Jha Family

Jha Family Jha (Hindi and Nepali: झा) is a surname of Maithil Brahmins native to the Mithila region of India

26/11/2024

गौरवक छन
भारतक संविधान आब मैथिलियो मे।
गुमान हमर मैथिली💕

जय मिथिला जय मैथिली

#मैथिली

नोट: वीडियो हिन्दी मे अछि

30/10/2024

Saas bahu aur Diwali Ki safai

29/10/2024

Pati Thak Gaya

28/10/2024

Diwali aur Family Drama

26/10/2024

Diwali aur Family Drama

20/10/2024

Karwachauth aur Ring

I've received 500 reactions to my posts in the past 30 days. Thanks for your support. 🙏🤗🎉
12/10/2024

I've received 500 reactions to my posts in the past 30 days. Thanks for your support. 🙏🤗🎉

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Shout out to my newest followers! Excited to have you onb...
12/10/2024

Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Shout out to my newest followers! Excited to have you onboard! Harish Tripathi, Harpal Singh

जिन्हें ये लगता है कि बिहार के खान पान परम्पराओं की पहचान मात्र लिट्टी चोखा से है वो इस वीडियो को देखे और समझे मिथिला के...
10/10/2024

जिन्हें ये लगता है कि बिहार के खान पान परम्पराओं की पहचान मात्र लिट्टी चोखा से है वो इस वीडियो को देखे और समझे मिथिला के खान पान संस्कृति और राज राजवाडों की परम्पराओं को।
मिथिला आज के दिनों में बिहार राज्य का उपनिवेश मात्र बन कर रह गया है। बिहार राज्य का अपना कोई भाषायी पहचान नहीं है खान पान कल्चर में लिट्टिचोखा को ही बिहार के प्रमुख भोजन के तौर पर प्रस्तुत किया गया है। जबकि बिहार के आधे से ज्यादा बड़े भूभाग मिथिला की भाषा मैथिली और वहां के भोज्य भोजन संस्कृति को सांस्कृतिक प्रतीक या प्रतिमान बनाने में बिहार सरकार शुरुआती दिनों से ही पीछे रही है।
ऐसे में ये एपिक चैनल का प्रस्तुत वीडियो पूर्णिया मिथिला बनैली राज के पारम्परिक खान पान संस्कृति को दिखाती है जो निश्चित रूप से सम्पूर्ण मिथिला का प्रतिनिधित्व करती हुई दिखती है और ये बहुत सन्तुष्टि और सुकूनदायक है। आप भी देखिए और समझिये मैथिल संस्कृति को और फिर बिहार को।
वैसे लिट्टिचोखा भी निश्चित रूप से एक स्वादिष्ट और सांस्कृतिक व्यंजन है।
#मिथिला #मिथिलाकाभोजन #माँछभात #दहीचूड़ा #मखान

Mithila, the northernmost region of the state of Bihar, part of which extends to Nepal, sparks with a very unique food culture. Here even the Brahmin communi...

विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र (ऋषि मुनियों द्वारा किया गया अनुसंधान)■ काष्ठा = सैकन्ड का  34000 वाँ भा...
07/10/2024

विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र (ऋषि मुनियों द्वारा किया गया अनुसंधान)

■ काष्ठा = सैकन्ड का 34000 वाँ भाग
■ 1 त्रुटि = सैकन्ड का 300 वाँ भाग
■ 2 त्रुटि = 1 लव ,
■ 1 लव = 1 क्षण
■ 30 क्षण = 1 विपल ,
■ 60 विपल = 1 पल
■ 60 पल = 1 घड़ी (24 मिनट ) ,
■ 2.5 घड़ी = 1 होरा (घन्टा )
■3 होरा=1प्रहर व 8 प्रहर 1 दिवस (वार)
■ 24 होरा = 1 दिवस (दिन या वार) ,
■ 7 दिवस = 1 सप्ताह
■ 4 सप्ताह = 1 माह ,
■ 2 माह = 1 ऋतू
■ 6 ऋतू = 1 वर्ष ,
■ 100 वर्ष = 1 शताब्दी
■ 10 शताब्दी = 1 सहस्राब्दी ,
■ 432 सहस्राब्दी = 1 युग
■ 2 युग = 1 द्वापर युग ,
■ 3 युग = 1 त्रैता युग ,
■ 4 युग = सतयुग
■ सतयुग + त्रेतायुग + द्वापरयुग + कलियुग = 1 महायुग
■ 72 महायुग = मनवन्तर ,
■ 1000 महायुग = 1 कल्प
■ 1 नित्य प्रलय = 1 महायुग (धरती पर जीवन अन्त और फिर आरम्भ )
■ 1 नैमितिका प्रलय = 1 कल्प ।(देवों का अन्त और जन्म )
■ महालय = 730 कल्प ।(ब्राह्मा का अन्त और जन्म )

सम्पूर्ण विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र यहीं है जो हमारे देश भारत में बना हुआ है । ये हमारा भारत जिस पर हमे गर्व होना चाहिये l
दो लिंग : नर और नारी ।
दो पक्ष : शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।
दो पूजा : वैदिकी और तांत्रिकी (पुराणोक्त)।
दो अयन : उत्तरायन और दक्षिणायन।

तीन देव : ब्रह्मा, विष्णु, शंकर।
तीन देवियाँ : महा सरस्वती, महा लक्ष्मी, महा गौरी।
तीन लोक : पृथ्वी, आकाश, पाताल।
तीन गुण : सत्वगुण, रजोगुण, तमोगुण।
तीन स्थिति : ठोस, द्रव, वायु।
तीन स्तर : प्रारंभ, मध्य, अंत।
तीन पड़ाव : बचपन, जवानी, बुढ़ापा।
तीन रचनाएँ : देव, दानव, मानव।
तीन अवस्था : जागृत, मृत, बेहोशी।
तीन काल : भूत, भविष्य, वर्तमान।
तीन नाड़ी : इडा, पिंगला, सुषुम्ना।
तीन संध्या : प्रात:, मध्याह्न, सायं।
तीन शक्ति : इच्छाशक्ति, ज्ञानशक्ति, क्रियाशक्ति।

चार धाम : बद्रीनाथ, जगन्नाथ पुरी, रामेश्वरम्, द्वारका।
चार मुनि : सनत, सनातन, सनंद, सनत कुमार।
चार वर्ण : ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र।
चार निति : साम, दाम, दंड, भेद।
चार वेद : सामवेद, ॠग्वेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद।
चार स्त्री : माता, पत्नी, बहन, पुत्री।
चार युग : सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग, कलयुग।
चार समय : सुबह, शाम, दिन, रात।
चार अप्सरा : उर्वशी, रंभा, मेनका, तिलोत्तमा।
चार गुरु : माता, पिता, शिक्षक, आध्यात्मिक गुरु।
चार प्राणी : जलचर, थलचर, नभचर, उभयचर।
चार जीव : अण्डज, पिंडज, स्वेदज, उद्भिज।
चार वाणी : ओम्कार्, अकार्, उकार, मकार्।
चार आश्रम : ब्रह्मचर्य, ग्राहस्थ, वानप्रस्थ, सन्यास।
चार भोज्य : खाद्य, पेय, लेह्य, चोष्य।
चार पुरुषार्थ : धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष।
चार वाद्य : तत्, सुषिर, अवनद्व, घन।

पाँच तत्व : पृथ्वी, आकाश, अग्नि, जल, वायु।
पाँच देवता : गणेश, दुर्गा, विष्णु, शंकर, सुर्य।
पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ : आँख, नाक, कान, जीभ, त्वचा।
पाँच कर्म : रस, रुप, गंध, स्पर्श, ध्वनि।
पाँच उंगलियां : अँगूठा, तर्जनी, मध्यमा, अनामिका, कनिष्ठा।
पाँच पूजा उपचार : गंध, पुष्प, धुप, दीप, नैवेद्य।
पाँच अमृत : दूध, दही, घी, शहद, शक्कर।
पाँच प्रेत : भूत, पिशाच, वैताल, कुष्मांड, ब्रह्मराक्षस।
पाँच स्वाद : मीठा, चर्खा, खट्टा, खारा, कड़वा।
पाँच वायु : प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान।
पाँच इन्द्रियाँ : आँख, नाक, कान, जीभ, त्वचा, मन।
पाँच वटवृक्ष : सिद्धवट (उज्जैन), अक्षयवट (Prayagraj), बोधिवट (बोधगया), वंशीवट (वृंदावन), साक्षीवट (गया)।
पाँच पत्ते : आम, पीपल, बरगद, गुलर, अशोक।
पाँच कन्या : अहिल्या, तारा, मंदोदरी, कुंती, द्रौपदी।

छ: ॠतु : शीत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, बसंत, शिशिर।
छ: ज्ञान के अंग : शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द, ज्योतिष।
छ: कर्म : देवपूजा, गुरु उपासना, स्वाध्याय, संयम, तप, दान।
छ: दोष : काम, क्रोध, मद (घमंड), लोभ (लालच), मोह, आलस्य।

सात छंद : गायत्री, उष्णिक, अनुष्टुप, वृहती, पंक्ति, त्रिष्टुप, जगती।
सात स्वर : सा, रे, ग, म, प, ध, नि।
सात सुर : षडज्, ॠषभ्, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत, निषाद।
सात चक्र : सहस्त्रार, आज्ञा, विशुद्ध, अनाहत, मणिपुर, स्वाधिष्ठान, मुलाधार।
सात वार : रवि, सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि।
सात मिट्टी : गौशाला, घुड़साल, हाथीसाल, राजद्वार, बाम्बी की मिट्टी, नदी संगम, तालाब।
सात महाद्वीप : जम्बुद्वीप (एशिया), प्लक्षद्वीप, शाल्मलीद्वीप, कुशद्वीप, क्रौंचद्वीप, शाकद्वीप, पुष्करद्वीप

जय सनातन धर्म, जय श्रीराम, जय गोविंदा

With Manvi choudhry – I just got recognized as one of their rising fans! 🎉
07/10/2024

With Manvi choudhry – I just got recognized as one of their rising fans! 🎉

05/10/2024

A for Arjun

03/10/2024

Biwi Control Mantra

02/10/2024

Family Drama aur

02/10/2024

Family Drama and Saazish

02/10/2024

Family Drama and Parlour

02/10/2024

Biwi Control Mantra

Address

Jha House, Sector A, Pocket 4, Sushant Golf City
Lucknow
226030

Opening Hours

Monday 9am - 6pm
Tuesday 9am - 6pm
Wednesday 9am - 6pm
Thursday 9am - 6pm
Friday 9am - 6pm
Saturday 9am - 6pm

Website

https://www.youtube.com/@jhafamily_Official, https://whatsapp.com/channel/0029VaqSuXg7YScvr

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Jha Family posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Videos

Share