A Qayyum Hakim

A Qayyum Hakim Hafiz E Quraan , Social Activist , Blogger , Writer , Poet & Islamic Videos Creator
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बर्फीले पहाड़ों में अल्लाह की कुदरत।बाज़ ऊंचे इलाकों और बुलंद पहाड़ों पर सर्द मौसम की वजह से बर्फ जम जाती है और पहाड़ों क...
04/07/2024

बर्फीले पहाड़ों में अल्लाह की कुदरत।

बाज़ ऊंचे इलाकों और बुलंद पहाड़ों पर सर्द मौसम की वजह से बर्फ जम जाती है और पहाड़ों की चोटी बर्फ से ढक जाती है, जब के ज़मीन की सतह से बुलंद और सूरज के करीब होने की वजह से सख्त गर्मी होनी चाहिए थी और पानी भी ठंडा होने के बजाए गर्म होता, लेकिन इसके बावजूद पहाड़ों पर सख्त बर्फ जमी रहती है और सर्द माहौल रहता है।
यही नहीं, बल्के जितना ऊपर जाएँ और ज़्यादा सर्दी महसूस होगी।

इन पहाड़ों की चोटियों पर बर्फ का जमाना और सर्द माहौल का बनाना अल्लाह की कितनी अज़ीम कुदरत है। सुब्हान"अल्लाह

04/07/2024
घर के बुज़ुर्गों से तंग न हुआ करें.इनके सुफेद बालों से सारा घर चमक रहा होता है।हमारे वालिदैन खास तौर पर हमारे दादा दादी, ...
04/07/2024

घर के बुज़ुर्गों से तंग न हुआ करें.
इनके सुफेद बालों से सारा घर चमक रहा होता है।

हमारे वालिदैन खास तौर पर हमारे दादा दादी, नाना नानी, वगैराह हमारे लिए बहुत खास लोग होते हैं हम न सिर्फ अपने बड़ों से मोहब्बत करते हैं, बल्कि हमें परवान चढ़ाने में इनका बहुत बड़ा दखल होता है, जिंदगी के उसूल हम इन्हीं से लेते हैं वो हमारे लिए रोल मॉडल होते हैं।
अपने बड़ों बूढ़ों की कदर करें टाइम निकाल कर उनके पास बैठा करें।

अल्लाह हमारे बच्चों में भी इस्लाम की मुहब्बत और नमाज़ का पाबंद बनाए।
03/07/2024

अल्लाह हमारे बच्चों में भी इस्लाम की मुहब्बत और नमाज़ का पाबंद बनाए।

बेशक
03/07/2024

बेशक

दूसरों के हाल से वाक़िफ और अपने हाल से नावाक़िफ़ होना हिमाकत है। तमाम उलूम की अस्ल तो ये है कि इंसान अपने बारे में ये इल...
03/07/2024

दूसरों के हाल से वाक़िफ और अपने हाल से नावाक़िफ़ होना हिमाकत है। तमाम उलूम की अस्ल तो ये है कि इंसान अपने बारे में ये इल्म हासिल करे कि क़यामत के दिन उसका क्या हाल होता है।

दीन के उसूल जानना तो ज़रूरी है- लेकिन इससे ज़्यादा ज़रूरी ये है कि अपनी रूह के बारे में ग़ौर करे कि वो नेक है या नहीं।

(मौलाना जलालुद्दीन रूमी)

एक तवील मुहासरे के बाद 29 मई 1453 की सुबह उस्मानी तुर्कों ने कुस्तुन्तुनिया को फ़तेह कर लिया था, पिछले 700 सालों से किये ...
02/07/2024

एक तवील मुहासरे के बाद 29 मई 1453 की सुबह उस्मानी तुर्कों ने कुस्तुन्तुनिया को फ़तेह कर लिया था, पिछले 700 सालों से किये जा रहे इंतजार को 21 साला नौजवान सुल्तान मुहम्मद फ़तेह ने खत्म कर दिया था।

सुल्तान मोहम्मद फ़तेह सफेद घोड़े पर अपने वज़ीरों और सरदारों के साथ आया सोफिया (Hagia Sophia) चर्च पहुंचे। मरकज़ी दरवाजे के करीब पहुंचकर वह घोड़े से नीचे उतरे और सड़क से एक मुट्ठी धूल लेकर अपनी पगड़ी पर डाल दी। उनके साथियों की आंखों से आँसू बहने लगे। 700 सालों की मुसलसल कोशिशों के बाद मुसलमान आखिरकार कुस्तुनतुनिया फतह कर चुके थे।

कुस्तुनतुनिया की फ़तेह सिर्फ एक शहर पर एक बादशाह की हुक्मरानी का खात्मा और दूसरे की हुक्मरानी का आगाज़ नहीं था। इस वाक्ये के साथ ही दुनिया की तारिख का एक अध्याय खत्म हुआ था तो दूसरे का आगाज़ हुआ था। एक तरफ 27 ईसा पूर्व में कायम हुआ रोमन byzantine empire 1480 साल तक किसी न किसी रूप में बने रहने के बाद अपने अंजाम तक पहुंचा।

तो दूसरी ओर सल्तनते उस्मानिया ने अपने बुलंदियों को छुआ और वह अगली चार सदियों तक तक तीन बार्रेअज़ामों (Continents), एशिया, यूरोप और अफ्रीका के एक बड़े हिस्से पर बड़ी शान से हुकूमत करती रही, 1453 ही वो साल था जिसे मध्यकाल के अंत और नए दौर की शुरुआत का आगाज़ माना जाता है।

सिर्फ यही नहीं बल्कि कुस्तुनतुनिया की फ़तेह को फौजी तारीख का एक मील का पत्थर भी माना जाता है क्योंकि उसके बाद ये साबित हो गया कि अब बारूद के इस्तेमाल और बड़ी तोपों की गोलाबारी के बाद दीवारें किसी शहर की हिफाज़त के लिए काफी नहीं हैं।

फिर भी 29 मई की सुबह सुल्तान को जो शहर नज़र आया था, ये वो शहर नहीं था जिसकी शानो शौकत के अफसाने उन्होंने बचपन से सुन रखे थे।

तवील अरसे से ज़वाल के बाद बांजिटिनी सल्तनत अपनी आखिरी सांसे ले रही थी और कुस्तुनतिया जो सदियों तक दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे मालदार शहर रहा था, अब उसकी आबादी सिकुड़ कर चंद हज़ार रह गई थी, और शहर के कई हिस्से वीरानी के कारण एक दूसरे से कटकर अलग-अलग गांवों में तब्दील हो गए थे।

शहर फतह करने के बाद सुल्तान ने अपनी दारुलहकूमत एड्रिन से कस्तुनतुनिया शिफ्ट कर ली और कैसर-ए-रोम का लक़ब भी इख्तियार कर लिया। आने वाले दशकों में इस शहर ने वो उरूज देखा जिसने एक बार फिर कदीम ज़माने की यादें ताजा करा दीं।

राहुल गांधी अपनी दादी इंदिरा गांधी जी के साथ 1970 में
02/07/2024

राहुल गांधी अपनी दादी इंदिरा गांधी जी के साथ 1970 में

दुनिया की सबसे अमीर सल्तनत को तबाह करने वाला शख्स और दुनिया का सबसे क़ीमती हीरा "दरिया ए नूर" और "कोहिनूर" को हिंदुस्तान ...
02/07/2024

दुनिया की सबसे अमीर सल्तनत को तबाह करने वाला शख्स और दुनिया का सबसे क़ीमती हीरा "दरिया ए नूर" और "कोहिनूर" को हिंदुस्तान से ले जाने वाला बादशाह नादिर शाह का 19 जून 1747 को क़त्ल कर दिया गया था।

नादिर शाह के कत्ल की साज़िश उसके दरबारियों ने ही रची थी जिसमे उसके दो निजी गार्ड मुहम्मद कुली खान और नादिर के घर का देखरेख करने वाले सलाहा खान शामिल था। एक चरवाहे के घर पैदा हुआ नादिर शाह ने बादशाहत तक का सफर तय किया था, तैमूर के नक़्शे कदम पर चलते हुए एशिया के एक बड़े हिस्से पर राज किया था लाखों लोगो का क़त्ल किया जिसमे दिल्ली की अवाम भी शामिल है।

अल-कुद्स में यह शख़्स बहुत प्यार और पहचान के हक़दार हैं। इनका नाम अबू ख़दीजा है ये पुराने शहर यरुशलम में अपना छोटा कैफे ...
02/07/2024

अल-कुद्स में यह शख़्स बहुत प्यार और पहचान के हक़दार हैं। इनका नाम अबू ख़दीजा है ये पुराने शहर यरुशलम में अपना छोटा कैफे चलाते हैं यहूदी और दूसरे विदेशी लोगों की तरफ से इन्हे कैफे बेचने के लिए 36 मिलियन डॉलर तक की पेशकश की गई थी लेकिन इन्होने ये रकम ठुकरा दी।

असल में इनके कैफे के नीचे एक सुरंग है जो मस्जिद-अल-अक्सा तक जाती है, इसलिए अबु ख़दीजा ने इसे बेचने से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि यह जमीन पूरी उम्मत की है और मैं इस दुनिया में किसी भी कीमत पर इसका एक इंच भी हिस्सा नहीं दूंगा।

भोपाल की शहजादी सुरैय्या जाह नवाब गौहर ए ताज आबिदा सुल्तान बेगम
02/07/2024

भोपाल की शहजादी सुरैय्या जाह नवाब गौहर ए ताज आबिदा सुल्तान बेगम

मुग़ल शहंशाह औरंगज़ेब आलमगीर की तलवार।जिस पर कुछ इस तरह के शब्द लिखे हुए है,या रहमान या रहीम.…
02/07/2024

मुग़ल शहंशाह औरंगज़ेब आलमगीर की तलवार।

जिस पर कुछ इस तरह के शब्द लिखे हुए है,
या रहमान या रहीम.…

सोने और बेशकीमती जवाहेरात से बने तख़्त पर हाथों में बाज पकड़े हुए अपने दरबार में मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब आलमगीर। उनके सामने उन...
02/07/2024

सोने और बेशकीमती जवाहेरात से बने तख़्त पर हाथों में बाज पकड़े हुए अपने दरबार में मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब आलमगीर। उनके सामने उनका बेटा आज़म शाह खड़ा है।

यह है वह कागज के चंद टुकड़े जिन पर मोहब्बत, वफादारी, रिश्तेदारी, दोस्ती, भाईचारा, इंसाफ, एतमाद और दुनिया का सब कुछ बिक ज...
01/07/2024

यह है वह कागज के चंद टुकड़े
जिन पर मोहब्बत, वफादारी, रिश्तेदारी, दोस्ती, भाईचारा, इंसाफ, एतमाद और दुनिया का सब कुछ बिक जाता है.!!

आज से तक़रीबन 1444 साल पहले जब इतनी छोटी सी मधुमक्खी की शरीर-रचना-विज्ञान (Anatomy) का विज्ञान मौजूद ही नही था। उस वक़्त...
30/06/2024

आज से तक़रीबन 1444 साल पहले जब इतनी छोटी सी मधुमक्खी की शरीर-रचना-विज्ञान (Anatomy) का विज्ञान मौजूद ही नही था। उस वक़्त क़ुरआन मे अल्लाह तआला ने मधुमक्खी के बारे में ऐसी जानकारी दी जिसको जान लेने के बाद हर इंकार करने वाला इंसान इस बात को तस्लीम करेगा कि क़ुरआन किसी इंसान की लिखी किताब नही बल्कि अल्लाह की तरफ़ से भेजा गया पैग़ाम है और सारी इंसानियत के लिए मार्गदर्शन है।

अरबी भाषा मे मधुमक्खी को "नहल" कहते हैं। क़ुरआन मजीद मे मधुमक्खी यानी "अन-नहल" (The Bees) के नाम से सूरह मौजूद है।
अल्लाह तआला इस सूरह की आयत नंबर 68 से 69 में इरशाद फ़रमाता है..
"और (ऐ रसूल) तुम्हारे परवरदिगार ने शहद की मक्खियों के दिल में ये बात डाली कि तू पहाड़ों मे घर (छत्ते) बना और दरख्तों और लोगों की बनायी छतों में-
फिर हर तरह के फलों (के पूर से) (उनका अर्क़) चूस कर फिर अपने परवरदिगार की राहों में ताबेदारी के साथ चली, मक्खियों के पेटो से पीने की एक चीज़ निकलती है (शहद) जिसके मुख्तलिफ़ रंग होते हैं इसमें लोगों (की बीमारियों) की शिफ़ा (भी) है इसमें शक़ नहीं कि इसमें ग़ौर व फ़िक्र करने वालों के वास्ते (क़ुदरते ख़ुदा की बहुत बड़ी निशानी है)"

"पेटो (stomachs) से पीने की एक चीज़ निकलती है (शहद)" अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने मक्खी के पेट को पेटो stomachs "بطونها" क्यों कहा??

मधुमक्खी के कितने पेट होते है?

आज हमे Anatomy Science के ज़रिये पता चला के मधुमक्खी के तीन पेट होते है, मक्खी का चूसा हुआ फूलों का अर्क थोड़ी देर के लिए पहले पेट मे दाखिल होता है फिर वाल्व खुलता है और नीचे दूसरे पेट तक जाता है जो इसको शहद मे बदल देता है। दूसरे पेट के आखिर मे एक वॉल्व होता है जो शहद को मक्खी की ज़रूरत के अलावा और थोड़ी देर के लिए तीसरे पेट मे जाने नही देता है- तीसरा पेट मधुमक्खी के आंतों पर मुश्तमिल होता है, उड़ते हुए अपना सफर मुक्कमल करने के लिए थोड़ा सा इस मे से खाती है और फिर जब मधुमक्खी छत्ते पर लौटती है तो मोजज़ा ये कि दूसरे पेट मे जमा किया हुआ खालिस शहद अपने मुंह से निकालकर छत्ते के सुराखों मे छोड़ देती है।

पाक है वो ज़ात जिसने अपने मख़्लूक़ को सब कुछ दिया फिर इसे हिदायत दी।

"तो क्या लोग क़ुरआन में (ज़रा भी) ग़ौर नहीं करते या (उनके) दिलों पर ताले लगे हुए हैं"

~ अल-क़ुरआन

आमीन
28/06/2024

आमीन

28/06/2024

Peer Zulfiqar Ahmad Naqshbandi

28/06/2024

जब पेट में हराम लुक़मा जाता है, तो इन्सान पर कोई भी नसीहत असर नहीं करती।।

28/06/2024

ओवैसी साहब के जय फलस्तीन के नारे के बाद हंगामा

27/06/2024

बेशक
अल्लाह के ज़िक्र से ही दिलों को सुकून मिलता है, 💯

इमाम इब्न अल-क़य्यिम रह० ने फ़रमाया:जब अल्लाह सबहानहु व तआला उस आदमी को माफ़ कर सकता है, जिसने एक कुत्ते को सख़्त प्यास ...
26/06/2024

इमाम इब्न अल-क़य्यिम रह० ने फ़रमाया:
जब अल्लाह सबहानहु व तआला उस आदमी को माफ़ कर सकता है, जिसने एक कुत्ते को सख़्त प्यास की हालत में पानी पिलाया था;
तो जो आदमी मुसलमानों में से किसी प्यासे को पानी, भूखे को खाना, और ज़रूरतमंद को कपड़ा पहनाए; उसके साथ अल्लाह मालिकुल मुल्क का मामला कैसा होगा!"
(उद्दत अस-साबरीन: 489)

मोहतरमा सानिया मिर्ज़ा ने इस साल हज का फरीज़ा अदा किया है,सानिया मिर्ज़ा ने हज पर जाने से पहले फेसबुक अकाउंट पर उसकी खबर...
26/06/2024

मोहतरमा सानिया मिर्ज़ा ने इस साल हज का फरीज़ा अदा किया है,

सानिया मिर्ज़ा ने हज पर जाने से पहले फेसबुक अकाउंट पर उसकी खबर दी साथ में लिखा इस साल मैं ज़िंदगी बदल देने वाले सफर यानी हज की सआदत हासिल कर रही हूं, आजिज़ी के साथ आप सबसे माफी की तलबगार हूं, मैं बहुत खुश किस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे ये मौका दिया, अल्लाह मेरी इबादात कुबूल फरमाए और मुझे सलामती के रास्ते पर चलाए , उम्मीद है हज से वापसी पर मैं खुद को एक अच्छा इंसान बनाऊंगी, और मेरे दिल में ईमान मज़ीद मज़बूत होगा....!

अल्लाह तआला मोहतरमा को इस्तिकामत दे और मुकम्मल हिदायत से नवाज़े....!

माशा अल्लाह खाना ए काबा का अंदरुनी मंज़र💞
25/06/2024

माशा अल्लाह खाना ए काबा का अंदरुनी मंज़र💞

हैवान उस वक्त खतरनाक होता है जब वो भूखा होता है जब के इंसान उस वक्त खतरनाक हो जाता है जब उसका पेट भरा होता है एक होटल से...
25/06/2024

हैवान उस वक्त खतरनाक होता है जब वो भूखा होता है
जब के इंसान उस वक्त खतरनाक हो जाता है जब उसका पेट भरा होता है
एक होटल से ली गई रोटी की तस्वीर ... 😭😭

25/06/2024

कमाल टैलेंट है इस बंदे का।

इन ड्राइवर भाई की गोद मे एक छोटी सी बच्ची है मे समझा के शायद बच्ची ने आज ज़िद की होगी के अब्बू आज मे भी साथ जाऊंगी या फि...
23/06/2024

इन ड्राइवर भाई की गोद मे एक छोटी सी बच्ची है

मे समझा के शायद बच्ची ने आज ज़िद की होगी के अब्बू आज मे भी साथ जाऊंगी या फिर चलने से पहले उसे उतार दें
मगर जब रिक्शा चला तो देखा के वो बच्ची रेस दे रही थी और उस के अब्बू दूसरी तरफ़ से स्टेरिंग पकड़ कर चला रहे थे
फिर रिक्शे वाले भाई ने बतलाया के मे एक बाज़ू से माज़ूर हूं
इसलिएं हम दोनों मिलकर रिक्शा चलाते हैं
मुझे ये गवारा नही के मेरी बेटी किसी के घर सफाई करे और मे भीख मांगू बच्ची को तालीम भी दिलवा रहा हूं और घर का निज़ाम भी चल रहा है और अल्लाह का शुक्र अदा करता हूं
खुशी से ज़िंदगी बसर कर रहा हूं

मोहताज माज़ूरी नही सोच बनाती है

23/06/2024

जब अँधेरा बढ़ने लगे तो किसी प्यासे दिए में चुपके से तेल भर दिया करो,

देखना फिर तुम्हारी जात की रोशनी कभी कम नही होगी!

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