सत्य ही सर चढ़कर बोलता है । #
ये देखिए हमारे किसान अन्नदाता ।क्या किसान ऐसा कर सकते है यदि नही तो यह सही है की इस आंदोलन में गलत लोगो का प्रवेश हो गया है ।वे राजनीतिक फायदा उठाने वाले भी हो सकते है और अन्य भी ।इस समय समझदारी से ही कुछ हल निकलपायेगा अन्यथा निर्दोष लोग चोट खा जाएंगे ।ओर किसान आंदोलन बदनामी की भेंट चढ़ जायेगा ओर किसान नेता बदनाम हो जाएगा ।
'"' लुंन रोटी खाएंगे शहर को कभी नही जाएंगे । '''
उक्त ख्यालात उन प्रवासी मजदूरों के है जो जैसे तैसे पैदल ,सयकल ,ऑटो ,ट्रक से जा रहे है । हो न हो सरकारों से चूक हो गई ।अधिकतर मजदूरों ने प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से प्रधानमंत्री को दोषी बताया । हकीकत कुछ भी हो ।इनके दर्द ने इनको तोड़ दिया है ।इस करोना ने मोदी सरकार के सब सपनो को तोड़ दिया है ।इस खाई को तोड़ने के लिए मोदी सरकार को इनके लिए कुछ ऐसा करना होगा जो इनके इस दर्द को भुलवा दे ।
एक इससे बचे नही थे कि श्रम कानुन में बदलाव कर काम के घण्टे 12 करने जा रही है ।इसके पीछे विदेशी उद्योगों को आकर्षित करना हो मगर ये नही सोचा गया जब कोई उद्योग 8 -8 घण्टे की तीन पारी में चलता था वो अब12 -12 घण्टे की दो पारी में चलेगा ।यदि किसी उद्योग में एक पारी में 1000 श्रमिक जाते है तो पुराने नियम से 3000 श्रमिक काम पर जाते है ।मगर इस संशोधन के बाद दो पारी में ही काम
आखिर शाहनिबाग ने ना ना करते हुए जनता कर्फ्यू का समर्थन किया वँहा चंद लोग उपस्थित है और अन्यो ने हर तख्त पर अपने जूते चप्पल रख उपस्थिति दर्ज करवाई । मोदी जीओर शाह जी जो भी हो आप गलत हो तो कानून हटाये या शाहनिबाग वाले गलत हो तो उन्हें हटाये प्रशासन महोब्बत से नही डंडे से चलता है ।
आखिर शाहनिबाग ने ना ना करते हुए जनता कर्फ्यू का समर्थन किया वँहा चंद लोग उपस्थित है और अन्यो ने हर तख्त पर अपने जूते चप्पल रख उपस्थिति दर्ज करवाई । मोदी जीओर शाह जी जो भी हो आप गलत हो तो कानून हटाये या शाहनिबाग वाले गलत हो तो उन्हें हटाये प्रशासन महोब्बत से नही डंडे से चलता है ।
आखिर शाहनिबाग ने ना ना करते हुए जनता कर्फ्यू का समर्थन किया वँहा चंद लोग उपस्थित है और अन्यो ने हर तख्त पर अपने जूते चप्पल रख उपस्थिति दर्ज करवाई । मोदी जीओर शाह जी जो भी हो आप गलत हो तो कानून हटाये या शाहनिबाग वाले गलत हो तो उन्हें हटाये प्रशासन महोब्बत से नही डंडे से चलता है ।
खुशबू चौहान के जज्बे को सलाम ।देश की हर बेटी में खुशबू की झलक दिखे तो क्या कहने एक आशा के साथ अधिक से अधिक शेयर जरूर करे ।और मानवाधिकार के नाम पर रोटी सेकने वालो के मुंह पर तमाचा मारो
खुशबू चौहान के जज्बे को सलाम ।देश की हर बेटी में खुशबू की झलक दिखे तो क्या कहने एक आशा के साथ अधिक से अधिक शेयर जरूर करे ।और मानवाधिकार के नाम पर रोटी सेकने वालो के मुंह पर तमाचा मारो