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दुबई में चाइनीज 'फ्लाइंग कार' ने भरी पहली उड़ान, पब्लिक के लिए टैक्सी के रूप में होगी इस्तेमालअब तक आपने कार को सड़क पर ...
12/10/2022

दुबई में चाइनीज 'फ्लाइंग कार' ने भरी पहली उड़ान, पब्लिक के लिए टैक्सी के रूप में होगी इस्तेमाल

अब तक आपने कार को सड़क पर दौड़ते देखा होगा, लेकिन अब जल्द ही इसे हवाई उड़ान भरते भी देख सकते हैं।

चाइनीज टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी Xpeng ने अपनी फ्लाइंग टैक्सी का दुबई में परीक्षण किया है। टेस्टिंग के दौरान चीनी इलेक्ट्रॉनिक वाहन निर्माता एक्सपेंग इंक (Chinese electronic vehicle maker Xpeng Inc) द्वारा निर्मित एक "फ्लाइंग कार" (flying car) ने संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) में अपनी पहली सार्वजनिक उड़ान भरी। ये कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इलेक्ट्रिक विमान लॉन्च करने की दिशा में काम करती है।

ट्रैवल और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के विकास में इसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।

X2 एक दो सीटों वाला इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (eVTOL) विमान है जिसे वाहन के प्रत्येक कोने पर दो 8 प्रोपेलर द्वारा उठाया जाता है।

• दुबई में सोमवार की मानवरहित, 90 मिनट की परीक्षण उड़ान को इसके निर्माता ने "अगली पीढ़ी की उड़ने वाली कारों के लिए महत्वपूर्ण आधार" के रूप में वर्णित किया।

एक्सपेंग एरोहट के महाप्रबंधक मिंगुआन किउ ने कहा, "हम अंतरराष्ट्रीय बाजार में कदम-दर-कदम कदम उठा रहे हैं।" "पहले हमने दुबई (Dubai) शहर का चयन किया क्योंकि दुबई दुनिया का सबसे नवीन शहर है।"

दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में अंतरराष्ट्रीय कार्यालयों के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर उमर अब्दुलअजीज अलखान ने कहा, “यह उड़ने वाली कार एक लक्जरी आइटम है। बहुत से हाई नेटवर्थ वाले लोग टेक्नोलॉजी और इस तरह के शानदार प्रोडक्ट की तलाश में हैं। दुबई वह जगह है जहां हमारे कस्टमर्स हैं।”

• इस कार में क्या है खास

दो सीटों वाले इस व्हीकल की स्पीड 130 किमी प्रति घंटे तक होगी। यह व्हीकल वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) क्षमताओं से लैस है।

X2 फ्लाइंग कार इंटेलिजेंट फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम के साथ ऑटोनॉमस फ्लाइट कैपिबिलिटी से भी लैस है। यह उड़ने वाली कार पूरी तरह से इलेक्ट्रिक है और जीरो कार्बन उत्सर्जित करती है। यह कार बोर्ड पर आठ प्रोपेलर के साथ टेक-ऑफ पर 500 किलोग्राम तक का भार ले जा सकती है।

हालांकि, अभी केवल इस कार की टेस्टिंग ही हुई है और इन फ्लाइंग टैक्सियों को किसी भी तरह की सर्विस में लगाए जाने में अभी समय लगेगा।

1 जुलाई : आज है राष्ट्रीय चिकित्सक दिवसडॉक्टरों और चिकित्सकों द्वारा किए गए अमूल्य कार्यों को पहचानने और उनकी समर्पित से...
01/07/2022

1 जुलाई : आज है राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस

डॉक्टरों और चिकित्सकों द्वारा किए गए अमूल्य कार्यों को पहचानने और उनकी समर्पित सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद देने के लिए हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है ।

• भारत में डॉक्टर्स के लिए 1 जुलाई का दिन तय किया गया है। यह दिन डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि का भी प्रतीक है, जो देश के सबसे प्रसिद्ध चिकित्सकों में से एक थे।

- महान फिजिशियन और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. रॉय को देश के सर्वोच्च भारत रत्न से भी नवाजा गया था।

• पृष्ठभूमि: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने जुलाई 1991 में पहला राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया ।
आईएमए आधुनिक वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली के डॉक्टरों का एक प्रतिनिधि, राष्ट्रीय स्वैच्छिक संगठन है, जो डॉक्टरों के हित के साथ-साथ समुदाय की भलाई भी देखता है। इसका गठन 1928 में हुआ था, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।

1946 में IMA ने वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन के संगठन में मदद की और इस तरह इसके संस्थापक सदस्य बने। WMA का मुख्यालय फ्रांस में है।

- उन्हीं के सम्मान में उनके जन्मदिन के दिन पूरे देश में डॉक्टर्स डे मनाया जाता है।

• दुनिया में कैसे हुई शुरुआत?

दुनिया में सबसे पहले डॉक्टर्स डे की शुरुआत 30 मार्च 1933 में अमेरिका के जॉर्जिया से हुई थी।

- फिजिशियन के सम्मान में इस दिन को तय करने का आइडिया यूडोरा ब्राउन एलमंड ने दिया, जो डॉक्टर चार्ल्स बी एलमेंड की पत्नी थी। 30 मार्च 1958 में यूएस के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स ने डॉक्टर्स डे रिजोल्यूशन को अपनाया।

• डॉक्टर्स डे 2022 की थीम

इस साल नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम है- ‘फैमली डॉक्टर्स ऑन दि फ्रंट लाइन’

• डॉ बिधान चंद्र रॉय (1882-1962)

डॉ बीसी रॉय ने एक चिकित्सक, एक स्वतंत्रता सेनानी, एक शिक्षाविद् और एक राजनीतिज्ञ के रूप में कार्य किया।
उनका जन्म 1882 में पटना बंगाल प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत में हुआ था
वे ब्रह्म समाज के अनुयायी थे। उन्होंने बंगाल में सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930 में शुरू हुआ) का भी नेतृत्व किया ।
उन्होंने महात्मा गांधी के चिकित्सक के रूप में कार्य किया और उन्हें पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में भी चुना गया।
उन्होंने पांच प्रतिष्ठित शहरों, दुर्गापुर, कल्याणी, बिधाननगर, अशोकनगर और हावड़ा की नींव रखी।

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ने रॉय के मृत्युलेख में उन्हें "भारत के उपमहाद्वीप में पहला चिकित्सा सलाहकार, जो कई क्षेत्रों में अपने समकालीनों पर हावी था" कहा।
1961 में सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया।

इसके अलावा, चिकित्सा, राजनीति, विज्ञान, दर्शन, साहित्य और कला के क्षेत्र में काम करने के लिए 1976 में बीसी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार की स्थापना की गई थी ।

अगर पब्लिक प्लेस पर नहीं हुआ है जातिसूचक दुर्व्यवहार तो SC/ST एक्ट के तहत केस नहीं : कर्नाटक हाईकोर्टकर्नाटक उच्च न्याया...
24/06/2022

अगर पब्लिक प्लेस पर नहीं हुआ है जातिसूचक दुर्व्यवहार तो SC/ST एक्ट के तहत केस नहीं : कर्नाटक हाईकोर्ट

कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कहा है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत अपराधों के लिए, जातिसूचक दुर्व्यवहार सार्वजनिक स्थान पर होना चाहिए।

अदालत ने एक व्यक्ति के खिलाफ लंबित मामले को खारिज कर दिया क्योंकि यह पाया गया कि कथित दुर्व्यवहार एक इमारत के तहखाने में किया गया था, जहां सिर्फ पीड़ित और उसके सहकर्मी ही मौजूद थे।

साल 2020 में हुई कथित घटना में, रितेश पायस ने एक इमारत के तहखाने में मोहन को जातिसूचक गाली दी, जहां वह अन्य लोगों के साथ काम करता था। सभी कर्मियों को भवन मालिक जयकुमार आर. नायर ने काम पर रखा था।

न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना ने 10 जून को अपने फैसले में कहा, “उपरोक्त बयानों को पढ़ने से दो कारक सामने आएंगे- एक यह है कि इमारत का तहखाना सार्वजनिक स्थल नहीं था और दूसरा, अन्य व्यक्ति जो वहां मौजूद होने का दावा करते हैं, वे केवल शिकायतकर्ता और जयकुमार आर. नायर के अन्य कर्मचारी या शिकायतकर्ता के मित्र थे।" अदालत ने कहा, “स्पष्ट रूप से, सार्वजनिक स्थान पर या सार्वजनिक रूप से अपशब्द नहीं कहे गए जो मौजूदा मामले में अधिनियम को लागू करने के लिए उपलब्ध नहीं हैं।”

अदालत ने कहा कि इसके अलावा मामले में अन्य कारक भी थे। आरोपी रितेश पायस का भवन मालिक जयकुमार नायर से विवाद था और उसने भवन निर्माण के खिलाफ स्थगन ले रखा था।

अदालत ने निष्कर्ष निकाला कि नायर पायस पर “अपने कर्मचारी (मोहन) के कंधे पर बंदूक रखकर गोली चला रहा था।” अदालत ने कहा कि दोनों के बीच विवाद के मुद्दे को खारिज नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह घटनाओं की श्रृंखला में एक स्पष्ट कड़ी को प्रदर्शित करता है। इसलिए, अपराध का पंजीकरण ही प्रामाणिकता की कमी से ग्रस्त है।

मंगलुरु में सत्र न्यायालय में जहां मामला लंबित है, अत्याचार अधिनियम के अलावा, पायस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 323 (चोट पहुंचाने) के तहत भी आरोप लगाया गया है।

उच्च न्यायालय ने इन आरोपों को भी यह कहते हुए खारिज कर दिया कि, “आईपीसी की धारा 323 के तहत दंडनीय अपराध के लिए तकरार में चोट लगी होनी चाहिए।”

उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा कि, इस मामले में हालांकि, मोहन का “घाव प्रमाण-पत्र हाथ के अगले हिस्से पर एक साधारण खरोंच का निशान और छाती पर एक और खरोंच का निशान दिखाता है। रक्तस्राव का संकेत नहीं है। इसलिए, साधारण खरोंच के निशान आईपीसी की धारा 323 के तहत अपराध नहीं हो सकते हैं।”

International Yoga Day : दुनिया भर में 'मानवता के लिए योग', मैसूर पैलेस में PM मोदी ने 15000 लोगों के साथ किया योगआज अंत...
21/06/2022

International Yoga Day : दुनिया भर में 'मानवता के लिए योग', मैसूर पैलेस में PM मोदी ने 15000 लोगों के साथ किया योग

आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। इस मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग सुबह-सुबह योग के जरिए स्वस्थ रहने का संदेश दिया।

पीएम मोदी आज 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कर्नाटक के मैसूर पैलेस मैदान पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद 15000 लोगों के साथ योगाभ्यास किया। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, सीएम बसवराज बोम्मई सहित अन्य गणमान्य भी मौजूद हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दुनियाभर में लोग सूर्योदय के साथ ही योग से जुड़ते जा रहे हैं। हमारा दिन योग के साथ शुरू हो, इससे बेहतर क्या हो सकती है। हम योग से जुड़ी अनंत संभावनाओं को साकार करें।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मंगलवार को देश भर में 75,000 स्थानों पर योग से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से लेकर पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री व उसके सभी पदाधिकारी इन कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे और योगाभ्यास करेंगे।

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘कल 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। क्योंकि हम स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव वर्ष में है इसलिए भाजपा कल इसे एक व्यापक और विराट स्वरूप में आयोजित करने जा रही है। 75 वां वर्ष है इसलिए 75,000 हजार स्थानों पर कल भाजपा द्वारा योग दिवस मनाया जाएगा।''

• 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है?

21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है। इसी को देखते हुए योगा दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है।

• इस बार योग दिवस की थीम ‘मानवता के लिए योग (Yoga For Humanity) रखी गई है। इस साल योग दिवस की थीम दुनिया पर कोरोना के असर को देखते हुए रखी गई। कोरोना महामारी ने न सिर्फ शरीर पर बल्कि मानसिक हेल्थ पर भी असर डाला है। कोरोना के चलते लोगों को चिंता, अवसाद जैसी मनोवैज्ञानिक और मानसिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। जो कि इस समय मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए मानवता के लिए योग का सहारा लिया जाना चाहिए।

15/06/2022

बिहार में मोदी सरकार की नई सेना भर्ती स्कीम अग्निपथ का विरोध, बक्सर में ट्रेन पर पथराव, मुजफ्फरपुर में सड़क जाम कर हंगामा

मोदी सरकार की सेना में 4 साल के लिए युवाओं को अग्निवीर के तौर पर भर्ती करने वाली अग्निपथ स्कीम का विरोध शुरू हो गया है। इसकी शुरुआत बिहार से हुई है, जहां बक्सर में युवाओं ने ट्रेन पर पत्थर फेंके हैं तो वहीं मुजफ्फरपुर में लोग सड़कों पर उतर आए हैं।

बक्सर में आक्रोशित युवाओं ने ट्रेन पर पथराव किया। जानकारी के मुताबिक पटना जा रही पाटलिपुत्र एक्सप्रेस पर पथराव किया गया। इस बीच काशी पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस करीब 18 मिनट तक प्लेटफॉ़र्म संख्या एक पर रुकी रही। इससे रेल प्रशासन और यात्री परेशान दिखे।

उधर मुजफ्फरपुर में भी सेना भर्ती के युवाओं का प्रदर्शन शुरू हो गया है। प्रदर्शनकारी युवाओं ने मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के पास चक्कर चौक पर हंगामा किया। युवाओं ने चक्कर चौक पर आग जलाकर रोड जाम कर दिया। यहां से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर चक्कर मैदान स्थित है जहां सेना में भर्ती के लिए रैली होती है। इसके अलावा चक्कर मैदान के पास गोबरसही चौक पर भी प्रदर्शन किया जा रहा है।
सदर थाना के पास भगवानपुर गोलम्बर पर भी बड़ी संख्या में युवक जुटे हैं। वहां भी आग जलाकर एनएच 28 को जाम कर दिया गया है। पुलिस और प्रशासन उन्हें समझाने बुझाने में लगी है।

• अग्निपथ स्कीम के किन प्रावधानों का विरोध कर रहे हैं युवा

युवाओं का कहना है कि महज 4 साल के लिए भर्ती किया जाना रोजगार के अधिकार का हनन करना है।

बता दें कि मंगलवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में इस स्कीम का ऐलान किया था। इस स्कीम के तहत 17.5 साल से अधिक और 21 साल तक की आयु के युवाओं को अग्निवीर के तौर पर भर्ती किया जाएगा और उन्हें 4 साल के लिए नौकरी मिलेगी।

इनमें से ही 25 फीसदी युवाओं को आगे सेना में नियमित नौकरी के लिए चुना जाएगा और इसके लिए अलग से स्क्रीनिंग होगी। अग्निवीर के तौर पर काम करने के बाद सेवामुक्ति पर युवाओं को 11 लाख रुपये का एकमुश्त पैकेज देकर विदा किया जाएगा।

अगले 1.5 वर्षों में 10 लाख भर्तियां करेगी केंद्र सरकार, PM मोदी ने सभी विभागों को दिया निर्देशप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ...
14/06/2022

अगले 1.5 वर्षों में 10 लाख भर्तियां करेगी केंद्र सरकार, PM मोदी ने सभी विभागों को दिया निर्देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया है कि केंद्र सरकार आगामी डेढ़ माह में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देगी। यह काम मिशन मोड पर किया जाएगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा की और निर्देश दिया कि सरकार अगले 1.5 साल में मिशन मोड में 10 लाख लोगों की भर्ती करे।'

• केंद्र में 2020 में ही खाली थे 9 लाख सरकारी पद

केंद्रीय मंत्री कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, डॉ. जितेंद्र सिंह ने ​पिछले साल राज्यसभा में 1 सवाल के जवाब में बताया था कि केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में 1 मार्च, 2020 तक 8.72 लाख पद खाली थे। फिलहाल यह आंकड़ा बढ़ गया होगा। जितेंद्र सिंह ने बताया था कि केंद्र सरकार के समस्त विभागों में कुल 40 लाख 4 हजार पद हैं, जिनमें से 31 लाख 32 हजार पदों पर वर्तमान में कर्मचारी नियुक्त हैं।

• पीएमओ के एलान पर कांग्रेस का तंज

इधर, अगले डेढ़ साल में दस लाख लोगों को नौकरी देने के पीएमओ के एलान पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा- नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. इस देश में प्रजातंत्र की रौंद दिया गया है। बेरोज़गारी ऐतिहासिक बढ़ी हुई है। PM कब तक ट्विटर ट्विटर करते रहेंगे।

इसके साथ ही, सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा- “वादा था 2 करोड़ नौकरी हर साल देने का, 8 साल में देनी थी 16 करोड़ नौकरियाँ। अब कह रहे हैं साल 2024 तक केवल 10 लाख नौकरी देंगे। 60 लाख पद तो केवल सरकारों में ख़ाली पड़े हैं, 30 लाख पद केंद्रीय सरकार में ख़ाली पड़े हैं। जुमलेबाज़ी कब तक? ”

World Day Against Child Labour: आज है विश्व बालश्रम निषेध दिवस, जानें ये दिन मनाने का कारणहर साल 12 जून को दुनिया भर के ...
12/06/2022

World Day Against Child Labour: आज है विश्व बालश्रम निषेध दिवस, जानें ये दिन मनाने का कारण

हर साल 12 जून को दुनिया भर के लगभग 100 देशों में विश्व बालश्रम निषेध दिवस (World Day Against Child Labour) मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (International Labour Organisation) हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस (World Day against Child Labour 2022) मनाते हैं, जिससे बाल श्रम को दुनिया से खत्म करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को गंभीरता से लागू किया जा सके।

• एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में करीब हर 10 बच्चों से एक बच्चा बाल मजदूरी का शिकार है। बाल श्रम दुनिया में कहीं एक सामाजिक विसंगति का नतीजा है तो कहीं संगठित अपराध के प्रभाव का नतीजा।

• अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ ने पहली बार बाल श्रम रोकने का मुद्दा उठाया था, जिसके बाद साल 2002 में सर्वसम्मति से एक ऐसा कानून पारित हुआ जिसके तहत 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से मजदूरी करवाना अपराध माना गया। अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ (ILO) के 187 सदस्य देश हैं।
ILO ने विश्व में श्रम की स्थितियों में सुधार के लिए कई सम्मेलनों को पारित किया है। साथ ही यह मजदूरी, काम के घंटे, अनुकूल वातावरण इत्यादि मामलों पर भी जरूरी गाइडलाइंस देता रहता है।

• विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 2022 की थीमविश्व बाल श्रम निषेध दिवस 2022 का थीम है, ‘यूनिवर्सल सोशल प्रोटेक्शन टू एंड चाइल्ड लेबर’ मतलब ‘बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षण। (Universal Social Protection to End Child Labour)

Rajyasabha Election Result 2022: मीसा भारती और फैयाज अहमद पहुंचे राज्‍यसभा, मिला जीत का प्रमाणपत्रराज्‍यसभा चुनाव 2022 क...
03/06/2022

Rajyasabha Election Result 2022: मीसा भारती और फैयाज अहमद पहुंचे राज्‍यसभा, मिला जीत का प्रमाणपत्र

राज्‍यसभा चुनाव 2022 का परिणाम आ गया है। राष्‍ट्रीय जनता दल की प्रत्‍याशी मीसा भारती और फैयाज अहमद चुनाव जीत गए हैं।

बिहार विधानसभा में जाकर उन्‍होंने जीत का प्रमाणपत्र हासिल किया। मीसा भारती के साथ प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी भी विधानसभा भवन पहुंची थीं। RJD में राज्‍यसभा उम्‍मीदवारी को लेकर पेच फंसा था।

पार्टी सुप्रीमो के दिल्‍ली से पटना आने के बाद ही टिकट को लेकर अंतिम फैसला हुआ। मीसा भारती के साथ ही पार्टी के वरिष्‍ठ नेता फैयाज अहमद को राज्‍यसभा का उम्‍मीदवार बनाने का फैसला लिया गया था। चुनावी गणित को देखते हुए राजद के दोनों उम्‍मीदवारों का राज्‍यसभा पहुंचना पहले से ही तय माना जा रहा था।

इस मौके पर राजद नेता फैयाज अहमद ने कहा कि जनप्रतिनिधि के तौर पर साल 2006 से ही विकास काम में लगा हूं और आगे भी लगा रहूंगा। राबड़ी देवी के साथ ही तेज प्रताप यादव भी मीसा भारती के साथ बिहार विधानसभा पहुंचे थे। राज्‍यसभा चुनाव को लेकर पहले ही इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि मीसा भारती को राजद उम्‍मीदवर बनाएगा, लेकिन दूसरे प्रत्‍याशी के नाम को लेकर उहापोह की स्थिति बनी थी। लंबे अंतराल के बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव के दिल्‍ली से पटना पहुंचने के बाद उस वक्‍त तस्‍वीर साफ हुई थी, जब मीसा भारती और फैयाज अहमद नामांकन पत्र लेने विधानसभा भवन पहुंचे थे। पर्चा दाखिल करने के दौरान लालू प्रसाद यादव भी एक अरसे के बाद बिहार विधानसभा पहुंचे थे।

Indian Railways: ट्रेन पकड़ने अपनी कार से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहे हैं, आपको भी एंट्री चार्ज के रूप में चुकाने पड़ सक...
03/06/2022

Indian Railways: ट्रेन पकड़ने अपनी कार से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहे हैं, आपको भी एंट्री चार्ज के रूप में चुकाने पड़ सकते हैं 200 रुपए , जानिए क्या है नई व्यवस्था?

अगर आप भी ट्रेन से यात्रा करने
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहे हैं तो आपके लिए यह बहुत जरूरी खबर है। अगर आप नई दिल्ली रेलवे स्टेशन अजमेरी गेट की तरफ से जाते हैं और अपनी गाड़ी से आप ट्रेन पकड़ने के लिए जा रहे हैं तो पार्किंग लेन में 8 मिनट से अधिक समय बिताने पर आपको एंट्री फीस के रूप में ₹30 चुकाना पड़ सकता है। अगर आपका वेटिंग टाइम 15 से 30 मिनट का है तो आपको ₹200 का एंट्री फीस चुकाना पड़ सकता है।

उत्तर रेलवे ने निजी और कमर्शियल व्हीकल से पिछले कुछ समय से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एंट्री फीस वसूलना शुरू कर दिया है। उत्तर रेलवे का तर्क है कि पार्किंग लेन में भीड़भाड़ कम करने के उद्देश्य से यह व्यवस्था शुरू की गई है। उत्तर रेलवे ने करीब 2 साल पहले ही एक्सेस कंट्रोल पार्किंग सिस्टम की शुरुआत की थी, लेकिन कोरोना वायरस संकट की वजह से इसे सस्पेंड कर दिया था।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बारे में राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा था, "नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पार्किंग लेन में भीड़भाड़ कम करने और अवैध पार्किंग को हतोत्साहित करने के लिए एंट्री फी लगाने का फैसला किया गया है। यह एंट्री फी पिकअप और ड्रॉप दोनों सर्विस पर लागू होगी।"

एंट्री फी की डिटेल देते हुए रेल मंत्री ने कहा था कि निजी वाहन के लिए पहले 8 मिनट में कोई एंट्री फीस नहीं लगेगी। कमर्शियल व्हीकल के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में एंट्री करते ही ₹30 की एंट्री फीस लगेगी। अगर पार्किंग में किसी व्यक्ति को 8 से 15 मिनट का समय लगता है तो प्राइवेट और कमर्शियल व्हीकल के लिए एंट्री फीस के रूप में ₹50 चार्ज किए जाएंगे। अगर 15 से 30 मिनट का वेटिंग टाइम होता है तो इसके लिए ₹200 का एंट्री फीस लगेगा।

रेल मंत्री ने कहा था कि 30 मिनट से अधिक देर तक इंतजार करने वाले पिकअप या ड्रॉप फैसिलिटी वाले वाहनों को पार्किंग लेन में जाने की अनुमति नहीं है। अगर किसी व्यक्ति को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 30 मिनट से अधिक इंतजार करना पड़ सकता पड़ता है तो वह पार्किंग एरिया में अपनी गाड़ी को पार कर ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं।

हिंदुस्तान जिंक पूरी तरह प्राइवेट: HZL में अपनी पूरी 29.54% हिस्सेदारी बेचेगी सरकार, कैबिनेट से मिली मंजूरीकेंद्रीय कैबि...
26/05/2022

हिंदुस्तान जिंक पूरी तरह प्राइवेट: HZL में अपनी पूरी 29.54% हिस्सेदारी बेचेगी सरकार, कैबिनेट से मिली मंजूरी

केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को हिंदुस्तान जिंक में हिस्सेदारी बिक्री को मंजूरी दे दी। सरकार इस फर्म में अपनी पूरी होल्डिंग बेच देगी।

Hindustan Zinc में सरकार की करीब 37,000 करोड़ रुपये की 29.54 फीसदी हिस्सेदारी है। आज की स्थिति में इस हिस्सेदारी का मूल्य 39,385.66 करोड़ रुपये है। Hindustan Zinc एक बहुसंख्यक सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी थी।

इस खबर के सामने आने के बाद हिंदुस्तान जिंक का शेयर 4.10% बढ़कर 307.50 रुपए पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में ये 318 रुपए तक पहुंच गया था।

• नरेंद्र मोदी सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 65,000 करोड़ रुपए का विनिवेश लक्ष्य रखा है। हिंदुस्तान जिंक में सरकार की हिस्सेदारी बिक्री इसी का हिस्सा है।

• ITC में सरकार का 7.91% हिस्सेदारी बिक्री का प्लान है। पवन हंस, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SCI), IDBI बैंक और BPCL की स्ट्रैटेजिक सेल में देरी ने सरकार को अन्य विकल्पों पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।

30/04/2022

आंधी-बारिश का कहर: बिहार में 1710 करोड़ की लागत से गंगा नदी पर बन रहे फोरलेन पुल का सुपर स्ट्रक्चर गिरा

बिहार में भागलपुर और खगड़िया को जोड़ने वाले फोरलेन पुल का सुपर स्ट्रक्चर शुक्रवार देर रात तेज आंधी और बारिश में गिर गया। सुल्तानगंज की तरफ से पोल नंबर 4, 5 और 6 के बीच ढलाई के लिए बनाया गया सुपर स्ट्रक्चर गिर गया।
केबल लगे होने के बावजूद पुल के सुपर स्ट्रक्चर का गिरना इंजीनियर की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। यह स्ट्रक्चर करीब 100 फीट से ज्यादा लंबा था। गनीमत रही की कोई इसकी चपेट में नहीं आया।

बता दें कि गंगा नदी पर इस पुल का निर्माण ₹1710.77 करोड़ की लागत से किया जाना है। एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन लिमिटेड इस फोरलेन पुल का निर्माण कर रही है।

यह पुल अगुवानी और सुल्‍तानगंज घाट (भागलपुर जिला) के बीच तैयार हो रहा है। सुल्तानगंज की तरफ से पोल नंबर 4, 5 और 6 के बीच ढलाई का काम चल रहा था, जिसके चलते यह स्ट्रक्चर बनाया गया था। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने निर्माण कार्य की जांच करवाने की मांग की है।

शुक्रवार शाम लगभग सवा आठ बजे मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। तेज आंधी-तूफान और बिजली की गड़गड़ाहट के बाद झमाझम बारिश होने लगी। इस बरसात ने उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों को काफी राहत दी, लेकिन आंधी-तूफान के बाद कई शहर की बिजली गुल हो गई।
पूरा शहर अंधेरे के आगोश में चला गया। आंधी-तूफान और बारिश के साथ कहीं-कहीं ओले गिरने से सामान्‍य फसलों के साथ-साथ फलों जैसे आम और लीची को भारी नुकसान पहुंचा है।

इससे जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया. कई जगहों पर घरों और दुकानों के छज्जे तक उड़ गए। इस महीने में तीसरी मर्तबा इस तरह से मौसम का मिजाज बदला है। पिछले 10 दिनों से झुलसाने वाली गर्मी से लोग बेहाल थे। अब गर्मी से थोड़ी रहात मिली है।

बिहार: लोहार जाति से छिना अनुसूचित जनजाति का दर्जा, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार सरकार ने जारी किया आदेशबिहार सरक...
22/04/2022

बिहार: लोहार जाति से छिना अनुसूचित जनजाति का दर्जा, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार सरकार ने जारी किया आदेश

बिहार सरकार ने लोहार जाति से अनुसूचित जनजात‍ि (Scheduled Tribes-ST) का दर्जा छीन लिया है। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह फैसला किया है।

इस बाबत गुरुवार को आदेश भी जारी कर दिया गया है। साथ ही लोहार जाति को अनुसूचिज जनजाति की श्रेणी से निकालने के फैसले को तत्‍काल प्रभाव से लागू करने का निर्देश भी दिया गया है। राज्‍य सरकार के इस आदेश के बाद लोहार जाति को एसटी श्रेणी के तहत मिलने वाली सभी तरह की सुविधाएं निरस्‍त हो जाएंगी।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा लोहार जाति को दी गई अनुसूचित जनजाति की सुविधाओं को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सभी विभागों के साथ-साथ प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी और विभिन्न आयोग और कार्यालय प्रधान को पत्र लिखा गया है।

बिहार में लोहार जाति को साल 2016 में अत्यंत पिछड़ा वर्ग की श्रेणी से हटाकर अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया गया था। लोहार जाति को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत करने के साथ ही अन्य सभी सुविधाएं भी देने का आदेश जारी किया गया था।

• राज्‍य सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती

लोहार जाति को अत्‍यंत पिछड़ा वर्ग की श्रेणी से हटाकर एसटी कैटेगरी में शामिल करने के प्रदेश सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। सुनील कुमार एवं अन्य बनाम राज्य सरकार और अन्य के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने 21 फरवरी 2022 को अपना फैसला सुनाया था। शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार के साल 2016 के आदेश को निरस्त कर दिया। राज्य सरकार के आदेश में लोहार जाति को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी वाली सुविधाएं दी जा रही थीं। अब ये सुविधाएं निरस्त हो गई हैं।

• प्रमाण पत्र अमान्‍य

सामान्य प्रशासन विभाग के ताजा फैसले के अनुसार, लोहार जाति को अब अन्य पिछड़े वर्गों के तहत आने वाली अन्‍य जातियों की तरह ही सुविधाएं दी जाएंगी। सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश के बाद लोहार जाति के लोगों का अनुसूचित जनजाति के तहत जारी सभी प्रमाण पत्र अमान्य हो गए हैं। अब लोहार जाति दूसरी पिछड़ी जातियों की तरह एनेक्सचर वन में शामिल हो गई है।

यूक्रेन से लौटे छात्रों को अब अपने भविष्य की चिंता, परिजनों की मांग-भारत के ही मेडिकल कॉलेज में मिले दाखिलायूक्रेन से लौ...
18/04/2022

यूक्रेन से लौटे छात्रों को अब अपने भविष्य की चिंता, परिजनों की मांग-भारत के ही मेडिकल कॉलेज में मिले दाखिला

यूक्रेन से लौटे छात्रों को अब अपने आगे की पढ़ाई को लेकर चिंता सता रही है। छात्रों के परिजनों की मांग है कि उनके बच्चों को भारत के ही किसी मेडिकल कॉलेज में आगे की पढ़ाई करने का मौका दिया जाए।

यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस छात्रों के माता-पिता रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए और अपने बच्चों को मेडिकल कॉलेजों में समायोजित करने के लिए सरकार के हस्तक्षेप की मांग की। हिमाचल प्रदेश के डॉ राजेश कुमार चंदेल का बेटा विवेक चंदेल भी यूक्रेन के खार्किव में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। उनका बेटा खार्किव विश्वविद्यालय में एमबीबीएस के पांचवें वर्ष में था। राजेश कहते हैं कि हम विरोध नहीं कर रहे हैं, हम सरकार से हमारे बच्चों को कॉलेजों में समायोजित करने का अनुरोध कर रहे हैं। सभी बच्चों के पैरेंट्स इसी मांग को लेकर दिल्ली आए हैं।

उन्होंने कहा कि हमने अपने मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और अन्य से मुलाकात की है। उनके अलावा, हमने उनके आवास पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की है। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा। दिल्ली आने को लेकर उन्होंने कहा कि हम यहां यह दिखाने के लिए आए हैं कि कितने छात्र प्रभावित हैं। हम सामूहिक रूप से आवाज उठाना चाहते हैं क्योंकि यह हमारे बच्चों के भविष्य के बारे में है।

यूक्रेन मेडिकल स्टूडेंट्स पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आरबी गुप्ता कहते हैं कि मेरा बच्चा द्वितीय वर्ष का छात्र है जो इवानो में पढ़ रहा था। हम सरकार से बस यही अनुरोध कर रहे हैं कि जिस तरह से उन्होंने बच्चों को बचाया, उसी तरह सरकार हमारे बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, दिल्ली, बिहार, राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु और ओडिशा सहित 10 राज्यों के लोग जंतर मंतर पर आए हुए हैं। गुप्ता ने कहा, "अभी तक हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मडाविया से बात की है। हमने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और कई लोकसभा सांसदों से भी मुलाकात की है।

यूक्रेन के खार्किव में चौथे वर्ष के छात्र आदित्य भारद्वाज ने कहा कि हम सरकार से अनुरोध कर रहे हैं। उन्होंने हमें घर वापस लाकर पहले ही हमारी बहुत मदद की है। लेकिन हम अपने भविष्य को लेकर दुविधा में हैं। हमारी जो कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं, वे भी ठीक से नहीं चल रही हैं। शिक्षक युद्ध क्षेत्र की परिस्थितियों में भी कक्षाएं ले रहे हैं। हम भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि हमें भारतीय कॉलेजों में समायोजित किया जाए ताकि हम यहां अपनी पढ़ाई कर सकें।

Bihar Motor Transfer New Rule: वाहन मालिकों की मौत के बाद अब गाड़ी ट्रांसफर कराना अनिवार्य, जान लें नए नियमबिहार सरकार क...
18/04/2022

Bihar Motor Transfer New Rule: वाहन मालिकों की मौत के बाद अब गाड़ी ट्रांसफर कराना अनिवार्य, जान लें नए नियम

बिहार सरकार के परिवहन विभाग ने वाहनों को लेकर बड़ा आदेश जारी किया है। अब वाहन मालिकों की मौत के बाद वाहन ट्रांसफर कराना अनिवार्य होगा।

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि विभिन्न स्रोतों से जानकारी मिल रही है कि परिचालन अयोग्य वाहनों के निबंधन संख्या का उपयोग ऐसी गाड़ियों में किया जा रहा है, जिसका अवैध कार्यों के लिए उपयोग से इंकार नहीं किया जा सकता है। विभाग ने ऐसे में वाहन मालिक की मौत के बाद वाहन का ट्रांसफर कराना अनिवार्य कर दिया है और अब बिना ट्रांसफर कराये संबंधित व्यक्ति द्वारा वाहन चलाते पकड़े जाने पर मोटरयान अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।

• इसके साथ ही परिचालन के अयोग्य हो चुके वाहनों का निबंधन रद्द कराना होगा। संजय कुमार अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि परिचालन के लिए अयोग्य हो चुके वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द करा लें साथ ही खरीदे और बेचे गये गाड़ियों का ट्रांसफर भी करा लें।

बिना ट्रांसफर के परिचालित किये गये वाहनों का किसी अवैध कार्य में संलिप्त पाया जाता है तो निबंधन प्रमाण पत्र में दर्ज वाहन स्वामी पर कार्रवाई की जायेगी। जिस व्यक्ति के नाम से गाड़ी रजिस्टर्ड है और उसकी मृत्यु हो जाने या किसी सार्वजनिक नीलामी में खरीदे गये गाड़ियों के स्वामित्व का हस्तांतरण अनिवार्य है।

गाड़ियों के परिचालन के लिए आवश्यक है कि के सभी कागजात-प्रदूषण प्रमाण पत्र, बीमा, दुरुस्ती प्रमाण पत्र, परिमट, पथकर एवं शुल्क अपडेट हो। सभी कागजात अपडेट की नहीं होने की स्थिति में गाड़ियों का परिचालन नियम के प्रतिकूल है एवं मोटरवाहन अधिनियम की विभिन्न धाराओं में यह दंडनीय है।

गांधी मैदान समेत पटना के इन 20 जगहों पर खुलेंगे नीरा काउंटर, यहां पूरी लिस्ट देखियेभीषण गर्मी और हीट वेव को देखते हुए जह...
16/04/2022

गांधी मैदान समेत पटना के इन 20 जगहों पर खुलेंगे नीरा काउंटर, यहां पूरी लिस्ट देखिये

भीषण गर्मी और हीट वेव को देखते हुए जहां ठंडे पेय पदार्थों की बिक्री तेज हो गई है, वहीं अब राजधानी में जगह-जगह लोग नीरा का आनंद उठा सकेंगे।

जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने नीरा का उत्पादन और बिक्री बढ़ाने का निर्देश दिया है। डीएम ने कहा है कि नीरा के जरिए हजारों परिवारों को जीविकोपार्जन से जोड़ा जाएगा। इसीलिए इसके उत्पादन और बिक्री बढ़ाने का हर संभव प्रयास होगा।

डीएम ने नीरा उत्पादन और विपणन की प्रगति को लेकर समीक्षा भी की। साथ ही जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक से जानकारी के आधार पर कहा है कि पटना में 8 स्थायी काउंटर के द्वारा नीरा की बिक्री की जा रही है, लेकिन अब शहर में कम-से-कम 20 स्थानों पर और काउंटर खोले जाएंगे। इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने अस्थायी काउंटर के द्वारा विभिन्न जगहों पर स्थान चयनित कर नीरा की बिक्री का निर्देश दिया है।

डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने पटना समाहरणालय के कैंटीन, रजिस्ट्री ऑफिस और अन्य भीड़-भाड़ वाली जगहों, जैसे- गांधी मैदान के गेट नंबर 1 और 10, पटना चिड़ियाखाना गेट नंबर 1, बिहार म्यूजियम, इको पार्क, मीठापुर बस स्टैंड, जीरो माइल बस अड्डा, बिस्कोमान भवन, सचिवालय भवन, कंकड़बाग टेंपो स्टैंड, स्पोर्ट्स क्लब राजेंद्र नगर,पटना मेडिकल कॉलेज के पास नीरा बिक्री केंद्र खोलने का निर्देश दिया है।

पटना डीएम ने कहा कि नीरा को गांव-गांव से संग्रह कर बिक्री केंद्र पर बेचा जाएगा।

बता दें कि अभी पटना के अलग-अलग प्रखंडों में कुल 50 नीरा काउंटर पर नीरा का विक्रय किया जा रहा है जिसमें कुल 862 सक्रिय टैपर्स को जीविका के सहयोग से मद्य निषेध विभाग, पटना के द्वारा लाइसेंस निर्गत किया जा चुका है।

पटना जिला में कुल 2,10,000 लीटर नीरा बिक्री का लक्ष्य रखा गया है. अभी प्रतिदिन लगभग 1,000 लीटर बिक्री हो रही है। डीएम डॉ सिंह ने 2,000 से 2,500 लीटर प्रतिदिन बिक्री का लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया है।

डीएम ने सगुना मोड़ पर नीरा काउंटर का उद्घाटन किया। साथ ही इसके बाद उन्होंने चिड़ियाखाना के गेट नंबर दो पर अवस्थित नीरा काउंटर का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आम लोगों के लिए नीरा एक स्वास्थ्यवर्धक प्राकृतिक पेय है, ऐसे में इसका उपयोग सभी उम्र के लोग कर सकते हैं।

16/04/2022

मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के नाम रामनवमी के पावन मौके पर निकलने वाले जुलूसों में जहाँ देश भर से सांप्रदायिक हिंसा की खबरें आती रहीं, वहीं बिहार के कटिहार जिले के रामभक्तों ने श्रीराम के सच्चे आदर्शों का प्रतिपालन करते हुए धर्म और इंसानियत की अद्भुत मिसाल पेश की।
मस्जिद के सामने ढाल बनकर खड़े रहे हिंदू, फिर सामने से गुजरा जुलूस।

पंजाब के डॉक्टर ने दान किया पटना सिटी स्थित हरमंदिर साहिब को  सोने का पलंग सहित 5 करोड़ का सामानबिहार की राजधानी स्थित त...
14/04/2022

पंजाब के डॉक्टर ने दान किया पटना सिटी स्थित हरमंदिर साहिब को सोने का पलंग सहित 5 करोड़ का सामान

बिहार की राजधानी स्थित तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब को एक भक्त ने करीब 5 करोड़ रुपए का सामान भेंट किया है।

पंजाब के जालंधर के करतारपुर निवासी और गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल के संचालक डॉ गुरविंदर सिंह सरना ने तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब पहुंचकर 5 किलो सोना और 4 किलो चांदी से बना पलंग, आधा किलो सोना से बने चौर, सोने से बना चंदुआ और चवर समेत अन्य बेशकीमती सामानों को गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चरणों में अर्पित किया।

इस मौके पर उन्होंने तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के पंच प्यारों के लिए बेशकीमती कृपाण भी सौंपा। तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर मसकीन, पंच प्यारों और तख्त श्री हरिमंदिर प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों की मौजूदगी में भेंट की यह रस्म पूरी की गई।

गुरु महाराज के चरणों में समर्पित इन सामानों की कीमत लगभग 5 करोड़ के आसपास में बताई जाती है।

इस मौके पर डॉक्टर गुरविंदर सिंह सरना ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की अपार कृपा उन पर है।
उन्होंने बताया कि आज उनके पास जो कुछ भी है वह गुरु महाराज की ही देन है।

भेंट किए गए सामानों की कीमत के संबंध में पूछे जाने पर डॉक्टर गुरविंदर सिंह सरना ने कीमत बताने से इंकार कर दिया। इस मौके पर तख्त श्री हरमंदिर प्रबंधक कमेटी के महासचिव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि पंजाब के प्रख्यात चिकित्सक डॉक्टर गुरविंदर सिंह सरना द्वारा गुरु महाराज को बेशकीमती सामान भेंट की गई है।

उन्होंने गुरविंदर सिंह सरना द्वारा सोने की पलंग, सोने से बनी चौर, चंदुआ और सोने से बने चवर समेत पंच प्यारों के लिए बेशकीमती कृपान सौपे जाने की भी बात कही।

दशमेश पिता गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के प्रति डॉक्टर गुरविंदर सिंह सरना की इस श्रद्धा भक्ति को देखने को लेकर सैकड़ों की संख्या में सिख श्रद्धालु देर रात तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में मौजूद थे।

बिहार के सरकारी स्कूलों में जून के पहले हफ्ते से चलेगी ‘निपुण बिहार’ योजना, जानें शिक्षा विभाग की इस नई योजना के बारे मे...
12/04/2022

बिहार के सरकारी स्कूलों में जून के पहले हफ्ते से चलेगी ‘निपुण बिहार’ योजना, जानें शिक्षा विभाग की इस नई योजना के बारे में

हाल ही में बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने एक समीक्षा बैठक में बिहार के सरकारी स्कूलों में जून के पहले सप्ताह में निपुण बिहार योजना लागू करने के निर्देश दिये हैं।

बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे इस अभियान के तहत पढ़ने-लिखने, अक्षर पहचानने, उसका अर्थ बताने में दक्ष किये जायेंगे। जोड़-घटाव और उम्र सापेक्ष अन्य संख्यात्मक कार्यकलापों को हल करने में भी वे सक्षम होंगे।

इसके क्रियान्वयवन के लिये राज्य के प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन किया गया है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक कक्षा (मुख्य रूप से पहली से तीसरी कक्षा) के विद्यार्थियों के मध्य आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान में सुधार हेतु निपुण भारत योजना प्रारंभ की गई है। इसे ही राज्य में ‘निपुण बिहार’ नाम से शुरू करने की योजना है।

निपुण भारत योजना का पूरा नाम ‘नेशनल इनीशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरेसी है’। इस योजना का मूल मकसद प्राथमिक कक्षा (खासकर पहली से तीसरी) के छात्र-छात्राओं के बीच आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता के ज्ञान को पहुंचाना है।

बिहार सरकार का शिक्षा विभाग इसको लेकर जून के पहले सप्ताह से राज्यभर के प्रारंभिक स्कूलों में ‘निपुण बिहार’ योजना आरंभ करने जा रहा है।

विभाग के अपर मुख्य सचिव ने गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल खुलते ही इसे आरंभ करने का निर्देश दिया है।
विद्यालय शिक्षा समिति, त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि और शिक्षा महकमे के सभी अधिकारी इस योजना को सफल बनाने में सहयोग करेंगे।

योजना बिहार शिक्षा परियोजना परिषद, एससीईआरटी, यूनीसेफ समेत शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली आधा दर्जन स्वयंसेवी संगठनों की मदद से क्रियान्वित होगी।

निपुण बिहार योजना के लिए राज्यस्तर पर प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन किया गया है। जिला और प्रखंड स्तर पर भी यह टास्क फोर्स गठित होगी। राज्यस्तर से प्रखंड और विद्यालय तक की मॉनिटरिंग की जाएगी। योजना को सफल बनाने के लिए चार स्तरीय तंत्र राज्य-जिला-ब्लाक-स्कूल स्तर पर संचालित किया जाएगा।

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