंखे भर आई पापा मां को गये छह महीने हो गए हैं आपकी तबियत भी ठीक नहीं है ऐसे में मैं आपको अकेले नहीं छोड़ सकती।आप मेरे घर चल रहे हैं मेरे साथ। बेटा मैं तेरे घर कैसे रह सकता हूं?

बेटी के घर का तो लोग पानी तक नहीं पीते हैं। फिर वहां तेरे सास ससुर भी हैं ।उन्हें मेरा वहां रहना कैसे अच्छा लग सकता है।आखिर हूं तो मैं एक बाहरी आदमी। पापा वो लोग ऐसे नहीं हैं वो मेरे साथ कितने अच्छे हैं।निली पापा का हाथ अपने हाथ में लेकर बैठ गई। पिछली बार आपको शुगर का अटैक आया था । कितनी मुश्किल से ठीक... कहते हुए , उसकी आंखों में आंसू आ गए। पापा मैं आपकी इकलौती बेटी हूं।आपकी सारी जिम्मेदारी अब मेरी है। बस मैं और कुछ नहीं सुनुंगी।

पापा सोच में डूब गए अनिल (दामाद) जी ने तो एक बार भी नहीं कहा। हां ये जरूर कहा था कि पापा हम आते रहेंगे आपसे मिलने।निली तूने दामाद जी को पूछा। अरे पापा उनकी और मेरी राय अलग थोडे़ ही है।निली पापा को लेकर अपने घर आ गई। उसके सास-ससुर समधी को देख कर चौंक गए अनिल ने भी पैर छुए और कहा अच्छा किया पापा जो आप कुछ दिन के लिए यहां आ ग‌ए। पापा रहने तो लगे पर उन्हें लग‌ रहा‌ था कि शायद दामाद और उनके माता-पिता उनके यहां आने से खुश नहीं हैं। एक दिन पापा लॉन में घूम रहे थे कि अचानक उन्हें अनिल की आवाज सुनाई दी।

निली पापा यहां पर कब तक रहेंगे। ऐसा क्यों पूछ रहे हैं आप। वहां पर उनका है ही कौन‌ और उनकी तबीयत भी ठीक नहीं है। अरे तुम समझ नहीं रही हो हमें तो अपने घर में ही अजीब सा महसूस होने लगा है। हमें किसे? अच्छा मम्मी-पापा जी ने कहा आपसे।अब तुम जो भी समझो। अरे वहां पर उनकी अच्छी व्यवस्था कर सकती हो। पापा और नहीं सुन सके कांपते हुए कदमों से वापस आ ग‌ए। अगले दिन जाने की तैयारी करने लगे।

निली बोली पापा ऐसे कैसे जायेंगे आप। पापा उसे ‌डांटने लगे निली मेरी फिजूल में चिंता मत करो अपने पति और सास ससुर का ध्यान रखो बेटा मैं अपना ख्याल खुद रख सकता हूं।निली बेटा बहुत दिन हो गए अब जाना चाहिेए मैं अनिल से बात करती हूं। अभी आपकी तबियत ठीक नहीं है। जब आप ठीक हो जाएंगे तो मैं आपको खुद छोड़ आऊंगी। नहीं निली देखो मैं तुमसे नाराज हो जाऊंगा।निली नाश्ता बनाने लगी।

सोच रही थी कि पापा को किसी ने कुछ तो कहा है। नाश्ता करने के बाद उसने कहा आज पापा जा रहे हैं।वह अपने सास, ससुर और अनिल का चेहरा देख रही थी कि उनके चेहरे पर चमक आ गई थी। तभी उसने कहा कि मैंने एक फैसला किया है कि पापा इतनी बड़ी कोठी में अकेले कैसे रहेंगे। सोच रही हूं कि गरीब बच्चों के लिए उसमें एक छोटा-सा स्कूल खोल दिया जाय।

पापा और मैं मिल कर एक ट्रस्ट बनाएंगे ताकि पापा के बाद भी स्कूल चलता रहे। और पापा आपकी वो जमीन पडी़ है उसे बेच देते हैं दो करोड़ की वैल्यू है उसकी उसे ट्रस्ट के फंड में जमा कर देंगे उसके इंट्रेस्ट से उन गरीब बच्चों की फीस में मदद करेंगे जो कुछ करना चाहते हैं उसमें योगदान देंगे। बाकी आपकी पेंशन और फंड आपके लिए बहुत है। पापा मैं आज से ही इस पर काम शुरू करती हूं। पापा हतप्रभ हो कर उसे देख रहे थे।

अनिल की आंखों के सामने तो अंधेरा छा गया उसके मम्मी पापा का मुंह खुला रह गया। मन ही मन हिसाब करने लगा पांच करोड़ की कोठी दो करोड़ की जमीन और फंड इतना बड़ा नुकसान। जब‌ निली पापा को छोड़कर लौटी तो अनिल उसका इंतजार कर रहा था। ये सब क्या बकवास कर रही थी तुम।निली मुस्कराई और बोली ये बकवास नहीं सच है। ऐसा मैं इसलिए करूंगी कि किसी को भी मेरे पिता की मौत का इंतजार न रहे।

पापा ने मेरी शादी पर ऐसी कौन सी चीज है जो नहीं दी ।अनिल गुस्से से बोला ये तो उनका फर्ज था।फर्ज सिर्फ लड़की के बाप का होता है। क्योंकि उसने लड़की पैदा करने की गलती की है। मैं अपने पापा की इकलौती बेटी हूं। तो क्या मेरा फर्ज नहीं था उनकी देखभाल करने का वो भी ऐसे वक्त में जब उनकी तबीयत ठीक नहीं है। और उन्हें सहारे की जरूरत है।

माफी चाहती हूं कि उनके कुछ दिन यहां रहने से सबको तकलीफ हुई। मैंने कभी तुम्हें तुम्हारे फर्ज निभाने से नहीं रोका। अपने सास ससुर की सेवा में भी कोई कमी नहीं रखी। तुम मुझे मेरे पिता के प्रति मेरा फर्ज निभाने से नहीं रोक सकते। उसकी आवाज में दृढ़ता थी,अनिल खामोश हो कर उसे देख रहा था।

*💐💐शिक्षा💐💐*

हर संतान का यह फर्ज रहता है कि वो अपने माँ पिता के साथ साथ अपने सास ससुर की भी जिम्मेदारिया निभाये।जिससे दो परिवारों का रिश्ता हमेशा अटूट बना रहे।

संघर्ष यही से start होता है
17/07/2023

संघर्ष यही से start होता है

16/07/2023

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*

*💐💐हीरे की पहचान💐💐*

एक राजा का दरबार लगा हुआ था,
क्योंकि सर्दी का दिन था इसलिये
राजा का दरवार खुले मे लगा हुआ था.
पूरी आम सभा सुबह की धूप मे बैठी थी ..
महाराज के सिंहासन के सामने...
एक शाही मेज थी...
और उस पर कुछ कीमती चीजें रखी थीं.
पंडित लोग, मंत्री और दीवान आदि
सभी दरबार मे बैठे थे
और राजा के परिवार के सदस्य भी बैठे थे.. ..

उसी समय एक व्यक्ति आया और प्रवेश माँगा..
प्रवेश मिल गया तो उसने कहा
“मेरे पास दो वस्तुएं हैं,
मै हर राज्य के राजा के पास जाता हूँ और
अपनी वस्तुओं को रखता हूँ पर कोई परख नही पाता सब हार जाते है
और मै विजेता बनकर घूम रहा हूँ”..
अब आपके नगर मे आया हूँ

राजा ने बुलाया और कहा “क्या वस्तु है”
तो उसने दोनो वस्तुएं....
उस कीमती मेज पर रख दीं..

वे दोनों वस्तुएं बिल्कुल समान
आकार, समान रुप रंग, समान
प्रकाश सब कुछ नख-शिख समान था.. … ..

राजा ने कहा ये दोनो वस्तुएं तो एक हैं.
तो उस व्यक्ति ने कहा हाँ दिखाई तो
एक सी ही देती है लेकिन हैं भिन्न.

इनमें से एक है बहुत कीमती हीरा
और एक है काँच का टुकडा।

लेकिन रूप रंग सब एक है.
कोई आज तक परख नही पाया क़ि
कौन सा हीरा है और कौन सा काँच का टुकड़ा..

कोइ परख कर बताये की....
ये हीरा है और ये काँच..
अगर परख खरी निकली...
तो मैं हार जाऊंगा और..
यह कीमती हीरा मै आपके राज्य की तिजोरी मे जमा करवा दूंगा.

पर शर्त यह है क़ि यदि कोई नहीं
पहचान पाया तो इस हीरे की जो
कीमत है उतनी धनराशि आपको
मुझे देनी होगी..

इसी प्रकार से मैं कई राज्यों से...
जीतता आया हूँ..

राजा ने कहा मै तो नही परख सकूगा..
दीवान बोले हम भी हिम्मत नही कर सकते
क्योंकि दोनो बिल्कुल समान है..
सब हारे कोई हिम्मत नही जुटा पा रहा था.. ..

हारने पर पैसे देने पडेगे...
इसका कोई सवाल नही था,
क्योंकि राजा के पास बहुत धन था,
पर राजा की प्रतिष्ठा गिर जायेगी,
इसका सबको भय था..

कोई व्यक्ति पहचान नही पाया.. ..
आखिरकार पीछे थोडी हलचल हुई
एक अंधा आदमी हाथ मे लाठी लेकर उठा..
उसने कहा मुझे महाराज के पास ले चलो...
मैने सब बाते सुनी है...
और यह भी सुना है कि....
कोई परख नही पा रहा है...
एक अवसर मुझे भी दो.. ..

एक आदमी के सहारे....
वह राजा के पास पहुंचा..
उसने राजा से प्रार्थना की...
मै तो जनम से अंधा हू....
फिर भी मुझे एक अवसर दिया जाये..
जिससे मै भी एक बार अपनी बुद्धि को परखूँ..
और हो सकता है कि सफल भी हो जाऊं..

और यदि सफल न भी हुआ...
तो वैसे भी आप तो हारे ही है..

राजा को लगा कि.....
इसे अवसर देने मे क्या हर्ज है...
राजा ने कहा क़ि ठीक है..
तो तब उस अंधे आदमी को...
दोनो चीजे छुआ दी गयी..

और पूछा गया.....
इसमे कौन सा हीरा है....
और कौन सा काँच….?? ..
यही तुम्हें परखना है.. ..

कथा कहती है कि....
उस आदमी ने एक क्षण मे कह दिया कि यह हीरा है और यह काँच.. ..

जो आदमी इतने राज्यो को जीतकर आया था
वह नतमस्तक हो गया..
और बोला....
“सही है आपने पहचान लिया.. धन्य हो आप…
अपने वचन के मुताबिक.....
यह हीरा.....
मै आपके राज्य की तिजोरी मे दे रहा हूँ ” ..

सब बहुत खुश हो गये
और जो आदमी आया था वह भी
बहुत प्रसन्न हुआ कि कम से कम
कोई तो मिला परखने वाला..

उस आदमी, राजा और अन्य सभी
लोगो ने उस अंधे व्यक्ति से एक ही
जिज्ञासा जताई कि तुमने यह कैसे
पहचाना कि यह हीरा है और वह काँच.. ..

उस अंधे ने कहा की सीधी सी बात है मालिक
धूप मे हम सब बैठे है.. मैने दोनो को छुआ ..
जो ठंडा रहा वह हीरा.....
जो गरम हो गया वह काँच...

जीवन मे आप भी देखना.....
👇👇👇👇
जो बात बात मे गरम हो जाये, उलझ जाये...
वह व्यक्ति "काँच" है।
और

जो विपरीत परिस्थिति मे भी ठंडा रहे.....
वह व्यक्ति "हीरा" है..!!

●▬▬๑۩ ✍ ۩๑▬▬●

Today best photo     Dr Pankaj Tripathi
15/07/2023

Today best photo




Dr Pankaj Tripathi

क्या आप जानते है ?
15/07/2023

क्या आप जानते है ?

14/07/2023

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*

*💐💐अपने लक्ष्य पर ध्यान💐💐*

एक बार की बात है। एक तालाब में कई सारे मेढ़क रहते थे। उन मेढ़को में एक राजा मेंढक था। एक दिन सारे मेढक ने कहा, क्यों न कोई प्रतियोगिता खेली जाए। तालाब में एक पेड़ था। राजा मेंढक ने कहाकि “जो भी इस पेड़ पर चढ़ जाएगा, वह विजयी कहलाएगा।

सारे मेढ़क द्वारा यह प्रतियोगिता स्वीकार कर ली गई और अगले दिन उस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सभी मेंढक तैयार थे। इस प्रतियोगिता मैं भाग लेने के लिए सारे मेंढक जैसे ही प्रतियोगिता शुरू हुई एक एक करके उस पेड़ पर चढ़ने लगे। कुछ मेढ़क ऊपर चढ़ते गए और फिर फिसलते गए। फिर नीचे गिर जाते थे।

ऐसे ही कई मेंढक ऊपर चढ़ते रहे और फ़िसलते रहे और फिर नीचे गिर जाते। इसी बीच कुछ मेढ़क ने हार मान कर बंद कर चढ़ना बन्द कर दिया। परंतु कुछ मेढ़क चढ़ते रहे, जो मेढ़क नहीं चढ़ पाए थे और छोड़ दिया था। वह कह रहे थे कि “इस पर कोई चढ़े ही नहीं पाएगा। यह असंभव है, असंभव है।”

इस पर कोई नहीं कर सकता। जो मेंढक दोबारा चढ़ रहे थे, उन्होंने भी हार मान ली। परंतु उनमें से एक मेंढक लगातार प्रयास करता रहा। लगातार प्रयास करने के कारण अंत में वह पेड़ पर चढ़ गया और सभी मित्रों द्वारा तालियां बजाई गई और सबने उससे चढ़ने का कारण पूछा उनमें से एक पीछे से एक ने कहा यह तो बहरा है, इसे कुछ सुनाई नहीं देता। उस बहरे मेंढक के एक दोस्त ने उससे पूछा तुमने यह कैसे कर लिया। उसने कहा मुझे कुछ सुनाई नहीं दे रहा था। मुझे लग रहा था कि नीचे खड़े यह लोग मुझे प्रोत्साहित कर रहे हैं कि तुम कर सकते हो। अब तुम ही हो तुम कर सकते हो और मैं आखिरकार इस पेड़ पर चढ़ गया।

सब ने उसकी खूब तारीफ की और उसे पुरस्कृत किया गया।

*💐💐शिक्षा:-💐💐*

इस प्रसंग से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें सिर्फ अपने लक्ष्य पर केंद्रित होना चाहिए दुनिया क्या कहती है, उस पर ध्यान बिल्कुल नहीं देना चाहिए।

●▬▬๑۩ ✍ ۩๑▬▬●

Address

Virat Nagar
Satna
485001

Opening Hours

Monday 9am - 5pm
Tuesday 9am - 5pm
Wednesday 9am - 5pm
Thursday 9am - 5pm
Friday 9am - 5pm
Saturday 9am - 5pm

Telephone

+919827272829

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Dr Pankaj Tripathi posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Dr Pankaj Tripathi:

Videos

Share