19/08/2024
सांबा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का मजबूत चेहरा बन सकते हैं विजय टगोत्रा:- केंद्र सरकार द्वारा
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू व कश्मीर में विधानसभा चुनाव करवाने की घोषणा ने उन नेताओं के राजनीतिक कैरियर में जान फूंक दी है जो राज्य के केंद्र शासित प्रदेश बनने और अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद परिपेक्ष्य में चले गए थे । घोषणा के बाद राजनीतिक क्षेत्र में विधायक बनने की महत्वाकांक्षा रखने वाले नेताओं की महत्वाकांक्षाओं को पर लग गए हैं। तथा इन लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव में उतरने की रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है एक तरफ जहां भाजपा जम्मू प्रांत के दोनों संसदीय क्षेत्रों में लगातार तीसरी जीत के बाद उत्साहित है और लोकसभा चुनाव की सफलता को विधानसभा चुनाव में भी दोहराना चाहती है लेकिन राजनीति में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में बहुत अंतर है, संसदीय चुनावों में यहां भाजपा प्रत्याशियों से इतर मोदी का चेहरा प्रमुख था तथा लोगों ने पार्टी प्रत्याशियों को निकालने के बावजूद मोदी के चेहरे को वोट दिया लेकिन विधानसभा चुनाव में आम जनता प्रत्याशियों की छवि तथा उनके राजनीतिक कैरियर को देखकर ही मतदान करती है । वहीं कांग्रेस जिसने संसदीय चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दी और चौधरी लाल सिंह तथा रमन भल्ला जैसे मजबूत उम्मीदवार उतार कर भाजपा की जीत के मार्जिन को पिछली बार से थोड़ा कम किया । पार्टी नेता विधानसभा चुनाव को लेकर उत्साहित हैं। पार्टी ने पिछले दिनों अंदरुनी खींच स्थान को दूर करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष को तब्दील करके यह संकेत दिया है की पार्टी एकजुट होकर विधानसभा चावन में उतरेगी अगर बात करें सांबा विधानसभा क्षेत्र की तो विभिन्न लोगों ने अपनी अपनी तैयारी विधानसभा चुनाव के लिए कर ली है कांग्रेस की तरफ से घगवाल के पूर्व बीडीसी चेयरमैन विजय टगोत्रा भी चुनावी समर में उतर सकते हैं और अगर ऐसा हुआ तो वो भाजपा के किसी भी कद्दावर प्रत्याशी को नाकों चने चबवा सकते हैं। इसकी मुख्य वजह विजय टगोत्रा का 25 वर्ष का निर्विवाद राजनीतिक कैरियर है जिसमें वह नौशाद पंचायत से तीन बार सरपंच चुने गए और तीसरी बार सरपंच बनने के बाद वह बीडीसी अध्यक्ष के चुनाव में भी सफल रहे अपने बीडीसी के 5 साल के कार्यकाल में उन्होंने सभी पार्टियों के सरपंचों को जिस प्रकार एकजुट रखते हुए क्षेत्र में विकास की गाथा लिखी उसे वह घगवाल ब्लॉक में ही नहीं अपितु सांबा विधानसभा क्षेत्र के अन्य ब्लॉकों में भी एक अच्छी पहचान बन चुके हैं। संगठनात्मक रुप से युवा अवस्था में टगौत्रा 5 वर्ष तक कठुआ जिला कांग्रेस के युवा इकाई के अध्यक्ष रहने के साथ साथ कांग्रेस सेवादल में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।आम जनता के बीच अपनी अच्छी विनम्र छवि के चलते अच्छी पहचान रखते हैं और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी सलीके से बातचीत करते हुए लोगों के काम करवाने में सफल रहे हैं अगर कांग्रेस में सांबा विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनती है जिसकी संभावना भी बहुत है तो भाजपा के लिए सांबा विधानसभा क्षेत्र को जितना मुश्किल हो सकता है
विजय टगोत्रा राजनीति में ही नहीं सामाजिक क्षेत्र में भी अपनी अच्छी पहचान रखते हैं। घगवाल के नृसिंह मंदिर की व्यवस्था में उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ मंदिर की तीन-चार साल बेहतरीन सेवा की लेकिन कुछ विवादों के चलते सांबा जिला प्रशासन ने मंदिर को अपने अधीन कर लिया। अगर वह सांबा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी बनते हैं नृसिंह मंदिर में की गई उनकी निष्काम सेवा तथा भगवान का आशीर्वाद उन्हें सफलता भी दिला सकता है विजय टगोत्रा की सबसे बड़ी खूबी है कि उनकी भाजपा कार्यकर्ताओं खासकर सरपंचों के बीच अच्छी पैठ हैं तथा लोगों के बीच भी काफी अच्छी पकड़ है ऐसे में सांबा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के लिए वह सबसे मजबूत दावेदार हैं