Eduplanet career point etawah road sirsaganj

Eduplanet career point etawah road sirsaganj Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Eduplanet career point etawah road sirsaganj, Digital creator, Mainpuri.

 #अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस■ वर्ष 2010 से प्रतिवर्ष 4 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन...
12/12/2024

#अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस
■ वर्ष 2010 से प्रतिवर्ष 4 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन चीता की विलुप्ति को रोकने तथा इसके संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु वैश्विक प्रयासों को महत्त्व देने को समर्पित है।
■ अमेरिका की प्राणी विज्ञानी डॉ. लॉरी मार्कर (जो वर्ष 1991 में चीता संरक्षण निधि की संस्थापक थीं) ने इस दिन को खय्याम नामक चीते (जिसे उन्होंने पाला था) के सम्मान में नामित किया।
चीता:
■ चीता (एसिनोनिक्स जुबेटस ) फेलिडे फैमिली का हिस्सा है और सबसे पुरानी बड़ी बिल्ली प्रजातियों में से एक है, जिनका इतिहास 5 मिलियन वर्ष पूर्व के मायोसीन युग (भू-वैज्ञानिक काल 23.03 से 5.333 मिलियन वर्ष पूर्व ) से संबंधित है।
■ ये विश्व में सबसे तीव्रता से गमन करने वाले स्थलीय स्तनधारी (जो अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं) हैं।
■ ये अफ्रीका में अपने ऐतिहासिक क्षेत्र के 75% से अधिक भाग से लुप्त हो चुके हैं तथा पिछले दो दशकों में इनकी संख्या में 30% से भी अधिक की गिरावट आई है।
■ विश्व स्तर पर नामीबिया में सबसे अधिक चीता हैं।
■ चीता स्थानांतरण परियोजना के तहत वर्ष 2022 और 2023 में नामीबिया तथा दक्षिण अफ्रीका से चीतों को भारत लाया गया।

 #मानवाधिकार दिवस■ प्रतिवर्ष 10 दिसंबर को मनाया जाने वाला मानवाधिकार दिवस, न्याय के आधार के रूप में मानवाधिकारों के महत्...
12/12/2024

#मानवाधिकार दिवस
■ प्रतिवर्ष 10 दिसंबर को मनाया जाने वाला मानवाधिकार दिवस, न्याय के आधार के रूप में मानवाधिकारों के महत्त्व पर प्रकाश डालता है।
#वर्ष 2024 की थीम:
■ "हमारे अधिकार, हमारा भविष्य, हमारा वर्तमान (Our Rights, Our Future, our present)" से एक शांतिपूर्ण एवं धारणीय भविष्य को आकार देने में मानवाधिकारों की प्रासंगिकता पर प्रकाश पड़ता है।
#ऐतिहासिक महत्त्व
■ मानवाधिकार दिवस की शुरुआत वर्ष 1950 में मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) के उपलक्ष्य में की गई थी, जिसे 10 दिसंबर, 1948 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपनाया गया था।
■ वर्ष 2006 में स्थापित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद अपने 47 सदस्य देशों (भारत सहित) के माध्यम से वैश्विक मानवाधिकार संरक्षण को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
■ इस परिषद का सचिवालय मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) है जो जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
■ यह दिन हेट स्पीच, फेक न्यूज़ और मानवाधिकारों के हनन का मुकाबला करने के क्रम में सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करने के साथ समानता को बढ़ावा देने एवं भेदभाव को समाप्त करने पर केंद्रित है।
#मानवाधिकार और भारत
■ भारतीय संविधान में मूल अधिकारों (भाग III) तथा राज्य की नीति के निर्देशक सिद्धांतों (भाग IV) के माध्यम से मानवाधिकारों को सुनिश्चित किया गया है।
■ प्रस्तावना में शामिल न्याय, स्वतंत्रता, समानता तथा बंधुत्व जैसे शब्दों से UDHR की भावना प्रतिबिंबित होती है।
■ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) का गठन वर्ष 1993 में मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम (PHRA) के तहत हुआ था। यह भारत में मानवाधिकारों की देखरेख हेतु उत्तरदायी है।

 -मोड़ सुरंग■ श्रीनगर-सोनमर्ग राजमार्ग पर स्थित रणनीतिक बुनियादी ढाँचा परियोजना Z-मोड़ सुरंग में  #आतंकवादी हमले में सात...
26/10/2024

-मोड़ सुरंग
■ श्रीनगर-सोनमर्ग राजमार्ग पर स्थित रणनीतिक बुनियादी ढाँचा परियोजना Z-मोड़ सुरंग में #आतंकवादी हमले में सात लोगों की मृत्यु हो गई।
■ जम्मू-कश्मीर में किसी प्रमुख बुनियादी ढाँचा परियोजना पर यह पहला आतंकवादी हमला है।
■ यह 6.4 किलोमीटर लंबी सुरंग है, जिसका उद्देश्य श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सोनमर्ग को सभी मौसम में संपर्क प्रदान करना है ।
■ मूल रूप से इसकी योजना वर्ष 2012 में सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation- BRO) द्वारा बनाई गई थी।
■ बाद में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (National Highways & Infrastructure Development Corporation Limited- NHIDCL) द्वारा एक निजी कंपनी को पुनः निविदा दी गई।
#सामरिक महत्त्व
■ सुरंग का निर्माण ऐसे क्षेत्र में किया जा रहा है जहाँ हिमस्खलन की आशंका रहती है, जिससे शीतकाल में अधिकांश समय सोनमर्ग तक जाने वाली सड़क पर आवागमन असंभव हो जाता है।
■ यह बड़ी ज़ोजिला सुरंग परियोजना का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है और लद्दाख तक सभी मौसम में संपर्क के लिये आवश्यक है, जिससे सैन्य कर्मियों को लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों तक त्वरित पहुँच की सुविधा मिलती है।
■ यह संपर्क पाकिस्तान सीमा के पास तैनात भारतीय रक्षा बलों और पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना के खिलाफ तैनाती के लिये महत्त्वपूर्ण है

 #अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस 2024■ अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस प्रत्येक वर्ष 23 अक्तूबर, 2024 को मनाया जाता है।■ ...
25/10/2024

#अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस 2024
■ अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस प्रत्येक वर्ष 23 अक्तूबर, 2024 को मनाया जाता है।
■ इसकी स्थापना वर्ष 2013 में किर्गिज़स्तान में बिश्केक घोषणा को अपनाने के बाद हुई, जिसमें हिम तेंदुआ आबादी वाले 12 देशों ने उनके संरक्षण प्रयासों में सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की थी।
#हिम तेंदुओं की मेजबानी करने वाले देश
■ अफगानिस्तान, भूटान, चीन, भारत , कज़ाखस्तान, किर्गिस्तान, मंगोलिया, नेपाल, पाकिस्तान, रूस, ताज़िकिस्तान और उज़्बेकिस्तान।
■ हिम तेंदुए (Panthera uncia) मध्यम आकार की बिल्लियाँ मानी जाती हैं, जो अपनी मायावी प्रकृति और कठोर, उच्च तुंगता वाले वातावरण में विकसित होने की क्षमता के लिये जानी जाती हैं।
■ ये मध्य और दक्षिण एशिया के पहाड़ों के स्थानिक हैं तथा आमतौर पर हिमालय सहित अन्य पर्वत श्रृंखलाओं में 9,800 और 17,000 फीट की ऊ ऊँचाई पर पाए जाते हैं।
अनुमानतः वन क्षेत्रों में इनकी आबादी 3,500 से 7,000 के बीच है।
■ इनकी मायावी प्रकृति और परिवेश में घुल-मिल जाने की क्षमता के कारण इन्हें "पहाड़ों का भूत" (ghosts of the mountains) कहा जाता है।
■ इनकी त्वचा पर मोटे, भूरे-सफेद फर/रोएँ होते हैं जो बर्फ तथा चट्टानों में इन्हें छद्म आवरण प्रदान करते हैं।
■ हिम तेंदुए दहाड़ते नहीं हैं। वे गुर्राहट, फुफकार, म्यायूँ और एक अनोखी आवाज़ जिसे "चफ़" कहते हैं, के ज़रिये संवाद करते हैं।
■ यह जानवर सुबह और शाम के समय सबसे अधिक सक्रिय रहता है।
■ बिल्लियों की अधिकांश प्रजातियों की तरह, हिम तेंदुए भी एकांतवासी होते हैं।
■ ये आमतौर पर जनवरी और मार्च के बीच प्रजनन करते हैं, यह वह समय होता है जब नर तथा मादा दोनों अपने क्षेत्रों को चिह्नित करते हैं तथा अपने यात्रा मार्गों के प्रमुख स्थानों पर खरोंच, मल, मूत्र और सुगंध जैसे संकेत छोड़ते हैं।
#पारिस्थितिक महत्त्व
■ ये शीर्ष शिकारियों और संकेतक प्रजातियों के रूप में कार्य करते हैं, क्योंकि उनकी उपस्थिति उनके उच्च तुंगता वाले पारिस्थितिक तंत्र के स्वास्थ्य को दर्शाती है।
■ उनके शिकार से गिद्धों और भेड़ियों जैसे मृतोपजीवी जीवों को भोजन मिलता है, जिससे अन्य प्रजातियों को पोषण मिलता है।
#भारत में हिम तेंदुओं की आबादी
■ भारत में हिम तेंदुए की आबादी का आकलन (SPAI) कार्यक्रम के अनुसार, भारत में हिम तेंदुओं की आबादी 718 है।
#विभिन्न राज्यों में अनुमानित जनसंख्या इस प्रकार है
■ लद्दाख (477),
■ उत्तराखंड (124)
■ हिमाचल प्रदेश (51)
■ अरुणाचल प्रदेश (36)
■ सिक्किम (21)
■ जम्मू और कश्मीर (9)
■ भारत सरकार ने हिम तेंदुए को उच्च हिमालयी क्षेत्रों के लिये एक प्रमुख प्रजाति (Flagship Species) के रूप में चिह्नित किया है।
■ लद्दाख स्थित हेमिस राष्ट्रीय उद्यान को विश्व की हिम तेंदुओं की राजधानी (Snow Leopard capital) कहा जाता है।

 #वर्ष 2026 के राष्ट्रमंडल खेल■ वर्ष 2026 में ग्लासगो में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों (CWG) से  #छह खेलों को हटा दिया गय...
25/10/2024

#वर्ष 2026 के राष्ट्रमंडल खेल
■ वर्ष 2026 में ग्लासगो में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों (CWG) से #छह खेलों को हटा दिया गया है।
■ यह वर्ष 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों के उन 12 खेलों में शामिल है जिनमें भारत ने पदक जीते थे।
● बैडमिंटन
● क्रिकेट
● हॉकी
● स्क्वैश
● टेबल टेनिस
● कुश्ती
■ भारत ने ग्लासगो खेलों से इन प्रमुख खेलों को बाहर रखे जाने का कड़ा विरोध किया है क्योंकि ये भारत के शीर्ष प्रदर्शन वाले खेल हैं।
■ राष्ट्रमंडल खेलों का 23वाँ संस्करण 23 जुलाई से 2 अगस्त 2026 तक स्कॉटलैंड में आयोजित किया जाएगा, जो वर्ष 2014 के खेलों के 12 साल बाद इस शहर में इनके आयोजन की वापसी का प्रतीक होंगे।
#हॉकी
■ हॉकी वर्ष 1998 से राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा है, जिसमें भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में दूसरी सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में स्थान प्राप्त किया था और इसने छह पदक हासिल किये थे: पुरुष और महिला टीमों के लिये एक स्वर्ण, चार रजत तथा एक कांस्य।
■ वर्ष 2022 में बर्मिंघम में भारतीय पुरुष टीम दूसरे स्थान पर रही, जबकि महिला टीम ने कांस्य पदक हासिल किया।
#कुश्ती
■ भारत ने कुश्ती में ऐतिहासिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है तथा इसमें अब तक 114 पदक जीते हैं जिनमें 49 स्वर्ण, 39 रजत और 26 कांस्य पदक शामिल हैं।
■ बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने कुश्ती में छह स्वर्ण सहित 12 पदक जीते।
#बैडमिंटन
■ भारत ने बर्मिंघम खेलों में बैडमिंटन में छह पदक जीते, जिनमें तीन स्वर्ण पदक शामिल हैं
#टेबल टेनिस
■ वर्ष 2002 में राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल टेबल टेनिस खेल के प्रत्येक संस्करण में भारत ने कुल 20 पदक जीते हैं।
#स्क्वैश और क्रिकेट
■ इन्हें वर्ष 1998 में कुआलालंपुर (मलेशिया) में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया।
#खेलों को हटाए जाने का कारण
■ सीमित बजट के कारण वर्ष 2026 के राष्ट्रमंडल खेलों से कुछ खेलों को बाहर रखा गया है।
■ विक्टोरिया (ऑस्ट्रेलिया) ने उच्च लागत के कारण मेजबान देश से अपना नाम वापस ले लिया है तथा ग्लासगो (जो अब कम बजट में मेजबानी कर रहा है) ने खेलों को 4 श्रेणियों तक सीमित करने का फैसला किया है।
#राष्ट्रमंडल खेल
■ यह राष्ट्रमंडल देशों के एथलीटों द्वारा आयोजित होने वाला एक चतुर्भुजीय अंतर्राष्ट्रीय बहु-खेल आयोजन है।
■ इसका प्रबंधन राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (CGF) द्वारा किया जाता है।
■ यह राष्ट्रमंडल खेलों और राष्ट्रमंडल युवा खेलों के निर्देशन एवं नियंत्रण के लिए ज़िम्मेदार संगठन है।
■ यह एक ऐसा संगठन है जिसका मुख्यालय और निगमन ब्रिटेन में है लेकिन यह 72 सदस्य देशों एवं क्षेत्रों में कार्य करता है।
■ प्रथम राष्ट्रमंडल खेल अगस्त 1930 में हैमिल्टन, ओंटारियो, कनाडा में आयोजित हुए थे।
#राष्ट्रमंडल
■ राष्ट्रमंडल 56 देशों का एक समूह है, जिसमें अधिकांश पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश शामिल हैं।
■ इसकी स्थापना वर्ष 1949 में लंदन घोषणापत्र द्वारा की गई थी।
■ राष्ट्रमंडल के सदस्य मुख्य रूप से अफ्रीका, अमेरिका, एशिया और प्रशांत क्षेत्र (जिनमें से कई उभरती अर्थव्यवस्थाएँ हैं) से हैं लेकिन इस समूह के तीन यूरोपीय सदस्य साइप्रस, माल्टा और यूके हैं।
■ राष्ट्रमंडल में शामिल विकसित राष्ट्र ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूज़ीलैंड हैं।

🔆भारत पर USCIRF की रिपोर्ट■ यूएससीआईआरएफ ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की बिगड़ती स्थिति की आलोचना करते हुए एक रिपोर्ट ...
21/10/2024

🔆भारत पर USCIRF की रिपोर्ट
■ यूएससीआईआरएफ ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की बिगड़ती स्थिति की आलोचना करते हुए एक रिपोर्ट जारी की।
✅ रिपोर्ट ने भारत सरकार और USCIRF ( United States Commission on International Religious Freedom) के बीच बहस को नया आयाम दे दिया है।

#रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
✅ धार्मिक उत्पीड़न.
✅ घृणास्पद भाषण और गलत सूचना।
✅ धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रतिबंध।
✅ भारत को सी.पी.सी. के रूप में नामित करना।

#भारत सरकार की प्रतिक्रिया
✅ भारत सरकार ने रिपोर्ट को दृढ़ता से खारिज कर दिया।
✅ इसे "पक्षपाती" और "एजेंडा-चालित" कहा गया।
✅ यूएससीआईआरएफ पर तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत करने और एक प्रेरित कथा को फैलाने का आरोप लगाया गया।

#रिपोर्ट को लेकर विवाद
✅ रिपोर्ट का समय.
✅ यूएससीआईआरएफ का अधिदेश।
✅ रिपोर्ट की विश्वसनीयता.

✅ यूएससीआईआरएफ की रिपोर्ट ने गरमागरम बहस छेड़ दी है।
✅ रिपोर्ट की विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया की भी आलोचना की गई है।

#संभावित UPSC प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न
प्रश्न-धार्मिक स्वतंत्रता पर संयुक्त राज्य आयोग (USCIRF) का अधिदेश क्या है?
A- संयुक्त राज्य अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना
B- संयुक्त राज्य अमेरिका के अलावा अन्य देशों में धार्मिक स्वतंत्रता की निगरानी करना
C- धार्मिक अल्पसंख्यकों को वित्तीय सहायता प्रदान करना
D- अंतर-धार्मिक संवाद को बढ़ावा देना

 #जस्टिस संजीव खन्ना(CJI)■ जस्टिस संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के 51वें चीफ जस्टिस होंगे। ■ CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से...
18/10/2024

#जस्टिस संजीव खन्ना(CJI)
■ जस्टिस संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के 51वें चीफ जस्टिस होंगे।
■ CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से उनके नाम की सिफारिश की है।
■ दरअसल, CJI चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर हो जाएंगे।
■ परंपरा है कि मौजूदा CJI अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश तभी करते हैं, जब उन्हें कानून मंत्रालय से ऐसा करने का आग्रह किया जाता है।
■ CJI चंद्रचूड़ के बाद वरिष्ठता सूची में जस्टिस संजीव खन्ना का नाम है। इसलिए जस्टिस खन्ना का नाम आगे बढ़ाया है। हालांकि, उनका कार्यकाल सिर्फ 6 महीने का होगा।
■ 64 साल के जस्टिस खन्ना 13 मई 2025 को रिटायर होंगे।
■ सुप्रीम कोर्ट जज के तौर पर जस्टिस खन्ना ने 65 फैसले लिखे हैं। इस दौरान वे करीब 275 बेंचों का हिस्सा रहे हैं।
■ दिल्ली हाईकोर्ट में 14 साल तक जज रहे जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म 14 मई 1960 को हुआ था।
■ उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से कानून की पढ़ाई की।
■ ग्रेजुएशन के बाद, उन्होंने 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में एक वकील के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया।
■ सुप्रीम कोर्ट जज बनाए जाने से पहले वे दिल्ली हाईकोर्ट में 14 साल तक जज रहे।
#विवादास्पद पदोन्नत
■ उन्हें 2019 में सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया था।
■ सुप्रीम कोर्ट जज बनने पर भी हुआ था #विवाद 32 जजों की अनदेखी करके जस्टिस खन्ना को सुप्रीम कोर्ट जज बनाने पर जमकर विवाद हुआ था।
■ 10 जनवरी 2019 को कॉलेजियम ने उनकी जगह जस्टिस माहेश्वरी और वरिष्ठता #में 33वें स्थान पर जस्टिस खन्ना को प्रमोट करने का फैसला किया।
■ इसके बाद सिफारिश पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दस्तखत कर दिए थे।
■ वरीयता को अनदेखा करते हुए CJI बनाने के दो मामले, दोनों इंदिरा सरकार के अप्रैल 1973 में सुप्रीम कोर्ट के तीन सीनियर जजों को दरकिनार करते हुए एएन रे को CJI बनाया गया था।
■ 1977 में जब जस्टिस रे रिटायर हुए तो जस्टिस एचआर खन्ना सबसे सीनियर थे। लेकिन, उनकी जगह जस्टिस एमएच बेग को चुना गया।
■ इमरजेंसी के दौरान जस्टिस खन्ना ने इंदिरा सरकार के खिलाफ फैसले सुनाए थे, जस्टिस संजीव खन्ना उन्हीं के भतीजे हैं।
■ जस्टिस संजीव खन्ना के पिता जस्टिस देवराज खन्ना भी दिल्ली हाईकोर्ट के जज थे।
■ उनके चाचा जस्टिस हंसराज खन्ना भी सुप्रीम कोर्ट जज रहे।
■ यह दुर्लभ संयोग था कि जस्टिस संजीव खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर अपना पहला दिन उसी कोर्ट रूम से शुरू किया, जहां से उनके चाचा, दिवंगत जस्टिस एचआर. खन्ना रिटायर हुए थे।
का 100% वैरिफिकेशन
■ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स बनाम भारतीय चुनाव आयोग (2024) में जस्टिस खन्ना की बेंच ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर डाले गए वोटों के 100% VVPAT सत्यापन की मांग करने वाली ADR की याचिका को खारिज कर दिया था।
■ फैसले में जस्टिस खन्ना ने लिखा कि वे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आयोग के सभी सुरक्षा उपायों को रिकॉर्ड में रखना चाहते हैं।
#इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम
■ 2024 में पांच जजों की बेंच ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को असंवैधानिक घोषित कर दिया।
■ जस्टिस खन्ना ने सहमति जताते हुए लिखा कि अगर बैंकिंग चैनल के जरिए दान दिया जाता है, तो दानकर्ताओं की निजता का अधिकार नहीं होता।
■ उनकी पहचान उस व्यक्ति और बैंक के अधिकारियों को असममित रूप से पता होती है, जहां से बॉन्ड खरीदा जाता है।
#अनुच्छेद 370​ निरस्त करना
■ 2023 में जस्टिस खन्ना ने पांच जजों की बेंच के फैसले में सहमति व्यक्त की, जिसने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने की वैधता को बरकरार रखा।
■ उन्होंने पाया कि भारत के संविधान का अनुच्छेद 370 संघवाद की विशेषता थी, न कि संप्रभुता का संकेत। इसका निरस्तीकरण संघीय ढांचे को नकारता नहीं है।
#सुप्रीम कोर्ट को तलाक देने का अधिकार
■ 2023 में शिल्पा शैलेश बनाम वरुण श्रीनिवासन मामले में जस्टिस खन्ना ने बहुमत की राय लिखी, जिसमें कहा गया कि संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत सुप्रीम कोर्ट को सीधे तलाक देने का अधिकार है।
■ उन्होंने तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट पूर्ण न्याय देने के लिए विवाह के अपूरणीय विघटन के आधार पर तलाक दे सकता है।

 #लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती■ जयप्रकाश नारायण का जन्म 11 अक्तूबर, 1902 को सिताबदियारा, बिहार में हुआ था।■ वह एक भा...
17/10/2024

#लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती
■ जयप्रकाश नारायण का जन्म 11 अक्तूबर, 1902 को सिताबदियारा, बिहार में हुआ था।
■ वह एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्त्ता, समाज सुधारक व राजनेता थे।
#विचारधारा
■ संयुक्त राज्य अमेरिका में अध्ययन के बाद मार्क्सवादी विचारों से प्रभावित थे।
■ भारत में ब्रिटिश शासन का कड़ा विरोध किया तथा समाजवादी सिद्धांतों के माध्यम से स्वतंत्रता पर ज़ोर दी।
■ उनका उद्देश्य सर्वोदय के आदर्शों के अनुरूप सामाजिक परिवर्तन लाना था, जो कि सभी के लिये प्रगति पर ज़ोर देने वाला गांधीवादी दर्शन है।
#प्रमुख कार्य
■ वर्ष 1929 में भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस में शामिल हुए और सविनय अवज्ञा आंदोलन तथा भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया।
■ कॉन्ग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की सह-स्थापना की तथा कॉन्ग्रेस पार्टी के भीतर वामपंथी दृष्टिकोण का समर्थन किया।
■ भूदान ग्रामदान (आचार्य विनोबा भावे द्वारा शुरू किया गया) आंदोलन को बढ़ावा दिया, इस आंदोलन के तहत उनकी मांग भूमिहीनों को भूमि पुनर्वितरण की थी।
■ वर्ष 1959 में उन्होंने चार स्तरीय शासन प्रणाली के साथ एक विकेंद्रीकृत राजनीतिक संरचना का प्रस्ताव रखा।
■ उन्होंने आपातकाल (1975 से 1977) के विरुद्ध सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन का नेतृत्व किया और भ्रष्टाचार तथा अधिनायकवाद के मुखर आलोचक बन गए।
■ 8 अक्तूबर, 1979 को उनकी मृत्यु हो गई और उन्हें वर्ष 1999 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

 #डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ■ हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी...
17/10/2024

#डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम
■ हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।
■ डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
■ उन्होंने कई सफल मिसाइलों के निर्माण के लिये कार्यक्रमों की योजना बनाई, जिससे उन्हें "भारत का मिसाइल मैन" कहा जाता है।
■ उन्होंने वर्ष 2002 में भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और वर्ष 2007 में पूरा कार्यकाल पूरा किया।
#पुरस्कार
■ पद्म भूषण (1981)
■ पद्म विभूषण (1990)
■ सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न (1997)
■ वह भारत और विदेशों से 48 विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों से मानद डॉक्टरेट प्राप्त करने के अद्वितीय सम्मान के साथ भारत के सबसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों में से एक हैं।
#साहित्यिक रचनाएँ
■ "विंग्स ऑफ फायर",
■ "इंडिया 2020 - ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम",
■ "माई जर्नी" और "इग्नाइटेड माइंड्स - अनलीशिंग द पावर इन इंडिया",
■ "इंडोमेबल स्पिरिट",
योगदान:
#फाइबरग्लास प्रौद्योगिकी में अग्रणी
■ वे फाइबरग्लास प्रौद्योगिकी में अग्रणी थे और इसरो में इस प्रयास को शुरू करने के लिये उन्होंने एक युवा टीम का नेतृत्त्व किया था ।
■ उपग्रह प्रक्षेपण यान (SLV-3): परियोजना निदेशक के रूप में, उन्होंने भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान (SLV-3) को विकसित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई , जिसने जुलाई 1980 में रोहिणी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में प्रक्षेपित किया, जिससे भारत विश्व के अंतरिक्ष क्लब में शामिल हुआ।
■ स्वदेशी निर्देशित मिसाइल: वह एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) के मुख्य कार्यकारी थे।
■ उन्होंने परमाणु ऊर्जा विभाग के सहयोग से सामरिक मिसाइलों के शस्त्रीकरण और पोखरण-II परमाणु परीक्षण नेतृत्त्व किया।
■ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने देश का पहला परमाणु परीक्षण,स्माइलिंग बुद्ध का नेतृत्त्व किया और बाद में प्रोजेक्ट डेविल और प्रोजेक्ट वैलियंट का निर्देशन किया - जो सफल एस.एल.वी. प्रोग्राम की की तकनीक से बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने में सफलता मिली।
■ टेक्नोलॉजी विजन 2020: वर्ष 1998 में उन्होंने ‘टेक्नोलॉजी विज़न-2020’ नामक एक देशव्यापी योजना को सामने रखा, जिसे उन्होंने 20 वर्षों में भारत को ‘अल्प-विकसित’ से विकसित समाज में बदलने के लिये एक रोडमैप के रूप में पेश किया।
■ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देखभाल: एपीजे अब्दुल कलाम ने हृदय रोग विशेषज्ञ बी. सोमा राजू के सहयोग से कोरोनरी हृदय रोग के लिये 'कलाम-राजू-स्टेंट' विकसित किया, जिससे स्वास्थ्य सेवा सभी के लिये सुलभ हो पाई।

 #विश्व कपास दिवस 2024■ विश्व कपास दिवस (7 अक्तूबर 2024) के अवसर पर  वस्त्र मंत्रालय ने भारतीय कपास निगम और CITI के साथ ...
10/10/2024

#विश्व कपास दिवस 2024
■ विश्व कपास दिवस (7 अक्तूबर 2024) के अवसर पर वस्त्र मंत्रालय ने भारतीय कपास निगम और CITI के साथ संयुक्त रूप से सम्मेलन की मेज़बानी की,
#विषय
■"सूती वस्त्र मूल्य शृंखला को आकार देने वाले मेगाट्रेंड्स"।
#उद्देश्य
■ सूती वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देना तथा अर्थव्यवस्था में इसके योगदान को बढ़ावा देना।
■ कपास मूल्य शृंखला के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान करना और समाधान की तलाश करना।
■ कपास उद्योग में स्थिरता और उसकी क्षमता के महत्त्व पर प्रकाश डालना।
#कपास दिवस की मुख्य विशेषताएँ
■ सरकार का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर का वस्त्र निर्यात लक्ष्य हासिल करना है।
■ उच्च घनत्व वाली रोपाई, कम अंतराल पर रोपाई और ड्रिप फर्टिगेशन जैसी पद्धतियों को अपनाने से कपास की उपज में वृद्धि हो सकती है।
■ कपास किसानों के लिये खरपतवार प्रबंधन एक महत्त्वपूर्ण चुनौती है, जिसका समाधान नई बीज किस्मों के माध्यम से किया जा सकता है।
■ इस कार्यक्रम में कस्तूरी कपास उत्पाद, पुनर्चक्रित वस्त्र और हथकरघा उत्पाद प्रदर्शित किये गए हैं।
#कपास उद्योग से संबंधित कुछ प्रमुख तथ्य
■ भारत विश्व का सबसे बड़ा कपास उत्पादक है, जो विश्व के कपास उत्पादन का लगभग 23% उत्पादन करता है।
■ वर्ष 2023-2024 में भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा कपास निर्यातक होगा।
■ भारत के प्रमुख कपास आयातकों में बाँग्लादेश, चीन और वियतनाम शामिल हैं।

 #रतन नवल टाटा■ हाल ही में टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन नवल टाटा (जिन्हें 21वीं सदी में भारत के आर्थिक पुनरुत्थान के प...
10/10/2024

#रतन नवल टाटा
■ हाल ही में टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन नवल टाटा (जिन्हें 21वीं सदी में भारत के आर्थिक पुनरुत्थान के प्रतीक के रूप में जाना जाता है) का 86 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया
■ रतन नवल टाटा एक प्रतिष्ठित भारतीय व्यवसायी और भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक, टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष थे।
■ उन्हें वर्ष 2000 में पद्म भूषण और वर्ष 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
■ उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय से वास्तुकला में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और वर्ष 1962 में अपने परदादा जमशेदजी टाटा द्वारा स्थापित टाटा समूह में शामिल होने के लिये भारत लौट आए।
■ वह एक लाइसेंस प्राप्त पायलट थे जो अपने शांत आचरण, अपेक्षाकृत साधारण जीवनशैली और परोपकारिता के लिये जाने जाते थे।
■ रतन टाटा दूरदर्शी और दयालु व्यक्तित्त्व के थे तथा उन्होंने व्यवसायिक और सामाजिक क्षेत्रों में लोकप्रियता हासिल की।
#उपलब्धियाँ
■ रतन टाटा ने टाटा समूह को एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में बदलने में प्रमुख भूमिका निभाई जिसमें इस्पात, ऑटोमोबाइल, सॉफ्टवेयर और दूरसंचार जैसे उद्यम शामिल हैं।
■ अपने कॅरियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने टाटा मोटर्स (पूर्व में टेल्को) और टाटा स्टील सहित कई टाटा कंपनियों के साथ कार्य किया तथा नेशनल रेडियो एंड इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी को पुनर्जीवित किया।
■ वर्ष 1991 में वे जे.आर.डी टाटा के बाद टाटा समूह के अध्यक्ष बने।
■ उन्होंने महत्त्वपूर्ण संगठनात्मक सुधार (जैसे सेवानिवृत्ति की आयु निर्धारित करना एवं युवा प्रतिभाओं की नेतृत्त्वकारी भूमिकाओं को बढ़ावा देना) लागू किये।
#अन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित
■ वर्ष 2021 में असम सरकार द्वारा असम बैभव।
■ वर्ष 2023 में किंग चार्ल्स तृतीय द्वारा ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया के मानद अधिकारी।
■ वर्ष 2008 में आईआईटी बॉम्बे द्वारा मानद डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि।
■ वर्ष 2014 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा मानद नाइट ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर (GBE)
■ वर्ष 2008 में सिंगापुर सरकार द्वारा मानद नागरिक पुरस्कार।
#योगदान
■ टाटा ने आईटी बूम का लाभ उठाते हुए वर्ष 1996 में टाटा टेलीसर्विसेज़ की स्थापना की तथा वर्ष 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को सार्वजनिक कर दिया
■ वर्ष 2000 में टेटली टी की खरीद।
■ वर्ष 2002 में VSNL (विदेश संचार निगम लिमिटेड) का अधिग्रहण।
■ वर्ष 2007 में कोरस स्टील का अधिग्रहण (किसी भारतीय कंपनी द्वारा किया गया सबसे बड़ा अधिग्रहण था)।
■ वर्ष 2008 में फोर्ड से जगुआर और लैंड रोवर का अधिग्रहण।
■ जनवरी 2022 में टाटा समूह द्वारा सरकार से एयर इंडिया के अधिग्रहण में टाटा ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
■ उन्होंने टाटा नैनो भी लॉन्च की, जो एक कम लागत वाली कार थी जिसका उद्देश्य भारतीयों को किफायती परिवहन का साधन उपलब्ध कराना था।
■ टाटा, भारतीय स्टार्टअप्स में एक प्रमुख निवेशक थे जिन्होंने पेटीएम, ओला इलेक्ट्रिक और अर्बन कंपनी जैसी कंपनियों का समर्थन किया।

 #दादा साहब फाल्के अवार्ड 2024■ हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने घोषणा की है कि वर्ष 2022 का दादा साहब फाल्के पु...
06/10/2024

#दादा साहब फाल्के अवार्ड 2024
■ हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने घोषणा की है कि वर्ष 2022 का दादा साहब फाल्के पुरस्कार अभिनेता और पूर्व राज्यसभा सांसद मिथुन चक्रवर्ती को दिया जाएगा।
■ यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान के लिये 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा।
■ यह दादा साहब फाल्के पुरस्कार के #54वें प्राप्तकर्ता होंगे।
#दादा साहब फाल्के पुरस्कार
■ यह देश का सर्वोच्च फिल्म सम्मान है जिसकी शुरुआत वर्ष 1969 में हुई थी, जो “भारतीय सिनेमा के विकास और वृद्धि में उत्कृष्ट योगदान” के लिये दिया जाता है।
■ यह पुरस्कार पहली बार “भारतीय सिनेमा की #प्रथम महिला” देविका रानी को प्रदान किया गया था।
■ इस पुरस्कार में #एक स्वर्ण कमल, 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक प्रमाण पत्र, एक रेशम रोल और एक शॉल शामिल है।
■ इसे भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है।
#धुंडीराज गोविंद फाल्के
■ वह एक भारतीय निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक थे जिन्होंने भारत की पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र (1913) का निर्देशन किया था।
■ उन्हें “भारतीय सिनेमा के जनक” के रूप में जाना जाता है

 #अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस■ सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, 1 अक्तूबर 2024 को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाएगा...
05/10/2024

#अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस
■ सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, 1 अक्तूबर 2024 को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाएगा।
#वर्ष 2024 की थीम
■ एजिंग विथ डिग्निटी: विश्व भर में वृद्ध व्यक्तियों की देखभाल और सहायता प्रणालियों को सुदृढ़ करना
■ यह दिवस वृद्ध लोगों द्वारा दिये गए योगदान को मान्यता देने तथा समावेशी एवं आयु-अनुकूल समाज की आवश्यकता को बढ़ावा देने के लिये मनाया जाता है।
■ 14 अक्तूबर, 1990 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा नामित यह दिवस वृद्धावस्था पर वियना अंतर्राष्ट्रीय कार्य योजना (1982) और वृद्ध व्यक्तियों के लिये संयुक्त राष्ट्र सिद्धांतों पर आधारित है।
#प्रतिबद्धता एवं वैश्विक ढाँचा
■ संयुक्त राष्ट्र का स्वस्थ आयु दशक (2021-2030)अच्छे स्वास्थ्य और देखभाल पर सतत् विकास लक्ष्य-3 के अनुरूप है।
■ भारत ने वर्ष 1999 में वृद्ध व्यक्तियों पर राष्ट्रीय नीति (NPOP) तैयार की यह मैड्रिड अंतर्राष्ट्रीय वृद्धावस्था कार्य योजना (2002) पर हस्ताक्षरकर्त्ता भी है।
■ दिसंबर 2023 तक भारत में 153 मिलियन बुज़ुर्ग व्यक्ति (60+) हैं, जिनके वर्ष 2050 तक 347 मिलियन तक बढ़ने का अनुमान है, जो लगभग कुल जनसंख्या का 20.8% होगा।
■ वैश्विक स्तर पर बुज़ुर्गों की आबादी वर्ष 1980 की तुलना में लगभग 260 मिलियन से बढ़कर वर्ष 2021 में 761 मिलियन हो गई है
■ अनुमानतः यह वर्ष 2021 में 10% से बढ़कर 2050 तक लगभग 17% हो जाएगी।

 #महालया■ महालया दुर्गा पूजा महोत्सव की शुरुआत का प्रतीक है।■ महालया वह दिन है, जब देवी दुर्गा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं ...
05/10/2024

#महालया
■ महालया दुर्गा पूजा महोत्सव की शुरुआत का प्रतीक है।
■ महालया वह दिन है, जब देवी दुर्गा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं और राक्षस राजा महिषासुर का वध किया था, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
■ इस दिन, कारीगर देवी दुर्गा की आँखों पर रंग लगाते हैं, जिसे 'चोखू दान' (देवी को आँखें प्रदान करना) के रूप में भी जाना जाता है।
■ यह 'पितृ पक्ष' के अंत और 'देवी पक्ष' (देवी दुर्गा का युग) के प्रारंभ का प्रतीक है।
■ पितृ पक्ष 16 दिनों की अवधि है, जिसके दौरान हिंदू अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिये अनुष्ठान करते हैं।
■;कोलकाता में दुर्गा पूजा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (ICH) की यूनेस्को की प्रतिनिधि सूची में अंकित किया गया है।
■ यह एशिया का पहला ऐसा महोत्सव है, जिसे यूनेस्को मानवता के आईसीएच के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है।

 #सस्त्र रामानुजन पुरस्कार ■ हाल ही में वर्ष 2024 का सस्त्र रामानुजन पुरस्कार जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी,  #अमेर...
03/10/2024

#सस्त्र रामानुजन पुरस्कार
■ हाल ही में वर्ष 2024 का सस्त्र रामानुजन पुरस्कार जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, #अमेरिका के अलेक्जेंडर डन (Alexander Dunn) को प्रदान किया गया।
■ डन ने मॉड्यूलर फॉर्म, हाफ-इंटीग्रल वेट फॉर्म (half-integral weight form), मेटाप्लेक्टिक फॉर्म और अभाज्य संख्याओं और पूर्णांक विभाजनों के साथ उनके संबंधों के अध्ययन में महत्त्वपूर्ण सफलता हासिल की है।
#सस्त्र रामानुजन पुरस्कार
■ इसकी स्थापना वर्ष 2005 में हुई थी, यह शनमुघा कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान अकादमी (SASTRA) विश्वविद्यालय, तमिलनाडु द्वारा दिया गया था।
■ इसमें 10,000 अमेरिकी डॉलर का नकद पुरस्कार राशि शामिल है।
■ यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 32 वर्ष या उससे कम आयु के गणितज्ञों को असाधारण योगदान के लिये विशेष रूप से श्रीनिवास रामानुजन के कार्य से प्रेरित क्षेत्रों में, प्रदान किया जाता है।
#श्रीनिवास रामानुजन
■ उनका जन्म 22 दिसंबर 1887 को तमिलनाडु में हुआ था, ■ उन्होंने संख्या सिद्धांत, दीर्घवृत्तीय कार्यों, विभाजन सिद्धांत और हाइपरज्यामितीय शृंखला में अग्रणी योगदान दिया।
■ वर्ष 1913 में जी.एच. हार्डी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें कैम्ब्रिज में कार्य करने का अवसर मिला।

  2024
30/09/2024

2024

number system,number system class 9,number system by aditya ranjan,number system conversion,number system by rakesh yadav,number system in computer,number sy...

 #गुरु अमरदास का 450 वाँ ज्योति जोत दिवस■ हाल ही में तीसरे सिख गुरु,  गुरु अमरदास जी का 450 वाँ ज्योति जोत दिवस मनाया गय...
23/09/2024

#गुरु अमरदास का 450 वाँ ज्योति जोत दिवस
■ हाल ही में तीसरे सिख गुरु, गुरु अमरदास जी का 450 वाँ ज्योति जोत दिवस मनाया गया।
■ अमृतसर ज़िले के बसरके में वर्ष 1479 में जन्मे श्री गुरु अमरदास जी का पालन-पोषण एक रूढ़िवादी हिंदू परिवार में हुआ था।
■ वह गुरु नानक देव जी की गुरबानी से बहुत प्रेरित हुए और उन्होंने गुरु अंगद देव जी को अपना आध्यात्मिक मार्गदर्शक बना लिया।
■ मार्च 1552 में 73 वर्ष की आयु में इन्हें तीसरे गुरु (गुरु अंगद जी के बाद) के रूप में नियुक्त किया गया, इन्होंने गोइंदवाल में अपना मुख्य केंद्र स्थापित किया।
#प्रमुख योगदान
■ गुरु अमरदास जी ने सिख धर्म की शिक्षाओं के प्रसार को सुगम बनाने के लिये #सिख समुदाय को 22 प्रशासनिक ज़िलों (मंजियों) में विभाजित किया।
■ इन्होंने समानता और समभाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, आगंतुकों से मिलने से पूर्व भोजन ग्रहण को महत्त्वपूर्ण माना एवं इसके लिये' गुरु के लंगर' (सामुदायिक रसोई) की परंपरा को सुदृढ़ किया।
■ सम्राट अकबर के साथ इनके संवाद के उपरांत गैर-मुसलमानों के लिये तीर्थयात्री कर को समाप्त कर दिया गया था जिससे पारस्परिक संबंधों में सुदृढ़ता आई।
■ इन्होंने सामाजिक अन्याय के विरुद्ध सक्रिय अभियान चलाया और सिखों में सती प्रथा एवं पर्दा प्रथा को समाप्त किया।
■ इन्होंने आनंद कारज विवाह समारोह की शुरुआत की।
■ गुरु अमरदास जी ने गोइंदवाल साहिब में एक बावड़ी का निर्माण कराया, जिससे यह एक महत्त्वपूर्ण सिख तीर्थ स्थल बन गया।
■ इन्होंने 869 सबदों की रचना की (हालाँकि कुछ विवरण बताते हैं कि उनकी संख्या 709 थी), जिनमें आनंद साहिब भी शामिल है और गुरु अर्जन देव जी ने इन सभी सबदों को गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल किया।
■ 1 सितंबर, 1574 को 95 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया और वे एक महत्त्वपूर्ण विरासत छोड़ गए जो आज भी सिख समुदाय को प्रेरित कर रही है।
#गुरु नानक देव(1469-1539)
■ सिख धर्म के संस्थापक; गुरु का लंगर शुरू किया (सामुदायिक रसोई); बाबर के समकालीन; 550 वीं जयंती करतारपुर गलियारे के साथ मनाई गई।
#गुरु अंगद(1504-1552)
■ गुरु-मुखी लिपि का आविष्कार; गुरु का लंगर (सामुदायिक रसोई) की प्रथा को लोकप्रिय बनाया।
#गुरु अमर दास(1479-1574)
■ आनंद कारज विवाह की शुरुआत की, सती प्रथा और पर्दा प्रथा को समाप्त किया, अकबर के समकालीन थे।
#गुरु राम दास(1534-1581)
■ वर्ष 1577 में अमृतसर की स्थापना की; स्वर्ण मंदिर का निर्माण शुरू किया।
#गुरु अर्जुन देव(1563-1606)
■ वर्ष 1604 में आदि ग्रंथ की रचना की; स्वर्ण मंदिर का निर्माण पूरा किया गया; जहाँगीर द्वारा इसका निर्माण कराया गया।
#गुरु हरगोबिंद(1594-1644)
■ सिखों को एक सैन्य समुदाय में परिवर्तित किया; अकाल तख्त (सिख धर्म की धार्मिक सत्ता का मुख्य केंद्र) की स्थापना की; जहाँगीर और शाहजहाँ के विरुद्ध संघर्ष किया।
#गुरु हर राय(1630-1661)
■ औरंगजेब के साथ शांति को बढ़ावा दिया; धर्मप्रचार के कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया।
#गुरु हरकिशन(1656-1664)
■ सबसे युवा गुरु; इस्लाम विरोधी ईशनिंदा के संबंध में औरंगजेब द्वारा इन्हें अपने समक्ष उपस्थित होने का आदेश दिया गया।
#गुरु तेग बहादुर(621-1675)
■ आनंदपुर साहिब की स्थापना की ।
#गुरु गोबिंद सिंह(1666-1708)
■ वर्ष 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की; इन्होंने एक नया संस्कार "पाहुल" (Pahul) शुरू किया, ये मानव रूप में अंतिम सिख गुरु थे और इन्होंने ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ को सिखों के गुरु के रूप में नामित किया ।

 #बुध का दक्षिणी ध्रुव■ हाल ही में यूरोपीय-जापानी अंतरिक्ष एजेंशियों द्वारा संयुक्त रूप से भेजा गया  #बेपीकोलंबो मिशन सफ...
23/09/2024

#बुध का दक्षिणी ध्रुव
■ हाल ही में यूरोपीय-जापानी अंतरिक्ष एजेंशियों द्वारा संयुक्त रूप से भेजा गया #बेपीकोलंबो मिशन सफलतापूर्वक चौथी बार बुध के निकटतम बिंदु तक पहुँचा
■ जिससे यह अंतरिक्ष यान सौरमंडल के सबसे आंतरिक ग्रह की कक्षा के निकट पहुँचने में कामयाब रहा।
■ यह बेपीकोलंबो के लिये एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि इसने बुध के दुग्राह्य दक्षिणी ध्रुव की पहली झलक प्रदान की।
■ इससे अंतरिक्ष यान को बुध की कक्षा में जाने के आगामी मिशन के लिये तैयार होने में मदद मिलेगी, जिसे नवंबर 2026 तक के लिये विलंबित कर दिया गया है।
#बेपीकोलंबो मिशन
■ यह यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) का संयुक्त बुध मिशन है
■ जिसे अक्तूबर 2018 में लॉन्च किया गया था।
■ यह एक महत्त्वाकांक्षी मिशन है जिसे बुध की सतह, संरचना, चुंबकीय क्षेत्र एवं सौर पर्यावरण के साथ इसकी अंतःक्रिया का अध्ययन करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
#बुध
■ यह सूर्य के सबसे निकटतम है और हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह भी है।
■ हालाँकि बुध सूर्य के सबसे निकट है लेकिन यह सबसे गर्म ग्रह नहीं है।
■ सबसे गर्म ग्रह शुक्र है जो कि अपने सघन वायुमंडल के कारण विशेष है।
■ इसका अपना कोई उपग्रह नहीं है।
■ इसे एक परिक्रमण को पूरा करने में पृथ्वी के 88 दिन के बराबर समय लगता है।

Address

Mainpuri

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Eduplanet career point etawah road sirsaganj posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Eduplanet career point etawah road sirsaganj:

Videos

Share


Other Digital creator in Mainpuri

Show All