हास्य-धमाल

हास्य-धमाल भादर-लुक्का के हास्य को पढ़ने एंव वीडि?

10/12/2023

भादर भाई नोहर-जयपुर रोड़ पर बहुत तेज रफ़्तार से कार चला रहा था ! दलप्तपुरा गाँव के पास नाका लगाए खड़े ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी ने उसे रोका !

भादर भाई :-- क्या बात है ऑफीसर ?

ट्रैफिक ऑफिसर :-- मिस्टर, आप तेज गति से कार चला रहे थे, अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाइए !

भादर भाई :-- मैं आपको ड्राइविंग लाइसेंस जरूर दिखाता ऑफिसर, लेकिन मेरे पास लाइसेंस नहीं है !

ट्रैफिक ऑफिसर :-- तो कहाँ है ?

भादर भाई :-- पाँच साल पहले ही खो गया, जब मैं दारू पीकर गाड़ी चला रहा था !

ट्रैफिक ऑफिसर :-- ओहो ! खैर कोई बात नहीं, अपनी कार के रजिस्ट्रेशन दस्तावेज दिखाइए !

भादर भाई :-- मैं नहीं दिखा सकता !

ट्रैफिक ऑफिसर :-- क्यों ?

भादर भाई :-- क्योंकि यह कार मैंने चुराई है !

ट्रैफिक ऑफिसर (आश्चर्य से) :-- चोरी की है !

भादर भाई :-- हाँ सर ! ये कार मैनें चुराई है और कार मालिक को जान से मारकर उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए !

ट्रैफिक ऑफिसर :-- क्या बकते हो !

भादर भाई :-- हाँ आफिसर, कार मालिक के बॉडी पार्ट्स को मैंने प्लास्टिक बैग में भरकर कार की डिक्की में रखे हैं ! क्या तुम डिक्की देखना चाहते हो ?

ट्रैफिक ऑफिसर ने ध्यान से भादर भाई को देखा और धीरे-धीरे पीछे हटते हुए अपनी गाड़ी के पास पहुंचा और वायरलेस पर हेडक्वाटर से तुरंत बैक-अप माँगा !

थोड़ी ही देर में पाँच पुलिस की गाड़ियाँ वहॉं पहुंची और भादर भाई की कार को घेरे में ले लिया !

एक सीनियर ट्रैफिक ऑफिसर ने अपनी गन हाँथ में ली और सतर्कता से भादर भाई की कार के पास गया और भादर भाई को बोला :-- मिस्टर ! कर से बाहर आओ !

भादर भाई कार से बाहर आकर बोला :-- कोई प्रॉब्लम है, सर ?

सीनियर ट्रैफिक ऑफिसर :-- मेरे एक ऑफिसर का कहना है कि, आपने ये कार चुराई है और कार मालिक का क़त्ल किया है !

भादर भाई :-- कार मालिक का क़त्ल ?

सीनियर ट्रैफिक ऑफिसर :-- क्या आप अपनी कार की डिक्की खोलकर दिखाएँगे ?

भादर भाई ने कार की डिक्की खोली, वो खाली थी !

सीनियर ट्रैफिक ऑफिसर :-- क्या ये आप ही की कार है, मिस्टर ?

भादर भाई :-- हाँ ऑफिसर, ये देखो इसके रजिस्ट्रेशन पेपर्स !

सीनियर ट्रैफिक ऑफिसर :-- मेरे ऑफिसर ने बताया है कि, तुम्हारे पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है !

भादर भाई ने तुरंत सीनियर ट्रैफिक ऑफिसर को अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाया !

सीनियर ट्रैफिक ऑफिसर ने लाइसेंस गौर से देखा और सही पाया ! वो कुछ परेशान सा लगने लगा, फिर बोला :-- थैंक्यू मिस्टर, वो क्या है कि, मेरे ऑफिसर ने मुझे बताया था कि, आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है ! आपने यह कार चुराई है और आपने कार मालिक का क़त्ल कर उसके टुकड़े टुकड़े कर दिए हैं !

भादर भाई :-- सर, मैं आपसे शर्त लगा सकता हूँ कि, आपके उस झूठे ऑफिसर ने, आपसे ये भी कहा होगा कि, मैं बहुत तेज रफ़्तार से कार चला रहा था !

😄😄😄😄😄😄

03/09/2023

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के नोहर कस्बे की बात है ! एक संभ्रांत महिला मनोचिकित्सक डॉक्टर फून्टी के पास गई और उसे बताया :-- डॉक्टर साहब मेरे पति मुझे पागल समझते हैं !

डॉक्टर फून्टी ने उस महिला से पूछा :-- ऐसा क्यों समझते है वो ?

महिला ने जवाब दिया :-- बस इसलिए क्योंकि मुझे कचौरियाँ पसंद है !

डॉक्टर फून्टी यह सुनकर हैरान हुआ और बोला :-- अरे, इसमें पागल समझने जैसा क्या है, कचौरियाँ तो मुझे भी बहुत पसंद है !

महिला बहुत खुश हुई और डॉक्टर फून्टी से बोली :-- डॉक्टर साहब आप मेरे साथ मेरे घर चलिए, मैंने घर के एक कमरे में कचौरियाँ भर रखी हैं !

😄😄😄😄😄😄

02/09/2023

भादर भाई अपनी प्रेमिका छप्पू (छपरिया) से मिलने
गर्ल्स होस्टल गया !.

उस लड़कियों के होस्टल में लड़कों का प्रवेश निषिद्ध था, तो उसने मीठी-मीठी बातें करके होस्टल के अन्दर घुसने की सोची !

होस्टल के अन्दर जाकर उसने इधर-उधर देखा तो रिसेप्शन पर सोफे पर एक मध्यम आयु की महिला को बैठे देखा !

भादर भाई रिसेप्शन पर बैठी महिला से बोला :-- मैडम जी प्लीज मुझे अन्दर जाने दीजिये, मुझे छप्पू से मिलना है !

महिला बोली :-- अरे तुम्हे पता नहीं ये लड़कियों का होस्टल है, लड़कों का अंदर जाना मना है !

भादर भाई :-- मैडम जी, हाँ वैसे तो मना है लेकिन मैं आपसे रिक्वेस्ट करता हूँ कि मुझे अन्दर जाने दीजिए !

महिला :-- लेकिन क्यों ? क्या कारण है कि तुम्हारा छप्पू से मिलना जरूरी है ?

भादर भाई :-- मैडम जी, दरअसल मैं उसका भाई हूँ और मैं उसे सरप्राइज देना चाहता हूँ ! सोचिये तो उसे कितना बड़ा खुशी का धक्का लगेगा !

महिला :-- यह सब सुनकर मुझे कितना बडा धक्का लगा है पहले वो सोचो !

भादर भाई ( आश्चर्य से) :-- आपको क्यों धक्का लगा है मैडम जी ?
महिला :-- मैं भी आज छप्पू से मिलने आयी थी, माँ हूँ उसकी !

😄😄😄😄😄😄

02/08/2023

इसे सिर्फ हास्य में ले, इस हास्य का मकसद सिर्फ और सिर्फ आपको हँसाना है !
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●

बहुत समय पहले की बात है, भादर भाई का परिवार रोजी-रोटी के सिलसिले में, एक पठान बाहुल्य गाँव में रहता था ! भादर भाई के बापू घड़सी ताऊ, गाँव के ही एक पठान साहूकार के यहां नौकरी करते थे !

बूढा होने पर एक दिन भादर भाई के बापू घड़सी ताऊ का निधन हो गया ! भादर भाई अपने बापू का हिन्दू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार करना चाहता था, परन्तु वो गाँव पठान बाहुल्य था इसलिए पठान साहूकार के दवाब में उसे अपने बापू को कब्रिस्तान में दफनाना पड़ा !

ये बात भादर भाई को बहुत ही बुरी लगी, वो बहुत दुःखी हुआ ! वो मन ही मन अपने बापू के शव को जलाने की सोचने लगा !

एक दिन उसके मन में एक आईडिया आया ! वो रात में कब्रिस्तान गया और अपने बापू का शव वहां कब्र से निकालकर, पठान साहूकार की दिवंगत बेगम की कब्र को खोद कर उसमें छोड़ आया !

फिर वो घर आकर सो गया ! और ये सारी बात अपने लँगोटिये यार लुक्का अण्डमानी को भी बता दी, साथ ही उसे जरूरत पड़ने पर मदद करने के लिए भी बोल दिया !

सुबह उठकर भादर भाई ने गाँव में ये खबर फैला दी कि, उसे रात में सपना आया था कि, उसके बापू घड़सी ताऊ का शव कब्र से गायब हो गया है !

जब यह बात पठान साहूकार के पास पहुंची तो वो बहुत नाराज हुआ और बोला :-- ये असम्भव है !

भादर भाई ने कहा :-- अगर मेरी बात का विश्वास ना हो तो, मेरे बापू की कब्र को चैक किया जाए !

पठान साहूकार ने घड़सी ताऊ की कब्र चैक करने का फैसला किया !

जब घड़सी ताऊ की कब्र को खोदा गया तो वहां घड़सी ताऊ का शव ना देखकर, पठान साहूकार की आंखें फ़टी की फटी रह गयी !

पठान साहूकार ने गांव वालों से कहा :-- अगर कब्र में घड़सी ताऊ का शव नहीं है तो गया कहां ?

तभी वहाँ खड़े भादर भाई के दोस्त लुक्का अण्डमानी ने कहा :-- पठान साहब बूरा ना मानो तो एक बात कहूँ ?

पठान साहूकार :-- बोलो !
लुक्का अण्डमानी :-- पठान साहब, मैंनें कई बार घड़सी ताऊ को आपकी बेगम से बात करते देखा था, मुझे यकीन है कि, वी मन ही मन उनसे प्रेम करते थे !

पठान साहूकार :-- तुम क्या बकवास कर रहे हो !

लुक्का अण्डमानी :-- मेरी बात का यकीन करो पठान साहब, प्रेम अंधा होता है और इसमें आदमी किसी भी हद तक जा सकता है ! मुझे लगता है, घड़सी ताऊ अपनी कब्र से निकलकर आपकी बेगम की कब्र में चला गया है !

पठान साहूकार :-- तुम ये कैसी बात कर रहे हो, तुम इसका अंजाम जानते हो ?

लुक्का अण्डमानी :-- मुझे आप जो भी सज़ा दोगे मंजूर है, परन्तु एक बार आपकी बेगम की कब्र को तो चैक कर लिया जाए !

वहां खड़े गाँव वालों ने भी, लुक्का अण्डमानी की बात में हाँ में हाँ मिलाते हुए, बेगम की कब्र चैक करने के लिए पठान साहूकार से गुहार लगाई !
अन्ततः पठान अपनी बेगम की कब्र चैक करने को राजी हो गया !

जब बेगम की कब्र को खोदा गया तो बेगम के साथ घड़सी ताऊ का शव देखकर, पठान भौचक्का रह गया ! उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसकने लगी !
स्थिति को भाँपते हुए पठान साहूकार ने भादर भाई को आदेश दिया कि, वो अपने बापू घड़सी ताऊ की लाश को जहां चाहे ले जाकर जला दे ! उसको कब्रिस्तान में एक इंच भी जगह नहीं मिलेगी ! तुम्हारे बापू का कोई भरोसा नहीं है, यहां कब्रिस्तान में और भी बेगमें दफन है !

भादर भाई अपने बापू घड़सी ताऊ का शव पाकर मन ही मन में बहुत खुश हुआ ! उसने अपने पैतृक गाँव में अपने बापू के शव को लाकर हिन्दू-रीति-रिवाज से जला दिया !

😄😄😄😄😄😄

31/07/2023

छिन्दा सिंह एंव पिन्दा सिंह, कार से सिरसा (हरियाणा) से जयपुर की ओर जा रहे थे ! राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस इंस्पेक्टर भादर भाई ने उन्हें रुकने का इशारा किया ! और जब कार रुकी तो इंस्पेक्टर भादर भाई टहलता हुआ ड्राइवर की खिड़की पर गया और शीशा ठकठकाया !

गाड़ी चला रहे छिन्दा सिंह ने शीशा नीचा करके सर बाहर निकाल कर पूछा :-- क्या बात है इंसपेक्टर ?

इंस्पेक्टर भादर भाई ने बिना कुछ पूछे एक झापड़ उसके गाल पर रसीद कर दिया !

ड्राइवर छिन्दा सिंह :-- अरे साहब, मारा क्यों ?

इंस्पेक्टर भादर सिंह :-- जब राजस्थान पुलिस का इंस्पेक्टर किसी गाड़ी को रुकने कहता है तो ड्राइवर को गाड़ी के कागजात अपने हाथ में रखा हुआ होना चाहिए !

ड्राइवर छिन्दा सिंह :-- सॉरी इंसपेक्टर, मैं पहली बार राजस्थान आया हूँ !

फिर ड्राइवर छिन्दा सिंह ने गाड़ी के पेपर्स निकाल कर दिखाये ! इंस्पेक्टर भादर भाई ने पेपर्स का मुआयना किया और बोला :-- ठीक है, रख लो !

फिर इंस्पेक्टर भादर सिंह घूमकर पैसेन्जर सीट की ओर गया और शीशा ठकठकाया !

पैसेन्जर सीट पर बैठे पिन्दा सिंह ने शीशा नीचा कर सर बाहर निकाल कर पूछा :-- हाँ बोलिए, इंस्पेक्टर साहब !

इंस्पेक्टर भादर भाई ने बिना कुछ पूछे एक झापड़ उसकी गाल पर भी रसीद कर दिया !

पिन्दा सिंह :-- अरे साहब, मैंने क्या किया, मुझे क्यों मारा ?

इंस्पेक्टर भादर भाई :-- ये तुम्हारी हेकड़ी उतारने के लिए था !

पिन्दा सिंह :-- पर मैंने तो कोई हेकड़ी नहीं दिखाई ?

इंस्पेक्टर भादर भाई :-- अभी तो नहीं दिखाई, पर मैं जानता हूँ कि, एक किलोमीटर आगे जाने के बाद तुम अपने दोस्त से कहते.....उस दो कौड़ी के इंसपेक्टर मुझे मारा होता तो बताता !

😄😄😄😄😄😄

30/07/2023

बात कल सुबह की है ! भादर भाई अपनी पड़ोसन छपरिया के सामने स्टाइल मारते हुए बोला :-- काश मैं भी आर्मी में होता !




पडोसन छपरिया बोली :-- कोई फायदा नहीं होता, बॉर्डर क्रॉस करके सर्जिकल स्ट्राइक करना तो तुम्हें आता ही नहीं है !

😄😄😄😄😄😄

26/07/2023

भादर भाई पाँच साल से एक सर्कस में शेरों को ट्रेनिंग दे रहा था ! एक दिन सुबह नाश्ता करते समय किसी बात पर पत्नी भागी देवी से बहस हो गई !

फिर क्या....
भादर भाई को गुस्सा आ गया और वो नाश्ता बीच में ही छोड़ कर सर्कस चला गया ! भागी देवी गुस्से में आग बबूला हो गई और उसने भी भादर भाई को नहीं रोका !

शाम को अचानक मूसलाधार बारिश शुरू हो गई ! भादर भाई का गुस्सा अभी तक ठण्डा नहीं हुआ था इसलिए उसने फैसला किया कि, आज रात घर नहीं जाऊंगा !

और वो वहीं शेर के साथ पिंजरे में ही लेट गया और कम्बल तान के सो गया !

रात ज़्यादा बीत गई तो घर पर भागी देवी को चिंता हुई ! मोबाइल पर कॉल किया लेकिन उस समय भादर भाई गहरी नींद सो रहा था, फोन सुना ही नहीं !

भागी देवी की परेशानी चरम पर पहुंच गई ! उसने कार निकाली और खुद ड्राइव करके सर्कस जा पहुंची ! वहाँ देखा भादर भाई शेर के पिंजरे में खर्राटे ले रहा है !

भागी देवी ने एक छड़ी उठाई और शेर के पिंजरे के पास गईं ! उसने छड़ी को भादर भाई पर चुभोते हुए कहा :--
डरपोक कहीं के, यहां छुपे बैठे हो ? तुम्हें क्या लगता है, ये शेर तुम्हें मुझसे बचा लेगा !

😀😀😀😀😀😀

20/07/2023

भादर भाई मरकर ऊपर पहुँचा तो स्वर्ग द्वार पर उसे स्वयं चित्रगुप्त मिले !

चित्रगुप्त बोले :-- तुम एक शर्त पर भीतर आ सकते हो !

भादर भाई :-- कौन सी शर्त भगवन ?

चित्रगुप्त :-- तुम्हे एक शब्द जो कि, फिरंगी जुबान का है, की स्पैलिंग ठीक-ठीक बतानी होगी !

भादर भाई :-- कौन सा शब्द भगवन ?

चित्रगुप्त :-- लव !

भादर भाई :-- L-O-V-E

चित्रगुप्त :-- बहुत अच्छा, तुम भीतर आ सकते हो !

भादर भाई स्वर्ग के भीतर दाखिल हो गया, तभी अचानक चित्रगुप्त का मोबाइल बज उठा !

चित्रगुप्त :-- हमें भगवान बुला रहे है, तुम एक मिनट द्वार पर निगाह रखना हम अभी लौट के आते हैं !

भादर भाई :-- जो आज्ञा भगवन !

चित्रगुप्त :-- हमारी अनुपस्थिति में अगर कोई और प्राणी यहाँ पहुच जाए तो उसको प्रवेश देने से पहले उससे "लव'' शब्द की स्पैलिंग जरुर पूछना, अगर वो भी तुम्हारी तरह स्पैलिंग ठीक बताये तो ही उसे भीतर आने देना ! अन्यथा उसे सामने के द्वार से नर्क भेज देना !

भादर भाई :-- ठीक हैं भगवन !

इतना कह कर चित्रगुप्त चले गए और भादर भाई द्वार पर पहरा देने लगा ! तभी एक स्त्री वहाँ पहुची !

भादर भाई ये देखकर बहुत हैरान हुआ कि, वो उसकी बीवी भागी देवी थी !

भादर भाई बोला :-- अरी भागो, तू यहाँ कैसे पहुँच गयी ?

भागी देवी :-- तुम्हारे अंतिम संस्कार के बाद जब मैं श्मशान घाट से लौट रही थी तब एक ब्लू लाइन बस ने मुझे कुचल दिया, उसके बाद जब मुझे होश आया तो मैं यहाँ खड़ी थी ! अब हटो मुझे भीतर आने दो !

भादर भाई :-- ऐसे नहीं, भगवान के यहाँ के नियम के अनुसार, पहले तुझे एक शब्द की स्पैलिंग ठीक-ठीक बतानी होगी, तभी तुम यहाँ अन्दर आ सकती हो ! नहीं तो तुम्हें सामने के द्वार से जाना होगा !

भागी देवी :-- कौन सा शब्द ?

भादर भाई :-- "हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन"

😆😆🤪🤪🤪🤪

17/07/2023

डाइवोर्स (तलाक) के बाद छपरिया ने अपने भूतपूर्व पति छप्पू तेलवानी को कॉल किया :-- कार खरीद ली है मैंने !

भूतपूर्व पति छप्पू तेलवानी ने बेरुखी से जवाब दिया :-- तो मैं क्या करूँ ?

छपरिया ने इत्मीनान से बताया :-- बस ज्यादा कुछ नहीं ! रोड क्रॉस करते समय ध्यान रखना, सफेद रंग की कार है !

😄😄😄😄😄😄

28/04/2023

भागी देवी अपने पति भादर से :-- तुम्हारा विलपॉवर ही नही है ! पड़ोस के तिवाड़ी जी को देखो कितना विलपॉवर है उनका ! उन्होंने सिगरेट छोड़ दी !

भादर भाई :-- अब तुम्हे मेरा विलपॉवर देखना है, तो ठीक है, आज से हम दोनो अलग-अलग कमरे में सोयेंगे !

और सचमुच दोनो अलग-अलग सोने लगे !

कुछ दिनो बाद एक रात भादर भाई के कमरे को
किसी ने हल्के से थपथपाया !




भादर भाई :-- कौन ?

आवाज़ आयी ....मैं हूँ !

भादर भाई :-- तुम कौन ?

आवाज़ आयी......मैं तुम्हारी पत्नी भागी देवी !

भादर भाई :-- अब क्या हुआ ?

भागी देवी (धीमी आवाज़ में) :-- वो आपको बताना था कि, तिवाड़ी जी ने सिगरेट फिर से शुरू कर दी है !

😄😄😄😄😄😄

27/04/2023

भादर भाई और लुक्का के बीच जमीन जायदाद को लेकर झगड़ा चल रहा था !

भादर भाई, वकील के पास गया तो वकील बोला :-- तुम्हारा केस कमजोर है और तुम्हारे जीतने की उम्मीद बहुत ही कम है !

तब भादर भाई बोला :-- अगर जज साहब को मिठाई का डब्बा दें तो !

वकील :-- ऐसा हरगिज मत करना इस तरह तो तुम केस बिना लड़े ही ही जाओगे, क्योंकि जज बहुत ईमानदार है !

दूसरे दिन भादर भाई केस जीत गया, दौड़ता हुआ वकील के पास पहुंचा और बोला :-- आपकी स्कीम काम कर गई वकील साहब !

वकील :-- कौनसी स्कीम ?

भादर भाई :-- मिठाई के डब्बे वाली !

वकील :-- अरे तो तूने मिठाई का डब्बा दे दिया फिर जीत कैसे गया ?

भादर भाई :-- मैंने डब्बे पर लिख दिया था लुक्का की तरफ से सप्रेम भेंट !

😄😄😄😄😄😄

19/04/2023

जनरल गुलाटी साहब जैसलमेर बार्डर पर तैनात सैनिक टुकड़ी का मुआयना कर रहे थे। ! तभी बार्डर पार से रायफल की एक गोली चली और सनसनाती हुई जनरल गुलाटी साहब के सिर के ऊपर से गुजर गई !
बौखलाकर जनरल गुलाटी साहब फौरन खाई में कूद गये और अपनी पोजिशन लेते हुए वहाँ मौजूद टुकड़ी के इंचार्ज भादर सिंह से बोले :-- इस निशानेबाज की पोजीशन का पता लगाओ कि, ये कहाँ छुपा हुआ है औऱ फ़ौरन इसकी खोपड़ी में छेद कर दो !

टुकड़ी इंचार्ज भादर सिंह अदब से बोला :-- हमें उसकी एग्जेक्ट पोजिशन बख़ूबी पता है सर ! हम अच्छी तरह जानते हैं कि वह किस जगह से छुपकर रोज़ फायर करता है !

जनरल गुलाटी साहब (हैरानी से) :-- अरे तो फिर उसे शूट कर तुम खत्म क्यों नहीं कर देते बेवकूफ ?

टुकड़ी इंचार्ज भादर सिंह :-- सर, वो निशानेबाज पिछले दो महीने से उस सामने टीले के पीछे से हम पर गोलियाँ चला रहा है, लेकिन मज़े की बात है कि, आज तक उसका एक भी निशाना ठीक नहीं बैठा ! अगर हमने उसे मार डाला तो उसकी जगह जो नया निशानेबाज तैनात किया जाएगा औऱ हो सकता है उसका निशाना एकदम सटीक हो !

😀😀😀😀😀😀

18/04/2023

****हास्य लम्बा जरूर है, पूरा पढ़िए. आपके चेहरे पर हंसी की गारंटी है !****
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●

कल दोपहर को भादर भाई ने देखा कि एक सज्जन एक घर के बाहर वेट मशीन (वज़न तौलने की मशीन) लेकर बैठे थे, उन्हें देखकर भादर भाई का दिमाग़ सन्न गया क्योंकि, शक्ल सूरत की चमक-दमक और कपड़ों के पहनावे से कतई नहीं लग रहा था कि, वो कहीं से गरीब है !

मन में उठ रही जिज्ञासा को शांत करने के लिए, भादर भाई उस सज्जन के करीब गया और बोला :-- अंकल सुनिए, मुझे लगता हैं आप अचानक किसी गहरे आर्थिक संकट में आ गए हैं, वैसे आपको देखकर लगता नहीं कि आप ये काम करते हैं !

सज्जन :-- जी, आप बिल्कुल सही कह रहे हो बेटा ! जिस घर के बाहर मैं बैठा हूँ, ये बंगला मेरा ही हैं ! घर में कोई कमी नहीं हैं, चार कार हैं, फैक्ट्री हैं, जमीन जायदाद हैं, भगवान का दिया हुआ सब कुछ हैं !

भादर भाई :-- तो फिर ये वेट मशीन लेकर क्यों बैठे हो अंकल ? क्या आपके बच्चे आपको खर्चा नहीं देते, या आपको दिन भर डांटते-फटकारते हैं ?

सज्जन :-- अरे नहीं नहीं बेटा, ऐसा कुछ नहीं हैं ! मेरे बच्चे तो मेरा बहुत ख्याल रखते हैं !

भादर भाई :-- अंकल, तो फिर आपकी ऐसी क्या मजबूरी हैं जो आपको इस उम्र में ये धंधा करना पड़ रहा है ?

सज्जन :-- अरे, धंधे वाली कोई बात नहीं हैं बेटा, मैं तो यूँही टाइमपास के लिए बैठा हूँ !

भादर भाई :-- कब से बैठे हो अंकल ?

सज्जन :-- यहीं कोई तीन चार दिन से बेटा ?

भादर भाई :-- अंकल, खुल कर बतलाइए ना, मुझे आपका दर्द जानना हैं ! देखिए, मैं काफी भावुक इंसान हूँ , मैं तब तक यहाँ से आगे नहीं जाऊँगा, जब तक आप मुझे सही-सही बात नहीं बता देते !

वो सज्जन मुस्कुराते हुए बोले :-- अरे बेटा, तुम व्यर्थ ही मेरे बारे में चिंता कर रहे हो ! दरअसल बात ये हैं कि, पाँच दिन पहले मेरे मोहल्ले में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम था, जिसमें केवल मोहल्ले वाले ही सम्मिलित थे, कार्यक्रम के पश्चात् भोजन भी था, मैं ज्यों ही भोजन करके पण्डाल से बाहर आया, मेरे जूत्ते, जो कि मैं सात दिन पहले ही दस हजार रुपये में लाया था, गायब मिले ! मैंने खूब खोजे, पर नहीं मिले ! मुझे उस रात को नींद नहीं आयी, व्यापार में मुझे चाहे लाखों का घाटा हो जाता, मैं सहन कर लेता, पर उन जुत्तों की चोरी मैं सहन नहीं कर सका !
बस, मैं उसके अगले दिन से ही वेट मशीन लगाकर उस जूत्ते चोर का इंतज़ार कर रहा हूँ ! किसी ना किसी दिन तो वो मेरे जूत्ते पहन कर आएगा और इस वेट मशीन पर खड़ा होगा ! तब उसे बताऊंगा कि, किसी के नए जूत्ते चोरी करने पर कितनी बुरी तरह से कुटाई होती हैं !

भादर भाई ने उन सज्जन को दण्डवत प्रणाम किया और चुपचाप आगे निकल गया !

😄😄😄😄😄😄

17/04/2023

कल नोहर के भगतसिंह चोक के पास, बिना ट्रैफिक वाले रोड़ पर दो लड़कियों की एक्टिवा आपस में टकरा गई !

एक घण्टे की गरमा-गर्मी के बाद गलती 20 मीटर
दूर खड़े तरबूज के ठेले वाले भैया भादर भाई की निकली !

😄😄😄😄😄😄

16/04/2023

कब्रिस्तान में एक कर्मचारी नशे की हालत में कब्र खोद रहा था ! खोदते खोदते शाम हो गई वह बाहर नहीं निकल पा रहा था, उसने आवाज लगाई :-- कोई मुझे बाहर निकालो मुझे ठण्ड लग रही है !

वहां से गुजर रहे भादर भाई ने कहा :-- ठण्ड क्यों न लगेगी लोग तुम पर मिट्टी डालना भूल गए !

😄😄😄😄😄😄

15/04/2023

सेना का जवान भादर भाई अपने ऑफिसर के पास गया और बोला :-- सर मुझे पन्द्रह दिन की छुट्टी चाहिए !

ऑफिसर ने टालने के लहजे में जवान भादर भाई से कहा :-- जाओ पहले दुश्मन का एक टैंक लेकर आओ !

दूसरे दिन जवान भादर भाई टैंक लेकर आ जाता है !
उसे टैंक के साथ देखकर, ऑफिसर बोला :-- ये सब तुमने कैसे किया ?

जवान भादर भाई :-- वेरी सिम्पल सर, जब उन लोगों को पन्द्रह दिन की छुट्टी जाना होता है तो, वो हमसे टैंक ले जाते हैं !

😄😄😄😄😄😄

14/04/2023

भादर भाई का बापू घड़सी ताऊ, बस से किसी गाँव जा रहा था ! घड़सी ताऊ ने बस की खिङकी से अपनी गर्दन बाहर निकाल रखी थी और चल रही धीमी-धीमी हवा के मजे ले रहा था ! इतने में एक तेज रफ्तार ट्रक, बस के पास से गुज़रा और घड़सी ताऊ का एक कान उखाड़कर ले गया !

घड़सी ताऊ दहाड़े मार-मार कर रोने लगा तो, बस ड्राईवर ने बस की रफ़्तार बढ़ाकर उस ट्रक को पकड़ा औऱ ट्रक से घड़सी ताऊ का कान उतार कर उसे वापस दे दिया !

अब ताऊ बेचैन होकर और तेज रोने लगा और बोला :-- ये कान तो मेरा है ही नही !

बस में बैठे यात्री बोले :-- ताऊ ! तू पागल हो गया है, ये तेरा ही कान है !

घड़सी ताऊ ने रोते हुए जवाब दिया :-- ये कान मेरा नहीं है !

बस में बैठे यात्री बोले :-- ताऊ ! तुम ये किस दावे के साथ कह रहे हो कि, ये कान तुम्हारा नहीं है ?

घड़सी ताऊ :-- मेरे कान पर तो बीड़ी टंगी थी !

😄😄😄😄😄😄

30/01/2023

भादर भाई पड़ोस में रहने वाली छपरिया से बेइंतहा प्यार करता था ! वो उससे शादी करना चाहता था इसलिए रोजगार के लिए जी-तोड़ मेहनत भी कर रहा था !अचानक एक दिन, छपरिया के घर वालों ने छपरिया की शादी किसी और लड़के के साथ तय कर दी ! भादर भाई मेहनत करता रहा गया और छपरिया के के हाथों में किसी ओर के नाम की मेहंदी सजने लगी !

भादर भाई को जब इस बात का पता चला तो मौका निकाल कर अपनी सोना बाबू (छपरिया) से मिलने पहुंचा और उससे बोला :-- छप्पू ! तुम मुझे कोई ऐसा तोहफा दे दो, जिसे मैं तुम्हारी याद समझकर आजीवन अपने पास संभालकर रख सकूँ !


छपरिया ने अपनी जूती का तला निकाल कर भादर भाई को दे दिया !

भादर भाई वो तला ले कर सुनार के पास गया और उससे बोला :-- भाई तुम इस तले को, चाँदी का फ्रेम बना कर उसमे जड़ दो !

सुनार :-- ठीक है भाई तुम इसे कल ले जाना !

अगले दिन भादर भाई तला लेने गया तो सुनार ने उससे पूछा :-- भाई ये जूते का तला किस पीर साहब का है ?

भादर भाई :-- भाई, ये तला किसी पीर साहब का नहीं बल्कि मेरी मेहबूबा की जूती का है !

सुनार ने भादर भाई के मुंह से ये शब्द सुनकर, लाल-पीले होते हुए भादर भाई से कहा :-- हरामखोर ! उठ भाग यहां से ! हरामी की औलाद, कल से मेरा सारा खानदान तला चूम-चूम के पागल हो गया है और धंधे की बरकत के लिए, मैं तो इसे पानी में घोल कर, उस पानी को पी भी चुका हूँ !

😆😆😆😆😆😆

25/01/2023

भादर भाई जेल में बंद था ! भादर भाई की बीवी भागी देवी उससे मिलने जेल गई !

भादर भाई से मुलाकात कर वापस लौटते वक्त वो जेलर से बोली :-- तुम लोग मेरे पति से इतनी मेहनत क्यों करवा रहे हो ?

जेलर :-- वो तो अच्छा खाता है, पीता है
और सोता है...... कौनसी सी मेहनत, मैडम ?

भागी देवी :-- अच्छा, तो क्या वो
झूठ बोल रहे है ?

जेलर :-- वो क्या बोल रहा है ?

भागी देवी :-- वो तो बोल रहें है कि, वो जेल में सुरंग खोदने का काम कर रहा है !

😀😀😀😀😀😀

03/01/2023

लुक्का अण्डमानी अपने दोस्त भादर भाई के घर गया, उस समय भादर भाई घर पर नही था ! उसने बेल बजाई तो दरवाजा, भादर भाई के पांच साल के बेटे पिल्लीया ने खोला !

उस समय पिल्लीया की माँ भागी देवी बाथरूम मे थी !
भागी देवी ने बाथरूम के अंदर से ही अपने बेटे पिल्लीया से पूछा :-- बेटा बाहर कौन आया है ?

पिल्लीया :-- अंकल आये है, मम्मी !

भागी देवी :-- कौन अंकल, बेटा ?

लुक्का अण्डमानी उत्सुक हुए कि, देखें पिल्लीया मेरा परिचय कैसे देता है ?

पिल्लीया ने अपनी मम्मी से कहा :-- मम्मी, वही अंकल आये है, जिनके जाने के बाद आप हमेशा पापा से कहती है कि, तुम्हारा ये कमीना दोस्त हमेशा खाने के टाइम पर आ टपकता है ! भुक्कड़ कहीं का, मना भी करता जायेगा और ठूंसता भी जायेगा और खाते समय सूअर जैसी चप-चप आवाज निकालता है !

सीख :-- बच्चों को झूठ बोलना भी सिखाएं !

😄😄😄😄😄😄

02/01/2023

नोहर की कणाऊ कॉलोनी में रहने वाला लाखन पूरी जीवन के अंतिम पड़ाव में था, बस उसकी कुछ ही सांसे बची थी ! उसने अपने तीन लंगोटिये मित्रों (भादर भाई राजस्थानी, आशीष रॉय बंगाली, सुखदीप सिंह पंजाबी) को बुलाया और उनसे कहा :-- मैनें सुना हैं कि, मरने के बाद कोई भी आदमी अपने साथ कुछ भी नहीं ले जा सकता, लेकिन मैं इस नियम को तोड़ना चाहता हूंँ ! मैं बहुत सारा धन अपने साथ लेकर जाऊंगा ! तुम तीनों मेरे जिगरी यार हो, इसमें तुम तीनों को मेरी मदद करनी होगी ! मेरे पास नब्बे लाख रुपए हैं ! तीस-तीस लाख रुपए तुम तीनों को बाँट देता हूँ ! तुम तीनों पर मुझे भरोसा हैं, जीवन भर का साथ हैं हमारा !

बंगाली आशीष रॉय :-- ठीक है भाई, अब बताओ मुझे इन तीस लाख रुपयों का क्या करना है ?

लाखन पूरी :-- करना कुछ नहीं ! जब मुझे दफनाया जाए, मेरी लाश जब समाधि में रखी जाए, तो तुम तीस लाख रुपए चुपचाप समाधि में सरका देना ! ये काम इतनी होशियारी से करना कि, किसी को पता ना चले, नहीं तो लोग उखाड़ कर ले जाएँगे ! मैं ये रुपए साथ ले जाना चाहता हूंँ !

बंगाली आशीष रॉय :-- ठीक है भाई !

पंजाबी दोस्त सुखदीप सिंह ने भी बंगाली आशीष रॉय की हाँ में हाँ मिलाते हुए, लाखन पूरी से कहा :-- भाई तुम बिल्कुल भी फिक्र मत करो ! मैं भी मुझे दिए तीस लाख रुपए समाधि में गड़ा दूंगा और किसी को भी कानों-कान खबर नहीं होगी !

तीसरे राजस्थानी दोस्त भादर भाई ने कहा :-- लाखन भाई तुम नाहक ही परेशान हो रहे हो, नब्बे लाख रुपए समाधि में गड़ाने का काम तो मैं अकेला ही कर सकता हूँ ! लेकिन तुम ये नब्बे लाख रुपए हम तीनों में बाँट रहे हो, कोई बात नहीं, मैं फिर भी कर दूँगा !

लाखन पूरी दूसरे दिन मर गया ! उसका अच्छे से अंतिम संस्कार हो गया ! अंतिम संस्कार के बाद उसके तीनों लँगोटिये यार आपस में मिले !

पंजाबी सुखदीप सिंह :-- भाइयो क्या आपने अपने-अपने हिस्से के रुपए, लाखन भाई की समाधि में गड़ा दिए ? मैंने तो बिना किसी को खबर लगे अच्छे से गड़ा दिए !

बंगाली आशीष रॉय :-- क्या तुम सोचते हो कि, तुमने ही गड़ाए है ? मैनें भी गड़ा दिए, आखिर लाखन भाई का जीवन भर का साथ था !

दोनों दोस्तों का शक, राजस्थानी भादर भाई पर था, वो दोनों संशय में थे कि, पता नहीं भादर भाई ने अपने हिस्से के रुपए समाधि में गड़ाए या नहीं गड़ाए !

दोनों ने राजस्थानी भादर भाई से पूछा :-- भादर भाई तुमने तीस लाख रुपयों का क्या किया ?

राजस्थानी भादर भाई :-- तुम क्या समझते हो मुझे ? तुम दोनों ने जो साठ लाख रुपए लाखन भाई की समाधि में गड़ाए थे, वो मैनें निकाल लिए और वहाँ पर नब्बे लाख रुपए का चेक रख दिया ! लाखन भाई कहाँ नब्बे लाख रुपए का वजन ढोता फिरेगा, सीधा उसके नाम से चेक काट कर समाधि में रख दिया !

😀😀😀😀😀😀

31/12/2022

जब भादर भाई ऑफिस जाते, तो रोजाना पत्नी भागी देवी उन्हें कुछ ना कुछ याद दिलाती और कहती कि "आप चाबी भूलकर जा रहे हैं, आपने घड़ी नहीं उठायी, आपने मोबाइल नहीं लिया, आपका पर्स यहीं रह गया है, आपका लंच बॉक्स तो यहीं पड़ा है वगैरह-वगैरह !"

भादर भाई हमेशा सोचते कि, मुझे रोज़ शर्मिंदा होना पड़ता है, ऐसे लगता है कि जैसे मैं अक्ल से पैदल ही हूँ और मेरी पत्नी मुझे ये चीजें याद दिलाती है !

एक रात को सोने से पहले भादर भाई ने ऑफिस जाते समय, अपने साथ ले जाने वाली हर चीज को लिख कर एक लिस्ट बनाई !

सुबह उठकर लिस्ट की एक-एक चीज को निशान लगा कर बैग में डाला और कार में जाकर बैठ गए ! तभी दरवाजे पर पत्नी भागी देवी प्रकट हुईं और शान से अपने सर को हिलाते हुए तिरछी नजरों से भादर भाई को देखने लगी !

पत्नी को घूरते देख, भादर भाई ने वही कार में बैठे-बैठे भागी देवी से कहा :-- बस अब बहुत हो गया ! आज मैं कुछ नहीं भूला और तुम्हारा इन सब बातों को प्रतिदिन याद दिलाने का बहुत-बहुत शुक्रिया !

पत्नी भागी देवी बोली :-- चलो वो तो ठीक है लेकिन जा कहां रहे हो, आज तो छुट्टी है !

😄😄😄😄😄😄

30/12/2022

भादर भाई की नई-नई शादी हुई, नई नवेली बीवी के साथ हनीमून टूर पर शिमला घूमने गया !


भादर भाई होटल के रिसेप्शनिस्ट से :-- मैम, जब से मैं यहां आया हूँ और मेरे कमरे के टीवी में कोई चैनल नहीं आ रहे हैं !

रिसेप्शनिस्ट :-- सर, मैं ठीक करवाती हूँ !

और हाँ आपको "बंगाली डॉक्टर" का नंबर भी देती हूँ !

😄😄😄😄😄😄

29/12/2022

भादर भाई और उसके साले साहेब भाल सिंह की फ़ोन पर बात हुई ! दोनों बहुत खुश हुए और एक दूसरे का हाल पूछने लगे !

साले साहेब भाल सिंह :-- सुनाओ जीजाजी ! कैसे गुजर रहा है जीवन ?

जीजा भादर भाई :-- सब खैरियत है, तुम्हारी दीदी के साथ हमारी बहुत ही अच्छी अंडरस्टैंडिंग है !
सुबह हम दोनों मिलकर नाश्ता बनाते हैं, फिर बातों-बातों में बर्तन धो लेते हैं !
प्यार-प्यार से मिल बांट कर हम सारे कपड़े धो लेते हैं ! कभी वह किसी खास डिश की फरमाइश कर देती है और कभी मैं अपनी मर्जी से कुछ पका लेता हूँ !
तुम्हारी दीदी को साफ-सफाई बहुत पसंद है ! बस इसी वजह से संडे को पूरे घर की साफ-सफाई की जिम्मेदारी मेरी है !

भादर भाई अपने साले भाल सिंह :-- अच्छा तो अब आप सुनाओ, आपकी जिंदगी कैसे गुजर रही है ?

साला भाल सिंह :-- जीजाजी, बेइज्जती तो मेरी भी इतनी ही हो रही है, जितनी आपकी ! लेकिन मुझे यूं मीठे शब्दों में बताना नहीं आता !

😂😂😂😂😂😂

28/12/2022

बहुत समय पहले की बात है ! एक चिड़ियाघर में दो शेर रहते थे !

एक शेर को तो जंगल से हाल ही में पकड़कर लाया गया था और दूसरा वहीँ उसी चिड़ियाघर में पैदा हुआ था !

एक रोज खाना देने आने वाले की गलती से उनके पिंजड़े का दरवाजा ठीक से बंद नहीं हुआ ! मौका पा कर दोनों शेर पिंजड़े से भाग निकले !

दोनों में से एक शेर तो जंगल का था और उसे ही अपना घर समझता था, इसलिए छूटते ही वो जंगल की तरफ भागा ! दूसरा वाला उसी शहर में पैदा हुआ था, उसे जंगल का कुछ समझ में नहीं आता था, इसलिए वो शहर में ही घुस पड़ा !

चिड़ियाघर से शेरों के भागने से हड़कंप मच गया ! चिड़ियाघर का स्टाफ, पुलिस-विभाग, वन-विभाग, सभी फरार शेरों की तलाश में जुट गए ! पंजे के निशानों का पीछा किया गया, जाल बिछाए गए !

भारी मशक्कत के तीन दिन बाद जंगल में भागा शेर पकड़ लिया गया ! दूसरी तरफ शहर में भागा शेर अभी भी लापता था ! शहर में भला पंजों के निशान भी कहाँ मिलते ? पक्की सड़कों और आते-जाते लोगों ने सब मिटा डाला !

दिन बीते, फिर सप्ताह, और फिर महिना, दूसरे शेर की तलाश करीब-करीब बंद हो गयी !

घटना के करीब छह महीने बाद एक दिन शहर में फिर से हंगामा मचा !

दूसरा वाला शेर आख़िरकार काफी मशक्कत के बाद पकड़ लिया गया ! उसे भी लाकर जंगल वाले शेर के साथ फिर से चिड़ियाघर में छोड़ दिया गया !

इतने महीनों बाद जब दोनों शेरों की मुलाकात हुई तो जंगल वाले शेर ने शहर वाले शेर से पूछा :-- भाई मैं तो तीन ही दिन में पकड़ लिया गया था ! तुम इतने महीने कैसे छुपे रहे ?

शहर वाला शेर बोला :-- अरे मैंने कोई कारनामा नहीं किया ! शोर से घबराकर मैं एक सरकारी दफ्तर में जा घुसा ! वहां पुरानी, धूल खाती फाइलों का एक बड़ा ढेर लगा था ! मैं उन्ही के पीछे जा छुपा !

जंगल वाले शेर ने उसकी सेहत देखते हुए पूछा :-- मगर वहां तुम खाते क्या थे ? तुम कमजोर भी नहीं हुए और तुम तो पहले से काफी तंदुरुस्त लग रहे हो ?

शहर वाला शेर बोला :-- अरे वहां खाने की कोई चिंता नहीं थी ! हर एक दो दिन में कोई ना कोई कर्मचारी वहां कुछ ढूंढता हुआ आता और मैं उसे पकड़कर खा जाता !
सरकारी कर्मचारी के गायब होने से कोई काम तो रुकता नहीं, थोड़े दिनों में उसकी जगह कोई दूसरा भी आ जाता ! इसलिए कोई चिंता नहीं थी !

अब थोड़ा सोचकर जंगल वाला शेर बोला ;-- वहां से तुम कहीं निकले भी नहीं, खाने की भी चिंता नहीं, तो ये बताओ कि, आखिर तुम पकड़े कैसे गए ?

शहर वाला शेर बोला :-- क्या बताऊँ यार, मुझसे ही एक बड़ी भारी गलती हो गयी !

जंगल वाला शेर :-- क्या गलती हो गयी ?

शहर वाला शेर :-- एक दिन एक चायवाला आया और मैं उसे पहचान नहीं पाया ! मैं उसे पकड़ कर खा गया ! थोड़ी ही देर में दफ्तर में जैसे हड़कंप मच गया ! सारा काम ही ठप्प हो गया ! क्या साहब, क्या चपरासी, सभी मिलकर चाय वाले को ढूँढने लगे और इसी खोज-बीन में लोगों की नजर मुझपर पड़ गयी, मैं पकड़ा गया और वापस चिड़ियाघर भेज दिया गया !

😀😀😀😀😀😀

28/12/2022

😄😄😄😄😄😄

27/12/2022

दो कुख्यात चोर, चुंचरिया व टूँचरिया कहीं जा रहे थे, तभी उनके सामने से भादर भाई, हाथ में अपने गधे की लगाम थामे गुज़रा !

भादर भाई को देखकर चोर चुंचरिया ने टूँचरिया से कहा :-- मैं इस आदमी का गधा चुरा सकता हूँ और उसको ख़बर भी नहीं होगी !

चोर टूँचरिया ने कहा :-- ये कैसे हो सकता है, जबकि गधे की लगाम तो उसके हाथ में है !

चोर चुंचरिया ने कहा :-- ये आदमी देखने में बेवकूफ लग रहा है क्योंकि वो अपनी सोच और ख्यालातों में गुम होने की वजह से इर्द-गिर्द के खबर से बेखबर मालूम होता है ! अभी देख मैं इसका गधा चुराता हूँ !

चोर चुंचरिया भादर भाई के पीछे गया और उसके गधे की गर्दन से रस्सी खोलकर अपने गले में डाल ली फिर अपने दोस्त टूँचरिया को इशारा किया कि, वह गधा लेकर जल्दी पीछे से भाग जाए !

चोर टूँचरिया गधा लेकर फरार हो गया !

चोर चुंचरिया कुछ देर तक तो भादर भाई के पीछे-पीछे चलता रहा फिर रुक गया ! भादर भाई ने रस्सी खींची मगर चुंचरिया टस से मस नहीं हुआ ! भादर भाई ने जब पीछे मुड़कर देखा तो हैरान रह गया औऱ बोला :-- मेरा गधा कहाँ है ?

चोर चुंचरिया ने कहा :-- गधा कहाँ था ? वो तो मैं ही था ! मैंने अपने माता-पिता का सम्मान और उनकी सेवा नहीं की थी, जिसकी वजह से मैं गधा बन गया था ! अब लगता है मेरे माँ-बाप ने मुझे माफ़ कर दिया है जिसके कारण मैं फिर से इंसान बन गया हूँ !

गधे के मालिक भादर भाई ने अफसोस करते हुए कहा :-- मैं इतने वर्षों तक एक इंसान से काम लेता रहा हूँ औऱ साथ ही उसके साथ एक जानवर की तरह व्यवहार भी करता रहा हूँ, मुझे माफ कर दो ! चलो मैं तुम्हें आजाद करता हूँ !

माफी माँगकर भादर भाई, चोर चुंचरिया को वहीं छोड़कर चला गया !

कुछ दिनों के बाद भादर भाई फ़िर एक गधा ख़रीदने के इरादे से गधों के बाज़ार गया और बाज़ार में ये देखकर आश्चर्यचकित रह गया कि, उसका अपना पुराना गधा भी वहाँ बिकने के लिए मौजूद था !

भादर भाई उस गधे के करीब गया और उसके कान में बोला :-- बेवक़ूफ़ तूने फिर से अपने माँ-बाप से नमकहरामी कर डाली, तू क़भी नहीं सुधरेगा !

😄😄😄😄😄😄

26/12/2022

सरकारी सेवा से सेवानिवृत घड़सी ताऊ (भादर भाई का बापू) बैंक गया और काउंटर पर कैशियर को एक हज़ार रुपये निकासी का चेक दिया !

कैशियर :-- सर, इतनी छोटी रकम आपको बाहर के एटीएम से निकाल लेनी चाहिए और मेरा समय बर्बाद नहीं करना चाहिए !

घड़सी ताऊ :-- मुझे एक हज़ार रुपये नकद देने में आपको क्या परेशानी है ?

कैशियर :-- सॉरी सर, ऐसा नहीं हो सकता ! आप या तो एटीएम जाएं या निकासी रकम बढ़ा दें !

घड़सी ताऊ :-- ठीक है, मैं न्यूनतम अनिवार्य राशि छोड़कर शेष पूरी रकम अपने खाते से निकालना चाहता हूँ !

कैशियर ने घड़सी ताऊ के बैंक खाते की शेष राशि की जांच की, जो अस्सी लाख रुपये थी !

इतनी बड़ी रकम खाते में देखकर कैशियर ने घड़सी ताऊ से कहा :-- सर, अभी हमारे पास तिजोरी में इतना पैसा नहीं है ! लेकिन अगर आप मुझे अस्सी लाख रुपये का चेक देते हैं, तो हम कल नकदी की व्यवस्था कर देंगे !

घड़सी ताऊ :-- आप मुझे अभी कितनी राशि दे सकते हैं ?

कैशियर ने बैंक का कैश बैलेंस चेक कर कहा :-- सर, आपको मैं अभी सीधे दस लाख दे सकता हूँ !

घड़सी ताऊ ने एक हज़ार रुपये का चेक फाड़ दिया और दस लाख रुपये का नया चेक भरकर कैशियर को दिया !

कैशियर जब तिजोरी में से कैश लेने के लिए गया तो घड़सी ताऊ ने सार्वजनिक शेल्फ से नकद जमा पर्ची निकालकर उसमें नो लाख निन्यानवें हज़ार भर कर अपने पास रख लिया !

कुछ देर में कैशियर बैंक की तिजोरी से नगदी लेकर आ गया और ध्यान से दस लाख रुपये गिनकर, घड़सी ताऊ को देते हुए बोला :-- सर, आप यह राशि ले जा सकते हैं ! अब आपको इस रुपए के ढेर को खुद ही घर ले जाना है, लेकिन हाँ काउंटर छोड़ने से पहले एक बार रुपये गिन लो, बाद में कोई शिकायत नहीं होगी !

घड़सी ताऊ ने रुपयों के उस ढेर से पाँच सौ रुपये के दो नोट निकालकर अपने पर्स में रख लिए और बोला :-- मुझे आप पर भरोसा है, बेटा ! मुझे गिनने की जरूरत नहीं है ! अब, ये रहा कैश डिपॉजिट स्लिप, नो लाख निन्यानवें हज़ार मेरे खाते में वापस जमा कर दो और मुझे जमा पर्ची पर मुहर लगाकर, साइन कर दे दो ! और हाँ, आप भी मेरी उपस्थिति में नो लाख निन्यानवें हज़ार रुपये अच्छे से गिन लो !

कैशियर, घड़सी ताऊ की बात सुनकर बेहोश हो गया !

सीख :-- वरिष्ठ नागरिकों के साथ पंगा न करें, खासकर अगर वे सेवानिवृत्त हैं क्योंकि वे अब शेर नहीं बल्कि सवा शेर हैं ! सभी वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानपूर्वक समर्पित !

😄😄😄😄😄😄

Address

Ward No. 18, Kanau Colony
Nohar
335523

Telephone

+917073248656

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when हास्य-धमाल posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to हास्य-धमाल:

Videos

Share

Category


Other Magazines in Nohar

Show All

You may also like