आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
कलयुग गुजरात से शुरू हुआ...
अगर मोदी जी BPSC की पुनः परीक्षा की मांग कर रहे इस बेरोज़गार छात्र की चीखों से नहीं पिघले, तो वह कभी पिघलेंगे ही नहीं।
हमें मान लेना चाहिए कि मोदी सिर्फ पूंजीपतियों के लिए काम करते हैं।
“ये जेपी की धरती है यहां हर छात्र जेपी है।”
नीतीश बाबू लगता है कि आप भूल गए हैं कि...
“ये जेपी की धरती है यहां हर छात्र जेपी है।”
बिहार पुलिस ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दी हैं।
कड़ाके की ठंड में BPSC युवाओं पर वाटर कैनन और लाठियाँ बरसाईं हैं।
एक एक लाठी का जवाब देना होना!
“प्रशांत किशोर ने कहा था 'पहली लाठी मैं खाऊंगा', लेकिन लाठी चलने से पहले ही भाग गए।”
- BPSC अभ्यार्थी
नीतीश चाचा अब हिटलरशाही पर उतर चुके हैं।
BPSC अभ्यर्थी पटना में कड़ाके की ठंड में शांतिपूर्ण धरना दे रहे थे, पहले उनके ऊपर लाठीचार्ज किया गया और अब उनके ऊपर पानी की बौछारें मारी जा रही हैं
आखिर सरकार इतनी असंवेदनशील कैसे हो सकती है?
समाजवादियों के लिए चाचा जी का सन्देश...
समाजवादियों के लिए चाचा जी का सन्देश...
डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में 117+ प्रेस कॉन्फ्रेंस कीं।
उनकी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में 100+ पत्रकार मौजूद थे और 60+ अनस्क्रिप्टेड सवाल पूछे गए।
लेकिन '56 इंच का सीना' रखने वाले नरेंद्र मोदी ने अब तक एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं की? क्या सवालों से डरते हैं या जवाबदेही से भागते हैं?
लोकतंत्र में संवाद जरूरी है, 'मन की बात' नहीं।
देखो, योगी सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर (पियरका चचा) कैमरे पे माँ-बहन की गालियाँ दे रहे हैं।
यही हैं इनके संस्कार?
सोचो, ऐसे लोग बेटी बचाने की बात करते हैं। शर्म आनी चाहिए ऐसी दोहरी सोच पे!
डॉक्टर साहब को विनम्र श्रद्धांजलि 🌸🙏
डॉ. मनमोहन सिंह जी का प्रधानमंत्री के रूप में आखिरी स्पीच...