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सूचना के अधिकार को यदि आप आत्म सात करने की जरुरत है इस देशवासियो को
13/10/2024

सूचना के अधिकार को यदि आप आत्म सात करने की जरुरत है इस देशवासियो को

आप सभी भक्तों का कुम्भ मेले में इस स्थान पर हार्दिक स्वागत है आप लोग सतसंग भजन का आनंद उठा सकते है
13/10/2024

आप सभी भक्तों का कुम्भ मेले में इस स्थान पर हार्दिक स्वागत है आप लोग सतसंग भजन का आनंद उठा सकते है

आप सभी महानुभावो का हार्दिक स्वागत है इस कार्यक्रम में
13/10/2024

आप सभी महानुभावो का हार्दिक स्वागत है इस कार्यक्रम में

कबीर मिडिया के चाहने वाले आज 5,361 लोग हो गए है इससे यह पता चलता है की आप लोग कबीर साहब के ऊपर अति आस्था है आप लोगों का ...
09/10/2024

कबीर मिडिया के चाहने वाले आज 5,361 लोग हो गए है इससे यह पता चलता है की आप लोग कबीर साहब के ऊपर अति आस्था है आप लोगों का हार्दिक स्वागत है

ऐसा कहना है रामकुमार ऊर्फ रामकबीर का 2008 से मैं कबीर चौरा मठ मूलगादी में रह रहा था और मैं आश्रम में रहकर निस्वार्थ भाव ...
07/10/2024

ऐसा कहना है रामकुमार ऊर्फ रामकबीर का 2008 से मैं कबीर चौरा मठ मूलगादी में रह रहा था और मैं आश्रम में रहकर निस्वार्थ भाव से आश्रम का सेवा किया और जो वर्तमान में आचार्य विवेक दास है मैंने उनका भी भंडारी के रूप में सेवा किया मैंने तो कभी अपने माता-पिता का इतना सेवा नहीं किया जितना विवेक दास का सेवा किया जिन्होंने मुझे जन्म दिया आज मैं बहुत पछताता हूं कि मुझे अपने माता-पिता का सेवा करना था ऐसे लोगो का सेवा नहीं करना चाहिए था अपना जीवन सदगुरु कबीर साहब को सौंप दिया था बचपन से मैं वहां कबीर चौरा मठ पर रहा 2008 से लेकर 2022 तक कबीर मठ मूलगादी में रह रहा था लेकिन कई बार मैंने मेरे अनुपस्थिति में मेरे अलमारी का ताला तोड़ाकर मेरे सामान को इधर-उधर किया गया और मुझे कई बार प्राताड़ित किया गया जिससे आहत होकर मैं मजबूर होकर मुझे मठ से बाहर निकलना पड़ा यह सब के पीछे कारण विवेक दास प्रमोद दास और उमा चौरसिया का के सडयंत्रो के कारणछोड़ा लोगों ने वहां पर प्रांत वाद फैला दिया छत्तीसगढ़ आफ बिहार जब से प्रमोद दास उत्तराधिकारी बना पुरी मठ की व्यवस्था खराब कर दिया, खान-पान भी लोगों कोसही से नहीं मिलता है सभी लोग अपने अपने कमरे में अपना वेवस्था खाने बनाने का रखने को मजबूर है साधु संतो को भक्तों को मिलना अच्छे से बंद हो गया कभी दाल है तो कभी चावल नहीं कभीआटा है तो कभी सब्जी नहीं मठ की व्यवस्था इतनी खराब हो गई की साधुओं को अपना मन को मार करके उसे आश्रम को छोड़कर के कहीं और किसी दूसरे आश्रम शरण लेना पड़ा इसका और कोई कारण नहीं विवेक दास प्रमोद दास है जो आज हम लोग को दर-दर भटकने पर मजबूर कर दिए हैं हमारे माता-पिता ने तो हमको कबीर मठ में दान कर दिया था लेकिन उसके बावजूद आज हमको कबीर मठ को छोड़कर के कहीं और कहीं और जगह शरण लेकर रहना पड़ रहा है यह हमारी केवल मजबूरी है और इस मजबूरी को पैदा करने वाला प्रमोद दास विवेक दास है, इस लिए इनको दोनों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए और हम सब साधु को न्याय मिलना चाहिए और हम सब को मठ मैं अधिकार के साथ रहने के लिये जगह और जो योग्य हो उसको सत गुरु कबीर साहेब की गद्दी पर विराजमान करना चाहिए जिसको सभी सन्तो का और भक्तों का समर्थन मिले उसको ही गदी पर बैठाना चाहिए रामकुमार दास ऊर्फ रामकबीर

इनके साथ Dr Istiyak Ahmad – मुझे अभी-अभी इनके उभरते हुए फ़ैन्स में शामिल किया गया है! 🎉
07/10/2024

इनके साथ Dr Istiyak Ahmad – मुझे अभी-अभी इनके उभरते हुए फ़ैन्स में शामिल किया गया है! 🎉

ऐसा कहना है संत हरीश का ये रही संत हरीश चंद्र की जुबानी कबीर चौरा मठ में मैं सन 2000 में पहोंचा था उस समय मेरे मन में अत...
07/10/2024

ऐसा कहना है संत हरीश का
ये रही संत हरीश चंद्र की जुबानी कबीर चौरा मठ में मैं सन 2000 में पहोंचा था उस समय मेरे मन में अति ज्यादा श्रद्धा भक्ति सेवा की भावना थी मै अनेक मत पंथो में गया था लेकिन मुझे बचपन से केवल कबीर साहब सपने में आकर आशीर्वाद देते थे और ऊर्जा मिलती थी यही कारण था की मैं कबीर चौरा मठ वाराणसी पहोंचा मेरी जैसी मनसा था मैंने वैसा पाया उस वक्त कबीर चौरा की बागडोर गुरुदेव गोपाल साहब के हाथो में था आचार्य गंगाशरण साहब तब कबीर चौरा मठ के बिजक मंदिर के बाई ओर वाले कमरे में रहते थे सभी संतो में समरसता था सेवा था अनुसासन था लोगों में भक्ति भाव की एक अलग ही अलख जगती थी मेरे आने के एक वर्ष पहले ही विवेक दास ने कबीर चौरा का खुदको महंत उद्घोघोषित करवा लिया था मेरा मन सेवा बंदगी में रमा हूवा था बस सेवा बंदगी करता था मेरी सेवा से परसन्न होकर गुरुदेव गोपाल साहब ने मुझे दीक्षा दिया मै अपनी मस्ती में मस्त रहता था सभी संतो के साथ प्रार्थना वंदन व साम को सन्ध्यापाठ व बीजक पाठ के बाद सभी लोग भोजन में एक साथ पंघत करते थे आस्था भक्ति की सुगंध से कबीर चौरा मठ महेकता था कुछ समय बिता तो यह पता चला की विवेक दास दिल्ली से आये है गुरदेव की भक्ति और साधना सेवा के आलावा किसी प्रकार की राजनीति से कोई मतलब नहीं था मेरे सेवा भक्ति मन की निर्मलता को देखकर विवेक दास ने गोपाल साहब से कहा हरीश को मैं दिल्ली कबीर भवन लेजाऊंगा जब जाने लगे तो लेगये मै गया अपनी मस्ती में जो मिलता था वह बनाता था और खिलाता था ओपिन्दर नाम का एक व्यक्ति रहते थे वह कभी कभी हारमोनियम लेकर आते थे बजाते थे और ओमप्रकाश नाम के भगत दिल्ली में रहते थे गंगाशरण साहब के शिष्य थे वह सूरत निरत की विधि जानते थे कुर्सी पर बैठ कर ही ध्यान मग्न हो जाते थे मेरी भी साधना का अब लक्ष्य अपने कदम बढ़ा चूका था लेकिन मेरी साधना में बहुत रूकावट महसूस होता था विवेक दास कबीर भवन को तो राजनेताओं के सहयोग से बनवा लिया लेकिन वहां केवल विदेशी और राजनेताओं का अड्डा था साधु संतो को तो गाली देकर भगा देता था कभी कभी मुझको उनको भगाने के लिये कहता था मेरे मन में बहुत ही कस्ट होता था न भाव न भक्ति बस एक गुलाम की तरह गुलामी वाली जिंदगी था मुझसे नहीं रहा गया मैंने विवेक दास से कहा की मै भर्मण करना चाहता हूँ मैं नहीं रहूँगा तो विवेक दास ने 200 सौ रुपया दिया और अशोक दास से कहा की लेजाओ बस पकड़ा आओ मै वहां से चला गया उसके बाद भरमण करके पुनः कबीर चौरा आया तबसे विवेक दास मुझसे जलने लगा मेरे प्रति उसका रवैया ठीक नहीं था फिर उसने 2008 में कबीर प्रकाट्य लहर तारा में पहली बार कबीर जयंती मनाया था उस समय सबकी ड्यूटी अलग अलग दिया मेरी बारी आया तो लोगों ने पूछा हरीश की क्या डियूटी है उसने कहा मेरे साथ रहेगा मेरे मन में कभी कोई लालच नहीं था सायद उसको वही प्रभावित करता था जयंती के दूसरे दिन देवशरण जी से कहा की उसको कहदो यहाँ से चला जाये मुझे सब कुछ समझ आ रहा था लेकिन मुझे तो भर्मण करना ही पसंद था विवेक दास कबीर साहब पर किताबें लिखते था यही बातें सबको प्रभावित करता था सभी उसका साथ भी देते थे विवेक दास साधुवों को गाली गलौज भी करता था साला भोसड़ी वाला मां बहन की भी गालियां देता था कितने लोग तो अच्छा नहीं लगने पर मठ छोड़कर चले जाते थे कबीर चौरा मठ में जो भी साधु संत भगत यात्री आता था तो सबसे पहले गोपाल साहब से मिलता था और जो संत के लक्षण होने चाहिए थे वह सब कुछ था विवेक दास तो बाहर ही रहता था मेरे साथ गलत किया मैने बर्दास्त कर लिया लेकिन जीन संतो ने विवेक दास को गद्दी पर बैठाने से लेकर उसके हर कार्यों में तन्मयता से निरछालता से हरकार्य में हाथ बटाते आये जिनकी बदौलत विवेक दास बड़ी शान से दिल्ली और विदेश घूमता था ये बातें विवेक दास ने प्रमोद दास को मेरे चले आने के बाद दिल्ली रख लिया प्रमोद दास विवेक दास की गाड़ी चलता था अन्य कई लोगों ने विवेक दास के कान भरने लगे गोपाल साहब के बारे में विवेक दास के मन में उक्त लोगों की बातें उसके मन मे घर कर गईं उसने गोपाल जी से जलन रखने लगा धीरे धीरे उसके मन में प्रांत वाद घुसने लगा उसने कबीर चौरा में विहार बनाम छत्तीसगढ़ कर दिया पहले आचार्य जी की गद्दी को तोड़कर गंगा नदी में फेकवा दिया उसके बाद आचार्य जी को धमकियाँ दिलवाने लगा और गद्दी की भूख में विवेक दास अंधा हो गया था आखिर में गंगाशरण साहब ने अपने सिस्यों की मदद से जौनपुर में अपने व अपने सिस्य व्यास मुनि जी के नाम से जमीन लिया और वहां विवेक दास के गुंडों से बचने के लिए रहने लगे लेकिन विवेक दास के गुंडे उनको वहां भी परेशान करने लगे तब उनके सिषयों ने सामने घाट मदरवा में जमीन खरीदवाकर बनवाया और रहने लगे क्यूंकि विवेक दास के गुंडों से निपटने के लिए उनके सिषयों की तादात काफी थी इसतरह विवेक दास ने कबीर चौरा मठ को अपने कब्जे में लिया और जबरन डरा धमका कर अपने आपको महंत घोषित करवालिया लेकिन जब 1999 में गंगाशरण साहब नियुक्ति पत्र लिख रहे तो उनको मालूम था की उनके सिषयों को विवेक दास परेशान करेगा इसलिए उन्होंने उत्तराधिकारी मंत्री विचार साहब को महंत पुजारी गोपाल साहब को व्यास मुनि साहब देवशरण जी व अन्य कई भगतों को श्री सद्गुरु कबीर मंदिर सोसाइटी रजिस्ट्रेशन करवा कर नियुक्त किया था इसलिए अब फिर विवेक दास की मनसा नहीं पूरी होने के कारण बाद में विचार साहब को फर्जी मुक़दमे में फसा कर उनसे जबरन उद्घोषणा पत्र लिखवा लिया उसके बाद अन्य सभी संतो का फर्जी त्याग पत्र बनवा कर बिना सुचना दिए कबीर चौरा मठ से निष्कासित करने का सडयंत्र रचने लगा उसके गुंडे साथी लोगों की वजह से विवेक दास ने सबको भागने लगा जो नहीं जाना चाहते थे उनके न रहने पर उनके कमरे का ताला तोड़कर उनके सामानो को लुटवा लिया लोगों ने कोशिश किया लेकिन उसकी कांग्रेस के राजनेताओं में अच्छी पकड़ थी इसलिए वह सबको जेल भेजवा दिया और राजसिंघासन की गद्दी पर अपना कब्ज़ा जमा लिया मेरे साथ जलता था ये बात मुझे कोई तकलीफ नहीं देती थी लेकिन जो लोगो ने आश्रम की सेवा में जीवन गुजार दिया उनके साथ अन्याय पे अन्याय करते गया जब भू माफिया का कब्ज़ा हो जायेगा तब क्या होगा आपही सोंच लिया जायेगा ये तो रहा कुछ मेरे जीवन की बातें अगला संस्करण में आपको अवगत उपलब्ध मिलेगा सत्य कबीर साहब बंदगी

ये विवेक दास अपनी करतूतों को छुपाने के लिए झूठ बोल रहा है ऐसा साधुवों ने कहा
04/10/2024

ये विवेक दास अपनी करतूतों को छुपाने के लिए झूठ बोल रहा है ऐसा साधुवों ने कहा

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कबीर चौरा मठ में जहाँ त्यागी बालब्रह्मचारी संत महंतो की मण्डलियां सत्संग भजन सेवा पूजा पाठ करते थे तब कबीर चौरा मठ के प्...
03/10/2024

कबीर चौरा मठ में जहाँ त्यागी बालब्रह्मचारी संत महंतो की मण्डलियां सत्संग भजन सेवा पूजा पाठ करते थे तब कबीर चौरा मठ के प्रति लोगों की आस्था भक्ति प्रफुल्लित होती थी वो समय था आचार्य रामविलास साहब आचार्य अमृत साहब आचार्य गंगाशरण साहब के कार्यकाल में यहाँ से संत निकलते थे आज ऐसी रूम में उमा जैसी महिला रोब दिखाती है विवेक दास प्रमोद दास ने संतो के साथ अत्याचार करना सुरु करदिया जो संत गोपाल दास जी संत व्यास मुनि जी संत देवशरण जी गोविन्द दास जी संत हरीश दास जी भागीरथी आदि बहुत से संतों ने कबीर चौरा मठ की गरिमा को कायम रखने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया उनके आस्था सेवा के साथ दागबाजी करके विवेक दास प्रमोद दास उमा चौरसिया के साथ रंगरलियां मानाने में यह भूल गये थे की वह किस जगह पर बैठे है आज उनको उनकी करनी का फल मिल रहा है विवेक दास जेल काटकर आया और जिसपर सबसे ज्यादा भरोसा करता था वही प्रमोद दास विवेक दास को जेल भेजकर सभी जमीनों को बेचकर यह साबित कर दिया की जैसी करनी वैसी भरनी कबीर चौरा मठ के लिए ये दोनों सबसे बड़े अभिशाप है विवेक दास पर प्रान्तवाद का भुत सवार था इसलिए उसको अपने अहंकार के आगे उक्त लोगों की आस्था और विश्वास का क़त्ल करते रहा सायद वह कबीर साहब की इन पंक्तियों को पढ़कर अमल करना भूल गया था
दुर्बल को न सताइये जाकी मोटी है!
बिना जीव की स्वांस से लोह भस्म हो जाये!!
आज यह दोनों उक्त लोगों की हाय से भस्म होने की कगार पर है 600 सौ शाला के इतिहास में कबीर चौरा की इतनी दुर्दशा नहीं हुई थी जितना इन दोनों ने कबीर चौरा मठ की मान मर्यादाओं का हनन किया है आज कबीर पंथ के नाम पर पूरा जगत थू थू कर रहा है तो उसके मुख्य सूत्रधार यही दोनों है इनदोनो को कबीर चौरा मठ से बाहर निकाल देना चाहिए

चंदौली के वीरेंद्र सिंह सांसद ने कबीर मठ की जमीन व अन्य संतों की धरोहरों को सुरक्षित रखने के लिए प्रधानमंत्री जी व अन्य ...
30/09/2024

चंदौली के वीरेंद्र सिंह सांसद ने कबीर मठ की जमीन व अन्य संतों की धरोहरों को सुरक्षित रखने के लिए प्रधानमंत्री जी व अन्य अधिकारीयों को पत्र लिखकर चिंता व्यक्त किया और कबीर पंथीयों की पीड़ा को समझा

कबीर चौरा मठ वाराणसी के विवेक दास के उत्तराधिकारी प्रमोद दास ने फर्जी सुलहनामा बनवाकर के जमीन को बेच दिया इसपर जब महंत व...
28/09/2024

कबीर चौरा मठ वाराणसी के विवेक दास के उत्तराधिकारी प्रमोद दास ने फर्जी सुलहनामा बनवाकर के जमीन को बेच दिया इसपर जब महंत विचार दास जी से बात किया गया तो उन्होंने साफ इनकार किया की मैंने कोई सुलहनामा में कोई हस्ताक्षर नहीं किया है उक्त स्टाम्प पर जो भी हस्ताक्षर है वह बिलकुल फर्जी है मैं वैसा हस्ताक्षर नहीं करता हुँ इसपर हम प्रमोद दास पर धोखाधड़ी व फर्जी दस्तावेज तैयार करने के सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज करवाऊंगा और उनको दण्डित करवाऊंगा

28/09/2024
महंत हरीश चंद्र दास को दिनांक 19/7/2024 को रामप्रसाद दास और उसके साथियों ने मिलकर मारपीट कर जेब में से मोबाइल फोन व 4500...
25/08/2024

महंत हरीश चंद्र दास को दिनांक 19/7/2024 को रामप्रसाद दास और उसके साथियों ने मिलकर मारपीट कर जेब में से मोबाइल फोन व 4500 रुपए छीन लिया था जिसके संबंध में एफआईआर दर्ज करने के लिए महंत ने थाना प्रभारी महुली को लिखित में तहरीर दिया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी तब महन्त ने पुलिस अधीक्षक संत कबीर नगर को लिखित में दिया तब उक्त लोगों पर एफ आई आर दर्ज किया लेकिन अन्य लोगों को महुली थाना पुलिस आज भी बचाने में लगी है इसलिए मामूली धारा लगा कर मामले को रफा दफा करने का प्रयास हैं

सत्य कबीर साहब बंदगी कबीर चौरा धाम मगहर से भोजन सेवा को और समृद्ध बनाने के लिए जन जागरूकता किया जा रहा है कि सभी संत भक्...
09/07/2024

सत्य कबीर साहब बंदगी
कबीर चौरा धाम मगहर से भोजन सेवा को और समृद्ध बनाने के लिए जन जागरूकता किया जा रहा है कि सभी संत भक्ति गण सदस्य बने और जो भोजन की सेवा यहां पर चलते आई है पहले वह और भी समृद्ध बने

गोरखपुर पुलिस प्रसासन से व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश लखनऊ से निवेदन है कि उक्त प्रकरण पर ध्यान दें ऐसा महंत हरीश चंद्र दा...
08/07/2024

गोरखपुर पुलिस प्रसासन से व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश लखनऊ से निवेदन है कि उक्त प्रकरण पर ध्यान दें ऐसा महंत हरीश चंद्र दास ने अपने शिकायती पत्र में कहा है तथा इस किरबिनल रामप्रसाद दास पर कार्यवाही हेतु समस्त पदाधिकारियों के पास सूचना दे रहे हैं

सेवा में
श्री मान पुलिस अधीक्षक गोरखपुर

बिषय-कबीर चरण पादुका मंदिर में रहने वाले लड़को द्वारा रामप्रसाद दास फर्जी कबीर पंथी बनकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर गोलबंदी कर रातोंरात राजकुमार टेम्पू में बिठाकर चोरी करने के संबंध में
श्री मान जी निवेदन है कि हम प्रार्थी महंत हरीश चंद्र दास श्री सदगुरू कबीर आश्रम समाधि मंदिर मे गोरखपुर घासी कटरा
कबीर चरण पादुका मंदिर में रहने वाली कमलावती देवी के नाती पोते द्वारा गोलबंदी कर
रामप्रसाद 9984584293 ने दिनांक 28 जून 2024 की जून को जब हम प्रार्थी खजनी थाना पर रामप्रसाद के खिलाफ प्रार्थना पत्र देने आया था और उसके संत बन्हवा बाबा संत आश्रम खजुरी में उसके पंथ के बारे में जिस शिला पट्ट प्रभु दास की मूर्ति के पीछे लगा है फोटो खींचने गया था उस समय ही दिनांक 29 जून 2024 की रात में हिमांशु सिंह आर्यन सिंह मो08090558625 गणेश सिंह नाती कमलावती देवी नामक रखेल निवासी लालीपार कुशीनगर अंकुर यादव अभिषेक इत्यादि सभी लड़कों को अपने ड्राइवर राजकुमार यादव पुत्र अज्ञात मो0 7272874265 +9651453040 के टेम्पू में बिठाकर कर लाया और हमारे कबीर आश्रम हरपुर का रात में ताला तोड़कर गैस सिलेंडर टेबल पंखा दो कुंटल गेहूं एक कुंटल चावल 30 किलो दाल टांगी गड़ासी जो आश्रम के कार्यों को करने हेतु था तथा 1900 श्री सदगुरू कबीर आश्रम समाधी मंदिर के नाम की रसीद आदि कई समान चुराकर टेम्पू में भरकर चोरी कर ले गया है जिसका वीडियो आश्रम में तोड़फोड़ करने से पहले का है और तोड़फोड़ करने के बाद का भी है हमारे फेसबुक महंत हरीश चंद्र दास आईडी पर लाईव कर चोरी करने के बाद कब्जा करने की दृष्टि से जिन लड़कों को छोड़कर भाग गया था उनसे पूछा ताछ किया गया उक्त लड़कों ने बताया कि रामप्रसाद दास ने ही चोरी किया है तथा फर्जी तरीके से महंती का प्रमाण पत्र लिखवाकर फर्जी कबीर पंथी बनकर सीधे साधे संतों की हत्या भी उक्त लड़कों द्वारा करवा देते है तथा रामप्रसाद दास चेला प्रभु दास सत्यगोविंद बुला पंथ का है अपनी पहचान छुपा कर खुदको कबीर पंथी बता कर कबीर चौरा मठ वाराणसी के विवेक दास चेला अमृत दास से 2016 में एक फर्जी मुख्तारनामा लिखवाया है वही दिखा कर सासन प्रसासन जनता को धोखा दे रहा है श्री मान जी उसकी खतौनी में संत बन्हवा बाबा संत आश्रम दर्ज है तथा उसके मंदिर में आरती लिखी है जो गोविंद आरती होती है तथा भीतर के गेट पर हनुमान जी की मूर्ति भी स्थापित है जिससे यह प्रमाणित होता है कि कबीर पंथ से उसका कोई वास्ता नहीं है तथा घासी कटरा में रहने वाले विद्यार्थी रूप में रहने वाले लड़कों से रातों रात चोरी करवा कर वापस लौट आते हैं व शराब गांजा चरस अफीम का शेवन भी करते हैं व गांवो में जाकर के बेचते भी हैं श्री मान जी जब हमारे आश्रम हरपुर में उक्त बातें पता चला तो हमने महुली थाना पुलिस को अवगत कराया उसके बाद से उक्त सभी लोग भागकर घासी कटरा में छुपे हुए हैं जिसके मेन मालिक अध्यक्ष मगहर के आचार्य महंत विचार साहब है जिसमें अवैध कब्जा कर रहा है जिसमें पर्यटन विभाग द्वारा संत कबीर सेवा समिति द्वारा प्रस्तावित होने के बाद चल रहा है श्री मान अवगत कराना है कि रामप्रसाद के ऊपर संत कबीर नगर वाराणसी कुशीनगर देवरिया गोरखपुर दोहरी घाट मिर्जापुर आदि जिलों में चोरी डकैती का मुकदमा दर्ज कराया गया है लेकिन वह बहुत शातिर अपराधी है नाबालिग लड़कों का ज्यादा इस्तेमाल करता है अतः आप श्री मान जी से निवेदन है कि उक्त सभी घटनाओं का चोरी करने से पहले का और चोरी करने के बाद का भी वीडियो हमारे पास है उक्त प्रकरण पर गंभीरता से तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करने की महती किरपा करे तथा उक्त घासी कटरा में रहने वाले लोगों को बाहर निकाला जाए उक्त स्थान आस्था का है जिसमें सराब आदि बहुत कुछ अनैतिक कार्यों को अंजाम दिया जाता रहा है तथा घासी कटरा के संरक्षक महंत बालयोगी दास संरक्षक महंत हौसला दास जी की भी हत्या उक्त लोगों द्वारा ही रामप्रसाद द्वारा करवाया गया है बालयोगी दास के सिर के तालू फट जाने की वजह से मृत्यु हुआ था जिसको यह बताया गया था कि वह गिर पड़े थे व महंत हौसला दास को खजुरी में ताला बंद कर भूखा प्यासा रखा जाता था ताकि वह भागकर अपने आश्रम घासी कटरा न चले जाएं श्री मान जी हौसला दास जी कबीर पंथ के थे उनको घासी कटरा मंदिर में समाधी देना था लेकिन रामप्रसाद ने सत्यगोविंद बुला पंथ के अपने निजी आश्रम में उनको चोरी चुपके से दफना दिया ताकि किसी को यह पता न चल पाए कि हौसला दास जी को मारा पीटा गया था अतः श्री मान जी से निवेदन है कि उक्त अपराधी लोगों पर एफआईआर दर्ज कर जांच कर सकती से कार्यवाही करें ताकी हम प्रार्थी के साथ न्याय हो सके

प्रार्थी
महंत हरीश चंद्र दास
मो 0 6306765280+9467166159

आप सभी श्रद्धालु जन कबीर प्रेमी भक्तगण इस सेवा में हिस्सा ले सकते हैं
08/07/2024

आप सभी श्रद्धालु जन कबीर प्रेमी भक्तगण इस सेवा में हिस्सा ले सकते हैं

भारतीय कानुन में तीन नए कानुन दे पुलिस बद्लि हुइ नजर आवेगी  1 जुलाइ दे
22/06/2024

भारतीय कानुन में तीन नए कानुन दे पुलिस बद्लि हुइ नजर आवेगी 1 जुलाइ दे

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