14/03/2023
अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का अन्तिम दिवस*
90 से अधिक देशों के 1500 से अधिक प्रतिभागी और 25 से अधिक देशों के 75 से अधिक योगाचार्यों की रही भागीदारी*
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का ‘संदेश एक परिवार, एक पृथ्वी, एक भविष्य’*
गद्गद मन और प्रफुल्लित हृदय से गंगा आरती में योगियों ने किया सहभाग*
जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरिजी जी महाराज का योगियों को विशेष आशीर्वाद*
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री माननीय श्री अश्विनी कुमार चैबे जी और डॉ एचआर नागेंद्रजी पधारे परमार्थ निकेतन, गंगा आरती में किया सहभाग*
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की निदेशक साध्वी भगवती सरस्वती के साथ योगियों और योगाचार्यों ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 100 दिन पहले इस दिवस के सम्मान में विशेष सूर्य नमस्कार का प्रदर्शन किया*
ऋषिकेश, 14 मार्च। अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के सातवें दिन प्रतिभागियों ने हठ योग, चक्र संरेखण, लीला योग सूर्य नमस्कार, योग निद्रा, योग वृक्ष, वैदिक जप, मंत्र जाप, प्राणायाम, ब्रह्मांडीय ऊर्जा उपचार और प्राणिक निद्रा सहित अनेक योग सत्रों का आयोजन किया।*
अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव, 2023 का अंतिम दिन बहुत विशेष रहा क्योंकि यह दिवस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 100 दिन पहले का है, योग दिवस के सम्मान में विशेष सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया गया। जिसमें स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, साध्वी भगवती सरस्वती जी और विभिन्न देशों से आये योग जिज्ञासुओं और योगाचार्यों ने सहभाग किया।*
*✨अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव के अंतिम दिन परमार्थ निकेतन की साध्वी आभा सरस्वती जी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण, पेंसिल्वेनिया, यूएसए में लीला योग स्टूडियो का निर्देशक एरिका कॉफमैन द्वारा लीला योग सूर्य नमस्कार, डॉ. इंदु शर्मा ने हठ योग - चक्र संरेखण, हठ योग आसन, 7 चक्रों के प्रवाह, संतुलन और अनब्लॉकिंग, मार्शल आर्ट्स के मास्टर सेंसेई संदीप देसाई द्वारा ताई ची, योगा, नृत्य ताई ची तलवार, कुंग फू और अन्य मार्शल आर्ट, लंदन के स्टीवर्ट गिलक्रिस्ट, द्वारा भक्ति योग, योग वृक्ष - द प्राणिक लीव्स, द बार्क एंड सैप, आनंद्रा, गुमी और अरिंदम द्वारा सूर्योदय नाद योग, संगीत बैंड, कीर्तनियास द्वारा एक मधुर कीर्तन कार्यशाला, डॉ. राधिका नागरथ ने योग के माध्यम से मन-शरीर संतुलन, विश्व प्रसिद्ध योग शिक्षक और अखंड योग संस्थान के संस्थापक योगऋषि विश्वकेतु ने प्रतिभागियों को शास्त्रीय सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया। आनंद मेहरोत्रा द्वारा ’ट्यूनिंग इनटू ए ग्रेटफुल हार्ट’, सेक्रेड साउंड स्टेज पर, संयुक्त राज्य अमेरिका की डॉ. केटी जेन ने सभी को मंत्रमुग्ध किया।*
*✨अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के अंतिम दिन आध्यात्मिक सत्र में जापान के लेखक केन होंडा, स्वामी स्वत्वानंद और संयुक्त राज्य अमेरिका के गुरुशब्द सिंह खालसा जी ने योगियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया तथा परमार्थ निकेतन आश्रम की गंगा नंदिनी द्वारा इस सत्र का संचालन किया गया।*
*प्रसिद्ध आयुर्वेदिक मेडिसिन थेरेपिस्ट मारिया अलेजांद्रा अवचारियन ने आयुर्वेद पर एक ज्ञानवर्धक सत्र लिया जिसमें उन्होंने अग्नि और पाचन के बारे में बात की। उन्होंने समझाया कि भोजन को पचाना, अवशोषित करना और आत्मसात कैसे करना चाहिये। प्राणायाम के अभ्यास को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने वाली मैसूरु की जानी-मानी हस्ती डॉ. देवकी माधव ने श्वास और प्राणायाम पर साइंटिफिक प्राणायाम फॉर टोटल वेलनेस शीर्षक पर एक मास्टरक्लास ली। निरामय योग की संस्थापक हरिद्वार की डॉ. उर्मिला पांडे ने प्राणिक निद्रा और ब्रह्मांडीय उपचार के बारे में बात की तथा कॉस्मिक हीलिंग और ब्रह्मांडीय ऊर्जा पर चर्चा की।
योग टेंट में परमार्थ निकेतन की डॉ. इंदु शर्मा ने योग निद्रा और उसके 5 चरणों पर कक्षा संचालित की। चेन्नई योग स्टूडियो के संस्थापक रोहिणी मनोहर ने विन्यासा योग, ब्रसेल्स, बेल्जियम में स्थित साउंड थेरेपी और योग फैसिलिटेटर एस्ट्रिड स्लेगटेन ने योग में ध्वनि और उपचार के बीच संबंध पर एक दिलचस्प सत्र आयोजित किया। सेक्रेड साउंड स्टेज में ‘इन साउंड वी रेस्ट’ रिस्टोरेटिव योग एंड हीलिंग साउंड। यूएसए की पाउला तापिया, एक अंतरराष्ट्रीय योग, माइंडफुलनेस और वेलनेस विशेषज्ञ ने रिस्टोरेटिव योग तकनीकों का प्रदर्शन किया। ‘स्वयं उपचार - ध्वनि चिकित्सा के शास्त्रीय उपकरणों का परिचय’, काल प्रकाशिनी द्वारा स्वयं चिकित्सा, शाऊल डेविड रे, एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की योग चिकित्सा द्वारा ‘आत्मा ़ सोमा, योग में दैहिक कार्य और कायाकल्प के माध्यम से आंतरिक शरीर को जागृत करने का अभ्यास कराया गया। आयुर्वेद विशेषज्ञ केरल के डॉ. राघवन रामनकुट्टी और श्रीमती शारदा राघवन द्वारा ‘आयुर्वेदिक नैदानिक क्षमता’, संयुक्त राज्य अमेरिका के जोसेफ श्मिटलिन द्वारा ‘ध्वनि चिकित्सा का अभ्यास कराया गया। पूरे विश्व से आये कीर्तनियों की पूरी टीम जो अब वृंदावन में है उन्होंने भावपूर्ण भक्ति जप और कीर्तन, मंत्रमुग्ध करने वाला कीर्तन किया गया।