26/12/2024
♦सफला एकादशी को आज नित्यलीलास्थ गोस्वामी तिलकायत श्री गोविंदजी का उत्सव♦
🔹️आज पौष कृष्ण एकादशी गुरुवार, 26 दिसंबर 2024 है। आज की एकादशी को सफला एकादशी भी कहा जाता है।
🔹️श्रीनाथजी में आज नित्यलीलास्थ गोस्वामी तिलकायत श्री गोविंदजी का उत्सव है।
🔹️उत्सव होने के कारण श्रीजी मंदिर के सभी मुख्य द्वारों की देहरी (देहलीज) को पूजन कर हल्दी से लीपी जाती हैं एवं आशापाल की सूत की डोरी की वंदनमाल बाँधी जाती हैं.
🔹️आज दो समय की आरती थाली में करी जाती हैं.
🔹️गद्दल, रजाई सफ़ेद खीनखाब के आते हैं.
🔹️निजमंदिर के सभी साज (गादी, तकिया आदि) पर आज पुनः सफेदी चढ़ जाती है.
🔹️श्री गोविंदजी महाराज के यशस्वरुप आज श्वेत खीनखाब के वस्त्र एवं अनुराग के भाव से लाल ठाड़े वस्त्र धराये जाते हैं.
🔹️श्रीजी को गोपीवल्लभ (ग्वाल) भोग में विशेष रूप से केशरयुक्त जलेबी के टूक व दूधघर में सिद्ध की गयी केसर युक्त बासोंदी की हांडी अरोगायी जाती है.
🔹️राजभोग में अनसखड़ी में दाख (किशमिश) का रायता अरोगाया जाता है.
🔹️सखड़ी में खरमंडा अरोगाये जाते हैं.
♦️आज के राजभोग दर्शन♦️
🔹️साज –
▪️श्रीजी में आज श्वेत साटन के वस्त्र के ऊपर फूल-पत्तियों के लाल, हरे, पीले रंग के कलाबत्तू के काम वाली पिछवाई धरायी जाती है जो कि फिरोजी रंग के वस्त्र के ऊपर पुष्प-लता के भरतकाम से सुसज्जित होती है.
▪️गादी, तकिया एवं चरणचौकी पर सफेद बिछावट की जाती है एवं प्रभु के स्वरुप के सम्मुख लाल रंग की तेह बिछाई जाती है.
🔹️वस्त्र –🔹️
▪️आज श्रीजी को रुपहली ज़री का बड़े बूटा का किनखाब का सूथन, चोली, चाकदार वागा एवं धराये जाते हैं.
▪️पटका लाल रंग का धराया जाता हैं.
▪️मोजाजी हरे केरीभात के धराये जाते हैं.
▪️ठाड़े वस्त्र लाल रंग के धराये जाते हैं.
🔹️श्रृंगार –🔹️
▪️श्रीजी को आज वनमाला का (चरणारविन्द तक) भारी श्रृंगार धराया जाता है.
▪️पन्ना के सर्व आभरण धराये जाते हैं.
▪️ठाडी लड़ मोती धरायी जाती है.
▪️श्रीमस्तक पर पन्ना की जड़ाऊ कुल्हे के ऊपर सिरपैंच, पांच मोरपंख की चन्द्रिका की जोड़ एवं बायीं ओर शीशफूल धराये जाते हैं.
▪️श्रीकर्ण में मकराकृति कुंडल धराये जाते हैं.
▪️बायीं ओर उत्सव की मीना की चोटी धरायी जाती है.
▪️श्रीकंठ में माणक का दुलड़ा हार (जो आपश्री ने श्रीजी को भेंट किया था).
▪️कली, कस्तूरी आदि सभी माला धरायी जाती है.
▪️गुलाबी एवं श्वेत पुष्पों की दो सुन्दर मालाजी धरायी जाती हैं.
▪️श्रीहस्त में जड़ाव स्वर्ण के वेणुजी एवं दो वेत्रजी (पन्ना व सोने के) धराये जाते हैं.
▪️पट उत्सव का व गोटी श्याम मीना की आती है.
▪️आरसी शृंगार में पिले खंड की एवं राजभोग में सोने की दिखाई जाती है।
♦️आज की राग सेवा- आज के कीर्तन♦️
▪️मंगला : बल बल चरित्र श्री गोकुलराय
▪️राजभोग : जे श्री वल्लभ राजकुमार
▪️आरती : तेरी लाल लागो मोहे बालय
▪️शयन : मांगे री मोपे चंद खिलौना।
♦जय श्री कृष्ण। राधे राधे♦