08/05/2020
जून-जुलाई में चरम पर होगा कोरोना, एम्स के डायरेक्ट ने दी चेतावनी
नई दिल्ली - देश में कोरोना के फैलाव से बचने के लिए 24 मार्च से ही लॉकडाउन है, बावजूद इसके कोरोना संक्रमण का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। देशभर में लगातार हजारों मामले रोज सामने आ रहे हैं। इस बीच भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डायरेक्टर ने कहा कि देश में कोविड-19 महामारी अभी और तबाही मचाएगा। उन्होंने कहा है कि कोरोना अभी अपने शिखर पर नहीं पहुंची है। हालांकि पहले कहा जा रहा था कि जैसे जैसे गर्मी बढ़ेगी कोरोना के मामलों पर काबू पाया जा सकेगा, लेकिन मई की शुरूआत से ही संक्रमण में मामलों में तेजी से बढ़ोतरी जर्ज की गई है।
एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा, "मोडलिंग के डेटा और जिस तरह केस यहां पर बढ़ रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि जून और जुलाई महीने में यह महामारी अपने चरम पर होगी, लेकिन इसमें कई वेरिएबल्स हैं और समय के साथ ही हम ये जान पाएंगे कि ये बीमारी कितना फैली और लॉकडाउन का क्या प्रभाव रहा।"
एम्स के डायरेक्टर की इस चेतावनी के बाद सवाल ये उठने लगा है कि क्या जून जुलाई में भी देश में लॉकडाउन के हालात रहेंगे। बता दें कि कोरोना का कोई इलाज नहीं होने की वजह से सरकार ने कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन का रास्ता अपनाया है। लॉकडाउन के पहले ही दिन 25 मार्च तक भारत में कोविड-19 के 600 से ज्यादा केस सामने आ चुके थे और 13 लोगों की मौत हो चुकी थी।
लॉकडाउन के शुरू होने के 43वें दिन भारत में कोरोना के मामले 53,000 के पास पहुंच गए और करीब 1800 लोगों की इससे मौत हो गई। महाराष्ट्र में करीब 17 हजार कोरोना केस आए है जबकि गुजरात में 6,500, दिल्ली में 5,500 केस है। यानी, इन तीनों राज्यों के कुल कोरोना केस देशभर के कोविड-19 केस की आधी संख्या के बराबर है।