#कृतज्ञता ही विकत घेता येत नाही ती परमेश्वराच्या कृपेने कमवावी लागते.❣️❣️
125 वर्षीय योगसाधक परम पूज्य स्वामी शिवानंद जी यांना #पद्मश्री पुरस्काराने सन्मानित करण्यात आले...हार्दिक हार्दिक बधाई दडंवत प्रणाम ओम्
Sirsasana | Demonstration
Shirshasana, Salamba Shirshasana, or Yoga Headstand is an inverted asana in modern yoga as exercise; it was described as both an asana and a mudra in classical hatha yoga, under different names. It has been called the king of all asanas
उत्तान कुक्कुटासन | भुजाओ में बल और मन की एकाग्रता बढ़ाने में सबसे कारगर व्यायाम
#shorts #yoga #handstand
दंडवत प्रणाम
आज एक अनोखे प्रयोग के साथ आपके सामने उत्तान कुक्कुटासन करके समस्त युवाओ के लिए एक प्रेरणा देने का प्रयास :
उत्तान कुक्कुटासन
भुजाओ में बल और मन की एकाग्रता बढ़ाने में सबसे कारगर व्यायाम
दुग्धनेती | Covid-19 संक्रमन के पहलें भी और बाद में भी | ऊर्ध्वजत्रु ENT का शुद्धीकरन से सशक्तिकरन
ॐ प्रणिपात। ,
आज हम षट्कर्म में बताये गए ६ प्रकारो में से एक -नेती - का प्रायोग करते हुए दुग्ध नेती करने एवं सिखने वाले है
षट्कर्म के ६ प्रकार -
१ धौति
२ बस्ती
३ त्राटक
४ नेती
५ नौलि
६ कपालभाति
कोरोना के पहलें भी और बाद में भी करें नैसर्गिक चिकित्सा दुग्ध नेती - सोsयमायुर्वेदः शाश्वतो निर्दिश्यते अनादित्वात् ! महर्षि चरक जी का यह कथन पूर्णतया यथार्थ सत्य है ।
आपसे निवेदन है की वीडियो पूरा देखे , समज के ही करे
विशेष बाते वीडियो में बताये गए है , उनका ध्यान रखे
मुझे संपर्क करने हेतु निचे दिए गए नंबर पर कॉल करे
- ९२२६४७१०४१
नेती के फायदे -
➧ नाक कान गला ENT में लाभप्रद
➧एवं सिर दर्द , माइग्रेन , अनिद्रा , मेमोरी लॉस अदि में लाभप्रद
➧अवसाद
➧अपसमार - मिर्गी
➧ साइनस साइनोसाइटिस
➧ पीनस सर्वक्षय
➧ स्वरभंग
➧ उष्माघात
➧ रेटिना पैथी - आँखों के रोग
आदि में लाभप्रद है
आतड्यांच्या शुध्दी साठी योग , शंख प्रक्षालन कायाकल्प क्रिया . Shankh Prakshalan and Its benefits . ( Marathi )
आतड्यांच्या शुध्दी साठी योग ,शंख प्रक्षालन कायाकल्प क्रिया .
पोट साफ होत नाही ? बद्धकोष्ठता आहे तर मग जरुर करा
आपल्या आतड्यांची आकृती शंखा सारखी आहे . आतड्यांच्या शुद्ध होणे याला शंख प्रक्षालन किंवा वारीसार क्रिया म्हणतात
या क्रिये मुळे व्यक्तीचा कायाकल्प होतो हे सिद्ध झाले आहे
समस्त उदर् रोग , लठठपणासोबतच , मूळव्याध , उच्च रक्त दाब , मधुमेह , धतुरोग इत्यादी असा कुठलाही रोग नाही ज्यात या क्रियेमुळे लाभ झाला नसावा.
आपले आतडे शुद्ध नसतील तर मंदाग्नी , अपचन , आंबट ढेकर येणे गॅस्ट्रिक सारखे आजार होतात.
पूर्व तयारी -
शंख प्रक्षालन क्रिया करण्याआधी कमीत कमी एक आठवडा आधीच असणांचा सराव सुरू करावा
ज्या दिवशी शंख प्रक्षालन करायचे त्याच्या अधल्या रात्री हलके जेवण करावे
दुधात मनुका टाकून पिल्याने शुध्दी ची क्रिया उत्तम होते
व्हिडिओ मध्ये सांगितल्या प्रमाणे पा
शीतकारी प्राणायाम के लाभ एवं करणे का तरिका | शीतलता प्रदान करणे वाला अभ्यास Cooling Breath ( Hindi )
नमस्कार प्रणिपात
इस वीडियो में शीतकारी प्राणायाम करने का सही तरीका और उससे होने वाले अनगिनत फायदे के बरे मे बताये गए हैं।
किसी भी प्राणायाम के फायदे ज्यादा से ज्यादा उठाने के लिए उसको सही तरीके और नियम से करना बहुत ही जरुरी है जो की अच्छे से इस व्हिडिओ में बताया गया है।
0:00 Intro and Introduction to Sitkari Pranayama
(शीतकारी प्राणायाम एवं परिचय )
01:07 Demonstration of Sitkari Pranayama
( शीतकारी प्राणायाम करणे का तरिका )
05:45 contradiction
( सावधानीया किन्हे नही करना चाहिए)
06:50 benefits of Sitkari breathing
( शीतकारी प्राणायाम के लाभ )
शीतकारी प्राणायाम की सावधानी :
• सायनस ( Sinus )
• सायनो सायटीस ( Sinusitis )
• निम्न रक्त चाब ( Low BP )
• कफ प्रकृती वाले साधक एवम वात प्रकृती वाले
• आस्थमा से पीडित साधक
• आदी बीमारी वाले योग साधक इस प्राणायाम को ना करे.
लाभ -
• शरीर का अंचाहा उष्मा कम करता है
• पासिने की दुर्गंधी , मुख दुर्गंधी आदी मे लाभ प्रद
• अर्ष विकार मे ल