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रस्म पगड़ी
28/01/2025

रस्म पगड़ी

27/01/2025

नीलोखेड़ी की अनाज मंडी में 76 वा गणतंत्र दिवस बड़े हर्षोउल्लास से मनाया गया इस अवसर पर हलका विधायक नीलोखेड़ी भगवानदास कबीरपंथी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड का निरीक्षण किया।
बतौर मुख्य अतिथि भगवानदास कबीरपंथी ने उपमंडल वासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 75 वर्ष पहले सन 1950 में आज ही के दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। संविधान के कारण हम सभी को समान न्याय, स्वतंत्रता एवं समानता का अधिकार मिला। आज इस अवसर पर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर सहित संविधान सभा के तमाम सदस्यों को नमन किया, जिनकी बदौलत भारत आज विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र व गणराज्य देश कहलाता है।
विधायक ने कहा कि आज हम 76 वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं जो सौभाग्य की बात है। पूरे देश में हमारा संविधान- हमारा अभियान कार्यक्रम चलाया जा रहा है। हाल ही में प्रदेश में सामूहिक संविधान प्रस्तावना वाचन का आयोजन किया गया। जो पवित्र संविधान के प्रति सरकार की सच्ची आस्था व निष्ठा को दर्शाता है। यह युवा पीढ़ी को संविधान की मूल भावना से अवगत करवाने की एक अनूठी पहल है, जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की आजादी के बाद पहली बार व्यापक स्तर पर की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकारी योजना के पारदर्शी तरीके से लागू किए जाने से घर बैठे गरीब की बेटी की शादी का शगुन, बुजुर्ग, विधवा व दिव्यांगों की पेंशन, बी.पी.एल. कार्ड, चिरायु कार्ड का लाभ, किसानों को उनकी फसल का भुगतान कम्प्यूटर की एक क्लिक से सीधे पात्र व्यक्ति के खाते में जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गांवों के विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया है। स्वामित्व योजना के तहत प्रदेश को लाल डोरा मुक्त बनाना व महिलाओं के लिए आजीविका के अवसर बढ़ाने के लिए एक-तिहाई राशन डिपो महिलाओं को देने का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सडक़ों का सुधार और नई सडक़ों का निर्माण किया गया है। आज प्रदेश का हर जिला नेशनल हाईवे से जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे हिंसा एंव भेदभाव मुक्त वातावरण में विकास प्रक्रिया में बराबरी का योगदान देते हुये शान से रहे सकें तथा बच्चों की अच्छी देखभाल के साथ एक सुरक्षित वातावरण दे सकें।
उपमंडल प्रशासन द्वारा विधायक भगवानदास कबीरपंथी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच का संचालन पीएम श्री राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय की प्राध्यापिका प्रवीन चौधरी ने किया।
गणतंत्र दिवस समारोह में इन स्कूल के बच्चों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
गणतंत्र दिवस समारोह में अयान इंटरनेशनल स्कूल, आर्यकुलम ब्रह्मï ऋषि विद्या मंदिर तरावड़ी, ललिता शास्त्री सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पीएम श्री राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, फिनस्टाईन वल्र्ड स्कूल के बच्चें द्वारा देशभक्ति की कोरियोग्राफी प्रस्तुति भी दी गई। इसके साथ-साथ एसडीएमएन स्कूल के बच्चों द्वारा राष्ट्रीय गान की प्रस्तुति दी। जिन्हें सबने खूब सराहा। इन सभी प्रतिभागियों को विधायक ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इनको किया सम्मानित
गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किए जाने वाले व्यक्तियों में बलबीर, राकेश कुमार, संजय कौशिक, रिंकी देवी, रजत पांचाल, जसविन्द्र कुमार, सतीश कुमार, प्रियंका, संदीप कुमार, साहिल कुमार, भीम सिंह, प्रदीप कुमार, श्रवण कुमार, परेड कमांडर एसआई सचिन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम व परेड में भाग लेने वाली टुकडियों को सम्मानित किया। इस मौके पर जन कल्याणकारी उपलब्धियों को प्रदर्शित व परिभाषित करने वाली महिला एवं बाल विकास विभाग, वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा नगर पालिका कार्यालय द्वारा झांकी निकाली गई।
इस अवसर पर एसडीएम अशोक कुमार, डीएसपी विक्रमजीत, विधायक की धर्मपत्नि एवं भाजपा नेत्री सविता कबीरपंथी, बीडीपीओ आशुतोष धीमान, नगर पालिका सचिव अजित, बीईओ सतपाल बग्गा, एसडीओ गुरमीत सिहं, प्रिंसीपल ज्वाला कुमार, प्रवीन कुमार,भूपेश जुनेजा, जिला महामंत्री जयभगवान, भाजपा के मंडल अध्यक्ष बाबा मुकेश भारती, लक्ष्मी नारायण, चौंकी इंचार्ज संदीप कुमार, निगदु मंडल अध्यक्ष राजपाल, विभिन्न विभागों के अधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं भाजपा के नेतागण भी उपस्थित रहे।

26/01/2025

हलका विधायक नीलोखेड़ी श्री भगवान दास कबीर पंथी के निवास स्थान पर श्री श्याम वार्षिक महोत्सव का निमंत्रण देने श्री श्याम सेवा समिति के सदस्यगण ! विधायक नीलोखेड़ी श्री भगवानदास कबीरपंथी ने सभी क्षेत्रवासियों से की श्री श्याम वार्षिक महोत्सव में पहुंचने की अपील

26/01/2025
जानिए सबसे पहले किसने बनाया देश का तिरंगा
26/01/2025

जानिए सबसे पहले किसने बनाया देश का तिरंगा

*मुख्यमंत्री से जननेता की ओर 100 कदम**मुख्यमंत्री नायब सैनी की कार्यशैली का जनता ही नहीं विपक्षी भी हुए कायल*हंसमुख चेहर...
26/01/2025

*मुख्यमंत्री से जननेता की ओर 100 कदम*
*मुख्यमंत्री नायब सैनी की कार्यशैली का जनता ही नहीं विपक्षी भी हुए कायल*

हंसमुख चेहरे, मिलनसार स्वभाव और अपनी कार्यशैली से मुख्यमंत्री नायब सैनी जनता के दिलों में उतरने जा रहे हैं। उनकी कार्यशैली के जनता ही नहीं बल्कि विपक्षी नेता भी कायल हैं। प्रदेश के बाहर भी नायब सैनी की संवाद शैली चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग उनके संवाद के तरीके को खूब पसंद कर रहे हैं। बड़े से बड़े गंभीर मुद्दे को भी वे अपनी ठेठ ग्रामीण संवाद शैली के माध्यम से आम जनता तक पहुंचाने में सक्षम है।
नायब सैनी ने मुख्यमंत्री पद की पहली बार जब शपथ ली तब किसी को यह विश्वास नहीं था कि यह चेहरा पार्टी में एक नई जान फूंक देगा। आज ये चेहरा अपने सरल सादे व्यवहार से प्रदेश के सभी वर्गों के दिलों में उतरता जा रहा है। जुबान के पक्के और मिलनसार स्वभाव से न केवल जनता का उन पर विश्वास बढ़ा है बल्कि एक मुख्यमंत्री से बढ़कर वह एक जन नेता के रूप में उभरे हैं। अगर उनके 100 दिन के कार्यकाल की बात करें तो नायब सैनी प्रत्येक दिन नए आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहे हैं। जहां तक मैंने अपनी आंखों से उनकी कार्यशैली को देखा है तो वह दिन रात प्रदेश के हितों की चिंता में इस प्रकार लगे रहते हैं जैसे कोई अभिभावक अपने परिवार की चिंता करता है। देर रात तक आम जनता और कार्यकर्ताओं के साथ बिना थके बिना रुके सीधा संवाद करना सबको भा रहा है। इतने कम समय में मुख्यमंत्री के रूप में राजनीतिक लोकप्रियता बहुत कम लोगों को हासिल होती है। कई बार तो कार्यकर्ता और आम जनता केवल उनकी परीक्षा लेने के लिए देर रात कबीर निवास में पहुंच जाते हैं, इसके बावजूद मुख्यमंत्री कभी उन्हें निराश नहीं करते।
नायब सैनी पुरानी परंपराओं को तोड़कर निरंतर प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ा रहे हैं। एक सुघड़ और मंजे हुए राजनेता की तरह वे हर विषय को किसी विशेषज्ञ की तरह डील करते हैं। चाहे विकास की बात हो या आमजन से जुड़ा स्वच्छता अभियान, सब पर उनकी गंभीरता साफ झलकती है। अपने 100 दिनों के कार्यकाल में उन्होंने जहां भ्रष्टाचार पर वार कर कई भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। कानून व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए उन्होंने पिछले दिनों ही मधुबन में प्रदेश के सभी डीसी और एसपी के साथ बैठक कर कानून तोड़ने वालों को कड़ा संदेश दिया है। वहीं एक जननेता के रूप में उन्होंने किसानों की सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदने की घोषणा भी की है।
चुनाव पूर्व उन्होंने डीएससी समाज के वर्गीकरण का वायदा निभाते हुए इसे प्रदेश में लागू किया जो उनकी राजनीतिक इच्छा शक्ति को दर्शाता है।
यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री चयन को लेकर अन्य नेताओं पर नायब सैनी को वरीयता दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुख्यमंत्री के सरल व्यक्तित्व के कायल हैं। प्रधानमंत्री मोदी जब भी हरियाणा में किसी बड़े राजनीतिक मंच या अन्य समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होते हैं तो वे अपने संबोधन में अक्सर नायब सिंह सैनी का विशेष रूप से जिक्र करते है।
हरियाणा गठन के बाद नायब सिंह सैनी प्रदेश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें इतने कम समय में अपनी कुशल कार्यशैली की बदौलत लोकप्रियता मिली है, जिसके चलते जनता-जनार्दन ने हरियाणा में तीसरी बार भाजपा सरकार बनाने का जनादेश दिया है। नायब सैनी ने जब से प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की बागडोर संभाली है तब से वे लगातार दिन-रात जनता के बीच में जा रहे हैं और जनसभाओं व बैठकों के माध्यम से कार्यकर्ताओं में जनता की खैर खबर ले रहे हैं। आमजन की समस्याओं को किस प्रकार दूर किया जाए इसके लिए उन्होंने न केवल प्रदेश भर में समाधान शिविरों की शुरुआत की है बल्कि अधिकारियों को गांव में जाकर रात्रि ठहराव के निर्देश भी दिए हैं। यही कारण है कि अपने दूसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री लोगों के दिलों में गहरे तक अमिट छाप छोड़ने में कामयाब हुए हैं।
मुख्यमंत्री नायब सैनी केवल कहते ही नहीं बल्कि अपने जुबान के भी धनी हैं। चुनाव से पूर्व उन्होंने ग्रुप डी के 25000 से अधिक युवाओं को नौकरी देने की जो बात कही थी उस पर खरा उतरते हुए उन्होंने शपथ लेने से पहले उन सभी युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर यह बात साबित भी कर दिखाई। हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में नायब सिंह सैनी की लोकप्रियता किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं है। कथनी और करनी एक, न जुल्म न भ्रष्टाचार, बिना खर्चे के दी जा रही हजारों नौकरियां मुख्यमंत्री की अनूठी कार्यशैली का नतीजा है।
आज, नायब सिंह सैनी की हर व्यक्ति से आसानी से मिलने की नायाब कार्यशैली ने उनको राजनीति में अलग मुकाम दिलाया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी मुख्यमंत्री ट्रेंड करते रहते हैं। उनके फालोअर्स की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उनकी लोकप्रियता का आलम यह है कि सत्ता पक्ष ही नहीं विपक्ष के नेता भी उनकी कार्यशैली के मुरीद हैं। आमतौर पर जब भी मुख्यमंत्री किसी रैली में जाते हैं तो वहां के स्थानीय नेता उनकी रैली को विफल करने की कोशिश में लगे रहते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी के व्यक्तित्व का ही परिणाम है कि विपक्ष के नेता मंचों पर राजनीतिक बंदिशों को तोड़कर खुलेआम उनकी तारीफ करते नजर आते हैं। चाहे सिरसा के कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया हो या फिर नारायणगढ़ की कांग्रेस विधायक शैली चौधरी हो, इन सब ने राजनीतिक पूर्वाग्रह से ऊपर उठकर खुले मन से मुख्यमंत्री नायब सैनी को सर्वमान्य नेता की उपाधि दी है।
अंत में अगर उनके 100 दिन का आकलन किया जाए तो अपने एक-एक दिन को जनता के भलाई में लगाना ही उनका एकमात्र राजनीतिक एजेंडा बन गया है। अपने पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यों को आगे बढाते हुए नायब सैनी नित नए आयाम स्थापित करने में लगे हैं।

लेखक
सुभाष चंद्र
वरिष्ठ पत्रकार एवं स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी वाइस चेयरमैन।

हरियाणा सरकार ने गरीब परिवारों को राहत देने के लिए सस्ता और मुफ्त राशन देने की योजना बनाई है. इस योजना का उद्देश्य गरीब ...
26/01/2025

हरियाणा सरकार ने गरीब परिवारों को राहत देने के लिए सस्ता और मुफ्त राशन देने की योजना बनाई है. इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना और उन्हें आर्थिक मदद देना है. सरकारी राशन डिपो से BPL राशन कार्ड धारकों को कम कीमत पर राशन उपलब्ध कराया जाता है, जिससे लाखों परिवारों को राहत मिल रही है.

20,000 रुपये से अधिक बिजली बिल वालों पर होगी कार्रवाई
हाल ही में हरियाणा सरकार ने फैसला किया है कि जिन BPL राशन कार्ड धारकों का बिजली बिल (electricity bill above 20000) 20,000 रुपये या उससे ज्यादा है, उनके राशन कार्ड को रद्द किया जाएगा. सरकार का मानना है कि जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम हैं, उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलना चाहिए.

सरकार का एक्शन मोड
हरियाणा सरकार ने राशन कार्ड धारकों की सूची में सुधार करने का निर्णय लिया है. इसके तहत, उन लाभार्थियों की पहचान की जा रही है जो पात्र नहीं हैं. खासकर, जिनका बिजली बिल (action against ineligible ration card holders) 20,000 रुपये से अधिक है, उन्हें अब सरकारी राशन का लाभ नहीं मिलेगा. यह कदम सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने और केवल जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने के लिए उठाया गया है.

राशन कार्ड धारकों को संदेश भेजकर किया गया सूचित
सरकार ने राशन कार्ड धारकों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर संदेश (alerts for ration card holders) भेजकर इस बदलाव की जानकारी दी है. यह संदेश उन्हें उनके राशन कार्ड की स्थिति और पात्रता के बारे में अवगत कराने के लिए भेजा गया है.

पारदर्शिता लाने और केवल जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने के लिए उठाया गया है.
राशन कार्ड धारकों को संदेश भेजकर किया गया सूचित
सरकार ने राशन कार्ड धारकों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर संदेश (alerts for ration card holders) भेजकर इस बदलाव की जानकारी दी है. यह संदेश उन्हें उनके राशन कार्ड की स्थिति और पात्रता के बारे में अवगत कराने के लिए भेजा गया है.

क्यों जरूरी है यह कदम?
इस पहल का उद्देश्य सरकारी योजनाओं (purpose of ration card reform) का सही तरीके से संचालन करना और गलत लाभार्थियों को चिन्हित करना है. राज्य सरकार ने पाया कि कई लोग गलत जानकारी देकर सरकारी राशन का लाभ उठा रहे थे. यह कदम उन गरीब परिवारों को राहत देने के लिए उठाया गया है जो वास्तव में इस सुविधा के हकदार हैं.

क्या इसका असर गरीब परिवारों पर पड़ेगा?
जिन परिवारों का बिजली बिल (impact of electricity bill condition) 20,000 रुपये से अधिक है, उनके लिए यह कदम चुनौतीपूर्ण हो सकता है. हालांकि, सरकार का यह प्रयास सुनिश्चित करेगा कि केवल सही लाभार्थियों को राशन मिले और सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग न हो.

अन्य मापदंडों पर विचार करेगी सरकार
सरकार भविष्य में अन्य मापदंडों (new eligibility criteria for ration cards) पर भी विचार कर सकती है. फिलहाल, बिजली बिल को प्राथमिकता दी गई है, लेकिन सरकार अन्य आर्थिक संकेतकों पर भी ध्यान दे सकती है, जैसे कि आयकर रिटर्न और संपत्ति का विवरण.

26/01/2025

3 फरवरी 2025 को तरावड़ी अनाज मंडी में आयोजित होने वाले श्री श्याम वार्षिक महोत्सव को लेकर श्री श्याम सेवा समिति के सदस्यों ने श्री श्याम संकीर्तन से पूर्व भूमि के शुद्धिकरण के लिए किया हवन यज्ञ का आयोजन और क्षेत्रवासियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने के लिए की अपील

26/01/2025

तरावड़ी के राजकीय संस्कृत वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में धूमधाम से मनाया गया 76वा गणतंत्र दिवस

26/01/2025

तरावड़ी रेलवे स्टेशन पर रेल यात्री वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश गुप्ता व सभी सदस्यगणों व स्टेशन अधीक्षक के०के० सिंह की अध्यक्षता में 76 व गणतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया जिसमें इस अवसर पर रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रगान के पश्चात लड्डू मिठाइयां बांटी गई

26/01/2025

श्री श्याम सेवा समिति के सदस्य व भारत विकास परिषद के अध्यक्ष योगेश मिड्ढा ने 3 फरवरी 2025 को होने वाले श्री श्याम वार्षिक महोत्सव को लेकर सभी से श्री श्याम वार्षिक महोत्सव में पहुंचने की अपील

26/01/2025

भारत विकास परिषद शाखा तरावड़ी के अध्यक्ष योगेश मिड्डा ने दी गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं।

24/01/2025

सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को किया याद। बेसहारा बच्चों को दी जाती है स्कूल के अंदर मुफ्त शिक्षा। समाज से आगे आकर मदद करने की अपील!

हरियाणा के पहले आई ए एस अधिकारी को विनम्र श्रद्धांजलि----------------------------------------डॉ कृपाराम पूनिया कृषक व कम...
24/01/2025

हरियाणा के पहले आई ए एस अधिकारी को विनम्र श्रद्धांजलि
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डॉ कृपाराम पूनिया कृषक व कमेरा समाज के बड़े पैरोकार थे
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हरियाणा के पूर्व उद्योग मंत्री डॉ कृपाराम पूनिया 89 साल की आयु में नश्वर दुनिया को छोड़कर चले गए । उनके निधन से राजनीति के साथ-साथ समाज को अपूर्णीय क्षति हुई है। डॉक्टर पूनिया कृषक और कमेरा समाज के एक बहुत बड़े पैरोकार थे।पुनिया का जन्म एक जनवरी 1936 को तत्कालीन रोहतक जिला के साल्हावास गांव ‌में‌ श्री पूर्ण चंद पूनिया के घर हुआ । उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पीएचडी और रूसी भाषा और भूमि प्रबंधन में डिप्लोमा प्राप्त किया है। उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई भी की।
बेहद संघर्ष के साथ बहुत विकट परिस्थितियों से निकलकर 1964 बैच के आई ए एस अधिकारी बने जो हरियाणा के पहले आई‌ए ए एस अधिकारी थे। से पहले उनको 1963 में आई पी एस वर्ग मिला था।उन्होंने विभिन्न विभागों में रहते हुए सीमांत किसानों, गरीबों दलितों के लिए बेहतर कार्यक्रम बनाए और कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की। डॉ के आर पूनिया को हरियाणा में सहकारिता का जनक माना जाता है। जब वे प्रशासनिक अधिकारी के रूप में रजिस्टार कोऑपरेटिव सोसाइटी थे तो छोटे किसानों के लिए उन्होंने प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों का गठन कर गरीब किसानों के लिए ऋण हेतु बैंकों के दरवाजे खोले, जिसके कारण देश की हरित क्रांति में हरियाणा के किसानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉक्टर के आर पूनिया में प्रशासनिक ,राजनेता और सामाजिक संगठक की
प्रतिभा थी,जो उन्हें एक महान प्रणेता बनाती हैं।
डॉक्टर के आर पूनिया के प्रशासनिक अनुभव व संगठन के कार्यों से प्रभावित होकर किसान मसीहा व पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल उनको 1986 में राजनीति में लेकर आए और अपनी राजनीतिक पार्टी "जनता दल" में शामिल किया। इसके बाद डॉक्टर पूनिया ने बड़ौदा (सोनीपत) विधानसभा क्षेत्र से जनता दल की टिकट पर पहला चुनाव लड़ा तथा उस समय में हरियाणा में सबसे अधिक वोटो से विजयी होकर विधानसभा पहुंचे और चौधरी देवीलाल की कैबिनेट में उद्योग मंत्री बने। उसी समय उनके द्वारा लागू की गई औद्योगिक नीति व विभिन्न उद्योग प्रोत्साहन कार्यक्रमों के कारण हरियाणा में औद्योगिक क्षेत्र नए पायदान पर पहुंचा, जिसकी वजह से आज हरियाणा ऑटो उत्पादन के क्षेत्र में पूरे देश में अग्रणी बना हुआ है।
तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल डॉक्टर कृपाराम पूनिया को अपने पारिवारिक सदस्यों से भी बढ़कर मान सम्मान और प्यार देते थे। चौधरी देवीलाल उनके प्रशासनिक, राजनीतिक और सामाजिक सूझबूझ की सोच को देखते हुए हर प्रकार की नीति, योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करने में उनका सहयोग लेते थे। चौधरी देवीलाल ने उनके निर्णयों को कभी टाला नहीं जाता था।
यह 1989 की खेड़ी मसानिया(जींद ) गांव की घटना से भी प्रमाणित होता है। जब डॉक्टर कृपाराम पूनिया खेड़ी मसानिया गांव में रविदास भवन का उद्घाटन करने के लिए जा रहे थे, तो कुछ लोगों ने उनको आने से मना किया और उनका रास्ता रोका। इससे खफा होकर डॉक्टर पूनिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। तब चौधरी देवीलाल ने डॉक्टर कृपाराम पूनिया को मनाया और 20 दिन के बाद स्वयं चौधरी देवीलाल रविदास भवन का उद्घाटन करने गांव खेती मसानिया पहुंचे थे। उसी दौर में तत्कालीन कुरुक्षेत्र जिला के गांव गुहना (अब कैथल में) की एक घटना याद आ रही है। उस समय गुहना गांव में डेरा की जमीन पर दो समुदायों का झगड़ा चल रहा था। लंबे समय से जमीन पर दलित परिवारों का कब्जा था और कास्त कर रहे थे। इस मामले में रंजिश मरने मारने तक पहुंची थी। चौधरी देवीलाल और डॉक्टर कृपाराम पूनिया की सूझबूझ से दलित समुदाय के लोगों को उतनी ही जमीन देकर बरवाला के पास देकर एक नया गांव बसाया गया और उस गांव का नाम "देवीगढ़- पुनिया," रखा गया। इस प्रकार नए गांव का उदय हुआ। इससे पूरे प्रदेश में सामाजिक सामंजस्य का माहौल मजबूत हुआ। इस प्रकार से कृषक और दलित समाज के बीच लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय और उनके हित में लागू की गई योजनाएं और कार्यक्रम डॉक्टर कृपाराम पूनिया को कृषक वह दलित समाज का पैरोकार बनाते हैं। डॉक्टर कृपाराम पूनिया हरियाणा काडर के पहले दलित अधिकारी तो थे ही, उन्होंने अपने भाइयों और रिश्तेदारों को भी अपने साथ रख कर पढ़ाया और आई ए एस बनने की प्रेरणा दी। उनके भाई डॉक्टर पी एल पुनिया उत्तर प्रदेश काडर में आई ए एस बने, जो बाद में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता रहे हैं। उनके दूसरे भाई हुकम चंद पूनिया आई आर एस और मौसी के बेटे आर सी पूनिया भी प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बने। दो कृपाराम पूनिया उसमें युवाओं के आदर्श बने। इसके बाद ही हरियाणा क युवाओं में आई ए एस बनने का जुनून पैदा हुआ। इस प्रकार से डॉक्टर के आर पूनिया ने प्रशासनिक अधिकारी व राजनेता होते हुए जिस प्रकार से प्रदेश व समाज की जिम्मेवारियो को प्राथमिकता दी। उनका यही कार्य उन्हें अनथक योद्धा बनता है। आज प्रदेश का कृषक ,गरीब व दलित समाज डॉक्टर के आर पूनिया को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है। परम पिता परमेश्वर से कामना करता है कि उन्हें प्रभु अपने चरणों में स्थान दें।

24/01/2025

हरियाणा के करनाल को मिली एक बड़ी सौगात लगभग 58 करोड़ की लागत से करनाल के सेक्टर 32 में बने बने अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कंपलेक्स का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर व करनाल के विधायक जगमोहन आनंद ,इंद्री से विधायक रामकुमार कश्यप ,हरियाणा विधानसभा के स्पीकर हरविंदर कल्याण के द्वारा किया गया

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