Aryavarta आर्यावर्त

  • Home
  • Aryavarta आर्यावर्त

Aryavarta आर्यावर्त News & Media Platform
(1)

15/03/2025

बिना हेलमेट स्कूटी चलाते दिखे विधायक तेज प्रताप सोशल मीडिया पर यूजर पूछ रहे हैं सवाल क्या होगी कार्रवाई

होली के दिन मछली भात भोज का आयोजन
15/03/2025

होली के दिन मछली भात भोज का आयोजन

15/03/2025

बैकुंठपुर में मिथिलेश तिवारी की स्पेशल होली पहुंचे मनोज तिवारी राकेश मिश्रा रितेश पांडे

15/03/2025

सोनपुर की सियासी होली

15/03/2025

रसूलपुर चट्टी से आगे पकवा इनार के राम विवाह गाने वाले व्यास कमला बाबा की मंडली में बड़े बाल वाला लड़का आया था जो गजब का झाल बजाता था। किसी ने बताया कि रसूलपुर चट्टी का रहने वाला है संभवत 2007 की बात होगी। उसके बाद लड़का खुद का मंडली बनाकर गाने लगा वीडियो इस समय का है देखकर आप पहचान भी नहीं पाए पर आज 2025 में यह भोजपुरी का ट्रेनिंग स्टार है नाम है खेसारी लाल यादव,..... आज जन्मदिन है तो इससे बढ़िया वीडियो नहीं हो सकता अगर आप खेसारी को पसंद करते हैं तो वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें क्योंकि संघर्ष करने वाले के लिए तो सलाम बनता है चाहे वह किसी जाति धर्म का हो

 #चंपारण_हांडी_मटनभोजपुरिया इलाके में मटन को देसी भाषा में सगौती बोलते हैं यह सौगात शब्द से निकला हुआ है। बिहार के लोग म...
15/03/2025

#चंपारण_हांडी_मटन
भोजपुरिया इलाके में मटन को देसी भाषा में सगौती बोलते हैं यह सौगात शब्द से निकला हुआ है। बिहार के लोग मटन के काफी शॉपिंग होते हैं पर इन दोनों बिहार के चंपारण इलाके का मटन पूरे देश दुनिया में छा गया है,कभी चंपा के वन तथा आजादी की लड़ाई के प्रयोग भूमि के कारण देश दुनिया में जाने जाना वाला चंपारण अब मटन के एक रेसिपी के कारण जाना जाता है आप गूगल पर सर्च करके देखिए आजादी की लड़ाई और ऐतिहासिक कहानियां से पहले चंपारण का मटन ही आ जाता है।चंपारण मटन जिसे अहुना या हांडी मटन भी कहा जाता है, बिहार के चंपारण इलाके का प्रसिद्ध व्यंजन है. इसे मिट्टी के बर्तन में बंद करके, धीमी आग पर कई घंटों तक पकाया जाता है. चंपारण मटन अपने ज़बरदस्त मसालों के लिए मशहूर है और यह बिहार की खास पहचान बन रहा है.यह डिश न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी बिहार का प्रतिनिधित्व करता है. इसके बेहतरीन स्वाद और बढ़ते प्रसिद्धि के चलते इसे अब बड़े शहरों में भी बनाया जा रहा है, और बड़े होटलों के मेन्यू में भी इसे शामिल किया जा रहा हैं.लेकिन बड़े शहरों में इसे बनाने की प्रक्रिया में वह असली स्वाद नहीं आ पाती जो चंपारण की मिट्टी और वहां के पारंपरिक तरीके से मिलती है. मिट्टी के बर्तन में धीरे-धीरे पकने वाला मटन जिसमें स्थानीय मसाले और खास तकनीक से तैयारी की जाती है, इसमें सरसों के तेल और प्याज का इस्तेमाल बराबर मात्रा में किया जाता है पर सबसे बड़ी कल यही है सरसों के तेल को गर्म करके पानी से उसे काटा जाता है। तेल जब खूब गर्म हो जाता है तो उसमें पानी बाहर से झटके से फेंका जाता है जिससे तेल फट जाता है। फिर उसी ठंडा तेल को इस मटन के मेकिंग में इस्तेमाल किया जाता है। वह चंपारण में ही सबसे अच्छा बनता है. इसलिए, असली और पारंपरिक चंपारण मटन का स्वाद चखने के लिए बिहार के चंपारण का रुख करना ही बेहतर है. आपको जानकर सहज आश्चर्य होगा कि असल में मिट्टी के हांडी में तैयार होने वाला इस मटन का असली जन्मदाता चंपारण के इलाके में ही पाई जाने वाली थारू जनजाति है। चंपारण मटन को मिट्टी के हांडी में हल्के आंख आंच पर पकाया जाता है इसमें लौंग गरम मसाले लहसुन अदरक का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। बिहार ही नहीं देश और अब विदेशों तक में यह ब्रांड लोगों के जुबान पर चढ़ गयाहै।
#अनूप

आर्यावर्त डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क के सभी दर्शकों श्रोताओं को होली की हार्दिक शुभकामनाएं
15/03/2025

आर्यावर्त डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क के सभी दर्शकों श्रोताओं को होली की हार्दिक शुभकामनाएं

15/03/2025

ए सिपाही ए दीपक अभी एक गाना बजेगा बुरा नहीं मानेंगे ठुमका लगाना पड़ेगा नहीं तो सस्पेंड कर दिया जाएगा....तेज प्रताप यादव ने पुलिसकर्मी से वर्दी में कराया डांस: पटना में अपने आवास पर होली समारोह के दौरान राजद नेता तेज प्रताप यादव के कहने पर एक पुलिसकर्मी नाचता हुआ नजर आया। तेज प्रताप यादव ने कहा—'अगर ठुमका नहीं लगाओगे तो सस्पेंड कर दिए जाओगे।
(वीडियो क्रेडिट सोशल मीडिया)

14/03/2025

इस वर्ष बिहार में अश्लील भोजपुरी गीतों पर रोक लगी है पर क्या आप जानते हैं कि सवाल को सदन में सबसे पहले पिछले साल यानी 2024 में राजद वाले डॉक्टर सुनील कुमार सिंह ने उठाया था

 #तड़प_तड़प_के_इस_दिल_से....बिहार के मधेपुरा जिला के कुमुद यादव अपने परिवार वालों के खिलाफ जाकर चंदा नाम की लड़की के साथ...
14/03/2025

#तड़प_तड़प_के_इस_दिल_से....
बिहार के मधेपुरा जिला के कुमुद यादव अपने परिवार वालों के खिलाफ जाकर चंदा नाम की लड़की के साथ प्रेम विवाह किया था। प्रेम विवाह के बाद कुमुद के घर वाले उसे घर से बाहर कर दिए तो कुमुद अपनी पत्नी चंदा के साथ सहरसा जिले के त्रिवेणीगंज में किराए के रूम लेकर रहने लगा था। कुछ काम करता था जिदंगी जीने के लिए।कुछ दिन बाद कुमुद की पत्नी चंदा अपने मायने के लड़के के साथ अफेयर्स में आ जाती हैं। कुमुद को चंदा के अफेयर्स के बारे में पता चला तो कई बार अपनी पत्नी को समझाया लेकिन उसकी पत्नी अपने आशिक से सम्पर्क बनाई रखी। ये सिलसिला करीब तीन सालों तक चलते रहा, अपनी पत्नी चंदा द्वारा तीन सालों तक मानसिक प्रताड़ित होते रहने के बाद आखिर कर कुमुद ने दुनियां को अलविदा कह दिया।जिस लड़के ने उस लड़की के लिए अपने परिवार और समाज से बहिष्कृत हुआ, कल उसी लड़की से तंग आकर आत्महत्या कर लिया। आत्महत्या करने से पहले कुमुद ने सुसाइड नोट के सबसे ऊपर लिखता है मेरी प्यारी पत्नी चंदा को कोई नहीं डांट सकता है मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं। फिर कुमुद लिखता है चंदा मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं। मरते मरते कुमुद ने ईश्वर से ये कमाना किया है चंदा तुम जहां रहो खुश रहो।कुमुद के लिए न्याय की मांग करना भी बेवकूफी ही होगी। क्योंकि यहां मर्दों के लिए कोई नियम कानून नहीं हैं। ब्रदर ईश्वर अपने चरणों में जगह दे। और ईश्वर ही तुम्हारे साथ न्याय करें। फेमिनिस्टों कलेजे में ठंडक तो मिली होगी? अपनी पत्नी के अफेयर्स के बारे में जानकर फिर एक मर्द आत्महत्या कर लिया उड़ा लो मज़ाक।

 #मछली_भात.....होली में विविध प्रकार के देसी व्यंजनों के स्वाद लेने के बाद अब दोपहर में देसी मछली और चावल का टेस्ट
14/03/2025

#मछली_भात.....
होली में विविध प्रकार के देसी व्यंजनों के स्वाद लेने के बाद अब दोपहर में देसी मछली और चावल का टेस्ट

आर्यावर्त के सभी दर्शकों को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं
14/03/2025

आर्यावर्त के सभी दर्शकों को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं

14/03/2025

होली के रंग भोजपुरी गायिका कल्पना के संग

14/03/2025

बक्सर में सियासी रंग जमा दिया मिथिलेश कुमार तिवारी ने

गुरुवार को बिहार में सरकारी विद्यालय खुले हुए हैं तस्वीर बिहार के कई इलाके की है बाकी जो है सो आप देख सकते हैं
13/03/2025

गुरुवार को बिहार में सरकारी विद्यालय खुले हुए हैं तस्वीर बिहार के कई इलाके की है बाकी जो है सो आप देख सकते हैं

13/03/2025

बिहार का असली फगुआ यह आपको ग्रामीण इलाके में ही सुनने को मिल सकता है

13/03/2025

बिना साउंड वाला बिहार के मुख्यमंत्री का वीडियो देखिए मुख्यमंत्री गुरुवार को पटना एयरपोर्ट का निरीक्षण करने पहुंचे थे

 #गुलर बचपन से गुलर से अपना बस इतना ही नाता रहा की सुनते आए कि गूलर का फूल जिसको मिल जाए वह देखते-देखते इस संसार का सबसे...
13/03/2025

#गुलर
बचपन से गुलर से अपना बस इतना ही नाता रहा की सुनते आए कि गूलर का फूल जिसको मिल जाए वह देखते-देखते इस संसार का सबसे अमीर आदमी बन जाएगा हालांकि गूलर का फूल किसी ने आज तक देखा ही नहीं कथा कहानियों में ही गूलर के फूल के बारे में बहुत कुछ सुना। बचपन में जब छोटे बच्चों को दस्त होता था तो गूलर के पेड़ के टहनियों से निकलने वाले उजाले रस को पतासे में भरकर लाया जाता था और उसे बच्चों को चढ़ाया जाता था जो दस्त और बुखार में काफी कारगर सिद्ध होता था। पटना जैसे शहरों में आने के बाद पता चला कि गुलर की सब्जी भी होती हालांकि उत्तर बिहार में इसका प्रचलन नाम मात्र का ही है पर मध्य बिहार के जिलों में इसे सब्जी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।गूलर को फोड़ कर खाया जाये तो हवा लगते ही इसमे कीड़े पड़ जाते हैं। इसीलिये इसे बिना फोड़े ही खाया जाता है। लेकिन सच तो यह है, कि इसमें छोटे छोटे कीड़े मौजूद रहते ही हैं। वनस्पति विज्ञान की भाषा मे गूलर का फल हायपेन्थोडीयम कहलाता है, जिसमे फूल/ पुष्पक्रम के आधारीय भाग मिलकर एक बड़े कटोरे या बॉल जैसी संरचना बना लेते हैं। और इस गोलाकार फल जैसी संरचना के भीतर कई नर और मादा पुष्प/ जननांग रहते है, जिनमें परागण और संयुग्मन के बाद बीज बन जाते हैं।फल के परिपक्व होने के पहले उस पर विशेष प्रकार की मक्खी सहित कई कीट प्रवेश कर जाते हैं। कई बार वे अपना जीवन चक्र भी यहीं पूर्ण करते हैं। हमारे गाँव के बुजुर्गों के अनुसार इसके फलो को खाने से गजब की ताकत मिलती है, और बुढापा थम से जाता है। मतलब अंजीर की तरह ही इसे भी प्रयोग किया जाता है।
मेरी दादी कहती थी कि ऊमर के पेड़ के नीचे से बिना इसे खाये नही गुजर सकते हैं। इसकी छाल को जलाकर राख को कंजी के तेल के साथ पाइल्स के उपचार में प्रयोग करते हैं। दूध का प्रयोग चर्म रोगों में रामवाण माना जाता है। दाद होने पर उस स्थान पर इसका ताजा दूध लगाने से आराम मिलता है। कच्चे फल मधुमेह को समाप्त करने की ताकत रखते हैं। पेट खराब हो जाने पर इसके 4 पके फल खा लेना इलाज की गारंटी माना जाता है।वहीं एक ओर इसके पेड़ को घर पर या गाँव मे लगाना वर्जित है, शायद भूतों से इसे जोड़ते हैं, लेकिन वास्तव में यह दैत्य गुरु शुक्राचार्य का प्रतिनिधि है। वास्तु के अनुसार दूध और कांटे वाले पौधे घर पर लगाना उचित नही होता।वास्तव में इसे पक्षियों और जनवरो के पोषण के लिये छोड़ने के लिए ऐसी मान्यताएँ बना दी गई होंगी, जिससे लोग इसके फलों और पेड़ का अत्यधिक दोहन न कर सकें। पक्षीयों के लिए तो यह वरदान है। और पक्षी ही इसे फैलाते भी हैं। व्यवहारिक रूप से यह पक्षियों का पसंदीदा है तो पक्षियों की स्वतंत्रता के उद्देश्य से भी इसे घर से दूर लगाना सही प्रतीत होता है।
#अनूप

Address

Boring Road

800001

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Aryavarta आर्यावर्त posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Aryavarta आर्यावर्त:

Videos

Shortcuts

  • Address
  • Telephone
  • Alerts
  • Contact The Business
  • Videos
  • Claim ownership or report listing
  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share