Madarsa Qadriya Razviya Rikkhi Purwa & Noori Masjid Palia Kalan Kheri

Madarsa Qadriya Razviya Rikkhi Purwa & Noori Masjid Palia Kalan Kheri Madarsa Qadariya Razviya is the best Madarsa in Palia Kalan kheri. Running around 42 years old. Insha Allah

Agar aap Apne Baccho ko Behtareen Hafiz Qari Aalim Bnana Chahte Hai to EID-ul-Fitr ke 10 din ke baad se Madarse me Dakhila Shuru Ho Jayega.

Masha Allah
27/12/2024

Masha Allah

16/12/2024

पाँच ग़ैर अख़्लाक़ी सवालात कभी ना पूछो

किसी बेरोज़गार से : कहीं नौकरी लगी?
रिश्ते के इंतज़ार में बैठी हुई लड़की से : कहीं रिश्ता हुआ?
बे औलाद जोड़ों से : कब तक ख़ुशख़बरी सुना रहे हो?
किराए पर रहने वालों से : अपना मकान कब बना रहे हो?
बग़ैर सवारी के रहने वालों से : और गाड़ी कब ख़रीद रहे हो?

आप के ऐसे ला परवाह सवालात किसी के लिए शदीद डिप्रेशन का बाईस बनते हैं..!!❗

With Faizan e Gaus O Khawaja Raza – I'm on a streak! I've been a top fan for 4 months in a row. 🎉
14/12/2024

With Faizan e Gaus O Khawaja Raza – I'm on a streak! I've been a top fan for 4 months in a row. 🎉

Beshaq
07/12/2024

Beshaq

Big shout out to my newest top fans! 💎 Big shout out to my newest top fans! 💎Nadeem Razvi
05/12/2024

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Nadeem Razvi

28/11/2024
28/11/2024

*🌹ﺑِﺴْـــــــــــــﻢِﷲِالرَّحْمٰنِﺍلرَّﺣِﻴﻢ🌹*
*💚الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله صلی الله عليه وسلم💚*

*हज़रत बिश्र رحمت اللہ علیہ से कहा गया, कि फलां आदमी का इंतिक़ाल हो गया है आपने फरमाया*

*उसने दुनिया को जमा किया और आख़िरत को ज़ाया कर दिया, लोगों ने कहा वह तो नेकियां किया करता था*

*आपने फरमाया जिसके दिल में दुनिया की मोहब्बत हो, उसे नेकियां नफ़ा नहीं पहुंचातीं.!*

📕(मुकाशफुतुल क़ुलूब सफ़ह 209)

28/11/2024

*🌹ﺑِﺴْـــــــــــــﻢِﷲِالرَّحْمٰنِﺍلرَّﺣِﻴﻢ🌹*
*💚الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله صلی الله عليه وسلم💚*

*ख़लीफ़ा ए रसूल ह़ज़रते सय्यिदुना उ़मर رضي الله عنه फ़रमाते हैं*

*ऐ अहले ईमान तुम औ़रतों को कपड़े कम और सादा लेकर दिया करो, क्योंकि जब औ़रतों के पास कपड़े ज़ियादा आ जाएं और वो ख़ुद को ख़ूबसूरत समझने लगें, तो फिर उनका बाहर जाने को दिल चाहता है*

*ये सच है के अगर औ़रतों को चमकीले कपड़े दिलाए जाएं तो उनके दिल में घर से निकलने का ख़याल पैदा होता है, और ये आपने भी देखा होगा के अगर शादी पर औ़रतों को नये कपड़े न दिलाए जाएं तो ये उसमें जाने से इंकार कर देती हैं*

*माज़रत के साथ क्योंकि आज औ़रतों का शादी में जाने का असल मक़्सद अपने ह़ुस्न की नुमाइश करना है, जिसका दिन रात तजरिबा हो रहा है*

*हम किसी ख़ास औ़रत के लिए नहीं कह रहे हैं बल्कि उन सभी औ़रतों के लिए कह रहे हैं, जो शादियों में बे पर्दा फिरती हैं चाहे वो औ़रत आ़म आदमी की हो, या किसी मौलवी की*

*लिहाज़ा औ़रतों के शादी में जाने पर मुकम्मल पाबंदी लगाएं चाहे ख़ास रिश्तेदार की शादी हो, याद रखें कोई शादी शर्मो ह़या से बढ़कर नहीं है.!*

📕(भड़कीले बुर्क़ए सफ़ह़ा 29)

Important msg
27/11/2024

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Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Shout out to my newest followers! Excited to have you onb...
27/11/2024

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard!

Samiullah Salmani, Peer Ali

20/11/2024

*तल्ख_हक़ीक़त*

एक आदमी से किसी ने पूछा कि:
"आजकल इतनी ग़ुरबत क्यूं है."
जवाब:
" मेरे ख्याल में आज इतनी ग़ुरबत नहीं जितना शोर है--- आजकल हम जिसको ग़ुरबत बोलते हैं वो दरअस्ल ख्वाहिश पूरा ना होने को बोलते हैं--"
"हमने तो ग़ुरबत के वो दिन भी देखे हैं कि स्कूल में तख्ती पर (गाची) के पैसे नहीं होते थे तो (स्वागा) लगाया करते थे..
स्लेट पर सियाही के पैसे नहीं होते थे सेल का सिक्का इस्तेमाल करते थे-"
स्कूल के कपड़े जो लेते थे वो सिर्फ ईद पर लेते थे- अगर किसी शादी ब्याह के लिए कपड़े लेते थे तो स्कूल कलर के ही लेते थे..

कपड़े अगर फट जाते तो सिलाई करके बार बार पहनते थे..
जूता भी अगर फट जाता बार बार सिलाई करवाते थे..
और जूता बाटा या किसी नामी कम्पनी का नहीं प्लास्टिक का होता था...
घर में अगर मेहमान आ जाता तो पड़ोस के हर घर से किसी से घी किसी से मिर्च किसी से नमक मांग कर लाते थे..
आज तो माशा अल्लाह हर घर में एक एक माह का सामान पड़ा होता है...
मेहमान तो क्या पूरी बारात का सामान मौजूद होता है...
आज तो स्कूल के बच्चों के हफ्ते के सात दिनों के सात जोड़े प्रेस करके घर रखे होते हैं..
रोज़ाना नया जोड़ा पहन कर जाते हैं-
आज अगर किसी की शादी पे जाना हो तो मेंहदी बारात और वलीमे के लिए अलग अलग कपड़े और जूते खरीदे जाते हैं...

हमारे दौर में एक चलता फिरता इंसान जिसका लिबास तीन सौ तक और बूट दो सौ तक होता था और जेब खाली होती थी..
आज का चलता फिरता नौजवान जो ग़ुरबत का रोना रो रहा होता है उसकी जेब में तीस हज़ार का मोबाइल, कपड़े कम से कम दो हज़ार के,जूता कम से कम एक हज़ार का,गले में सोने की ज़ंजीर हाथ में घड़ी..
ग़ुरबत के दिन तो वो थे जब घर में बत्ती जलाने के लिए तेल नहीं होता था रुई को सरसों के तेल में डुबो कर जला लेते....
आज के दौर में ख्वाहिशों की ग़ुरबत है..
अगर किसी की शादी में शामिल होने के लिए तीन जोड़े कपड़े या ईद के लिए तीन जोड़े कपड़े ना सिला सके वो समझता है मैं ग़रीब हूं..

*आज_ख्वाहिशात_के_पूरा_ना_होने_का_नाम_ग़ुरबत_है*

20/11/2024

🩵तुम नमाज़ के लिए वक्त निकालो,

अल्लाह तुम्हारी जिन्दगी से बुरा वक्त निकाल देगा...!

🩵"अगर कामयाब होना चाहते हो तो नमाज़ को अपनी ज़िन्दगी में शामिल कर लो क्योंकि नमाज़ के बिना कामयाबी मुमकिन नहीं..."

With Faizan e Gaus O Khawaja Raza – I'm on a streak! I've been a top fan for 3 months in a row. 🎉
15/11/2024

With Faizan e Gaus O Khawaja Raza – I'm on a streak! I've been a top fan for 3 months in a row. 🎉

Thanks for being a top engager and making it on to my weekly engagement list! 🎉Nadeem Razvi, Noor Mohand, Warsi Shadab, ...
12/11/2024

Thanks for being a top engager and making it on to my weekly engagement list! 🎉

Nadeem Razvi, Noor Mohand, Warsi Shadab, Imran Qadri, Nasim Saha, Moshim Ansari, Somaiya Akhtar, Asraf Ali, Sakeel Khan, ILtaf Husain Husain

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Rikkhi Purwa
Palia Kalan
262902

Opening Hours

Monday 6am - 5pm
Tuesday 6am - 5pm
Wednesday 6am - 5pm
Thursday 6am - 5pm
Saturday 6am - 5pm
Sunday 6am - 5pm

Telephone

+919125923971

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